*अपराध मुक्त, कानून का राज कायम करना पहली प्राथमिकता :एसपी दक्षिणी*

गोरखपुर। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार ऑफिस पहुंचकर पदभार ग्रहण किया 2007 बैच की पीपीएस अधिकारी जितेंद्र कुमार गोरखपुर आने से पूर्व एडीजी जोन बरेली स्टाफ ऑफिस के पद पर तैनात रहे पद भार ग्रहण कर कार्यालय में लंबित फाइलों का निस्तारण कर आए हुए फरियादियों की समस्याओं से रूबरू होकर दक्षिणी सर्कल के थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाने पर मौजूदा रह कर आए हुए फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण करेंगे छोटी से छोटी घटनाओं की सूचना पर तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे अपने सीनियर अधिकारी को अवगत कराए।

श्री कुमार ने बताया कि अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। दक्षिणी सर्कल के अपराधियों के साथ सख्ती से पेश आकर अपराध पर नियंत्रण किया जायेगा।

श्री कुमार मूलतः बागपत निवासी का शिक्षा दीक्षा बागपत जनपद से हुआ है अब 12 वर्षों से स्थाई रूप से अपना आशियाना देहरादून में बना लिया है बच्चे ओएनजीसी में अधिकारी माता के पास देहरादून में शिक्षा दीक्षा प्राप्त कर रहे हैं। श्री कुमार स्टाफ अफसर एडीजी जोन बरेली से पूर्व कासगंज अलीगढ़ कानपुर बिजनौर अमरोहा शामली में अपने पदों की जिम्मेदारियां सकुशल निर्वहन कर चुके है। दक्षिणी सर्कल में कानून का राज कायम करने में अपना अहम योगदान देंगे जिससे अपराध मुक्त सर्कल रहे।

श्री कुमार ने बताया कि दक्षिणी सर्कल में कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखकर लोगों को सुरक्षा का अहसास कराना तथा पीड़ित की समस्याओं का समाधान करना हमारा पहला कर्तव्य है। इस काम को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ किया जाएगा।

कानून का राज कायम रखने के लिए सक्रिय चल रहे अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर गिरफ्तारी की जाएगी

भूमि विवादों के निस्तारण में राजस्व विभाग की भूमिका काफी अहम होती है राजस्व विभाग से तालमेल स्थापित कर भूमि विवादों को हल कराने की कोशिश की जाएगी। टॉप टेन बदमाशों और उनके गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। थाने के टॉप टेन बदमाशों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा।

*आचार्य एवं अभिभावकों की अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा हुई संपन्न*

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर( 10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में आचार्यों एवं अभिभावकों की अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा संपन्न हुई।

केंद्राध्यक्ष विद्यालय के आदरणीय प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह ने बताया कि यह परीक्षा प्रतिवर्ष अपने विद्यालयों में अपनी संस्कृति के प्रचार प्रसार व संवर्धन के लिए आयोजित की जाती है। इस वर्ष इस परीक्षा के विषय में पूरे समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से व्यापक ढंग से प्रचारित करके सामान्य जनमानस को सम्मिलित कर पूर्ण कराने का संकल्प लिया गया था।

यह परीक्षा विद्यालय के परीक्षा प्रमुख अविनाश श्रीवास्तव एवं गिरीश चंद्र पाण्डेय के देख रेख में संपन्न हुई।इस अवसर पर समस्त आचार्य परिवार एवं अभिभावकों की उपस्थिति रही।

*योगी आदित्यनाथ का खुद को करीबी बताकर लोगों को ठगने वाले दो लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार*

गोरखपुर।खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व गोरखनाथ मंदिर का करीबी बताकर और योगी कारपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी संस्था बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के कथित सीईओ और निदेशक को गोरखनाथ पुलिस ने रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया। इनके पास से बड़ी संख्या में आईडी कार्ड, मुहर, नियुक्ति प्रमाणपत्र, लेटरपैड आदि बरामद हुए हैं। ये संस्था का सदस्य, पदाधिकारी बनाने तथा सरकारी विभागों में काम करवाने का झांसा देकर जालसाजी करते थे। लखनऊ का एक कथित पत्रकार भी इनके साथ जुड़ा है।

