कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर आज से दिल्ली से लेकर पटना तक 39.50 रुपये सस्ता, घरेलू सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं

एलपीजी सिलेंडर के दाम में एक जनवरी से पहले कटौती हो गई है। आज यानी 22 दिसंबर से ही दिल्ली से लेकर पटना तक एलपीजी सिलेंडर 39.50 रुपये सस्ता हो गया है। यह कटौती केवल 19 किलो वाले कॉमर्शियल सिलेंडर में की गई है, जबकि घरेलू सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

आज से दिल्ली में इंडेन कॉमर्शियल सिलेंडर 1757 रुपये में मिलेगा। इससे पहले 1796.50 रुपये में मिल रहा था। कोलकाता में यही 19 किलो वाला सिलेंडर अब 1868.50 रुपये का हो गया है। एक दिसबंर से कल तक यह 1908 रुपये में बिक हा था। मुंबई में अब यही सिलेंडर 1749 रुपये के बजाय 1710 रुपये में मिलेंगे। चेन्न्ई में आज से एलपीजी सिलेंडर 39.50 रुपये सस्ता होकर 1929 रुपये में बिकेंगे।

बता दें एक दिसंबर को कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के रेट बढ़े थे। इससे पहले 16 नवंबर करवाचौथ के दिन ही 19 किलो वाला एलपीजी सिलेंडर 100 रुपये से अधिक महंगा हो गया था। 

शहर  आज का रेट  पूर्व रेट

दिल्ली  1757.00  1796.50

कोलकाता  1868.50  1908.00

मुंबई  1710.00  1749.00

चेन्नई  1929.00  1968.50

स्रोत: IOC

घरेलू एलपीजी सिलेंडर में कोई बदलाव नहीं

14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर के रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 30 अगस्त 2023 को घरेलू एपलीजी सिलेंडर के दाम 200 रुपये कम किए गए थे। इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर दिए गए अपडेट के मुताबिक आज भी 14.2 किलो वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर 30 अगस्त वाले रेट पर ही मिल रहे हैं।

दिल्ली में यह 903 रुपये प्रति सिलेंडर है, जबकि कोलकाता में 929 रुपये और मुंबई में 902.50 रुपये है। चेन्नई में आज यानी 1 नवंबर 2023 को 918.50 रुपये प्रति सिलेंडर की दर से मिल रहा है।

आपने राम पर भी सवाल उठाए, हमारे लिए हमारा घोषणापत्र रामायण-गीता जैसा..', एमपी विधानसभा में बोले CM यादव- सभी योजनाएं जारी रहेंगी

मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के चार दिवसीय पहले सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र रामायण और गीता जैसा है और आश्वासन दिया कि पिछली सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी। वह लाडली बहना योजना पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के सवाल का जवाब दे रहे थे।

यादव का यह बयान नवगठित विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण में महिला केंद्रित 'लाडली बहना' कार्यक्रम का जिक्र नहीं होने के एक दिन बाद आया है। राज्यपाल मंगूभाई पटेल का बुधवार को सदन को संबोधन के बाद वरिष्ठ भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय द्वारा लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में यादव ने कहा कि, "पिछली सरकार द्वारा चलाई जा रही 'लाडली लक्ष्मी' से लेकर अन्य सभी योजनाएं जारी रहेंगी और लाभार्थियों के खातों में तय तारीख पर धनराशि हस्तांतरित की जाएगी।" 

मोहन यादव ने आगे कहा कि, 'संकल्प पत्र (घोषणापत्र) हमारे लिए गीता और रामायण की तरह है और इसे पूरा किया जाएगा। कोई भी सरकारी योजना बंद नहीं की जायेगी। हमने उनके लिए धनराशि निर्धारित की है।' उन्होंने कहा कि 2000 साल पहले उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने अयोध्या जाकर राम मंदिर बनवाया था। उन्होंने कहा कि इसका जिक्र हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन के लिए अयोध्या दौरे की सुविधा प्रदान करेगी।

