जापान में 7.4 तीव्रता का भूकंप, सुनामी का अलर्ट जारी, लोगों से तटीय इलाकों को खाली करने की अपील
#7point4earthquakestrikesinjapan
जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.4 मापी गई है।भूकंप 16:10 (जेएसटी) पर नोटो, इशिकावा प्रात में आया। द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके राजधानी टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए। जिसके बाद जापान मौसम विभाग ने इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रान्त के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को खाली करने का निर्देश दिया गया है।
एनएचके की रिपोर्ट के मुताबिक निगाता प्रांत का काशीवाकी शहर से 40 सेंटीमीटर दूर था भूकंप का केंद्र, रिपोर्ट के अनुसार, होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी भी अनियमितता की जांच कर रहा है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने इशिकावा और आसपास के प्रान्तों में भूकंप आने की सूचना दी, जिनमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.4 मापी गई है। जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि सुनानी आने के बाद समुद्र में पानी की धार 5 मीटर (16.5 फीट) तक पहुंच सकती है और लोगों से जितनी जल्दी हो सके ऊंची भूमि या पास की इमारत की चोटी पर भागने का आग्रह किया गया है।
बड़ी सुनामी की चेतावनी जारी
भूकंप के बाद इशिकावा के नोटो प्रायद्वीप में 1.2 मीटर तक ऊंची लहरें उठीं, जिससे एक दुर्लभ बड़ी सुनामी की चेतावनी जारी की गई। शुरुआती भूकंप के बाद, कई झटके आए और नोटो प्रायद्वीप क्षेत्र में सुनामी के 5 मीटर तक की ऊंचाई तक पहुंचने की आशंका जताई गई।इनके अलावा, 80 सेंटीमीटर की लहरें टोयामा प्रीफेक्चर तक पहुंच गईं, जबकि 40 मीटर की लहरें काशीवाजाकी, निगाटा प्रीफेक्चर में भी देखी गईं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 40 सेंटीमीटर की लहरें निगाटा के साडो द्वीप तक पहुंच गईं।
गुरुवार को भी जापान में आया था भूकंप
जापान में बीते गुरुवार (28 दिसंबर) को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। कुरिल द्वीप में उस दिन आए भूकंप की तीव्रता 6.3 तीव्रता मापी गई थी। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई थी। भूकंप के कारण भगदड़ मच गई थी और लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर बाहर भाग निकल गए थे। लोग दहशत में आ गए थे। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, आधे घंटे के भीतर जापान के इस इलाके में एक दिन में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का पहला झटका गुरुवार की दोपहर 2.45 मिनट पर आया था और फिर इसके बाद 3:07 बजे 5.0 की तीव्रता का दूसरा झटका आया था।
2011 में भूकंप के बाद सुनामी से हुई थीं 16 हजार मौतें
जापान में मार्च 2011 में नौ तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप के कारण जबर्दस्त सुनामी आई थी। तब उठी सुनामी की लहरों ने फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को तबाह कर दिया था। इसे पर्यावरण को नुकसान के लिहाज से बड़ी घटना माना गया था। तब समुद्र में उठी 10 मीटर ऊंची लहरों ने कई शहरों में तबाही मचाई थी। इसमें करीब 16 हजार लोगों की मौत हुई थी।
Jan 01 2024, 15:20