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि फर्जी संस्था का सीईओ केदारनाथ महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र सतगुरु मुजुरी बाजार, जबकि निदेशक हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ मधुबनवाबूधाम जिला गाजियाबाद का रहने वाला है। जांच में सामने आया कि ये पहचान पत्रों की कूटरचना कर लोगों से जालसाजी करते थे। योगी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया नामक संस्था बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हुए संस्था की सदस्यता व पदाधिकारी का कार्ड बनाने के नाम पर वसूली करते थे।

सरकारी दफ्तरों में फंसा हुआ काम कराने के नाम पर करते थे वसूली

योगी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के नाम से फर्जी संस्था बनाकर जालसाजी करने वाले कथित सीईओ योगी केदारनाथ और निदेशक योगी हर्षनाथ ने कई लोगों को चूना लगाया था। यह गिरोह 1100 रुपये में संस्था का सदस्य बनाता और आईकार्ड जारी करता था।

उसने गोरखनाथ मंदिर और योगी आदित्यनाथ का खुद को करीबी बताकर देश भर में लोगों को सदस्य बना कर वसूली करना शुरू कर दिया था। उसके पास से गुजरात और इंदौर तक के लोगों बांटने के आईकार्ड मिले हैं। वहीं उसके खातें में वसूली के लाखों रुपये भी मिले हैं।

एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि एमएसएमई पोर्टल पर उसने संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया था। अभी 13 दिसम्बर से ही उसने इसकी शुरुआत की थी कि उसे पकड़ लिया गया है। अब तक की जांच में पता चला है कि सदस्य और पदाधिकारी बनाने के नाम पर काफी लोगों से वह जालसाजी कर चुका है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भ्रमित करते हुए शिकार बनाता था।

संस्था का गोरखनाथ मंदिर का पता होने की वजह से लोग आसानी से झांसे में आ जाते थे। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपितों के पास से जनता दर्शन में आने वाले लोगों के प्रार्थनापत्र भी मिले हैं।

पूछताछ में पता चला है कि काम कराने के बदले वह वसूली करता और प्रार्थनापत्र मुख्यमंत्री के पास पहुंचने से पहले ही ले लेता था। सरकारी कार्यालयों में मंदिर का करीबी होने का अर्दब दिखाकर काम करवाने के बदले वसूली करता था।

भरोसा जीतने के लिए दिया मंदिर का पता लोगों में भरोसा जताने के लिए दोनों ने अपनी संस्था योगी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया का पता गोरखनाथ मंदिर अंकित किया था। ये लोग खुद को मंदिर का करीबी व्यक्ति बताते हुए प्रार्थनापत्र लेकर काम कराने का दावा करते और काम करवाने के बदले लाभ भी प्राप्त करते।

एसपी सिटी ने बताया कि केदारनाथ आम जनमानस में प्रभाव जमाने के लिए स्वयं को योगी केदारनाथ और अपने सहयोगी हर्षनाथ को योगी हर्षनाथ के नाम से प्रस्तुत करता था।

वहीं इनके साथ आशीष मिश्रा उर्फ अभिषेक कुमार नामक एक कथित पत्रकार का भी नाम जुड़ा है। वह लखनऊ का रहने वाला है। लोगों को बहला-फुसला कर प्रार्थनापत्र लेता था, फिर सरकारी कार्यालयों में काम करवाने के बदले वसूली होती थी। गोरखनाथ थाने की पुलिस ने धर्मशाला के पास से रविवार की शाम को केदारनाथ और हर्षनाथ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।

कानपुर की रंजना ने दर्ज कराया केस योगी कारपोरेशन के कथित सीईओ व निदेशक के खिलाफ कानपुर, सचंडी के गढ़ी भीमसेन की रहने वाली रंजना सिंह ने जालसाजी का केस दर्ज कराया है।

रंजना भाजपा में मंडल मंत्री हैं। रोजगार सेवक व्हाट्सएप ग्रुप पर उन्हें कुछ दिन पहले एक लिंक मिला था। उसके माध्यम से वह योगी कारपोरेशन आफ इंडिया में जुड़ गईं। रंजना ने बताया कि कुछ दिन बाद ग्रुप के संयोजक केदारनाथ ने फोन कर आधार की कॉपी, फोटो और रुपये की मांग की।

