ड्रोन के माध्यम से कृषि क्षेत्र में लाई जा सकती है क्रांति: केन्द्रीय राज्यमंत्री
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संतोष देव गिरि
मीरजापुर। देश में विकसित भारत संकल्प यात्रा के साथ-साथ विकास के नित्य नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। साथ ही तकनीकी माध्यमों पर भी जोर दिया जा रहा है। यह बातें केन्द्रीय राज्यमंत्री उद्योग वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार अनुप्रिया पटेल ने जिले के मड़िहान विधानसभा क्षेत्र के परसिया गांव में श्री बालाजी समूह की संयुक्त उद्यम इकाई द्वारा आयोजित ड्रोन रिमोट पायलेट ट्रेनिंग आर्गनाइजेशन (पूर्वांचल के पहले ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर) का फीता काट कर शुभारंभ करते हुए कहा है।
इस मौके पर उन्होंने ड्रोन उड़ाकर उपस्थित ग्रामीणों को इसकी उपयोगिता बताते हुए कहा कि ड्रोन के माध्यम से कृषि क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। ड्रोन हर क्षेत्र में उपयोगी साबित हो रहा है। सैन्य अभ्यास में ड्रोन का उपयोग होता आया है। इससे सुरक्षा के साथ इसका माध्यमों में उपयोग होता आया है।
कहा यह एक ऐसा टूल्स है जो उपयोगी है। कृषि क्षेत्र में ड्रोन को कई मायने में उपयोगी बताते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा यह किसानों के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है, मसलन किटनाशक दवाओं का खेतों में छिड़काव हो, लिक्विड, नैनो यूरिया इत्यादि के छिड़काव ड्रोन के जरिए कर समय, सुरक्षा के साथ ही साथ की कई प्रकार की सहुलियत किसान पा सकते हैं।
इससे समय धन दोनों का सदुपयोग संभव है। उन्होंने बताया कि ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण देने के साथ ही इसे खरीदने में भी हम सहयोग प्रदान करेंगे। कहा देश में दस करोड़ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं में से दो करोड़ समूह की महिलाओं को ड्रोन उड़ानें का प्रशिक्षण देना है। ड्रोन का प्रशिक्षण देकर इन्हें लखपति दीदी बनाना है जिन्हें नमों ड्रोन दीदी नाम से जाना जायेगा।
एक साल में एक लाख की आमदनी कर यही महिलाएं लखपति दीदी के रूप में अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करेंगी। कहा ड्रोन के जरिए कोविड काल में दवाएं भिजवाने का काम किया जा चुका है। यह एक स्मार्ट टूल्स है इस पर भारत सरकार का नागरिक उड्डयन मंत्रालय तेजी से काम कर रहा है। कहा ड्रोन प्रशिक्षण केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह स्वर्णिम काल कहा जाएगा। जो नित्य नए तकनीकी माध्यम से देश को हर क्षेत्र में आगे ले जा रहें हैं। गुड गवर्नेंस की चर्चा करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि जीवन जीने की सरलता व जीवन में तकनीकी का उपयोग करें तो सरलता बढ़ती है।
पूर्वांचल के पहले ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर का शुभारंभ करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन का बड़े पैमाने पर विविध क्षेत्रों में उपयोग किया जा रहा है इनमें सुरक्षा के साथ ही साथ स्वास्थ्य, कृषि क्षेत्र में ड्रोन की उपयोगिता बढ़ रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बाढ़ वाले क्षेत्रो में बाढ़ आने से व किसी अन्य कारणो से जहां आने जाने का रास्ता बाधित होगा वहां भी ड्रोन के माध्यम से मद्द लिया जा सकता हैं। ड्रोन पायलेट ट्रेनिंग में शामिल होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये महिलाओं को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील भी की गयी।
कहा कि ड्रोन प्रशिक्षण केन्द्र परसिया में खोलने के लिये सरकार द्वारा लाइसेंस जारी किया गया है मात्र 5 दिनों में ड्रोन की सफलतम ट्रेनिंग करके लोग रोजगार अपना सकते हैं। ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण लेने के बाद वे कही भी अपने ड्रोन के माध्यम से रोजगार कर सकते हैं क्योकि बिना प्रशिक्षण और लाइसेंस के ड्रोन चलाना गैर कानूनी भी होगा।
श्री बालाजी ग्रुप के योगेश ने बताया कि पूर्वांचल क्षेत्र में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के दक्षिणी परिसर, फारस, मडिहान, मिर्जापुर, यूपी के पास संस्थान न केवल छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अधिकृत है, बल्कि पाठ्यक्रम के सफल समापन पर छात्रों को आरपीसी (रिमोट पायलट सर्टिफिकेट) भी जारी करने में सक्षम होगा।
मुख्यालय कोलकाता में है, जिसके पास कई व्यवसाय हैं, उदाहरण के लिए एयर होस्टेस प्रशिक्षण, टैली प्रशिक्षण, तकनीकी संस्थानों के लिए प्रयोगशाला समाधान, रियल एस्टेट आदि। इसके पदचिह्न पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में हैं जो अखिल भारतीय आधार पर ग्राहकों को सेवा प्रदान करते हैं।
इसमें प्रत्येक व्यावसायिक क्षेत्र के लिए पेशेवरों की टीम है। इस मौके पर तीन लोगों को ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात उन्हें ड्रोन पायलट का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
इस अवसर पर अद जिलाध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिंद, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री श्रीमती रेखा वर्मा, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राम लखन पटेल, प्रदेश सुनील सिंह पटेल, सुनील सिंह, दीनानाथ सिंह, एडवोकेट संतोष विश्वकर्मा, बालाजी ग्रुप से डायरेक्ट योगेश दुबे, ग्रुप अध्यक्ष रामदेव दुबे, पूर्व एडीजे निसेश वाजपाई संतोष दुबे, योगेन्द्र दुबे, रामदेव दुबे, बीएचयू के दक्षिण परिसर बरकक्षा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ एस एन सिंह, डॉ एस के गोयल, शंकर बिंद, डीके प्रसाद, ड्रोन ट्रेनर शिव प्रसाद यादव आदि मौजूद रहे।
मीरजापुर। ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर में पांच दिन की ट्रेनिंग देकर ड्रोन संचालन की बारिकियों और उसके कुशल संचालन के बारे में पूरी तरह से दुरुस्त किया जायेगा, ताकि वह इसका कुशलतापूर्वक संचालन कर सकें।
-बीएचयू के कृषि वैज्ञानिक करेंगे जागरूक----
मीरजापुर। ड्रोन के बारे में किसानों को जागरूक करने से लेकर कृषि क्षेत्र में इसकी उपयोगिता के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की तरह से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मिर्ज़ापुर जिले के बरकक्षा स्थिति दक्षिणी परिसर के कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ एस एन सिंह व डॉ एसके गोयल को पहले ही प्रशिक्षित कर उन्हें पूर्वांचल के किसानों को जागरूक करने के लिए दायित्व दिया गया है।
Dec 26 2023, 19:22