यादव ने विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर के निर्माण में बाधाएं डालीं और भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया। यादव ने कहा कि राज्य में भगवान कृष्ण से जुड़े स्थानों को तीर्थस्थल बनाया जाएगा। जब यादव भगवान राम और भगवान कृष्ण के बारे में बोल रहे थे, तो विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि उन्हें मंदिर में उपदेश देना चाहिए और सीएम से मुद्दे पर आने और विपक्ष की चिंताओं पर बोलने को कहा। इस पर यादव ने कहा कि वह विपक्ष को जवाब देंगे।

यादव ने यह भी कहा कि दुनिया का मानक समय लगभग 300 साल पहले भारत द्वारा निर्धारित किया गया था, और इसके लिए एक उपकरण अभी भी उज्जैन में उपलब्ध था। उन्होंने कहा कि ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) के अनुसार समय निर्धारित करने की प्रथा 50 वर्षों तक फ्रांसीसियों द्वारा और अब पिछले 250 वर्षों से ब्रिटिशों द्वारा चलायी जा रही है। कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह द्वारा मप्र के मुख्यमंत्री को राज्य में "भारतीय मानक" के अनुसार समय निर्धारित करने के सुझाव पर विपक्ष ने तुरंत हंसी उड़ाई। यादव ने कहा, ''यही मानसिकता है जिसने हमें पीछे रखा।''

यादव ने कहा कि उनकी सरकार भारत को उसका खोया हुआ गौरव वापस दिलाने में मदद करने के लिए काम करेगी। दिन का सूचीबद्ध कामकाज पूरा करने के बाद, अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।

अपने सांसद का बचाव, राहुल गांधी पर मढ़ा दोष ! जानिए उपराष्ट्रपति धनखड़ के अपमान मामले पर क्या बोलीं ममता बनर्जी

 तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नक़ल उतार कर मजाक उड़ाने के मामले में TMC सुप्रीमो और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इस मामले में अपने सांसद को कुछ न कहते हुए पूरा ठीकरा कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर फोड़ दिया है। वहीं राहुल ने भी अपने बचाव में बयान दिया है।

रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि यदि राहुल गांधी, कल्याण बनर्जी की अभद्र हरकतों को मोबाइल में रिकॉर्ड नहीं करते, तो इतना बड़ा मुद्दा नहीं बनता। ममता का कहना है कि, अगर राहुल वीडियो नहीं उतारते तो इस बारे में किसी को पता ही नहीं चलता। साथ ही 'दीदी' ने अपनी पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी का भी बचाव किया है। दिल्ली में ममता बनर्जी ने कहा कि, 'हम सभी लोगों का सम्मान करते हैं। यह (कल्याण बनर्जी का कृत्य) किसी का अपमान करने के लिए नहीं था। इसे सियासी रूप से हलके फुल्के तरीके से लिया जाना चाहिए। आपको इस संबंध में कभी पता ही नहीं चलता, यदि राहुल जी इसे रिकॉर्ड नहीं करते।'

बता दें कि 19 दिसम्बर, 2023 को राज्यसभा की कार्रवाई में व्यवधान डाल रहे 49 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद यह सांसद, नई संसद के मकर द्वार पर धरना प्रदर्शन करने लगे थे। इसी दौरान लोकसभा में TMC के सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का मज़ाक बनाकर उनका अपमान किया , जिसका वीडियो राहुल गांधी ने अपने मोबाइल में उतारा और तमाम विपक्षी दलों के सांसद ठहाके लगाते दिखे।  