*एसटीएस ने दो टीबी मरीजों को लिया गोद, उपचार चलने तक करेंगे सहयोग*

गोरखपुर। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के टीबी यूनिट में वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) अमित नारायण मिश्रा ने दो टीबी मरीजों को गोद लिया है । गोद लिये गये दो वर्षीय बच्चे और 18 वर्षीय युवक को इलाज चलने तक उन्होंने सहयोग का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि हाल ही में पब्लिक प्राइवेट मिक्स (पीपीएम) समन्वयक और एक चिकित्सक द्वारा तीन टीबी मरीजों को गोद लिये जाने की जानकारी होने पर प्रेरित होकर उन्होंने भी मरीजों को एडॉप्ट करने का निर्णय लिया ।

वह दोनों मरीजों के घर गये और उन्हें पोषण पोटली देने के साथ साथ पूरे परिवार को सरकारी अस्पताल से मिलने वाली टीबी की दवा की महत्ता की भी जानकारी दी ।

एसटीएस ने बताया कि उनके द्वारा एडॉप्ट किया गया दो वर्षीय बच्चा दिमाग की टीबी (एक्स्ट्रा पल्मनरी) का मरीज है, जबकि 18 वर्षीय युवक भी फेफड़े में पानी भरने के कारण हुई टीबी (एक्स्ट्रा पल्मनरी) का मरीज है ।

वह दोनों मरीजों को प्रति माह पोषण पोटली देंगे और सुनिश्चित करेंगे कि वह एक भी दिन दवा लेना न भूलें। एक्स्ट्रा प्लमनरी टीबी के मरीज दूसरों को संक्रमित नहीं कर सकते हैं, लेकिन उनके इलाज के दौरान भी पोषक खाद्य पदार्थों का सेवन अति आवश्यक है।

एक एसटीएस के तौर पर उनका अनुभव रहा है कि दवा छोड़ने वाले एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी मरीज भी ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी मरीज बन जाते हैं और उनका इलाज जटिल हो जाता है । इन टीबी मरीजों को एडॉप्ट कर उनका नियमित फॉलो करने से उनका मनोबल बढ़ जाता है और वह दवा भी लेना नहीं भूलते हैं। पोषण में भी सहयोग मिलने से मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है । इसी उद्देश्य से उन्होंने दोनों मरीजों को एडॉप्ट किया है ।

गोद लिये गये 18 वर्षीय टीबी मरीज ने बताया कि नवम्बर 2023 से उनकी दवा चल रही है । वह फास्ट फूड का ठेला लगाते हैं । उनको अक्टूबर से ही खांसी की दिक्कत थी। साथ में चक्कर भी आता था। पहले उन्होंने प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया जहां से उन्हें जांच और इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा गया । मेडिकल कॉलेज में ही दवा शुरू करने के साथ उनका सारा विवरण टीबी यूनिट पर दर्ज किया गया है।

पासबुक की कॉपी और आधार कार्ड की कॉपी ले कर उन्हें बताया गया कि निक्षय पोषण योजना के तहत उनके खाते में 500 रुपये प्रति माह दिये जाएंगे। इन पैसों से फल, दाल, दूध, पनीर, मांस, मछली आदि का सेवन करना है ताकि इलाज के दौरान शरीर में पोषक तत्वों की कमी न होने पाए । उन्हें एसटीएस ने भी पोषण पोटली दी है जिसमें चला, फल, गूड़ और मूंगफली आदि चीजे हैं । साथ ही उन्हें बताया है कि हर महीने उन्हें यह पोषक सामग्री देंगे। दवा से उन्हें काफी आराम है और सहयोग से उनका मनोबल बढ़ा है। वह पहले की तरह अपना दुकान लगा कर सामान्य जीवन जी रहे हैं।

निक्षय मित्र बनने के लिए आगे आएं

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव ने कहा है कि लोग खुद टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए आगे आ रहे हैं और यह एक अच्छी सोच है । जिले में 880 से अधिक निक्षय मित्रों द्वारा 2535 से अधिक टीबी मरीजों को गोद लेकर उनकी मदद की जा रही है । ऐसा करने वाले निक्षय मित्रों को समय समय पर सम्मानित भी किया जाता है। मरीजों को गोद लेने वाले लोग पौष्टिक सामग्री देने के साथ साथ उन्हें मानसिक संबल देते हैं। मरीजों को पात्रता के अनुसार सामाजिक सहायता योजनाओं से भी जोड़ने में मदद की जानी चाहिए। टीबी मरीजों को गोद लेने के इच्छुक लोग जिला क्षय रोग केंद्र के हेल्पलाइन नंबर 8299807923 पर सम्पर्क कर सकते हैं ।

