*अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाला तस्कर 16.350 किग्रा चरस के साथ गिरफ्तार*

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्कर को 16.350 किलो चरस (अन्तर्राष्ट्रीय मूल्य लगभग 82 लाख रुपये) के साथ गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम  विजय सिंह पुत्र योगेन्द्र सिंह, निवासी केशवापुर पजावा, थाना सोनवा, जनपद श्रावस्ती है। इसके कब्जे से 16.350 किलो चरस, 1400 रुपये नगद, सेन्ट्रो कार, एक मोबाइल फोन बरामद किया है।

*काफी दिनों से एसटीएफ को तस्करी की मिल रही थी सूचना*

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में  सत्यसेन यादव, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उ०प्र०, लखनऊ के पर्यवेक्षण में एस०टी०एफ० मुख्यालय में एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

*नेपाल से रामपुर लाने की सूचना पर पहुंची एसटीएफ ने दबोचा*

अभिसूचना संकलन के क्रम में उनि सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में एक टीम जनपद बरेली में मौजूद थी। इस दौरान ज्ञात हुआ कि एक व्यक्ति नेपाल राष्ट्र से अवैध मादक पदार्थ (चरस) लेकर जनपद रामपुर आने वाला है, यदि शीघ्रता किया जाय तो पकड़ा जा सकता है। प्राप्त सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा मुखबिर के बताये स्थान पर पहुंच कर एक तस्कर को 16.350 किग्राचरस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

*इस तरह करते थे कारोबार*

गिरफ्तार अभियुक्त ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि दिनेश निवासी बहराईच द्वारा नेपाल में यह अवैध चरस गाड़ी में लोड करके दिया जाता है। दिनेश के बताये हुए स्थानों पर यह पहुंच जाता वहां पर दिनेश के परिचित लोग जिन्हे यह चरस देनी होती है उन्हें इस वाहन के नम्बर की जानकारी पूर्व से दिनेश द्वारा बता दिया जाता था यह लोग वाहन की पहचान कर, वाहन ले लेते है तथा दो घण्टे के अन्दर वाहन में लोड अवैध चरस लेकर इसे वाहन वापस कर देते है।गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्व थाना बारादरी जनपद बरेली पर मुकदमा  पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया है। अग्रेतर कार्यवाही स्थानीय पुलिसद्वारा की जा रही है।
*नये साल पर पार्टी करने के लिए लूट लिया था ट्रक, गोसाईगंज पुलिस ने छह अभियुक्त व एक बाल अपचारी को गिरफ्तार*

लखनऊ । थाना गोसाईगंज व अपराध शाखा की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना गोसाईगंज थानाक्षेत्र में हुए ट्रक लूट की घटना का सफल अनावरण करते हुए घटना में शामिल छह शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर एक बालअपचारी को संरक्षण में लिया गया। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि नये साल पर पार्टी करने के लिए उन्हें पैसों की जरूरत थी। इसीलिए उन्होंने पैसों का जुगाड़ करने के लिए ट्रक लूट की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि पुराने ट्रक को इसलिए चुना चूंकि उन्हें विश्वास था कि उसमें जीपीएफ नहीं होगा। घटना को अंजाम देने के बाद ट्रक लेकर दुबग्गा मंडी में मोरंग बेचने जा रहे थे कि रास्ते में ट्रक फंस जाने के कारण आगे नहीं जा पाये। ऐसे में उनके द्वारा ट्रक को छिपा दिया था ताकि उसे बाद में बेच सके।

31 दिसंबर की रात घटना को दिया था अंजाम

अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी शशांक सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अभियुक्त का नाम विकास रावत, अभिषेक यादव, अमन रावत, साहिल रावत, सौरभ रावत, गोविन्द रावत है। साथ ही एक बाल अपराचारी भी है। उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर को थाना गोसाईगंज को दिनेश पाल द्वारा सूचना दिया गया कि वह सह चालक अजीत कुमार के ट्रक में मोरंग लादकर हमीरपुर से बहजराइच जा रहे थे। रात्रि करीब एक बजे मोहनलालगंज गोसाईगंज मार्ग पर गणेश धर्मकांटा के पास अज्ञात कार द्वारा ओवरटेक करके ट्रक रूकवा लिया तथा परिचालक को जबरन कार में बैठाकर ले गये। उसकी लिखित तहरीर के आधार पर तत्काल थाना गोसाईगंज पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

