*भदोही में डॉक्टर के घर पर हुई चोरी का खुलासा,48 घंटे बाद पकड़ा गया ड्राइवर निकला चोर*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही में एक चिकित्सक के घर बीते दिनों हुई चोरी की घटना के मामले में पुलिस ने 48 घंटे के अंदर घटना का अनावरण करते हुए 6 लाख रुपये की कीमत के जेवरात पुलिस ने बरामद किए हैं । जांच में पाया गया कि चिकित्सक जो ड्राइवर था उसी में चोरी की घटना को अंजाम दिया था । आरोपी ड्राइवर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।

ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले चिकित्सक डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव के घर बीते दिनों चोरी की घटना हुई थी।

बताया जाता है कि चिकित्सक वाराणसी अपने ड्राइवर के साथ गए थे वहां से ड्राइवर बहाना बनाकर भदोही आ गया जहां और उसने रात में चिकित्सक के घर में चोरी की और उसके बाद फिर वाराणसी उनके पास चला गया। पुलिस ने इस मामले में जब जांच पड़ताल की तो उनके ड्राइवर का घटना में शामिल होना प्रकाश में आया। जिसके बाद पुलिस ने चिकित्सक के ड्राइवर मनीष सोनी को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर चोरी का करीब 6 लाख रुपए की कीमत के जेवरात 3 हजार रुपये नगद और उसके पास से एक अवैध तमंचा बरामद किया है।

*आलू की फसल में बढ़ा झुलसा रोग*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कड़ाके की ठंड संग बारिश व मेघ की दस्तक से आलू फसल में झुलसा का खतरा है। आलू की फसल पीला पड़ने के साथ ही गलन लगा है। आलू खेतों में तैयार नहीं हो पाया है। ऐसे में पाला लगने का खतरा किसानों की चिंता बढ़ा दी है। दो - दिन से मौसम का रुख बदला हुआ है। घना कोहरा संग हल्की बूंदाबांदी हो रही है।

*आईजीआरएस 83.8 फीसदी शिकायतों का निस्तारण पर रैकिंग पिछड़ी भदोही*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) की ताजा जारी रैकिंग में भदोही को 51 स्थान नीचे खिसक गई है। हालांकि शिकायतों के निस्तारण जिले को 130 में 108 अंक मिले हैं और 83.8 फीसदी शिकायतों का निस्तारण भी हुआ है, लेकिन कालीन नगरी अंकों के मामले पिछड़ गई है।

दिसंबर माह की जारी रैकिंग में भदोही को 59वां रैंक मिला है। नवंबर माह की रैकिंग में भदोही टॉपटेन में शामिल थी।लोगों की समस्याओं का प्रमुखता से निस्तारण किए जाने और उन्हें त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से शासन स्तर से मुख्यमंत्री शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) पोर्टल लांच किया गया।

जिस पर कोई भी फरियादी अपनी आनलाइन शिकायत दर्ज करा सकता है। जिसकी माॅनीटरिंग शासन स्तर से की जाती है। पोर्टल पर यह भी सुविधा है कि फरियादी अगर शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट नहीं है तो दोबारा शिकायत दर्ज करा सकता है।

आईजीआरएस पर आने वाली शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण हो सके और लोगों को त्वरित न्याय मिल सके। इसको लेकर जिलाधिकारी गौरांग राठी बेहद गंभीर हैं। इसी कड़ी में उन्होंने असंतुष्ट शिकायतों के निस्तारण के लिए जनसंवाद दिवस का अभिनव प्रयोग भी किया।

जिसके तहत हर बृहस्पतिवार को सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों के असंतुष्ट शिकायतों का निस्तारण करते हैं। इन सब प्रयासों की देन है कि जिले में आईजीआरएस की स्थिति लगातार बेहतर होती रही।

नवंबर माह में जिला टॉप टेन में प्रवेश करते हुए आठवें स्थान पर रहा, लेकिन दिसंबर माह की जारी ताजा रैकिंग में भदोही को बड़ा नुकसान हुआ और जिला 59वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं बात करें मंडल स्तर की तो यहां भी भदोही की स्थिति काफी अच्छी नहीं है। मंडल में मिर्जापुर को 115 और सोनभद्र को 112 अंक प्राप्त हुआ है।

आईजीआरएस की ताजा रैकिंग के बाद जिलाधिकारी गौरांग राठी ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। इसकी समीक्षा की जाएगी और शत प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा।

आईजीआरएस की फीडबैक प्रक्रिया में संशोधन

शासन की ओर से आईजीआरएस की फीडबैक की प्रक्रिया में संशोधन कर दिया गया है। जिसमें अधीनस्थ अधिकारी की आख्या केवल एक बार वापस होगी। वहीं तीन माह के संदर्भ का श्रेणीकरण किया जाएगा। साथ ही फीडबैक प्राप्त होने पर अगर अधिकारी द्वारा दोबारा वहीं आख्या लगाई जाती है तो संबंधित अधिकारी से जवाब भी मांगा जाएगा। इससे आईजीआरएस की शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो सकेगा।

