*गोरखपुर रेलवे स्टेशन का 100 वर्ष पूरा, हेरिटेज फोटो प्रदर्शनी का सदर सांसद में फीता काटकर किया शुभारंभ*

गोरखपुर। सोमवार को गोरखपुर रेलवे स्टेशन के 100 वर्ष पूरा होने पर स्टेशन महोत्सव का आयोजन पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो एक लाऊँज पर किया गया।

स्टेशन महोत्सव के तहत हेरिटेज फोटो प्रदर्शनी का सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने फीता काटकर शुभारंभ किया। हेरिटेज फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने 100 वर्षों के इतिहास को जाना और हेरिटेज प्रदर्शनी की जमकर प्रशंसा की।

वही पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सदर सांसद रवि किशन शुक्ला का अंग वस्त्र देकर स्वागत किया कार्यक्रम के तहत सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने के काटकर सभी को बधाई दी।

*त्योहार में बढ़े हरी सब्जियों के दाम*

खजनी गोरखपुर।त्योहार के कारण फुटकर बाजारों में हरी सब्जियों के दाम एक बार फिर बेलगाम हो गए, और बाजारों में सब्जियां मंहगे दामों में बिकीं।

मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर क्षेत्र के फुटकर बाजारों में हरी सब्जियों के दामों में खासी तेजी देखी गई।

सब्जियां दो गुने भाव में बेची गई। मकर संक्रांति पर्व को खिचड़ी खाने की परंपरा है और इस अवसर पर लोग पितृ, पुरोहितों और देवी देवताओं को श्रद्धा पूर्वक दान भी करते हैं। पर्व के कारण सभी परिवारों में खिचड़ी खाने और दान पुण्य करने की सदियों पुरानी परंपरा है। ऐसे में आम लोगों की जरूरतों को उनकी मजबूरी बना कर थोक और फुटकर बाजारों में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे।

कल तक बाजारों में 25 से 30 रूपए प्रति किलो बिकने वाली हरी मटर 50 और 60 रूपए प्रति किलो के भाव से बिकी, वहीं 10 रूपए प्रति किलो बिकने वाली मूली 40 रूपए किलो टमाटर धनियां पत्ती गोभी बीन्स गाजर बंद गोभी बैंगन शिमला मिर्च पालक मेथी के साग नींबू कटहल कद्दू लौकी प्याज और अदरक सहित सभी सब्जियां अधिक मुल्य पर बिकती नजर आईं।

त्योहार के कारण फुटकर सब्जियों के बाजारों में भीड़ देखी गई।

अचानक सब्जियों के बढ़े दामों से ग्राहकों में हैरत देखी गई। वहीं मूल्य पूछ कर जाने वाले ग्राहकों को सब्जियों के दुकानदार चुनौती देते हुए यह कहते नजर आए कि जाइए हर तरफ यही भाव मिलेगा आज सब्जियां मंहगी हैं।

जानकारों ने बताया कि त्योहार के कारण बाजार में मांग बढ़ जाती है।

इसलिए थोक और फुटकर बाजारों में दुकानदार जानबूझकर साजिश के तहत अधिक मुनाफा कमाने के लिए मूल्य बढ़ा देते हैं। बाजारों में अचानक मांग बढ़ने पर दाम बढ़ने से पुराना माल और खराब होने वाली सब्जियों से भी मुनाफा कमाने का मौका मिल जाता है।

*पूर्व माध्यमिक विद्यालय से टीवी और कंप्यूटर चोरी*

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के उनवल चौकी अंतर्गत आने वाले खोरठा गांव में स्थित ज्ञानदीप पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दरवाजे का ताला तोड़कर अज्ञात चोर कीमती सामान उठा ले गए।

अगले दिन सुबह घटना की जानकारी होने के बाद विद्यालय के प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिपाठी ने खजनी थाने में पहुंच कर पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनके विद्यालय के कमरे में लगा टीवी,3 कंप्यूटर सेट, 4 पंखे, 6 एलईडी बल्ब और इंटरनेट यंत्र गायब मिले हैं। पुलिस केस दर्ज कर पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।

*पिआरकेएस के महामंत्री ने रेलवे चिकित्सालय में कार्यरत सफाई कर्मियों के तत्काल रेलवे बोर्ड के नियमानुसार प्रमोशन की किया मांग*