तीन टीमों के अथक प्रयास से पकड़े जा सके अभियुक्त

घटना को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए घटना के सफल अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कुल तीन टीमों का गठन किया गया।इन टीमों द्वारा अथक मेहनत व प्रयासोपरान्त मैनुअल व टैक्निकल साक्ष्यो के आधार पर दो जनवरी को ट्रक को थाना दुबग्गा क्षेत्रान्तर्गत छोटी कालोनी से बरामद किया गया। तीन जनवरी को पुलिस टीमें घटना के अनावरण के लिए प्रयास कर रही थीं तभी मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि कल्ली पश्चिम रोड पर लूट करने वाली ग्रे कलर की नेक्शान कार खड़ी है। जिसके पास पुलिस टीम पहुंची तो दो व्यक्ति गाड़ी में दिखे जिनके नाम विकास व अभिषेक यादव है पकड़े गये। गाड़ी का बायां हिस्सा छतिग्रस्त थदुबग्गा मंडी में ट्रक में लदे मौरंग को जा रहे थे बेचने

पूछताछ में बताया कि स्मैक पीने की आदत के कारण रूपयों की जरूरत पड़ने पर 31 दिसंबर को हम लोगों ने एक मौरंग से लदा ट्रक का पीछा मोहनलालगंज से अपनी कार से करने लगे एवं सुनसान जगह गणेश धर्म कांटा के पास ट्रक को ओवरटेक कर रोक दिया। जिससे मेरी कार का बांया हिस्सा छतिग्रस्त हो गया। ट्रक को रोकने के बाद हम लोगों ने ड्राइवर व क्लीनर को मारापीटा व अपनी गाड़ी में बिठाकर अहिमामउ के पास ले जाकर उतार दिया एवं ट्रक को ले जाकर दुबग्गा मण्डी के पास बेचने के उद्देश्य से खड़ा कर दिया। अभियुक्तों से पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

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*डीजीपी की प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों के साथ भेंटवार्ता, बोले - साइबर काइम पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती*

लखनऊ । डीजीपी विजय कुमार से गुरुवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में 18 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गयी।उक्त 75वें आरआर बैच (वर्ष 2021-2022) के चयनित उत्तर प्रदेश कैडर के 18 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी सरदार पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद एवं डा. भीमराव अम्बेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी मुरादाबाद से आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात जनपदीय प्रशिक्षण के लिए विभिन्न जनपदों में जाने से पूर्व मुख्यालय भेंटवार्ता, भ्रमण व प्रशिक्षण के लिए आगमन किये हैं।

इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिदेशक के जीएसओ द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों का संक्षिप्त परिचय दिया गया। इस मौके पर डीजीपी ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से कहा कि महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम, महिला सम्बन्धी एवं गम्भीर अपराधों में त्वरित कार्रवाई तथा न्यायालय में प्रभावी पैरवी कर दोषियों को सजा दिलाना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कमिश्नरेट जनपदों में महिलाओं सम्बन्धी व गम्भीर अपराधों को चिन्हित कर न्यायालय में प्रभावी पैरवी कराकर दोषियों को कम से कम समय में अधिक से अधिक सजा दिलाने जाने के उद्देश्य से आॅपरेशन कनवक्शन अभियान चलाया जा रहा है।

अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगाये रखने के लिए प्रोफेशनल एवं साइंटफिक तरीके से कार्य योजना के तहत प्रभावी कार्रवई की आवश्यकता है। अभियोगों की विवेचना के दौरान घटनास्थल का निरीक्षण एवं घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्यों का संकलन, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी आदि का गुणवत्ता पूर्वक समयबद्ध निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाना चाहिये। कम्युनिटी पुलिसिंग पर बल देते हुये कहा कि पुलिस अधिकारी का विशेष गुण आम जनता से सीधा सम्पर्क एवं संवाद रखना है। वर्तमान समय में साइबर काइम पुलिस के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है।

