*10 हजार निरक्षर बनेंगे साक्षर, तैयारी शुरू*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नव साक्षर भारत मिशन से प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाया जाएगा। 14 हजार निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य शासन से तय है। इसमें चार हजार को साल 2023 में साक्षर बनाया गया, जबकि 2024 में 10 हजार को बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए अब गांव-गांव वालेंटियर रखे जाएंगे। डायट प्रशिक्षु, सेवानिवृत्त शिक्षक संग इच्छुक स्वयंसेवी संस्थाओं को शामिल किया जाएगा।
स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और सड़क के विकास को लेकर हर साल सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है। किन्हीं कारणों से दो से तीन दशक पूर्व पढ़ाई न करने वालों को साक्षर बनाया जा रहा है। पूर्व में संचालित राष्ट्रीय साक्षरता मिशन योजना साल 2019 में ही बंद हो गई। कोरोना महामारी के बाद साल 2022 में नव साक्षर भारत मिशन से प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाने की मुहिम शुरू की गई। इसके लिए वालंटियर आदि रखे गए। साल 2022 में 14 हजार निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य शासन से निर्धारित किया गया। बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कर 10 हजार 678 निरक्षर का पंजीकरण उल्लास एप पर किया।
मार्च 2023 में 1069 और सितंबर में 2755 समेत कुल चार हजार निरक्षर परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। इनको एनआईओएस नोएडा की तरफ से प्रमाणपत्र दिया गया। अब 2024 में करीब 10 हजार प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा मोहित मौर्य ने बताया कि नव साक्षर भारत मिशन में प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाया जाएगा। कापी-किताब सहित अन्य जरूरी स्टेशनरी की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि प्रौढ़ निरक्षर को चिन्हित किया जा रहा है। वालेंटियर के चयन के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
Dec 26 2023, 17:22