*मिलियन प्लस शहरों को वायु गुणवत्ता सुधार के लिए मिलेगी प्रोत्साहन राशि*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नगरीय जीवन गुणवत्ता में सुधार और पर्यावरण को बेहतर व प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदेश के मिलियन प्लस शहरों को 255.12 करोड़ रूपये की प्रोत्साहन धनराशि दी जाएगी। इस राशि के उपयोग से वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए जन जागरूकता के साथ ही आवश्यक प्रयास भी किये जायेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार पिछले 9 वर्षों से भारतीय शहरों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में वायु प्रदूषण से निपटने, सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने और प्रदेश की समृद्ध जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग की संस्तुतियों के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहरों को अवितरित अनुदानों के वितरण के लिए उत्तर प्रदेश के मिलियन प्लस श्रेणी के 5 शहरों को वित्तीय वर्ष 2023-24 में PM10 conc में कमी लाने तथा वायु गुणवत्ता सुधार के दृष्टिगत उच्च प्रदर्शन किये जाने के फलस्वरूप कुल 255.12 करोड़ रूपये की प्रोत्साहन धनराशि दी जाएगी।ऊ

तत्क्रम में, पर्यावरण सुधार के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रदेश के मिलियन प्लस शहरों में आगरा, कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद और मेरठ को यह धनराशि उपलब्ध करायी जाएगी। यह धनराशि इन शहरों में वायुऊ गुणवत्ता में सुधार को और भी बेहतर बनाने के लिए किये जाने वाले कार्यों के लिए उपयोग की जाएगी। धनराशि के प्रयोग से वायु गुणवत्ता सुधार के लिए शहरवासियों में जन जागरूकता उत्पन्न करने, शहरों की सड़कों पर धूल नियंत्रण (PM10), प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर नियंत्रण, पोधारोपण और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने जैसे कार्य सम्मिलित होंगे। इस धनराशि के आवंटन से उत्तर प्रदेश के इन शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार होने से पर्यावरण वायु प्रदूषण मुक्त होगा फलस्वरूप नगरवासियों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण देने के लिए चलायी जा रही केंद्र और राज्य सरकार की मुहिम को बल मिलेगा।

*कोर्ट का समय बर्बाद करने पर राज्य सरकार पर 25 हजार हर्जाना*

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने सरकारी वकील द्वारा कोर्ट का कीमती 10 मिनट का समय बर्बाद करने पर राज्य सरकार पर 25 हजार का हर्जाना लगा दिया।

कोर्ट ने कहा सुनवाई के दौरान ऐसा करने वाले से यह धनराशि वसूल कर हाईकोर्ट की विधिक सेवा उपसमिति में हफ्ते भर में जमा की जाए।

न्यायमूर्ति अब्दुल मोईन की एकल पीठ ने यह आदेश राजित राम वर्मा की याचिका पर दिया। पिछले साल दाखिल इस याचिका पर सरकार का जवाब दाखिल हो चुका है। सुनवाई के दौरान याची के वकील ने सरकार के जवाब पर अपना प्रति उत्तर भी पेश कर दिया और बहस शुरू कर दी। याची की बहस पर कोर्ट ने सरकारी वकील से पक्ष पूछा।

इस पर सरकारी वकील ने कहा उसे अभी थोड़ी देर पहले ही याची के प्रतीउत्तर की कॉपी दी गई है। ऐसे में उसे प्रतिउत्तर शपथपत्र पढ़ने को कुछ समय दे दिया जाए। इस पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त कर कहा कि अगर समय मांगना था तो बहस शुरू होने से पहले इसका आग्रह करना चाहिए था। कोर्ट ने कहा अब जब मामले सारे तथ्यों और कानून पर गौर कर लिया गया है। साथ ही याची के वकील ने भी अपना पक्ष रख दिया है। ऐसे में मामले की सुनवाई टालने से कोर्ट का दस मिनट का बहुमूल्य समय बर्बाद हुआ। इसके लिए कोर्ट ने राज्य सरकार पर 25 हजार का हर्जाना लगाकर मामले की सुनवाई हफ्ते भर के लिए टाल दी।

*मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने चारबाग बस अड्डे और चारबाग चौराहे का किया औचक निरीक्षण*