इसकी रोकथाम के लिए पुलिस को तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम बनाने की आवश्यकता है। पुलिस की सेवा में नैतिकता, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति रखना ही सफलता का मूल मन्त्र है। पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था, पुलिस महानिदेशक रूल्स एण्ड मैनुअल, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध सहित पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*कॉरपोरेट और लखनऊ प्रशासन सीएसआर के माध्यम से शहर के उत्थान के लिए मिलकर करेंगे कम*

लखनऊ। गुरुवार को शिविर कार्यालय पर जिलाधिकारी लखनऊ सूर्य पाल गंगवार द्वारा उत्तर प्रदेश में कार्यरत कॉरपोरेट्स के साथ सीएसआर बजट के माध्यम से लखनऊ के उत्थान के लिए सामूहिक रूप से कार्य करने हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई।

बैठक में टाटा मोटर्स, एचसीएल, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, टीसीएस, लुलु समूह, वीआई, रिलायंस जियो, इनमोबी और अन्य कंपनियों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी वर्तमान सीएसआर पहलों को साझा किया। बैठक में जिलाधिकारी ने लखनऊ में कॉर्पोरेट कामकाज के सीएसआर बजट के उचित उपयोग के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और लोगों के कल्याण कार्यों के क्षेत्र में लखनऊ को विकसित करने के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया।

अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने कॉरपोरेट्स से लखनऊ जिले के लिए बजट आवंटन की योजना बनाने पर जोर दिया और कहा, जिसका उपयोग प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी स्कूलों और शहर लखनऊ के अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में किया जा सकता है। उन्होंने कहा की लखनऊ प्रशासन की छत्रछाया में प्राथमिकता आधारित पहलों के समय पर क्रियान्वयन के लिए एक सीएसआर समूह भी बनाया जाएगा।

कॉर्पोरेट मामलों पर लखनऊ प्रशासन के सलाहकार हसन याक़ूब ने बैठक का समन्वय किया और साझा किया कि लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी होने के नाते सीएसआर आधारित पहल की सामूहिक भागीदारी बड़े पैमाने पर की जानी चाहिए, जिसमें लखनऊ प्रशासन कार्यान्वयन में कॉर्पोरेट्स को सर्वोत्तम सहायता प्रदान करेगा। उनके समाज के विकास की पहल के रूप में यह लखनऊ जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर एक सामंजस्यपूर्ण योजनाबद्ध तरीके से काम करने की एक नई शुरुआत होगी।

*आज से सुबह 10 से 3 बजे तक खुलेंगे सभी माध्यमिक विद्यालय*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बढ़ती हुई शीतलहर को देखते हुए यूपी सरकार ने यूपी में माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों के समय में आज से परिवर्तन कर दिया है।

विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार यूपी में सभी माध्यमिक विद्यालय सुबह 10 से दोपहर 3 तक खुलेंगे। माध्यमिक विद्यालय विभाग की ओर सेमली जानकारी के अनुसार माध्यमिक विद्यालय

शीत लहर के चलते यूपी में सभी बोर्ड के विद्यालयों के समय में परिवर्तन परिवर्तन किया गया है यह दिशा निर्देश और नियम

यूपी के सभी शिक्षा बोर्ड पर लागू होगा। सरकार की ओर से आए आदेश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने निर्देश जारी किया है।

*अयोध्या जाने वाले मार्गो पर सभी साज-सज्जा के कार्य व व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहनी चाहिएः मंडलायुक्त*

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब की अध्यक्षता में अयोध्या जाने वाले मार्गों पर समुचित व्यवस्थाओ के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन आयुक्त सभागार कार्यालय कक्ष में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण इंद्रमणि त्रिपाठी नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अयोध्या जाने वाले मार्गो पर सभी साज-सज्जा के कार्य व व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सड़कों के पेच रिपेयर व मरम्मत के कार्य प्रथमिकता पर कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। सड़को के साइनेजेज, लैंडमार्किंग, डिवाइडर, क्रॉस बैरियर व डेंटिंग पेंटिंग आदि समस्त कार्यो का ससमय पूर्ण कराया जानना है। नगर निगम पेड़ों की कटाई छटाई भी कराते रहे।