ये कृत्य तो कल्याण बनर्जी ने ही शुरू किया, उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नक़ल उतारकर उनका मज़ाक बनाया। इस दौरान वहाँ मौजूद अन्य सांसद हँसते हुए दिखाई दिए। राहुल गाँधी वहीं मौजूद थे, उन्होंने अपने मोबाइल में इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके कुछ ही देर बाद यह कल्याण की इन हरकतों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। हालाँकि, राहुल गाँधी ने ममता के बयान के बाद इस मामले में अपना बचाव किया है। राहुल ने कहा कि, 'मैंने कल्याण बनर्जी का वीडियो शूट जरूर किया था, लेकिन वह अभी मेरे फ़ोन में ही है और मैंने उसे कहीं शेयर नहीं किया है।'

ममता बनर्जी ने यह बयान 20 दिसम्बर, 2023 को संसद में दिया था, जहाँ वह पीएम मोदी से मिलने के लिए पहुंची थीं। इससे एक दिन पहले वह INDIA गठबंधन की मीटिंग में भी मौजूद रहीं थीं। वह जब प्रधानमंत्री मोदी से मिलें पहुँची तो अपने साथ उपराष्ट्रपति का अपमान करने वाले सांसद कल्याण बनर्जी को नहीं ले गईं थीं, जबकि उनका नाम भी पीएम मोदी से मिलने वालों की सूची में शामिल था।

बता दें कि, TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने इस कृत्य के लिए अभी तक माफ़ी नहीं माँगी है। वहीं इस मामले पर जाट समुदाय काफी आक्रोशित है और उसने कल्याण बनर्जी से माफ़ी माँगने के लिए कहा है। जाट समुदाय के एक नेता ने कहा कि अगर TMC सांसद कल्याण बनर्जी माफ़ी नहीं माँगते, तो TMC सांसदों के घरों का घेराव किया जाएगा। उपराष्ट्रपति के इस अपमान पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुख जाहिर किया था और कल्याण बनर्जी की इस हरकत पर रोष व्यक्त किया था। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इसे उनकी किसान पृष्ठभूमि और जाट समुदाय का अपमान करार दिया था।

सांसदों के निलंबन पर जंतर-मंतर पर विपक्ष का धरना, राहुल गांधी का सरकार पर हमला, बोले- घुसपैठ हुई तो भाग लिए बीजेपी सांसद

#india_alliance_at_jantar_mantar_protesting_suspension_of_146_mps 

विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करने का विरोध बढ़ता जा रहा है। “इंडिया” गठबंधन आज देशभर में प्रदर्शन कर रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में मार्च निकाला जा रहा है। “इंडिया” गठबंधन के 143 सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने संसद की सुरक्षा में चूक और वीडियो शूट जैसे मुद्दों पर भी केंद्र सरकार को घेरा। राहुल ने कहा कि जब घुसपैठ हुई तो बीजेपी के सांसद भाग लिए। उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगार हैं और इसलिए वे इंस्टा-फेसबुक पर टाइम पास कर रहे हैं।

युवाओं के संसद में घुसपैठ करने की वजह बेरोजगारी-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे। राहुल ने पूछा, संसद की सुरक्षा में चूक कैसे हुई, ये युवा संसद के अंदर कैसे आए? संसद के अंदर गैस स्प्रे कैसे लाए, अगर ये गैस स्प्रे ला सकते हैं तो संसद में कुछ भी ला सकते हैं। राहुल ने कहा, सवाल ये भी है कि इन युवाओं ने संसद में घुसपैठ क्यों की? उन्होंने कहा, उसकी वजह है बेरोजगारी। आज देश के युवा के रोजगार नहीं मिल पा रहा है। देश में भयंकर बेरोजगारी है।

मोदी सरकार में युवा फोन पर साढ़े 7 घंटे बीता रहे-राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार में युवा अपने फोन पर साढ़े 7 घंटे सोशल मीडिया पर रहता है, क्योंकि उनको रोजगार नहीं दिया, यही हिन्दुस्तान की सच्ची हालत है। इसलिए ये युवा संसद में कूद कर आए। यही भावना हिन्दुस्तान के हर युवा में है।

सांसदों के अपमान पर क्या बोले राहुल गांधी?