*ओटीएस में पंजीकरण कराने के बाद भी भुगतान ना करने पर बकायेदारो के काटे गए कनेक्शन*

बेलघाट/ गोरखपुर। एक तरफ जहाँ बिजली बिभाग ने एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) शुरू है तो दूसरी तरफ जबरदस्त तरीके से बकायेदारों के कलेक्शन भी काटे जा रहे हैं इसमें सबसे पहले उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं जो कमर्शियल उपभोक्ता है और (ओटीएस) में पंजीकरण कराने के बाद भी भुगतान नहीं किया था जबकि घरेलू कनेक्शन 10 हजार से ऊपर के बकायेदारों कनेक्शन काटे जा रहे हैं।

बता दे बिजली बिभाग के सीकरीगंज के एक्सियन संतोष कुमार व एसडीओ देवेश कुमार व बिधनापार के जेई मनोज कुमार की मौजुदगी मे (ओटीएस) में पंजीकरण कराने के बाद भी भुगतान न करने पर पिपरसंडी गाँव मे 10 हजार से ऊपर के कुल 70 बकायेदारों के कनेक्शन काटे गए।वहीं मुख्य अभियंता गोरखपुर का कहना है कि सभी उपकेंद्र के अधिकारियों को बकायेदारों के कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए हैं प्रतिदिन इसकी समीक्षा भी की जा रही है राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*प्रो. वीके सिंह महायोगी गोरखनाथ विवि के लोकपाल नियुक्त*

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. विजय कृष्ण सिंह को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम, सोनबरसा गोरखपुर का लोकपाल नियुक्त किया गया है।

उनका कार्यकाल कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष या 70 वर्ष की आयु प्राप्त करने की अवधि (इनमें से भी पहले हो) के लिए होगा।

यह जानकारी महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने दी है। उन्होंने बताया कि लोकपाल के रूप में प्रो. वीके सिंह की नियुक्ति महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी के आदेशानुसार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की 11 अप्रैल 2023 को जारी अधिसूचना में विद्यार्थियों की शिकायतों के समाधान के लिए लोकपाल की नियुक्ति प्राविधानों के अंतर्गत की गई है।

कुलसचिव ने बताया कि लोकपाल की नियुक्ति, सेवाकाल एवं शर्तें वही होंगी जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय पर विहित की जाएंगी। लोकपाल छात्र शिकायत निवारण समिति के निर्णयों के विरुद्ध की गई अपीलों की सुनवाई कर निर्णय लेंगे।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में लोकपाल नियुक्त किए गए प्रो. वीके सिंह, पूर्व में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति तथा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) लखनऊ के प्रति कुलपति रह चुके हैं। विद्यार्थी के रूप में यूजी तथा पीजी में गोल्ड मेडलिस्ट प्रो. सिंह गणित में डॉक्टरेट हैं और उन्हें शिक्षण व शोध के क्षेत्र में 37 वर्ष का अनुभव है।

प्रो. वीके सिंह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के पूर्व कुलपति प्रो. उदय प्रताप सिंह के सुपुत्र हैं।

*रेलवे पुलिस ने कस्बे के युवक को हिरासत में लिया,रेलवे ई-टिकट बुक करने में धांधली का आरोप*

खजनी गोरखपुर।कस्बे में स्थित रेलवे का आॅनलाइन ई-टिकट बनाने वाले युवक को आरपीएफ (रेलवे पुलिस फोर्स) टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।

खजनी कस्बे में सिकरीगंज मार्ग पर त्रिलोकी गुप्ता की पंकज फोटो स्टूडियो के नाम से दुकान है। जहां रेलवे की आईआरसीटीसी से आॅनलाइन रेल टिकट बनाने का भी किया जाता है।

त्रिलोकी गुप्ता के छोटे बेटे सन्नी गुप्ता को आज अपराह्न कस्बे में पहुंची रेलवे पुलिस टीम ने हिरासत में लिया और जांच पड़ताल के लिए अपने साथ ले गई। इस दौरान कस्बे में आसपास के दुकानदारों की भीड़ लग गई और लोग हिरासत में लिए जाने की जानकारी पाने के लिए उतावले रहे। किंतु पुलिस टीम के साथ पहुंचे रेलवे पुलिस के दारोगा दशरथ प्रसाद ने इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी।