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने चारबाग बस अड्डे और चारबाग चौराहे का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने चारबाग स्टैंड के प्रभारी को सख्त निर्देश दिया कि सड़क पर कोई बस खड़ा होता ना दिखे।

चारबाग पर पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान पर पार्किंग पट्टी व मार्किंग कर लिया जाए। जिससे यातायात व्यवस्था सुगम और सुदृढ़ रूप से चलता रहे। चारबाग चौराहे पर वेंडिंग जोन के लिए नगर निगम द्वारा रेलिंग बनवा लिया जाए। जिससे ठेले ख़ुम्चे अपने परिधि में ही रहे।

इसके बाद मंडलायुक्त ने कमता चौराहा के निरीक्षण दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बस स्टैंड के बाहर अगर बस खड़ी मिलती है तो संबंधित बस चालक व कंडक्टर पर कार्रवाई की जाए।

संबंधित अधिकारी नियमित रूप से अभियान चलाकर कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। सभी बस अड्डो पर अनुशासन दिखना चाहिए नहीं तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सवारी को बस अड्डे पर ही उतारे और बैठाएं जिससे सड़क पर अनावश्यक जाम ना लगे व ट्रैफिक व्यवस्था बाधित न हो।

*बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में ' विश्वविद्यालय दिवस ' के अवसर पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन*

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में बुधवार 10 को विश्वविद्यालय दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई।

इसके पश्चात स्थायी आयोजन समिति की ओर से ' ई गवर्नेंस के माध्यम से सामाजिक न्याय प्राप्त करने की संभावनाएँ और चुनौतियाँ ' विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य संजय सिंह ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर महाराजा सूरजमल ब्रिज विश्वविद्यालय, भरतपुर के कुलपति प्रो० रमेश चन्द्रा मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर प्रो केएल महावर, प्रो० प्रीति सक्सेना एवं प्रो रामपाल गंगवार मौजूद रहे।

सेमिनार का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन एवं‌ बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम प्रो केएल महावर ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय कराया। प्रो रामपाल गंगवार ने सभी को सेमिनार की‌ रूपरेखा एवं उद्देश्यों से अवगत कराया।

आचार्य संजय सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि बाबासाहेब ने‌ समाज में शिक्षा के उत्थान के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किये, जिनको भूलना असंभव है। बाबासाहेब का मानना था कि वास्तविक रूप से समाज तभी प्रगति करेगा जब समाज के आखिरी व्यक्ति को भी उसके अधिकार प्राप्त हो।

प्रो रमेश चन्द्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि बाबासाहेब को सिर्फ भारत ही‌ नहीं बल्कि विदेशों के लोग भी अपना आदर्श मानते हैं। वह विश्व के नेता थे, जिनके सिखाये मार्गों पर चलकर लोगों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाना सीखा। हम‌ सभी का कर्तव्य है कि बाबासाहेब की विरासत को आने वाले अनेकों वर्षों तक सुरक्षित रखें। उद्घाटन सत्र के अंत में प्रो प्रीति सक्सेना द्वारा धन्यवाद प्रेषित किया गया।

सेमिनार के द्वितीय सत्र में प्लेनरी सेशन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रो० प्रीति सक्सेना तथा प्रो० शिव शंकर सिंह ने सेमिनार के विषय पर अपनी बात रखी। द्वितीय सत्र की अध्यक्षता प्रो रामपाल गंगवार द्वारा की गई। सेमिनार के तृतीय सत्र में टेक्निकल सेशन का आयोजन किया गया, जिसमें शोधार्थियों द्वारा शोधपत्र प्रस्तुत किये गए।

इस अवसर पर स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़- चढकर प्रतिभाग किया। समस्त कार्यक्रमों के दौरान शिक्षकगण एवं विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।

*अलीगढ़ की सडकों पर उतरा लोकदल,अपने हक के लिए किसान सम्मान यात्रा में शामिल हुए किसान*

लखनऊ। अलीगढ़ में बुधवार को पूर्व कृषि एवं सिचाई मंत्री तथा सूबे में नेता विरोधी दल रहे स्व चैधरी राजेन्द्र सिंह की 97 वीं जयंती पर लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह सुबह 10 बजे खैर विधान सभा क्षेत्र से अलीगढ़ स्थित सम्राट लान तक अपने स्वर्गीय पिता की याद में किसान सम्मान यात्रा रैली निकाल कर किसानों का सम्मान किया।