राहुल गांधी ने कहा कि आपने सिर्फ 150 लोगों का अपमान नहीं किया, उनकी आवाज को दबाने की कोशिश नहीं की, बल्कि आपने उन लाखों लोगों का अपमान किया है, जिन्होंने उन्हें चुनकर सदन में भेजा है. आपने सोचा कि आप हिंदुस्तान के युवा को डरा सकते हो, मीडिया को डरा सकते हो। लेकिन आप हिंदुस्तान के युवाओं को नहीं समझे।

आज जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी भी पहुंचे हैं।इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहे।

साल का सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात आज, जानें क्या है वजह?

#today_is_the_longest_night_of_the_year 

साल की सबसे लंबी रात आज होगी। करीब 16 घंटे धरती पर अंधेरा रहेगा, जबकि दिन सिर्फ 8 घंटे का। इसे कहते हैं विंटर सोल्सटिस या शीत अयनांत।ये वो समय होता है जब सूर्य की किरणें बहुत कम समय के लिए पृथ्वी पर रहती हैं। साल के सबसे छोटे दिन को विंटर सोल्सटिस कहते हैं। आज के दिन सूरज से धरती की दूरी ज्यादा हो जाती है। पृथ्वी पर चांद की रौशनी देर तक रहती है।

विंटर सोल्सटिस इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमते समय लगभग 23.4 डिग्री झुकी होती है। झुकाव के कारण प्रत्येक गोलार्द्ध को सालभर अलग-अलग मात्रा में सूर्य की रोशनी मिलती है। सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी के चक्कर लगाने के समय 22 दिसंबर 2022 को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होगा। इससे धरती के उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी। इस दिन सूर्य की रोशनी का एंगल 23 डिग्री 26 मिनट 17 सेकेंड दक्षिण की तरफ होगी। अगले साल 21 मार्च सूर्य विषुवत रेखा पर होगा, तब दिन-रात बराबर समय के होंगे।

विंटर सॉल्सटिस के समय दक्षिणी गोलार्द्ध में सूर्य की रोशनी ज्यादा पड़ती है। वहीं, उत्तरी गोलार्द्ध में सूरज की रोशनी कम पड़ती है। इसी वजह से आज के दिन दक्षिणी गोलार्द्ध में सूरज ज्यादा देर तक रहता है, जिससे यहां का दिन लंबा होता है। अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में आज से गर्मी की शुरुआत हो जाती है।

हर साल 21 या 22 दिसंबर को सूर्य की किरणें दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित मकर रेखा पर सीधी पड़ती हैं। जिसके चलते उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य से सबसे अधिक दूर होता है और इसी वजह से उत्तरी गोलार्द्ध में इस समय ठंड का मौसम होता है और यह साल का सबसे छोटा दिन होता है। इसे ही शीत अयनांत या अंग्रेजी में विंटर सॉल्सटिस कहते हैं। कहा जाता है और इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध में दिन की अवधि 10 घंटे 19 मिनट की होती है। वहीं 21 जून को सूर्य की किरणें उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित कर्क रेखा पर लंबवत होती हैं। इस वजह से उस समय उत्तरी गोलार्द्ध में गर्मी का मौसम होता है और वह दिन साल का सबसे लंबा दिन होता है। इसे ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice) कहा जाता है।

दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में शुरू हुआ सर्दी का सितम, आज बारिश के आसार, और गिर सकता है पारा

#delhi_ncr_weather_snowfall_cold_wave_winter_rain_alert 

देशभर में लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास होने लगा है। राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में सुबह-सुबह घना कोहरा देखने को मिल रहा है, जिसके चलते लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिम भारत में अगले 2-3 दिनों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ का आगमन होने वाला है। इससे दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश और ठंड की आंखमिचौली होने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक 22 दिसंबर को आसमान में बादल छाए रहेंगे और सड़क पर हल्का कोहरा छाया रहेगा। इस दौरान ठंडी हवाएं भी चल सकती हैं। इसके अलावा शुक्रवार की रात को बारिश व बूंदाबांदी भी हो सकती है। आईएमडी के मुताबिक 23 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड में हल्की बारिश हो सकती है। जबकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में 22 से 24 दिसम्बर तक मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।

