*बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में ' विश्वविद्यालय दिवस ' के अवसर पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन*
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में बुधवार 10 को विश्वविद्यालय दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई।
इसके पश्चात स्थायी आयोजन समिति की ओर से ' ई गवर्नेंस के माध्यम से सामाजिक न्याय प्राप्त करने की संभावनाएँ और चुनौतियाँ ' विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य संजय सिंह ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर महाराजा सूरजमल ब्रिज विश्वविद्यालय, भरतपुर के कुलपति प्रो० रमेश चन्द्रा मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर प्रो केएल महावर, प्रो० प्रीति सक्सेना एवं प्रो रामपाल गंगवार मौजूद रहे।
सेमिनार का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन एवं बाबासाहेब को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके पश्चात अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया। सर्वप्रथम प्रो केएल महावर ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय कराया। प्रो रामपाल गंगवार ने सभी को सेमिनार की रूपरेखा एवं उद्देश्यों से अवगत कराया।
आचार्य संजय सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि बाबासाहेब ने समाज में शिक्षा के उत्थान के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किये, जिनको भूलना असंभव है। बाबासाहेब का मानना था कि वास्तविक रूप से समाज तभी प्रगति करेगा जब समाज के आखिरी व्यक्ति को भी उसके अधिकार प्राप्त हो।
प्रो रमेश चन्द्रा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि बाबासाहेब को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों के लोग भी अपना आदर्श मानते हैं। वह विश्व के नेता थे, जिनके सिखाये मार्गों पर चलकर लोगों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाना सीखा। हम सभी का कर्तव्य है कि बाबासाहेब की विरासत को आने वाले अनेकों वर्षों तक सुरक्षित रखें। उद्घाटन सत्र के अंत में प्रो प्रीति सक्सेना द्वारा धन्यवाद प्रेषित किया गया।
सेमिनार के द्वितीय सत्र में प्लेनरी सेशन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रो० प्रीति सक्सेना तथा प्रो० शिव शंकर सिंह ने सेमिनार के विषय पर अपनी बात रखी। द्वितीय सत्र की अध्यक्षता प्रो रामपाल गंगवार द्वारा की गई। सेमिनार के तृतीय सत्र में टेक्निकल सेशन का आयोजन किया गया, जिसमें शोधार्थियों द्वारा शोधपत्र प्रस्तुत किये गए।
इस अवसर पर स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़- चढकर प्रतिभाग किया। समस्त कार्यक्रमों के दौरान शिक्षकगण एवं विश्वविद्यालय के अन्य विद्यार्थी मौजूद रहे।
Jan 10 2024, 19:53