मीरजापुर मंडलीय अस्पताल में ऑर्थो की अबतक की सबसे बड़ी सर्जरी
मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) के विभागध्यक्ष (आर्थो) डॉ राजकुमार भारती के सफल निर्देशन में मंडलीय जिला अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर में ऑर्थो की अबतक की सबसे बड़ी सर्जरी की गई है।
इसी के साथ ही ऑर्थोस्कोपी में एसीएल, पीसीएल, एमसीएल जैसी बड़ी सर्जरी मण्डलीय चिकित्सालय में संभव हुई है। बताते चलें कि जिले के पचोखर गांव निवासी मरीज जयप्रकाश को पिछले दिनों परेशानी होने पर ट्रामा सेंटर में दाखिल कराया गया था जहां जांचोपरांत शनिवार को उनका आर्थोस्कोपी द्वारा एसीएल, पीसीएल, एमसीएल की रिकन्सट्रक्टीव सर्जरी चिकित्सकों की टीम द्वारा किया गया है।
मीरजापुर मंडलीय अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ तरुण सिंह की माने तो फ़ेज़ 1, 2, 3 के चिकित्सा महाविद्यालयों में सबसे पहले मीरजापुर में यह सर्जरी संभव हुई है। पूर्वांचल में बीएचयू वाराणसी के बाद केवल मीरजापुर में यह सर्जरी की जा रही है। उत्तर प्रदेश में इंस्टिट्यूट (केजीएमसी, आरएमएल, जीएसबीएम) में ही यह सर्जरी की जा रही थी, अब यह सर्जरी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं प्रमुख अधीक्षक तरूण सिंह के कुशल निर्देशन में मीरजापुर में संभव हुआ है।
यह मीरजापुर के लिए बहुत बड़ी उपलब्धी बताई जा रही है साथ ही आगे भी बेहतर सुविधाओं के साथ गंभीर व जटिल कहें जाने वाले मरीजों का भी उपचार संभव होने के आसार बढ़े हैं। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ तरुण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्राइवेट अस्पतालों में इस सर्जरी में लगभग १.५-२.५ लाख तक के खर्च आते है। जो आमतौर पर हर किसी के लिए संभव नहीं होता है। उन्होंने बताया कि पूर्व में इस प्रकार की सर्जरी के लिए लोगों को लखनऊ, कानपुर वाराणसी जैसे बड़े चिकित्सा संस्थानों में जाना पड़ता था।
आर्थोस्कोपी से एसीएल, पीसीएल, एमसीएल एवं स्पोर्ट इंजरी कि रिकन्सट्रक्टीव सर्जरी का मंडलीय जिला अस्पताल मीरजापुर में होना जनपद के लिए न केवल सुखद है बल्कि एक बड़ी उपलब्धी ही कहा जाएगा।
Dec 31 2023, 16:18