दिल्ली में शुक्रवार को बारिश के बाद शनिवार से तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है। 23 दिसंबर न्यूनतम तापमान बढ़कर 9 डिग्री और अधिकतम तापमान बढ़कर 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। दिल्ली में 27 दिसंबर तक सुबह के समय हल्का से मध्यम स्तर को कोहरा छाए रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचने की संभावना के साथ, हवाओं में थोड़ा बदलाव आएगा। साथ ही, न्यूनतम तापमान भी लगभग 9 डिग्री तक बढ़ सकता है। उसके बाद जब सिस्टम हटेगा तो गिरावट की उम्मीद है।

आने वाली है कोरोना की नई लहर! देश के 11 राज्यों में फैला संक्रमण

#covid_19_cases_increase_in_11_states

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कोविड-19 के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन अधिसूचना वापस लेने के लगभग 7 महीने बाद, वायरस ने एक बार फिर दस्तक दी है।कोरोनावायरस के नए जेएन.1 वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।ओमिक्रॉन वेरिएंट नए सबवेरिएंट में बदल गया है। इसमें जेएन.1 सब वेरिएंट भी शामिल है, जिससे कोविड मामलों में वृद्धि हुई है।

देश में बीते पांच सप्ताह से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में नया वेरिएंट जेएन.1 पाया जा रहा है, लेकिन अब इसके प्रसार में वृद्धि हुई है। बीते एक सप्ताह में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आए मरीजों के सभी सैंपल में यह नया उप स्वरूप मिला है, जो वर्तमान में दुनिया के 40 से अधिक देशों में संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही देश के 11 राज्यों में कोरोना बढ़ रहा है।

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने भी स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि जेएन.1 का संक्रमण देश के 11 राज्यों तक पहुंचा है। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के अलावा गोवा, पुडुचेरी, गुजरात, तेलंगाना, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में भी कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं, जिनके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट आने का इंतजार है।

भारत में अब तक जेएन.1 सब-वेरिएंट के 26 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इसकी वजह से चिंताएं बढ़ गई हैं। 26 मामलों में 19 केस गोवा में, 4 राजस्थान में और केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र में एक-एक केस रिपोर्ट हुआ है। गोवा में ट्रेस किए गए जेएन.1 सब-वेरिएंट के सभी 19 केस इनएक्टिव कंफर्म हुए हैं। मरीजों से इकट्ठा किए गए सैंपल्स की जब जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, तो इस वेरिएंट के बारे में मालूम चला।

डब्ल्यूएचओ की पूर्व चीफ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि लोगों को अभी घबराने की जरूरत नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में स्वामीनाथन ने बताया कि नए वेरिएंट को 'वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' बताया है न कि 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न'। हालांकि, इसके बाद भी लोगों के बीच कोविड के नए वेरिएंट को लेकर डर बैठा हुआ है। स्वामीनाथन ने कहा, 'हमने सतर्क रहने की जरूरत है, मगर हमें चिंता करने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि हमारे पास ऐसा डाटा नहीं है, जो ये दिखा सके कि जेएन.1 वेरिएंट खतरनाक है। हमें अभी ये भी नहीं मालूम है कि इसकी वजह से ज्यादा निमोनिया या मौत होगी।' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि अभी हमें सामान्य उपाय करने होंगे, जिन्हें हम करते हुए आ रहे हैं। हम ओमिक्रॉन के बारे में जानते हैं और ये सब-वेरिएंट भी उसी का एक हिस्सा है।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ियों पर हमला, 5 जवान शहीद, पीएएफएफ ने ली जिम्मेदारी