इस अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुये उन्होने कहा कि देश और प्रदेश में बढ़ती महगाई, बेरोजगारी, भ्रष्ट्राचार के साथ ही धर्म जाति के नाम पर नफरती आँधी के बीच लड़खड़ाती देश, प्रदेश की अर्थ व्यवस्था और महामारी के बढ़ते खतरों की इस घड़ी में छोटी छोटी उम्मीदें उपलब्धियों को सहेजने के लिये एक बेहतर भविष्य की खातिर लोक दल की किसान सम्मान रैली में सूबे के हजारो किसान ट्रेक्टर आदि वाहनों संग शामिल हुये लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी सुनील सिंह ने आह्वान किया कि किसानों को एकजुट होकर अपने हक के लिए आवाज बुलंद करनी होगी।

किसानों की समस्या को लेकर विभिन्न विषयों पर लड़ाई लड़नी होगी। किसान अपने अधिकार के लिए आजाद भारत में सड़कों पर संघर्ष कब तक करता रहेगा? किसान कब तक शहीद होता रहेगा? किसान संघर्ष के साथ-साथ कलम और वोट की ताकत से अपने अधिकार लेकर और अपनी आने वाली पीढियां का भविष्य सवारेगा।

किसान जब तक संगठित होकर कोई काम नहीं करेगा तब तक मेहनत का फल कोई और ही खाता रहेगा। किसान इस बार आर पार की लड़ाई लड़ेगा क्योंकि किसान को ईडी एवं सीबीआई का डर दिखाकर ना तो उसे डरा सकते हैं और नहीं पराजित कर सकते हैं किसानो के हक की लड़ाई में जाति-धर्म के बंधन को छोड़कर उसे अपने हक की आवाज को बुलंद करना होगा।

इसलिए किसानों को एकजुट होकर सड़क से संसद तक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। अब देश की संसद में किसानों का बेटा बैठेगा हम निश्चित तौर पर 2024 लोकसभा चुनाव में संसद तक पहुंचने में कामयाब होंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि लोक दल बहुत पुराना दल है चैधरी चरण सिंह का दल है।

सभी लोग एकजुट होकर संकल्पित हो और आने वाले लोकसभा 2024 के चुनाव को मजबूती से लड़ने की तैयारी करें। इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव बिजेन्द्र सिंह, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप हुड्डा, डा योगेश कुमार शर्मा, विनोद शर्मा, नीलकंठ, असद कुरैशी, संदीप तोमर आदि उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में टैक्टर और वाहन इस रोड शो में शामिल हुए। रोड शो में खैर से सम्राट लाज तक हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और जय जवान, जय किसान के नारों के साथ, चौधरी राजेंद्र सिंह अमर रहे, चौधरी सुनील सिंह जिंदाबाद का नारा लगाकर उनका स्वागत किया।

प्रमुख मांगे

लोकदल की इस रैली में किसानों की आजीविका सुधारने के लिये कुछ मांगों का भी जिक्र किया जाएगा। जिसमे फल, सब्जियां, अनाज, दूध आदि उपलब्ध कराने वाले किसानो को उपज मूल्य नही मिल रहा है।

 सभी कृषि उपज पर वस्तु एवं सेवा कर (ळैज्) समाप्त की जाए।

 कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बना कर तत्काल लागू किया जाए।

 किसान सम्मान निधि के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता राशि बढ़ाई जाए।

 देश की आयात और निर्यात नीति आम जन के हित में होनी चाहिए ताकि किसानो को लाभ प्राप्त हो।

 देश के किसानो के ट्रैक्टर को 15 साल वाली नीति से बाहर रखा जाए।

 खाद की बोरियो मे 50 किलो से कम खाद किसानो के साथ धोखा धड़ी की श्रेणी में लाया जाए।

 किसानों से जुड़ी उपरोक्त मांगों, समस्याओ ंको किसानो के बीच खुले मंच से साझा किया।

*डॉ. सूर्यकान्त यूपी आईएमए के स्टेट ओरेशन से सम्मानित*

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. सूर्यकान्त को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, यूपी ने ’’डॉ. आईडीपीएल आईएमए यूपी ओरेशन अवार्ड’’ से सम्मानित किया है।