बता दें कि बीते कुछ वर्षों पहले त्रिलोकी गुप्ता के बड़े बेटे पंकज कुमार को भी रेल टिकट में फर्जीवाड़े के आरोप में रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस बार दूसरे बेटे को हिरासत में लेकर गई है। स्थानीय लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

इस संदर्भ में पूछे जाने पर रेलवे पुलिस के एसआई दशरथ प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी गोरखपुर जिले पर रेलवे पुलिस थाने से प्राप्त की जा सकती है उन्हें इस संदर्भ में कुछ भी बताने की इजाजत नहीं है।

*संस्था मातृछाया की चौथी वर्षगांठ का एडीजी जोन ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ*

गोरखपुर। मानसिक रूप से बीमार, रुग्ण और मन्दित महिलाओं के पुनर्वास और उत्थान के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य करने वाली अंच्या मानुद्दापा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित 'मातृछाया' के स्थापना को चतुर्थ वर्ष गाठ के अवसर पर संस्था के बैंक रोड स्थित केन्द्र पर आयोजित कार्यक्रम में गोरखपुर जोनू के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार आई.पी. एस. द्वारा मुख्य आतथि के रूप में अपने सम्बोधन में 'मातृद्दाया' संस्था के निष्ठा पूर्ण, सतत एवं समर्पित सेवाओं को सराहना की।

कहा गया कि इस देड़ पर गम्भीर मानसिक आधातो के कारण अपने घर, परिवार और परिजनों का साथ छोड़ कर भटकती हुई महिलाओं को आश्रय देकर उनकी देखभाल, सेवा और चिकित्सा जैसी सुविधायें उपलब्ध कराकर पूर्ण स्वस्थ होने के बाद उन्हें आगे खुशहाल जीवन जीने के लिए विविध प्रकार के गर्यो का प्रशिक्षण देकर उनके परिजनों को तक सुरक्षित पहुंचाने का कार्य अत्यन्त सराहनीय है।

समाज और परिवार द्वारा उपेक्षित महिलाएं बड़ी संख्या में अपने पहुं‌चाई गयी है। अब तक प्रदेश के अनेक जनपदो तथा विहार, मध्यप्रदेश, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बंगाल पंजाब, उड़ीसा कर्नाटक, तेलंगाना राजस्थान एवं पंजाब और नैपाल राष्ट्र से अटक कर आयी 107 मानसिक विदित और मंदित महिलाओं को पूरी तरह से स्वस्थ कर तथा अलग-अलग तर तरह के कार्यो का प्रशिक्षण देकर 'मातृछाया 'द्वारा उनके परिजनों को पहुँचा चुकी है ।

इस कार्य में संस्था के निष्ठापूर्ण सेवाभाव और समर्पण की प्रशंसा किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परियोजना निदेशक आनेल सिंह ने बताया कि गोरखपुर महानगर में इस संस्था का कार्य अत्यन्त सराहनीय है। चार वर्षों से निस्तर सेवा की मिशाल प्रस्तुत करने वाली यह संस्था अद्यतन किती भी प्रार के सरकारी अनुदान से पूरी तरह से वंचित है। आगे ऐसी सामाजिक कार्यों मे बेमिशाल प्रयास करने वाले हम सभी संस्था को राजकीय अनुदान दिए जाने की आवश्यक्ता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् प्रो. सुषमा पांडे प्रो. ओकार नाथ त्रिपाठी,

डॉ. प्रसिद्ध मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित शाही, प्ररथात चिकित्सक डा. अमृता सरकारों, समाज सेवी श्रीमती उषा दास, ए.डी. एम सीटी अंजनी सिंह, ए.डी.एम (वित/रा.) कुमार सिंट, सेंट, नगर मजिस्ट्रेट मंगलेश अधिकारी संजय कुमार मीणा आदि ने सम्बोधित किया। दूबे, मुख्य विशाल