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों की चेकिंग करालें, जो लाइटे खराब या बंद हो गई है उनको तत्काल सही कर लिया जाए। शहर की सभी स्ट्रीट लाइते जलती मिलनी चाहिए।

जिससे शहर की वास्तविक सुंदरता निखर कर सामने आए। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, लखनऊ विकास प्राधिकरण आदि सभी संस्थाये जॉइंट टीम बनाकर संबंधित स्थानो का निरीक्षण कर लिया जाये। जिससे वास्तविक स्थिति का पता चल सके और उसके अनुसार संबंधित संस्था द्वारा साज-सज्जा के कार्य कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।

इसके बाद मंडलायुक्त ने लेसा के सम्बधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चिनहट, कमता व मटियारी चैराहो आदि स्थानो पर जो डेड पोल लगे हैं उनको तत्काल हटा दिया जाए। उन्होंने संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि देश के अलग-अलग शहरों से लोग रामलला के दर्शन के लिए लखनऊ से होकर अयोध्या जाएंगे। आप द्वारा सुनिश्चित करा लिया जाए कि किसी भी ट्रांसपोर्ट सुविधा व टैक्सी वाहनों द्वारा न्यूनतम किराया व निर्धारित शुल्क ही चार्ज किया जाए।

बिजली उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए मुआवजाः अवधेश कुमार वर्मा

लखनऊ। प्रदेश की बिजली कंपनियों के हजारों विद्युत उपभोक्ताओं की बिलिंग संबंधी शिकायतें जो ऑनलाइन पावर कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर उपभोक्ताओं द्वारा दर्ज कराई कुल 65818 उसमे से आज भी 31084 बिना निस्तारण के हैं। लंबित क्या बिजली कंपनियां स्वतः लंबित मुआवजा देंगी?

जहां प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा दर्ज कराई गई ऑनलाइन हजारों शिकायतें सभी बिजली कंपनियों में है लंबित वही ऑफलाइन बिलिंग व अन्य समस्याओं से संबंधित शिकायतों का क्या हाल होगा। 

या बिजली कंपनियां खुद ही समझ सकती है जो गंभीर मामला हैं।

पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में बिलिंग संबंधी ऐसी शिकायतें हैं जो 1 साल से भी ज्यादा समय से लंबित हैं, तो क्या उन पर बिजली कंपनियां अब स्वतः देगी। मुआवजा क्योंकि कानून के तहत 7 दिन में बिलिंग संबंधी समस्याओं का निस्तारण होना चाहिए। निस्तारण नहीं तो रुपया 50 प्रतिदिन के हिसाब से मिलना चाहिए।

प्रदेश की बिजली कंपनियों में जहां बिलिंग संबंधी शिकायतें पूरे उत्तर प्रदेश में बडे पैमाने पर आती है और उसका समाधान ससमय न किए जाने से उपभोक्ता परेशान रहते हैं। वहीं आज जो खुलासा उपभोक्ता परिषद करने जा रहा है। वह बेहद चौंकाने वाला है। प्रदेश की बिजली कंपनियों में जहां ऑफलाइन बिजली दफ्तर में बिलिंग व अन्य समस्याओं से संबंधित लाखों शिकायतें उपभोक्ताओं द्वारा की जाती है। वही प्रदेश की बिजली कंपनियों ने 1 जुलाई 2022 में पावर कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर ऑनलाइन बिल संशोधन संबंधी शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था शुरू की। तब से लेकर दिसंबर 2023 तक प्रदेश में सभी बिजली कंपनियां से कुल लगभग 65818 बिलिंग संबंधी शिकायतें उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन पावर कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर दर्ज कराई गई, जिसमें से केवल 34734 यानी कि लगभग 52 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण ही किया गया और आज भी 31084 विद्युत उपभोक्ताओं की बिलिंग संबंधी शिकायत बिजली कंपनियों के दफ्तरों में विचाराधीन है, जो सिद्ध करता है कि प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतों पर बिजली कंपनियां गंभीर नहीं है, जो बहुत ही चौंकाने वाला है। 

