*शीतलहर संग खिचड़ी की तैयारी तेज,गन्ना पेराई, चूड़ा कुटाई में युद्ध स्तर पर जुटे ग्रामीण,बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की है परम्परा*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मकर संक्रांति पर्व की तैयारियां तेज हो गई है। परम्पराओं का निर्वहन करते हुए बहन, बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने के लिए गन्ने की पेराई से गुड़, चूड़ा आदि को तैयार करने में ग्रामीण जुट गए हैं। हालांकि इस दौरान मौसम का साथ न मिलने के कारण लोगों की दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद इसके पर्व की तैयारियां चरम पर है।
मकर संक्रांति पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। समय काफी कम होने के कारण ग्रामीण अंचलों में अन्नदाताओं गन्ने की पेराई कर गुड़,तिल ,तिलवा, पट्टी, ढूंढा बनाने की प्रक्रिया में युद्ध स्तर पर जुट गए हैं। ग्रामीण ने बताया कि धूप का साथ न मिलने के कारण ईंधन नहीं मिल पा रहा है। जिससे तैयारियों में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसी तरह चूड़ा तरह बनाने वाली मशीन पर सुबह-शाम भीड़ उमड़ रही है।
धान को कूटका कर चूड़ा बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मशीन संचालकों ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कम ही लोग आ रहे हैं। कारण डेंगू बीमारी के बाद बंदी उत्पन्न हुए आर्थिक हालत। पैसों का अभाव बताकर लोग उदारी ही चूड़ा कूटवा रहे हैं। ग्रामीण शिवराम यादव, मुन्ना यादव, ने बताया कि इस वर्ष डेंगू व वायरस फीवर बीमारी के कारण पैसों का घोर अभाव है। बावजूद इसके बहन , बेटियों के यहां खिचड़ी पहुंचाने की परम्परा है।
Jan 03 2024, 14:51