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय रेलवे चिकित्सालय में जाकर सफाई कर्मियों से मिले। वहां कार्यरत सफाई कर्मियों ने बताया कि उनके प्रमोशन का पत्र रेलवे बोर्ड से आ चुका है लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सफाई कर्मी और स्टाफ की कमी है।

महामंत्री विनोद राय ने पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन से मांग किया है कि सफाई कर्मियों का रेलवे बोर्ड के पत्र अनुसार तय समय सीमा में अभिलंब प्रमोशन करें तथा सफाई कर्मी, स्टाफ नर्स, स्पेशलिस्ट डॉक्टर की तत्काल बहाली सुनिश्चित करें। महामंत्री विनोद राय ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे के सभी कर्मी रेल हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आश्रित है ऐसे में रेलवे हॉस्पिटल की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कोई भी रेलकर्मी  जब बीमार होता है तो उसके परिजन उसे सीधे अस्पताल ही लेकर आते हैं।

 उन्होंने कहा की रेलवे चिकित्सालय से नई दिल्ली एवं अन्य जगहों के मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल संबद्ध किए जाएं जिससे रेल कर्मियों को रेफर करने में कोई समस्या ना आवे। उन्होंने महाप्रबंधक से निवेदन किया है कि शीघ्र ही इन मामलों का संज्ञान लेकर आदेश निर्गत करें। 

महामंत्री विनोद राय के साथ संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी आर पी भट्ट, एस सी अवस्थी, कौशल कुमार सिंह, दीपक चौधरी, कुलदीप मणि त्रिपाठी ,ईश्वर चंद्र विद्यासागर , , देवेश सिंह, अंशुमाल पाठक, निशांत यादव, अजय त्रिपाठी, दीपक प्रजापति, हरिकेश बहादुर सिंह, धीरज यादव चंद्रिका निषाद इत्यादि पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

*उर्दू के मशहूर शायर मनुव्वर राना के निधन पर आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा*

गोरखपुर। धरा धाम इंटरनेशनल के संस्थापक अध्यक्ष सौहार्द शिरोमणि संत डॉक्टर सौरभ पांडेय की अध्यक्षता में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन तिवारीपुर गोरखपुर में किया गया |इस अवसर पर डॉक्टर सौरभ पांडेय ने कहा की मनुव्वर राना नेअपनी मां के ऊपर जो संग्रह लिखा है उसकी वजह से वह अमर हो गये |

कार्यक्रम का संचालन करते हुए युवा शायर मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि मनुव्वर राना हिंदी और उर्दू दोनों मंचों पर समान रूप से पसंद किए जाते थे क्योंकि उनकी शायरी आम लोगों की भाषा में थी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद उर्दू पाठ्यक्रम के सदस्य डॉक्टर एहसान अहमद उर्दू शायरी में उनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए दुनिया उन्हें याद करेगी |इस अवसर पर गौतम गोरखपुरी, उत्कर्ष पाठक,आसिया गोरखपुरी रुद्रा उत्कर्ष शुक्ला, एकता उपाध्याय, काव्य पाठ करके मशहूर शायर मुनव्वर राना को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रकाश, दिवाकर, सैय्यद इरशाद अहमद, फैजल खान, फुरकान अंसारी आदि मौजूद रहे।

*यूपी उर्दू अकादमी के अध्यक्ष चौधरी कैफुल वरा अंसारी ने मुनव्वर राना के निधन पर जताया शोक कहा, शायर के साथ एक नेक इंसान भी थे*

गोरखपुर: मुनव्वर राना की शखिसयत उर्दू शायरी के साथ हिंदी शायरी में भी मोहताज ए तार्रुफ नहीं। वो जहां एक अच्छे शायर थे वही एक नेक दिल इंसान भी थे। उनका इस तरह अचानक चला जाना साहित्य की दुनिया के लिए एक बड़ा खसारा है जिसकी भरपाई मुश्किल ही नहीं ना मुमकिन भी है।

इन ख्यालात का इजहार उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के साबिक अध्यक्ष चौधरी कैफुल वरा अंसारी ने एक प्रेस वार्ता में किया। अध्यक्ष महोदय ने कहा कि राणा साहब के देहांत से हम सब दुखी हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को सब्र दे।