जहां विद्युत नियामक आयोग द्वारा समय से बिलिंग संबंधी शिकायत को ना दूर करने पर रुपया 50 प्रतिदिन के हिसाब से मुआवजा भी है लेकिन बिजली कंपनियां मुआवजा क्या देंगी। वह उपभोक्ताओं की समस्याएं ही नहीं सुन रही है जिस पर पावर कार्पोरेशन प्रबंधन को गंभीरता से बिजली कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना होगा।

डिस्काम         टोटल बिलिंग शिकायत              निस्तारण             लंबित

पूर्वांचल              20652                    9365            11287

मध्यांचल             22174                    11897             10277

दक्षिणांचल            8091                       2703            5388

पक्षिमांचल           14901                     10769              4132

टोटल               65818                     34734            31084

   

के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा सबसे बडा चौंकाने वाला मामला यह है कि इन शिकायतों में लगभग 2225 शिकायतें 1 साल से ज्यादा व्यतीत हो जाने के बाद भी उनका निस्तारण नहीं किया गया और वह लंबित है जो अपने आप में गंभीर मामला है। 3800 शिकायतें ऐसी है जो 180 से 365 दिवस से लंबित है। ऐसे में बिजली कंपनियों को सोचना होगा की एक तरफ उनकी तरफ से कहा जाता है कि विद्युत उपभोक्ताओं की सभी शिकायतें समयबद्ध तरीके से निस्तारित कर दी जाती हैं इसीलिए मुआवजा नहीं उपभोक्ताओं को मिल पाता है। अब बिजली कंपनियां स्वतः देखें कि हजारों की संख्या में उपभोक्ताओं की शिकायतें लंबित है जबकि बिलिंग संबंधी शिकायतों को 7 दिन में विद्युत वितरण संहिता के तहत दूर किया जाना चाहिए और ना दूर किए जाने पर मुआवजा मिलना चाहिए तो क्या बिजली कंपनियां ऐसे सभी विद्युत उपभोक्ताओं को मुआवजा देगी और नहीं देगी तो क्यों नहीं?

*उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं बेलगाम अपराधीः रामाशीष राय*

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने योगी सरकार के कानून व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि राजधानी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में अपराधी बेलगाम होकर कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं लेकिन सूबे के मुखिया और उनका सरकारी तंत्र चुपचाप बैठकर सिर्फ तमाशा देख रहा है।

योगी सरकार उत्तर प्रदेश की जनता को राम भरोसे छोड़कर भावनात्मक भावना भड़काने में व्यस्त है।श्री राय ने कहा कि योगी सरकार की अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति सिर्फ कागजों पर ही है क्योंकि मुख्यमंत्री की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में ही तेलीबाग में दिनदहाड़े व्यापारी पर हमला कर 91 हजार लूट लिए गए, लेकिन सरकार सिर्फ अपनी वाहवाही लूट रही है।

तराई क्षेत्रों में पीलीभीत, बहराईच, श्रावस्ती, सीतापुर, लखीमपुर में बाघ और तेंदुए का आतंक देखने के मिल रहा हैं कई किसानों को उसने अपना शिकार बनाकर मौत के घाट उतार दिया और कई किसानों पर हमला करके गम्भीर रूप से घायल कर दिया लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरा उत्तर प्रदेश भीषण शीतलहर और ठंड से कराह रहा है। घने कोहरे के साथ बारिश से गलन बढ़ गयी है और तापमान में भारी गिरावट है कई जनपदों में पारा न्यूनतम हो गया, लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने ठंड से निपटने के लिए कोई उपाय नहीं किये। न तो कम्बल वितरण किया जा रहा है और न तो रैन बसेरा हैं और न ही अलाव जलाने की कोई समुचित व्यवस्था की गयी है।

रैन बसेरा न होने की वजह से गरीब व मजदूर ठंड से ठिठुर रहे हैं। खुले में लोग सोने को मजबूर हैं। गरीब बस्तियों के आस पास कोई भी अलाव नहीं है। सरकार को चाहिए कि वह ठंड से निपटने के उपाय त्वरित गति से शुरू करे।