#jammuterroristattackonarmyvehiclesinpoonchfivesoldiersmartyred

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को हथियारों से लैस आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए। हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि शहीद हुए दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत थे।पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों (एक ट्रक और एक जिप्सी) पर गोलीबारी कर दी।

दहशतगर्दों ने ग्रेनेड दागे, फिर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। दो जवानों के शव क्षत-विक्षत भी कर दिए गए हैं। कुछ जवानों के हथियार भी ले भागने की आशंका है। हमले के तत्काल बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ देर रात तक जारी रही। रात होने के बाद भी पूरे इलाके में घेराबंदी है ताकि दहशतगर्द मौके से भाग न निकलें।

जानकारी के अनुसार बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन डेरा गली आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी तथा दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी में घात लगाए आतंकियों ने पहले ग्रेनेड दागा। दोनों वाहनों के रुकते ही चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। 

सेना को लगातार निशाना बना रहे आतंकी

घात लगाकर किया गया यह हमला पास के राजौरी जिले के बाजीमल वन क्षेत्र के धर्मसाल बेल्ट में एक बड़ी गोलीबारी के कुछ हफ्ते बाद हुआ। पिछले महीने दो कैप्टन समेत सेना के पांच जवानों शहीद हो गए थे। नवंबर में दो दिन चली मुठभेड़ में लश्कर का एक शीर्ष कमांडर क्वारी और उसका एक सहयोगी मारा गया था। क्वारी 10 नागरिकों और पांच सेना कर्मियों की हत्या समेत कई हमलों का मास्टरमाइंड था। इस साल 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। मई में आतंकियों के खिलाफ अभियान के दौरान चमरेर जंगल में सेना के पांच और जवान शहीद हो गए थे और एक प्रमुख रैंक के अधिकारी घायल हो गए थे। अभियान में एक विदेशी आतंकी भी मारा गया था।

इस साल अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद

राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में इस साल मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और 28 आतंकवादी मारे गए हैं। इन मुठभेड़ों में कुल 54 लोग मारे गए हैं। इससे पहले अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हो गए थे।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना की गाड़ियों पर हमला, 5 जवान शहीद, पीएएफएफ ने ली जिम्मेदारी

#jammu_terrorist_attack_on_army_vehicles_in_poonch_five_soldiers_martyred

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को हथियारों से लैस आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए। हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि शहीद हुए दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत थे।पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों (एक ट्रक और एक जिप्सी) पर गोलीबारी कर दी।

दहशतगर्दों ने ग्रेनेड दागे, फिर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। दो जवानों के शव क्षत-विक्षत भी कर दिए गए हैं। कुछ जवानों के हथियार भी ले भागने की आशंका है। हमले के तत्काल बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ देर रात तक जारी रही। रात होने के बाद भी पूरे इलाके में घेराबंदी है ताकि दहशतगर्द मौके से भाग न निकलें।

जानकारी के अनुसार बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन डेरा गली आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी तथा दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी में घात लगाए आतंकियों ने पहले ग्रेनेड दागा। दोनों वाहनों के रुकते ही चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। 

सेना को लगातार निशाना बना रहे आतंकी

घात लगाकर किया गया यह हमला पास के राजौरी जिले के बाजीमल वन क्षेत्र के धर्मसाल बेल्ट में एक बड़ी गोलीबारी के कुछ हफ्ते बाद हुआ। पिछले महीने दो कैप्टन समेत सेना के पांच जवानों शहीद हो गए थे। नवंबर में दो दिन चली मुठभेड़ में लश्कर का एक शीर्ष कमांडर क्वारी और उसका एक सहयोगी मारा गया था। क्वारी 10 नागरिकों और पांच सेना कर्मियों की हत्या समेत कई हमलों का मास्टरमाइंड था। इस साल 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। मई में आतंकियों के खिलाफ अभियान के दौरान चमरेर जंगल में सेना के पांच और जवान शहीद हो गए थे और एक प्रमुख रैंक के अधिकारी घायल हो गए थे। अभियान में एक विदेशी आतंकी भी मारा गया था।

