*नए वर्ष के स्वागत की तैयारी में जुटे लोग, कार्डों की बिक्री में आईं कमी*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कैलेंडर के नववर्ष का आगाज होने में महज कुछ ही दिन शेष बचे हैं। पुरानों वर्षों की यादें, नूतन वर्ष के स्वागत की तैयारियों में कालीन नगरी के लोग जुट गए हैं। हालांकि बधाई संदेशों को देने का तरीका तथा जश्न मनाने के फार्मूले अब पहले जैसे नहीं नहीं रहें।
ग्रिटिंग कार्ड की दुकानों पर सियापा छाया हुआ है, जबकि सोशल मीडिया संदेशों से पटना शुरू हो गया है। तकनीकी का साथ मिलने के बाद लोगों का पर्वों को मनाने का तरीका भी हाईटेक होता जा रहा है। एक से डेढ़ दशक पहले नववर्ष की बधाईयां देने के लोग ग्रिटिंग कार्ड, सुंदर खतों तथा एसएमएस का प्रयोग करते थे।
उस जमाने में साल समाप्त होने के एक पखवाड़े पूर्व से ही दुकानों व डाकघरों में भारी भीड़ लगने लगती थी। नए साल के बहाने डाक विभाग भी अच्छी खासी आमदनी कर लेता था। जबकि दर्जनों की तादाद में लोग ग्रिटिंग कार्ड की दुकानें सजा कर कुछ ही दिनों में मालामाल हो जाते थे। समय बदला,सोच बदली तथा तकनीकी का साथ मिला, फिर क्या पर्वों व नए वर्ष को मनाने का सलीका आधुनिक हो गया।
चिट्टी, संदेश को त्याग लोग सीधे आनलाइन सात समंदर पार बैठे शुभ चिंतकों व मित्रों को बधाईयां दे रहे हैं। नए साल के पहले दिन की प्रथम किरण को आने में अब कुछ ही शेष बचे हैं। इस बीच सोशल साइट फेसबुक,वाट्सअप , इंस्टाग्राम समेत अन्य साइटों पर संदेश देने का सिलसिला शुरू हो गया। लोग एक दूसरे के अच्छे भविष्य सुखद जीवन तथा रमणियता के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। नए साल पर शुभचिंतकों का मित्रों को बधाईयां देने के लिए युवाओं में अब ग्रिटिंग कार्ड को लेकर तनिक भी रुचि नहीं है। नए आधुनिक एंड्रॉयड स्मार्टफोन की डिमांड बाजार में बढ़ गई है।
Dec 27 2023, 14:21