*प्रदेश सरकार के मुख्य कर करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2023-24 के दिसम्बर माह में 16628.18 करोड़ रू0 का राजस्व मिला*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि प्रदेश सरकार के मुख्य कर करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2023-24 के दिसम्बर माह में 16628.18 करोड़ रू0 का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दिसम्बर माह में कुल 14698.19 करोड़ रू0 का राजस्व प्राप्त हुआ था।

 इसी प्रकार माह दिसम्बर, 2023 में गत वर्ष इसी माह की तुलना में 1929.99 करोड़ रू0 राजस्व अधिक प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कर राजस्व की प्रमुख मदों के तहत माह दिसम्बर, 2023 तक कुल 189984.74 करोड़ रू0 लक्ष्य के सापेक्ष 136969.72 करोड़ रू0 प्राप्त हुए, जो इस अवधि के निर्धारित लक्ष्य का 72.1 प्रतिशत है। इसी प्रकार माह दिसम्बर, 2023 तक राजस्व प्राप्ति के वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 52.2 प्रतिशत की प्राप्ति हुई है।

सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि जीएसटी के तहत माह दिसम्बर, 2023 में कुल 6239.81 करोड़ रू0 की राजस्व प्राप्ति हुई है, जो माह दिसम्बर के निर्धारित लक्ष्य का 68 प्रतिशत है। जबकि गत् वर्ष दिसम्बर, 2022 के माह में प्राप्ति रू0 5246.74 करोड़ थी। इसी प्रकार जीएसटी के तहत गत वर्ष की तुलना में 993.07 करोड़ रू0 अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। वैट के अन्तर्गत माह दिसम्बर, 2023 में 2861.37 करोड़ रू0 की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत् वर्ष माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्ति 2764.41 करोड़ रू0 थी।

 माह दिसम्बर, 2023 में वैट के अंतर्गत राजस्व प्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य का 74.5 प्रतिशत की प्राप्ति हुई है। इस प्रकार गत वर्ष इस मद के अंतर्गत राजस्व प्राप्ति की तुलना में इस वर्ष 96.96 करोड़ रू0 अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। 

वित्त मंत्री ने बताया कि आबकारी के तहत माह दिसम्बर, 2023 में कुल 3776.32 करोड़ रू0 की राजस्व प्राप्ति हुई, जबकि गत् वर्ष माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्ति 3143.60 करोड़ रू0 थी। इसी प्रकार आबकारी के अंतर्गत दिसम्बर, 2023 में गत वर्ष इसी अवधि मेें प्राप्त राजस्व की तुलना में 632.72 करोड़ रू0 अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। 

स्टाम्प तथा निबन्धन के अन्तर्गत माह दिसम्बर, 2023 की राजस्व प्राप्ति 2445.51 करोड़ रू0 है जबकि गत् वर्ष माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्ति 2487.35 करोड़ रू0 थी। परिवहन के अन्तर्गत माह दिसम्बर, 2023 की राजस्व प्राप्ति 910.05 करोड़ रू0 है जबकि गत् वर्ष माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्ति 683.89 करोड ़रू0 थी। परिवहन मद के अंतर्गत दिसम्बर, 2023 में राजस्व प्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य का 96.6 प्रतिशत राजस्व प्राप्त हुआ है। 

जो गत वर्ष इसी अवधि में राजस्व प्राप्ति की तुलना में 226.16 करोड़ रू0 अधिक की प्राप्ति हुई है। उन्होंने बताया कि करेत्तर राजस्व की प्रमुख मद भू-तत्व तथा खनिकर्म के अन्तर्गत माह दिसम्बर, 2023 में प्राप्ति रू0 395.12 करोड़ है जबकि गत् वर्ष माह दिसम्बर, 2022 में प्राप्ति रू0 372.20 करोड़ थी। 

खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में कर राजस्व की प्रमुख मदों में माह दिसम्बर, 2023 तक प्राप्त राजस्व के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जीएसटी में 54444.17 करोड़ रू0 की प्राप्ति हुई है जो वार्षिक लक्ष्य का 50.3 प्रतिशत है। वैट के अंतर्गत 21810.44 करोड़ रू0 का राजस्व प्राप्त हुआ है जो वार्षिक लक्ष्य का 52.2 प्रतिशत है। 