इस साल अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद

राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों में इस साल मुठभेड़ों में अब तक 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं और 28 आतंकवादी मारे गए हैं। इन मुठभेड़ों में कुल 54 लोग मारे गए हैं। इससे पहले अक्टूबर 2021 में वन क्षेत्र में आतंकवादियों के दो अलग-अलग हमलों में नौ सैनिक शहीद हो गए थे।

JN.1: वैरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं बना है कोविड का यह बदला स्वरूप, अगले सात दिन बेहद महत्वपूर्ण

रिपोर्ट-नितेश श्रीवास्तव

कोविड के नए बदले वैरिएंट से जिस तरीके से मामले बढ़ने शुरू हुए हैं, उसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट हो गया है। कोविड मामलों पर नजर रखने वाली कमेटी के पास पहुंची जिनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि वायरस का यह बदला स्वरूप अभी वैरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं बना है। यानी वायरस का यह बदला स्वरूप अभी खतरनाक श्रेणी में नहीं है। वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट यानी बदले हुए स्वरूप पर नजर रखी जानी बेहद जरूरी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार शाम को एक महत्वपूर्ण बैठक कर सभी राज्यों से इस पूरे मामले में रोजाना रिपोर्ट शेयरिंग के साथ स्क्रीनिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दिए हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी वायरस के बदले स्वरूप पर चिंता न करने की बात कही है। केरल में कोविड के बदले हुए स्वरूप के बाद लगातार बढ़ रहे मामलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को दो महत्वपूर्ण बैठकें कीं। पहली बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वायरस के उभरते हुए सब वैरिएंट को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए। दरअसल केरल में आए कोविड के मामलों के बाद जिनोम सीक्वेंसिंग की दूसरी रिपोर्ट भी बुधवार को आई। इस रिपोर्ट के मुताबिक जिस वायरस में म्यूटेशन हुई है, वह ओमिक्रान फैमिली का तो पाया गया है। इसलिए यह वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट तो है। देशभर में कोविड के मामलों पर नजर रखने वाली कमेटी के विशेषज्ञों कहना है कि अगर यह म्यूटेशन वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट तो वेरिएंट का कंसर्न पर भी नजर जरूर रखनी चाहिए। इसी आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों खास तौर से दक्षिण के राज्यों में ज्यादा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।देश के पूर्व मुख्य महामारी विशेषज्ञ रहे डॉक्टर समीरण पांडा कहते हैं कि अभी तक की मिली जानकारी के मुताबिक यह वैरिएंट उतना खतरनाक नहीं बताया जा रहा है। लेकिन जितने भी कोविड के बदले हुए स्वरूप आए हैं, वह शुरुआत में खतरनाक नहीं साबित हुए। हालांकि उनका कहना है कि अभी भी इस वैरिएंट पर बेहद नजर रखने की जरूरत है। खासतौर से उन राज्यों में जहां पर सबसे ज्यादा कोविड के मामले सामने आए हैं। डॉ. समीरन पांडा कहते हैं कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सब-वैरिएंट JN.1 का पता लगने के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्कता बरतने को कहा है। उनका कहना है कि अगले सात दिनों के भीतर इस वायरस के बदले स्वरूप की गंभीरता का अंदाजा और हो सकेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने JN.1 के तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए इसे एक अलग वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा है कि यह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए 'कम' खतरा पैदा करता है। विश्व स्वास्थ्य निकाय ने मंगलवार को कहा कि JN.1 वैरिएंट को पहले BA.2.86 सब-वैरिएंट के हिस्से के रूप में एक प्रकार (वीओआई) के रूप में वर्गीकृत किया गया था। हालांकि, हाल के हफ्तों में कई देशों में JN.1 के मामले सामने आए हैं। वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है।