आयोजन समिति ने यह पुरस्कार उन्हें रेस्परेटरी चिकित्सा और राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रदान किया है। डॉ. सूर्यकान्त का यह 17वॉ ओरेशन अवार्ड है, इससे पहले भी कई ओरेशन एवार्ड लंग कैंसर, सांस रोग, टीबी रोग, एलर्जी, अस्थमा आदि के क्षेत्र में प्राप्त हो चुके हैं।

ज्ञात हो कि डॉ. सूर्यकान्त ने उप्र स्टेट टास्क फोर्स का कार्यभार वर्ष 2013 में ग्रहण किया। उस समय टीबी परफॉरमेन्स के इंडिकेटर्स में उत्तर प्रदेश नॉर्थ जोन टास्क फोर्स के सभी राज्यों में नीचे पायदान पर था। डॉ. सूर्यकान्त की कड़ी मेहनत व कार्यकुशलता से दो वर्ष के अन्तराल में सन् 2015 में नार्थ जोन के सभी स्टेट में उप्र का स्थान सर्वप्रथम हो गया। उनके प्रयास से तत्कालीन समस्त 30 मेडिकल कालेजों में नेशनल टीबी कंट्रोल प्रोग्राम की गतिविधियां सक्रिय रूप से शुरू हुईं और उसके पश्चात एडवोकेसी, अवेयरनेस, पेसेन्ट केयर, ट्रेनिंग, रिसर्च का कार्य तेजी से उप्र में बढ़ा।

डॉ. सूर्यकान्त दस वर्ष (जून 2013 से जून 2023) उप्र स्टेट टास्क फोर्स के चेयरमेन रहे और इस दौरान उन्होंने उप्र में मेडिकल कालेजों के राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की गतिविधियां सक्रिय रूप से सम्पन्न हुईं। इसके फलस्वरूप उप्र में अब सभी 67 मेडिकल कॉलेज (36 गर्वेंमेन्ट सेक्टर के और 31 प्राइवेट सेक्टर) में नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम की गतिविधियां सुचारू रूप से चल रही हैं।

डॉ. सूर्यकान्त को ’’डॉक्टर ऑफ साइंस (डी.एस.सी.)’’ की (मानद उपाधि) से भी सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. सूर्यकान्त केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग में लगभग 18 वर्ष से प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं एवं 12 वर्ष से विभागाध्यक्ष के पद पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 21 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं लंग कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 800 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं।

दो अंतर्राष्ट्रीय पेटेन्ट का भी उनके नाम श्रेय जाता है। लगभग 200 एमडी/पीएचडी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन, 50 से अधिक परियोजनाओं का निर्देशन, 17 ओरेशन एवार्ड का भी श्रेय उनके नाम ही जाता है, तथा इससे पहले भी अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 22 फैलोशिप सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है तथा ब्रोन्कियल अस्थमा के क्षेत्र में बेस्ट इनोवेशन (एल.एस. लोवेशके पुरस्कार 2006) भी शामिल है।

उन्हें उप्र सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड (विज्ञान के क्षेत्र में उप्र का सर्वोच्च पुरस्कार) और केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा एवं उप्र हिन्दी संस्थान से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें अब तक अन्तरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर की विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगभग 196 पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

*बरेली में राम मंदिर का मॉडल देखकर मंत्रियों ने सीएम योगी का किया स्वागत*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को दोपहर एक बजे बरेली क्लब मैदान में जनसभा स्थल पर पहुंचे। मंच पर वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, राज्यमंत्री अरुण कुमार, सांसद संतोष गंगवार, धर्मेंद्र कश्यप ने राम मंदिर का मॉडल देकर सीएम योगी का स्वागत किया। उन्हें गदा व रामचरित मानस भी भेंट की गई।

मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर 3405 करोड़ की विकास योजनाओं को जनता के लिए समर्पित किया। इसके बाद पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए। पुष्पा देवी, लखपति देवी, प्रियंका कुमारी, शाहाना बेग, लक्ष्मी आशा व अन्य लाभार्थियों को मंच पर सहायता राशि दी गई। इस मौके पर बरेली की सेपक टकरा खिलाड़ी शिवानी और एथलीट अमन सिंह को सम्मानित किया गया।