इसी प्रकार आबकारी मद में माह दिसम्बर, 2023 तक 31117.58 करोड़ रू0 का राजस्व प्राप्त हुआ, जो वार्षिक लक्ष्य का 53.7 प्रतिशत है। स्टाम्प तथा निबंधन के अंतर्गत 19846 करोड़ रू0 की राजस्व प्राप्ति हुई है जो वार्षिक लक्ष्य का 57.4 प्रतिशत है। परिवहन के अंतर्गत 7569.96 करोड़ रू0 का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 59.7 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कर राजस्व की प्रमुख मदों के अंतर्गत माह दिसम्बर, 2023 तक 136969.72 करोड़ रू0 की प्राप्ति हुई है। 

जो माह दिसम्बर तक राजस्व प्राप्ति के निर्धारित लक्ष्य 189984.74 करोड़ रू0 के सापेक्ष 72.1 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2023-24 माह दिसम्बर तक कर राजस्व की प्रमुख मदों में प्राप्त राजस्व वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 52.2 प्रतिशत की प्राप्ति हुई है।

*सिपाही समेत तीन ने फांसी लगाकर दी जान,दुबग्गा में युवक ने खुद को मारी गोली तो जानकीपुरम में कबाड़ी ने की खुदकुशी*

लखनऊ। राजधानी में बुधवार को सिपाही समेत तीन फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। थाना कैण्ट में महिला सिपाही, जानकीपुरम में कबाड़ी ने फांसी पर झूल गया तो थाना दुबग्गा में कारोबारी ने खुद को गोलीमारकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने तीनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

पहला मामला थाना दुबग्गा से है।

हिमांशु पुत्र सुनील कुमार निवासी-सुमितनगर, फरीदीपुर थाना ठाकुरगंज हालपता एस आम्रपाली आश्रय हीन कालोनी ने थाना दुबग्गा पर सूचना दिया कि बुधवार को समय करीब आठ बजे सुबह में उसके पिताजी सुनील कुमार पुत्र स्व. जगदम्बा प्रसाद उम्र करीब 45 वर्ष ने अपने दुबग्गा स्थित उक्त आवास पर स्वंय को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है। इस सूचना पर एसआई परमिन्दर ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक मूलरूप से पीपरगांव नवादा थाना असरौली जनपद हरदोई का रहने वाला है।

मृतक कपड़े का बिजनेस करता था। मृतक के तीन पुत्र व दो पुत्रियां हैं जो फरीदीपुर थाना ठाकुरगंज स्थित उक्त आवास पर रहते थे व मृतक दुबग्गा स्थित उक्त आवास पर जहां पर कपड़े का गोदाम बना रखा है निवास करता था। दूसरी घटना थाना कैण्ट की है। आशुतोष मिश्रा पुत्र धर्मेन्द्र मिश्रा निवासी आदर्श नगर आलमबाग ने थाना कैण्ट पर सूचना दिया कि बुधवार को समय करीब सुबह दस बजे उनकी साली आंशी तिवारी उम्र करीब 27 वर्ष पुत्री अजंनी कुमार तिवारी निवासी मोहल्ला गांधी नगर जनपद उन्नाव हालपता-किराये का मकान सुभाष मोहाल सदर थाना कैण्ट ने अपने उक्त किराये के कमरे के छत में लगे पंखे से पर्दे का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। इस सूचना पर एसआई शिशिर कुमार मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।

जिनके द्वारा बताया गया कि मृतका यूपी पुलिस में वर्ष 2019 बैच की आरक्षी थी जो वर्तमान में बहराइच पुलिस लाइन से उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ में सम्बद्ध थी। तीसरी घटना थाना जानकीपुरम से है। अमीर हुसैन पुत्र जमीर निवासी झोपड़पट्टी सैदपुर जागीर निकट शुक्ला चौराहा चर्च रोड थाना जानकीपुरम मूलनिवासी-असम राज्य ने थाना जानकीपुरम पर सूचना दिया कि छोटे भाई अली हुसैन पुत्र जमीर अली उम्र करीब 17 वर्ष ने अपनी उक्त झोपड़ी में लगी बांस की बल्ली से अपने गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। इस सूचना पर एसआई द्वारिका प्रजापति मौके पर पहुंचे। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक कबाड़ी का काम करता था। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।