केजरीवाल सरकार की बढ़ीं मुश्किलें, मोहल्ला क्लीनिक फर्जी टेस्ट मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश
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दिल्ली शराब नीति मामले में पहले से संकट में घिरी केजरीवाल सरकार पर एक और आफत आने वाली है। जानकारी के अनुसार दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में पैथोलाॅजी और रेडियोलाॅजी टेस्ट में घोटाले का आरोप लगा है। आरोप है कि दिल्ली के इन मोहल्ला क्नीनिकों में फर्जी रेडियोलाॅजी और पैथोलाॅजी टेस्ट कराकर प्राइवेट लैब को फायदा पहुंचाया गया। ऐसे में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एलजी विनय सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक और लैब्स में घोटाले के आरोपों में सीबीआई जांच की सिफारिश करने पर बीजेपी नेता हरीश खुराना ने स्वास्थ्य मंत्री को हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पहले दवाई घोटाला और अब टेस्ट घोटाला किया जा रहा है। अरविंद केजरीवाल सरकार जिस चीज पर हाथ रखें उसमें घोटाले ही घोटाले हैं। अभी फर्जी दवाईयों की जांच चल ही रही है और पता चला है कि घोस्ट मरीज बनकार उनका टेस्ट और इलाज दिखा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि लोगों के इलाज और जान के नाम पर भ्रष्टाचार निंदनीय है। मैं अरविंद केजरीवाल से मांग करता हूं कि अपनी चुप्पी तोड़िए और सौरभ भारद्वाज को तुरंत बर्खास्त कीजिए। लोगों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दरअसल, अगस्त 2023 के महीने में कुल 7 मोहल्ला क्लिनिक में कुछ अनियमितताएं पाई गई थीं। जहां पर स्टाफ पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो के आधार पर गलत तरीके से अपनी अटेंडेंस लगा रहा था। सितंबर 2023 में इनके खिलाफ एक्शन लिया गया और एफआईआर दर्ज की गई। मोहल्ला क्लिनिक में आने वाले मरीजों की जांच कराने का ठेका दिल्ली सरकार ने दो प्राइवेट लैब को दिया हुआ है।जुलाई से सितंबर 2023 के लैब रिकॉर्ड जुटाए गए थे। जांच में पाया गया कि इन 7 मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी और गलत मोबाइल नंबर दर्ज कर मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया और उनकी लैब जांच कराने के लिए कहा गया। कई मोबाइल नंबर को एक से ज्यादा मरीजों के लिए इस्तेमाल किया गया। 7 मोहल्ला क्लिनिक में जुलाई से लेकर सितंबर 2023 के बीच 5,21,221 लैब टेस्ट कराए गए। कुल 11,657 बार मरीज का मोबाइल नंबर सिर्फ़ ‘0’ लिखा गया, जबकि 8251 मामलों में मरीजों का नंबर ही नहीं लिखा गया।
इससे पहले एलजी ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में कुछ जीवन रक्षक दवाओं सहित गैर-मानक दवाओं की खरीद और आपूर्ति की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। दिल्ली विभाग के स्वास्थ्य विभाग के तहत केंद्रीय खरीद एजेंसी से सरकारी अस्पतालों में इस तरह की नकली दवाईओं की आपूर्ति की गई थी।स राजनिवास के अनुसार कई रोगियों और बड़े पैमाने पर लोगों की शिकायतों के बाद इहबास, लोक नायक और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से नमूने एकत्र किए गए। ये तीनों अस्पतालों में लाखों रोगियों का उपचार चलता है।
Jan 04 2024, 12:34