*माला विक्रेताओं की बढ़ी दिक्कत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कड़ाके की ठंड में प्रभात बेला पर माला बिक्री करने वालों को दिक्कत बढ़ गई। सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पास एक माला विक्रेता कंबल ओढ़े कंपकंपी भरता नजर आए।

हल्की बारिश के बीच सर्द हवा चला तो गलन में अचानक इजाफा हो गया। सुबह माला की बिक्री करने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

*नगरों में दुरूस्त व्यवस्था, ग्रामीण इलाकों में अलाव का इंतजार,नगरों के रैना बसेरों के पर्याप्त इंतजाम, अलाव की व्यवस्था*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।जिले में ठंड के बचाव को लेकर पुख्ता इंतजाम का दावा किया जा रहा है लेकिन ग्रामीण इलाकों में अब भी अलाव नहीं जल रहे हैं। सर्द हवाओं के बीच लोग खुद लकड़ी का इंतजाम कर अलाव जला रहे हैं।

नगरीय क्षेत्रों में प्रशासन ने रैनबसेरों का भी प्रबंध किया है और अलाव भी जल रहे हैं।नगरीय क्षेत्रों में तो व्यवस्थाएं काफी अच्छी मिली लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी अलाव के पुख्ता इंतजाम नहीं दिखने को मिले। जिला प्रशासन जिले में 179 जगहों पर अलाव जलाने की दावा कर रहा है।

आठ रैनबसेरों में 160 लोगों के रहने का इंतजाम है। पड़ताल में नगर के क्षेत्रों में प्रमुख जगहों पर अलाव जलते मिले। रैनबसेरों में भी पर्याप्त सुविधाएं देखने को मिलीं। रैनबसेरों में रुकने के पर्याप्त इंतजाम थे लेकिन वहां शरण लेने वाली संख्या कम थी। भदोही, ज्ञानपुर, सुरियावां, नई बाजार, घोसिया, गोपीगंज में रैन बसेराें में बिस्तर, कंबल के अलावा पानी इत्यादि की व्यवस्थाएं दुरुस्त मिली।गोपीगंज नगर में कुछ जगहों पर अलाव जलता मिला लेकिन कई ऐसी भीड़भाड़ वाले इलाकों में अलाव नहीं दिखे।

रेलवे स्टेशन मिर्जापुर रोड, तिलेश्वरनाथ धाम में अलाव नहीं जल रहे थे। शेल्टर होम ज्ञानपुर में 40 बेड है। वहां व्यवस्थाएं दुरूस्त है। ईओ राजेंद्र दूबे ने बताया कि महिला पुरुष के लिए अलग-अलग कमरे में बिस्तर लगाए गए हैं। इसकी निगरानी की जाती है।

भदोही में नगर पालिका ने रेलवे स्टेशन पर रैनबसेरा बनाया है, जो महिला-पुरुषों के लिए पांच-पांच लोगों की क्षमता है। ईओ रविशंकर शुक्ला ने बताया कि इसके अलावा रैन बसेरा के बाहर प्रतिदिन शाम को अलावा जलाया जाता है। जिसका रेलयात्री भी लाभ उठा रहे हैं।

*ठंड में मरीज के साथ रुकने वाले लोगों के लिए की गई व्यवस्था*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में उपचार कराने आने वाले मरीजों के तीमरदारों का अब दिक्कतों का सामाना नहीं करना पड़ेगा। बढ़ते ठंड को देखते हुए चिकित्सालय के मुख्य गेट के बगल में रैन बेसरा बनाया गया है।

जहां पर 20 तीमरदार एक साथ रात गुजार सकते हैं। जिला चिकित्सालय में रोजाना औसतन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। इसके अलावा इमरजेंसी में 40 से 45 मरीज देखे जाते हैं। जरुरत पड़ने पर मरीजों को रोका भी जाता है। ऐसे में उनके साथ जो तीमारदार रूकते हैं। उनकी परेशानी बढ़ जाती है। मरीज के साथ अस्पताल में रात गुजारने वाले लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखकर यहां 20 बेड का रैन बसेरा बनाया गया है।

सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि मुख्य गेट के बलग में 20 तीमरदारों को रात गुजारने के लिए रैन बसेरा बनाया गया है। यह रैन बसेरा ऊपर से छाजनदार है, तीन साइड से घिरा है। सामने की ओर खुला है, जो टाइल्सयुक्त है। रैन बसेरा के बगल में प्यास बुझाने के लिए नल की व्यवस्था है।

*सेहत के लिए सजग रहना जरूरी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ. प्रदीप यादव ने बताया कि ऐसे मौसम में सेहत को लेकर सतर्कता बेहद जरुरी है। खास कर बच्चों और बुजुर्ग के प्रति होना चाहिए। जब ठंड के दिनों में अचानक से बारिश हो जाए, स्थ्वास्थ्य को लेकर सजग होना चाहिए।