राणा साहब की शायरी समाज को जोड़ने का काम करती है। माँ पर लिखे हुए इनके कलाम संगे मील का दरजा रखते हैं।इनकी शायरी समाज का आईना है जिस में हर दौर के लोग अपना चेहरा देख सकते हैं। उनका ये शेर हम सब के जीवन का हिसा है।

मिट्टी में मिला दे की जुदा हो नहीं सकता

अब इस से ज़्यादा मैं तेरा हो नहीं सकता

जिस्म पर मिट्टी मलेंगे पाक हो जायेंगे हम

ऐ ज़मीन एक दिन तेरी ख़ोराक हो जाएगे हम

*योगी सहित लाखों श्रद्धालुओं ने गोरखनाथ मंदिर में चढ़ाई खिचड़ी*

गोरखपुर।सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में बाबा गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। इसके बाद उन्होंने प्रदेश वासियों को मकर संक्रांति पर्व की बधाई दी।इसके साथ ही बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं के खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला भी शुरू हो गया।

भोर से ही शरू हुआ खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला

आनुष्ठानिक कार्यक्रमों का शंखनाद सोमवार को भोर में चार बजे के बाद ही शुरू हो गया। मंदिर प्रबंधन और प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुविधा का पूरा इंतजाम किया गया है। गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी खुद सभी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम योगी ने अपने हाथ से चढ़ाया नेपाल राजपरिवार का प्रसाद

सोमवार को तड़के सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर बाबा गोरखनाथ के चरणों में नाथ पीठ और नेपाल राजपरिवार की खिचड़ी समर्पित किया।उसके बाद मंदिर का कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।भगवान भास्कर के उत्तरायण होने पर खिचड़ी चढ़ाने की यह अनूठी परंपरा पूरी तरह लोक को समर्पित है। खिचड़ी चढ़ाने के लिए संपूर्ण उत्तर प्रदेश के अलावा देश के अन्य राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल के श्रद्धालु भी मंदिर पहुंचें हैं।

त्रेता युग से चढ़ती है बाबा के दरबार में खिचड़ी

गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा त्रेतायुगीन मानी जाती है।मान्यता है कि उस आदि योगी गुरु गोरखनाथ एक बार हिमांचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित मां ज्वाला देवी के दरबार में पहुंचे। मां ने उनके भोजन का प्रबंध किया। कई प्रकार के व्यंजन देख बाबा ने कहा कि वह तो योगी हैं और भिक्षा में प्राप्त चीजों को ही भोजन रूप में ग्रहण करते हैं। उन्होंने मां ज्वाला देवी से पानी गर्म करने का अनुरोध किया और स्वयं भिक्षाटन को निकल गए।भिक्षा मांगते हुए वह गोरखपुर आ पहुंचे और यहीं धूनी रमाकर साधनालीन हो गए। उनका तेज देख तभी से लोग उनके खप्पर में अन्न (चावल, दाल) दान करते रहे। इस दौरान मकर संक्रांति का पर्व आने पर यह परंपरा खिचड़ी पर्व के रूप में परिवर्तित हो गई। तब से बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का क्रम हर मकर संक्रांति पर अहर्निश जारी है।कहा जाता है कि उधर ज्वाला देवी के दरबार मे बाबा की खिचड़ी पकाने के लिए आज भी पानी उबल रहा है।

*विधायक के नेतृत्व में पूजित अक्षत और आमंत्रण पत्र दिया गया*

खजनी गोरखपुर।क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान के साथ भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बेलघाट कस्बे में स्थित शिव मंदिर परिसर से शुभारंभ करते हुए मुख्य कस्बे और आसपास के गांवों में लोगों के घरों तक पहुंच कर अयोध्या धाम से आए पूजित अक्षत और आमंत्रण पत्र दिया।

इस दौरान सभी लोगों से 22 जनवरी को अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर के प्रथम तल के गर्भगृह में होने वाले भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपने घरों में दीप जलाकर दीपावली मनाने और भजन कीर्तन का आयोजन करने की अपील की, साथ ही विधायक श्रीराम चौहान ने स्थानीय लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कभी भी समय निकाल कर अयोध्या पहुंच कर दर्शन किया जा सकता है। 