इस अवसर मुख्य अतिथि श्री अखिल कुमार आई.पी. एस के कर कमलो से संस्था में सेवा देने वाले वालेोण्टेयर 50 अन्नू, सन्तोष, साष्ट, करुणेश, शाद, फराह, अन्नू वर्मा सत्रोष तौर्य एवं हर्षिता कुमारी को उनके सराहनीय कार्य के लिए प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. शिवेन्द्र सिंह, डॉ. उमेश कुमार सिंह, काग्रेस पार्टी के प्रदेश मंत्री अमर सिंह पासवान, हाँ, पवन कुमार, शिशा विशेषज्ञ अनिल चन्द मो. आसिम, अन्र्तराष्ट्रीय वेटलिफ्टर रंजीत राय, प्रदीप चन्द, साझं. रान प्रताप सिंह, समाजसेवी सोमेन्द्र मोहन दास, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। संचालन डॉ. विनय सिंह जे. आर. एफ और श्रृष्टि मिश्रा द्वारा किया गया।

*अल्पसंख्यक समुदाय ने बयां की समस्याएं, समाधान का मिला आश्वासन*

गोरखपुर। अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर सरकार द्वारा संचालित सामाजिक, आर्थिक, शौक्षिक योजनाओं पर रोशनी डाली गई। अल्पसंख्यक समुदाय ने अपनी समस्या बयां की।

प्राथमिकता के आधार पर समाधान का आश्वासन मिला। मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं। मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर के सभागार में सोमवार को मौका था जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से आयोजित अल्पसंख्यक अधिकार दिवस कार्यक्रम का। सभी ने बेबाकी से राय रखी। अल्पसंख्यकों के सर्वांगीण विकास और उनके उत्थान के लिए खुलकर बात हुई। मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों ने छह साल से मानदेय न मिलने की समस्या उठाई।

अध्यक्षता करते हुए जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के हित में विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिसका लाभ अल्पसंख्यक समुदाय को मिल रहा है। अल्पसंख्यकों को खुद से भी अपनी कमजोरियों को दूर करना है। अल्पसंख्यक अपने कंधों को मजबूत करें। अल्पसंख्यक समुदाय अच्छी शिक्षा हासिल कर समाज व देश के विकास में योगदान दें।

विशिष्ट अतिथि जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने विभाग की तमाम योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि अल्पसंख्यकों का जो हक़ था वह सरकार ने देने की पूरी कोशिश की है। अल्पसंख्यकों को अपने हक़ व हुकूक के लिए जागरूक होना पड़ेगा।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने कहा कि सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं सभी अच्छी हैं। योजनाओं सेे अधिक से अधिक लोगों को अच्छी नियत से लाभान्वित किया जा रहा है। अल्पसंख्यक समाज की जो भी समस्या है उसे शासन तक पहुंचा कर निवारण करवाया जाएगा।

विशिष्ट अतिथि जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सिंह ने महिला एवं बाल कल्याण से संबंधित योजनाओं पर प्रकाश डाला।

गुरुद्वारा कबीर साहब मगहर की प्रशासक बीबी परमजीत कौर राना ने आपसी भाईचारे व प्रेम का संदेश देते हुए सभी को गुरुद्वारा के विजिट के लिए आमंत्रित किया।

मदरसा शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रजवी ने कहा कि मुसलमानों में घटता शैक्षिक दर व शिक्षा स्तर चिंता का विषय है। मदरसा प्रशासन और अधिकारियों को समूचे तौर पर इसको लेकर उचित कदम उठाना चाहिए। मदरसों को आधुनिक शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए खुद आगे आना चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना होगा। जब तक हम खुद नहीं बदलेंगे तब तक हमारे हालात नहीं बदलने वाले।

मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि इल्म (ज्ञान) इंसान को अज्ञानता के अंधकार से बाहर निकालता है और मानवता का पराकाष्ठता की ओर मार्गदर्शन करता है। अल्पसंख्यक समुदाय को अपने हक़ हकूक के लिए बेदार होना पड़ेगा।

मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक मो. इरफान ने छह साल से मानदेय न मिलने पर पीड़ा का इजहार किया।

मदरसा प्रबंधक सैयद तहव्वर हुसैन ने मदरसा आधुनिकीकरण योजना, मदरसा मिनी आईटीआई, वक्फ सम्पत्ति मामला उठाया।

सरदार बलबीर सिंह व आदिल अमीन ने कहा कि जो भी योजनाएं चल रही है। उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है। सभी अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।

मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर के सदर महबूब सईद हारिस ने अल्पसंख्यकों को जागरूक रहकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने पर जोर दिया।

