*श्रंगी ऋषि आश्रम महबूबगंज में हुई मया ब्लॉक की वार्षिक बैठक*


अयोध्या। जिले में अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद, अयोध्या के मया ब्लाक की वार्षिक बैठक रामायण युगीन पावन भूमि श्रृंगीऋषि आश्रम,महबूबगंज, मयाबाजार पर संपन्न हुई। बैठक के मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथियों में प्रदेश सचिव सूर्यभान सिंह,प्रदेश महिला उपाध्यक्ष शशिप्रभा सिंह,जिलाध्यक्ष अम्बरीष सिंह,जिला संरक्षक आर डी सिंह,जिला उपाध्यक्ष सन्तोष सिंह,चन्द्रदेव सिंह,युवा जिलाध्यक्ष नागेंद्र सिंह,डॉ पी एन सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक सिंह कनकपुर तथा संचालन सूर्यभान सिंह द्वारा एवं संयोजन रवी सिंह तथा रामकेर सिंह द्वारा किया गया। बैठक का शुभारंभ कल्याण परिषद की प्रार्थना और समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया। इस अवसर पर श्रृंगीऋषि आश्रम के सभी सन्तो,पुजारियों से माला पहनाकर आशीर्वाद लेते हुये मंचासीन अतिथियों और वरिष्ठजनों का माला,अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया।
प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने सभी का अभिवादन करते हुये कहा कि आज परम् तपस्वी श्रृंगीऋषि के पावन तपोभूमि पर कल्याण परिषद की बैठक में उपस्थित होना परम् सौभाग्य का विषय है।
श्रीरामचरितमानस में स्पष्ट उल्लेख है कि चक्रवर्ती सम्राट महाराज दशरथ जी के पुत्रेष्टि यज्ञ को श्रृंगीऋषि ने ही सम्पन्न कराया था जिसके फलस्वरूप भगवान श्रीराम ने चारों भाइयों सहित अवतार लिया था।
श्रीरामजन्मभूमि ट्रष्ट में क्षत्रियों को स्थान न देने और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सूर्यवंशी क्षत्रियों को आमंत्रित न किये जाने के विषय पर उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय तो है क्योंकि हमारे पूर्वजों ने सनातन धर्म की रक्षा की है और श्रीरामजन्मभूमि की रक्षा के लिए बलिदान दिये हैं,परन्तु इस विषय पर हमें बहुत आक्रोशित या चिंतित न होकर प्रसन्नचित होना चाहिए क्योंकि हमारे आराध्य और हमारे पूर्वज भगवान श्रीराम का दिव्य मन्दिर बन रहा है और 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम जी अपनी जन्मभूमि मन्दिर में पुनः प्रतिष्ठित हो जाएंगे।
इस स्वर्णिम कार्य में हमें किसी पद या आमन्त्रण की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को हमें इस तपोभूमि श्रृंगीऋषि आश्रम पर दिव्य आयोजन करना चाहिए और सायंकाल में अपने घरों में श्रीराम दीपोत्सव आयोजित करना है। श्री सिंह ने कहा कि क्षत्रियों का जन्म ही संघर्ष और त्याग के लिए होता है, इतिहास इसका साक्षी है। हमें भगवान श्रीराम और भरत जी के आदर्शों की अंगीकृत करना होगा, श्रीराम जी ने पिता के वचन निर्वहन हेतु 14 वर्षों का वनवास ग्रहण करते हुए जंगलों के तपस्वियों और सर्वसमाज के जनमानस का कल्याण किया और राक्षसों का वध करके सनातन धर्म की रक्षा की, वहीं भरत जी ने तीनों लोकों में वर्णित अयोध्या के राज सिंघासन को त्याग कर अपने भाई श्रीराम की प्रतीक्षा में14 वर्ष तक घनघोर तपस्या किया और प्रभु के अयोध्या आने पर अयोध्या का राज सिंघासन उन्हें सौंप दिया।
ऐसी भावना के द्वारा हम क्षत्रियों का आपसी मतभेद दूर होगा और हम अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा पुनः प्राप्त करेंगे। जिलाध्यक्ष अम्बरीष सिंह ने कहा कि श्रृंगीऋषि के तपोभूमि पर कल्याण परिषद की बैठक का आयोजन पुनीत कार्य है, इसके लिये आयोजकों, व्यवस्थापकों तथा आये हुये जनमानस को धन्यवाद देता हूँ, इसी प्रकार के धार्मिक,सामाजिक कार्यों के द्वारा कल्याण परिषद नित नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है। महिला प्रदेश उपाध्यक्ष शशिप्रभा सिंह ने सभी का आत्मबल बढ़ाते हुए कहा कि हमे कठिन परिस्थितियों में भी आत्मविश्वास के साथ सत्कर्म करते हुये आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना चाहिए, ऐसा करने से एकदिन सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
प्रदेश सचिव सूर्यभान सिंह ने कल्याण परिषद के गठन और समाजसेवा के कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। सभा की अध्यक्षता कर रहे अशोक सिंह ने सभी का आभार प्रकट किया और सभा समापन की घोषणा करते हुए कहा कि अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद सदैव क्षत्रिय समाज के साथ सर्वसमाज के जरूरतमन्दों की सहायता करता रहता है और चूंकि यह संगठन किसी भी राजनैतिक दल से प्रेरित नहीं है तथा शुद्ध रूप से जनसेवा का कार्य कर रहा है अतःएक दिन अपना संगठन शीर्ष पर अवश्य पहुंचेगा ।
बैठक में उपस्थित कई स्थानीय लोगों ने कल्याण परिषद में आस्था दिखाते हुए सदस्यता हेतु आवेदन भी किया। बैठक में संरक्षक इं बी डी सिंह,मया ब्लाक महामंत्री देवेंद्र सिंह,नगर उपाध्यक्ष अजेन्द्र सिंह,जितेंद्र सिंह, शिवप्रताप सिंह,अमरदीप सिंह,अरुण सिंह, विपिन सिंह,विनय सिंह पूरा,धर्मेन्द्र सिंह,समर बहादुर सिंह, परिक्रमा सिंह,धीरेंद्र सिंह,बजरंगी सिंह,विनोद सिंह,मदनविहारी सिंह,राजेश सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय क्षत्रिय बन्धु उपस्थित रहे।
Jan 08 2024, 20:34