22 जनवरी को अयोध्या धाम में बहुत अधिक भीड़ होगी और सुरक्षा व्यवस्था भी तगड़ी होगी ऐसे में उसी दिन दर्शन के लिए पहुंचने पर कठिनाईयां पेश आएंगी। इसलिए बेहतर यही होगा कि 22 जनवरी के बाद कभी भी पहुंच कर विधि विधान से भगवान का दर्शन करें।

इस दौरान साथ चल रहे उत्साही युवा भगवान श्रीराम का जयघोष करते हुए लोगों को पूजित अक्षत और आमंत्रण पत्र वितरित किए।

*घर में घुसे युवक के खिलाफ युवती से छेड़खानी का केस*

गोरखपुर।हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय युवती ने एक युवक के खिलाफ छेड़खानी और धमकी देने का केस दर्ज कराया है।युवती से तहरीर मिलने के बाद हरपुर बुदहट पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के मुताबिक बीते दिनों एक युवक ने युवती के मोबाइल पर उसे फोन करके उसके निजी फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी दी, और उसके बाद वह रात के अंधेरे में युवती के घर में घुस आया और युवती के साथ जबरन अश्लील हरकतें करने लगा। केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने शिकायत के आधार पर घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

*मकर संक्रांति पर्व का जाने वैज्ञानिक अर्थ: खगोल विद, खगोल विज्ञान एजुकेटर अमरपाल सिंह की जुबानी*

गोरखपुर। मकर संक्रांति के पीछे का विज्ञान पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूर्णन के कारण हम दिन व रात का अनुभव करते हैं, लेकिन ये दिन व रात सम्पूर्ण पृथ्वी पर सब जगह एक जैसा नहीं होता है। जितनी सूर्य की किरणें पृथ्वी के जिस भाग पर पड़ रही होती हैं, उसी हिसाब से दिन तय होता है। जैसे पृथ्वी को दो गोलार्धों में बांटा गया है।

एक उत्तरी गोलार्ध व दूसरा दक्षिणी गोलार्ध जिनमें जिस पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें प्रथ्वी पर दिन तय करती हैं और इसका अपने अक्ष पर 23.5 अंश झुके होने के कारण दोनो गोलार्धों में मौसम भी अलग अलग होता है। अगर हम बात करें उत्तरायण व दक्षिणायन की तो हम पाते हैं कि यह एक खगोलीय घटना है। 14/15 जनवरी के बाद सूर्य उत्तर दिशा की ओर अग्रसर या जाता हुआ होता है, जिसमें सूर्य दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश ( दक्षिण से उत्तर की ओर गमन प्रतीत ) करता है। इसे उत्तरायण या सूर्य उत्तर की ओर के नाम से भी जाना जाता है।

वैज्ञानिकता के आधार पर इस घटना के पीछे का मुख्य कारण है पृथ्वी का छः महीनों के समय अवधि के उपरांत उत्तर से दक्षिण की ओर बलन करना, जो कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो लोग उत्तरी गोलार्ध में रहते हैं। उनके लिए सूर्य की इस राशि परिवर्तन के कारण 14/15 जनवरी का दिन मकर संक्रांति के तौर पर मनाते हैं, और उत्तरी गोलार्ध में निवास करने वाले व्यक्तियों द्वारा ही समय के साथ धीरे धीरे मकर मण्डल के आधार पर ही मकर संक्रांति की संज्ञा अस्तित्व में आई है।

मकर संक्रांति का अर्थ है सूर्य का क्रांतिवृत्त के दक्षिणायनांत या उत्तरायनारंभ बिंदु पर पहुंचना, प्राचीन काल से सूर्य मकर मण्डल में प्रवेश करके जब क्रांतिवृत्त के सबसे दक्षिणी छोर से इस दक्षिणायनांत या उत्तरायनारंभ बिंदु पर पहुंचता था, तब वह दिन ( 21 या 22 दिसंबर) सबसे छोटा होता था, मगर अब सूर्य जनवरी के मध्य में मकर मण्डल में प्रवेश करता है, वजह यह है कि अयन चलन के कारण दक्षिणायनांत (या उत्तरायनारंभ) बिंदु अब पश्चिम की ओर के धनु मण्डल में सरक गया है, अब बास्तबिक मकर संक्रांति (दक्षिणायनांत या उत्तरायनारंभ बिंदु) का आकाश के मकर मण्डल से कोई लेना देना नहीं रह गया है।