कार्यक्रम की शुरूआत क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत से कारी नसीमुल्लाह ने की। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने विभाग की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला। संचालन सैयद जफ़र हसन ने किया।

कार्यक्रम में विष्णु प्रकाश राय, राम करन कनौजिया, मोहम्मद नदीम, शाहनवाज अहमद, मो. शमीम खां, मोहम्मद फैजान, दलजीत सिंह, विनय कुमार, मो. आशिक अली, जगत नारायण यादव, रामचरित्र त्रिपाठी, हरिशंकर पांडेय, अजीत, सत्य प्रकाश सिंह, ज़ुबैर अहमद, मौलाना नूरूज्जमा, नज़रे आलम, नवेद आलम, मो आज़म , मौलाना जहांगीर अहमद, डॉ. अजीम फारुकी, सहित तमाम मदरसों के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण व कर्मचारी उपस्थित रहे।

*आरबीआई के पूर्व चीफ रघुराम राजन के बयान पर भड़के कर्मचारी*

गोरखपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की एक आवश्यक बैठक डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ भवन गोरखपुर में संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता डिप्लोमा इंजीनियरिंग संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष ई० राम समझ शर्मा और संचालन महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया।

बैठक में मुख्य अतिथि रूपेश कुमार श्रीवास्तव और विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह और श्याम नारायण शुक्ल उपस्थित रहे।

बैठक में रघुराम राजन द्वारा पुराने पेंशन बहाली पर हाल ही में दिए गए बयान पर कर्मचारियों ने आपत्ति जताई रघुराम राजन ने कहा था कि अगर पुरानी पेंशन बहाली होती है तो देश में आर्थिक मंदी आएगी, उनके इस बयान का काउंटर करते हुए अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति जब बदहाल थी और देश गुलामी की जंजीरों में तब भी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन लागू रही।

कालांतर में आजादी के बाद हमारे संविधान विशेषज्ञों ने इसे मौलिक अधिकार की श्रेणी में डाल दिया, उस समय हमारे देश के सांसदों विधायकों को पुरानी पेंशन की व्यवस्था नहीं की गई थी। आगे चलकर संविधान संशोधन के माध्यम से देश के सांसदों विधायकों को पेंशन की व्यवस्था दी गई लेकिन आज दुर्भाग्य पूर्ण यह है कि पेंशन जिसका मौलिक अधिकार था उनसे उनसे अर्थात कर्मचारियों से एक तुगलकी फरमान जारी कर उनकी पेंशन छीन ली गई। हम देश के सभी कर्मचारीयो, शिक्षको, मजदूरो सेना और अर्ध सैनिक बलों के जवानों से अपील करते हैं और यह बताना चाहते हैं की पुराने पेंशन की लड़ाई हमें आजादी की लड़ाई के तर्ज पर लड़ना होगा इसके लिए हमें घरों से निकलना होगा तब यह सरकार पुरानी पेंशन बहाल करेगी अन्यथा वह दिन दूर नहीं की एक रिटायर कर्मचारी कटोरा लेकर सड़क पर भीख मांगेगा ।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा की सरकार के चमचागिरी कर रहे अफसर चैनलों पर आकर एनपीएस के फायदे बता रहे हैं, उनसे मैं इतना कहना चाहता हूं कि अगर एनपीएस इतनी अच्छी है तो इसे शीघ्र ही विधायिका में भी लागू किया जाए।

विशिष्ट अतिथि पंडित श्याम नारायण शुक्ला और अशोक पांडे ने कहा की हम सरकार से कोई चांद तारा नहीं बल्कि अपना अधिकार मांग रहे हैं और अगर यह सरकार हमारा अधिकार नहीं देगी तो हम कहना चाहते हैं की याचना नहीं अब रण होगा।संघर्ष बड़ा भीषण होगा।।

इस अवसर पर वरुण वर्मा बैरागी गोविंद जी इंजीनियर अनिल किशोर पांडे इंजीनियर राजकुमार इंजीनियर निधि त्रिपाठी कृष्णमोहन गुप्ता कनिष्क गुप्ता अनिल द्रिवेदी संतोषसिंह फुलई पासवान रामधनी पासवान अनूप कुमार अशोक सिंह इजहार अली विनीता सिंह विजय शर्मा यशवीर श्रीवास्तव जामवंत पटेल तारकेश्वर शाही अमरनाथ, बलराम सहित तमाम कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।