सीएम योगी ने कहा कि 22 जनवरी को अपने घर व आसपास साफ सफाई करने के बाद शाम को अपने घरों को दीये से रोशन करे। 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद आप सभी को अयोध्या आना होगा। ताकि आप सभी प्रभु श्रीराम का दर्शन कर सके। 22 जनवरी के बाद राम के नाम पर समय निकालकर जरूरत अयोध्या पहुंचे। इसी के साथ जय-जय श्रीराम के नारे लगाकर अपना उद्भोष सीएम ने खत्म किया।

कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि आज जो भी बदलाव आ रहा है, उसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को श्रेय जाता है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को देश ही नहीं दुनिया में सराहा जा रहा है। आर्थिक रूप से भी प्रदेश का ग्राफ ऊपर चढ़ा है।

*बाहर से अयोध्या आने वाले आगन्तुकों के साथ मृदुभाषी व्यवहार किया जाए: संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था*

लखनऊ। पुलिस लाइन में होटल एंड रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं ट्रेवल एजेंसी एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं उनके सदस्यों के साथ एक बैठक की गयी। जिसकी अध्यक्षता संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल लखनऊ द्वारा की गयी। बैठक में जनपद अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत कहा कि आने वाले सभी आगन्तुकों के साथ मृदुभाषी व्यवहार किया जाये। इसके लिए होटल रेस्टोरेन्ट के स्टाफ एवं टैक्सी के ड्राइवर आदि को निर्देशित करते हुए संवेदनशील बनाया जाये।

जेसीपी ला एंड आर्डर ने कहा कि निर्धारित दरों पर ही किराया आदि वसूला जाये। किसी भी दशा में अधिक दरें न ली जायें। मात्र इसे 22 जनवरी के कार्यक्रम के दृष्टिगत न देखा जाये बल्कि भविष्य में भी लम्बी अवधि के लिए श्रद्धालुओं एवं टूरिस्ट का आगमन होगा। अतः लम्बी दृष्टि के व्यवसाय के हित में भी देखा जाये। होटल में सीसीटीवी कैमरे आदि कार्यरत दशा में हों, यह सुनिश्चित कर लिया जाये। होटल में आने वाले आगन्तुकों के पहचान पत्र आदि अवश्य लिये जायें एवं केवाईसी पूर्ण रखा जाये ताकि किसी प्रकार की कोई संदिग्ध गतिविधि होने पर तत्काल सूचना एवं अभिलेख पुलिस के साथ शेयर किया जा सके।

अयोध्या जाने हेतु मुख्य रूट के रूप में अहिमामऊ से सुल्तानपुर रोड होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होकर जाने का मार्ग सभी को बताया जाये। साथ ही सभी ड्राइवरों को भी इसी मार्ग से जाने हेतु निर्देशित किया जाये। आने वाले आगन्तुकों/श्रद्धालुओं को भी अयोध्या जाने के वैकल्पिक मार्ग की भी जानकारी दें, जिससे वे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होकर सुगम तरीके से अयोध्या जा सकें।होटल आदि में रुकने वाले आगन्तुकों द्वारा किसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करवाने की दशा में यदि इनके द्वारा किसी ड्रोन आदि का प्रयोग किया जाता हो तो उन्हें अनुमति लेने के लिए अवश्य निर्देशित कर दें।

*प्रतियोगी छात्र ने फांसी लगाकर दी जान*

लखनऊ । राजधानी के थाना तालकटोरा क्षेत्र में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। प्रतियोगी छात्र के खुदकुशी करने का कारण कुछ पता नहीं चल पाया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि घटना स्थल की जांच की गई तो कहीं पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

शैलेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र स्व. राजेश प्रताप सिंह निवासी-सी-3176 राजाजीपुरम ने थाना तालकटोरा पर सूचना दिया कि मंगलवार को उसने अपने छोटे भाई जतिन प्रताप सिंह के मोबाइल नंबर पर फोन कॉल किया। जब कॉल नहीं उठा तो घर के द्वितीय तल पर स्थित उसके कमरे में जाकर देखा तो उसके भाई जतिन प्रताप सिंह उम्र करीब 26 वर्ष ने कमरे की छत में लगे पंखे के हुक से रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्मत्या कर लिया है। इस सूचना पर एसआई विजय सिंह द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ बॉक्सिंग सीख रहा था। मृतक अविवाहित था।