इस मौसम में सर्दी जुकाम, वायरल बुखार आदि की समस्या होती है। हर व्यक्ति सुबह शाम गुनगुना पानी पिये और बच्चों को गुनगुना धूल पिलाए। रात के वक्त बच्चे बेड़ पर पेशाब कर दे तो त्काल कपड़ा बदले। इसे बच्चे में सर्दी जुकाम होने का डर बना रहता है।

*दस हजार 374 शौचालय के लिए पहली किस्त आई,इस वित्तीय वर्ष में सवा 10 हजार का लक्ष्य*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में वित्तीय वर्ष 2023 में कुल 3700 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ। जबकि 6750 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण होना शेष है। शासन स्तर से 10374 शौचालय का पहली किस्त सरकार की ओर आ गई है। डीपीआरओ राकेश कुमार की मानें तो वित्तीय वर्ष 2023 में कुल दस हजार 450 शौचालय निर्माण का लक्ष्य स्वच्छ भारत मिशन के तहत आया था।

12 हजार के हिसाब से 10374 आवास का पहला किस्त आ गया है। इसमें 3700 शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। शेष शौचालय भी निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण हो जाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी। योजना के बारे में उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक लाभार्थि के खाते 12 हजार रुपया शासन स्तर से भेजा जाता है। शौचालय निर्माण में शेष खर्च लाभार्थी को स्वयं खर्च करना पड़ता है।

*शीतलहर संग खिचड़ी की तैयारी तेज,गन्ना पेराई, चूड़ा कुटाई में युद्ध स्तर पर जुटे ग्रामीण,बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की है परम्परा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मकर संक्रांति पर्व की तैयारियां तेज हो गई है। परम्पराओं का निर्वहन करते हुए बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने के लिए गन्ने की पेराई से गुड़, चूड़ा आदि को तैयार करने में ग्रामीण जुट गए हैं। हालांकि इस दौरान मौसम का साथ न मिलने के कारण लोगों की दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद इसके पर्व की तैयारियां चरम पर है।

मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। समय काफी कम होने के कारण ग्रामीण अंचलों में अन्नदाताओं गन्ने की पेराई कर गुड़,तिल ,तिलवा, पट्टी, ढूंढा बनाने की प्रक्रिया में युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। ग्रामीण ने बताया कि धूप का साथ न मिलने के कारण ईंधन नहीं मिल पा रहा है। जिससे तैयारियों में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसी तरह चूड़ा तरह बनाने वाली मशीन पर सुबह-शाम भीड़ उमड़ रही है।

धान को कूटका कर चूड़ा बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मशीन संचालकों ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कम ही लोग आ रहे हैं। कारण डेंगू बीमारी के बाद बंदी उत्पन्न हुए आर्थिक हालत। पैसों का अभाव बताकर लोग उदारी ही चूड़ा कूटवा रहे हैं। ग्रामीण शिवराम यादव, मुन्ना यादव, ने बताया कि इस वर्ष डेंगू व वायरस फीवर बीमारी के कारण पैसों का घोर अभाव है। बावजूद इसके बहन , बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की परम्परा है।

*सामूहिक विवाह को 96 आवेदन,बीस जनवरी के ब्लाक स्तर पर होगा विवाह*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में सीएम सामूहिक विवाह को अब तक 96 लोगों का आनलाइन आवेदन हो चुका है। बीस जनवरी के बाद ब्लाक स्तर पर सीएम सामूहिक शादी की तिथि निर्धारित की जाएगी। वित्तीय वर्ष 15 दिसंबर को कुल 170 सीएम सामूहिक शादी हो चुकी हो चुकी है। अब विभागीय स्तर से न‌ए वर्ष में शादी की तैयारी चल रही है। जिला समाज कल्याण विभाग की मानें तो विभागीय पोर्टल पर सीएम सामूहिक विवाह को अब तक कुल 96 लोगों का आवेदन हो चुका है। पूर्व 15 दिसंबर को कुल 170 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे थे।

विकास खंड भदोही में अन्य पिछड़ा वर्ग के तीन व 16 अनूसूचित समेत कुल 19 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ था। सुरियावां ब्लाक में अल्पसंख्यक एक एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के दो व 13 अनुसूचित समेत कुल 16 अभोली ब्लाक में पिछड़ा वर्ग आठ व नौ अनुसूचित सहित 17 ज्ञानपुर ब्लाक परिसर में अन्य पिछड़ा पांच व अनुसूचित जाति के 26 व एक अल्पसंख्यक समेत कुल 32 जोड़े एक - दूजे के हुए थे। औराई ब्लाक में अनुसूचित 28 अन्य पिछड़ा वर्ग एक समेत कुल 29 वर - वधु परिणय सूत्र में बंधे थे। वहीं नगर पालिका में दस नगर पंचायत सुरियावा में तीन, नगर पंचायत घोसिया में दो जोड़ों की शादी हुई थी। सीएम सामूहिक विवाह के पूर्व आवेदनों का गहनता से सत्यापन होगा।