*पुलिस ने पंखिया गिरोह के चार सदस्य को पकड़ा, दिन में करते थे और रेकी रात में करते थे चोरी*

लखनऊ । सर्विलांस टीम दक्षिणी व थाना सरोजनीनगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अन्तर्राज्यीय पंखिया गिरोह के तीन शातिर चोर व नकबजन व चोरी का माल के खरीदार को किया गया गिरफ्तार। साथ ही चोरी किए गए कीमती जेवरात, 25,400 रुपये नगद, एक अवैध तमंचा 12 बोर, दो जिन्दा कारतूस 12 बोर व एक बुलेट बिना नंबर के बरामद किया है।

अपर पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) शशांक सिंह ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त का अमीन पुत्र जहील अंसारी , नाज मोहम्मद पुत्र सैद मोहम्मद अंसारी, मुनीश कुमार उर्फ त्यागी पुत्र मोरपाल जाटव है। अभियुक्त धर्मेन्द्र गुप्ता उर्फ कल्लू पुत्र सुभाष गुप्ता के पास से नगदी 25400 रुपए व ज्वैलरी जिसमें एक हार पीली धातु, नौ सिक्के, एक लाकेट लगी चेन, चार जोड़ी पायल , पांच छोटी बड़ी प्लेटे, चार जोड़ी बिछिया, दो नथ, दो जोडाÞी कंगन बच्चों के, एक जोडी कान के टप्स, एक छोटी चेन, दो अंगूठी व एक तमंचा 12 बोर मय दो जिन्दा कारतूस 12 बोर एक बिना नंबर के बुलेट बरामद हुई।

बरामदगी के विषय में अभियुक्तों से पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग बड़े शहरो में हाईवे के किनारे गांव मे बड़े घरों को रेकी करके चिन्हित कर लेते है और फिर रात को घर मे घुसकर चोरी कर लेते है। इसके बाद चोरी का माल धर्मेन्द्र गुप्ता पुत्र सुभाष चन्द्रगुप्ता निवासी गढिया रगीन थाना गढिया रगीन जनपद शाहजहांपुर को बेच देते है। अभियुक्त पंखा खेड़ा थाना मदना पुर जनपद शाहजहांपुर मे रहने वाली पंखिया जाति से सम्बन्धित है। इनके पूर्वज शहद निकालने व शिकार करने का काम करते थे आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने के लिए इन लोगों ने चोरी का रास्ता अपनाया व अपना नाम व पता छिपाने के लिए वर्तमान मे शाहजाहांपुर, बरेली व बदायूं के अलग अलग गांव में जाकर बस गये है। अभियुक्तों द्वारा हाईवे के किनारे बसे गावों के बड़े घरों को दिन मे रेकी करके चिन्हित किया जाता है।

इसके बाद फिर रात को लग्जरी गाड़ियों से घटना स्थल पर आते है। ड्राइवर गाड़ी लेकर घटना स्थल से 10 से 15 किमी दूर किसी ढावे अथवा होटल पर गाड़ी रोककर खड़ा हो जाता है और अन्य साथी घर में घुसकर चोरी कर लेते है। घटना के बाद नियत स्थान व समय पर ड्राइवर गाड़ी लेकर पहुंच जाता है। जिसके बाद सभी अभियुक्त गण गाड़ी में बैठकर फरार हो जाते है। घटना के दौरान खतरा होने पर पक्षियों की आवाज में एक दूसरे से बात करते है। इन लोगों द्वारा गैर प्रान्त हरियाणा, बिहार व अन्य राज्यों व उत्तर प्रदेश के भिन्न-भिन्न जिलों में घटना करने की बात स्वीकार की गयी है। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर को पूर्व प्रधान अमित कुमार के घर से काफी सामान और जेवरात चोरी हुए थे। इसकी प्रकार से अमौसी और गोसाईगंज में भी चोरियां हुई।

लगातार चोरी की घटनाओं को देखते हुए सरोजनीनगर, गोसाईगंज व सर्विलास क्राइम की संयुक्त टीम बनाकर इन चोरों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच सोमवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ चोर आपस में मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देने जा रहे है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार व राजस्थान में भी चोरी करते थे। लखनऊ पहले भी आकर चोरी कर चुके थे। अभियुक्तों से पूछताछ करने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।