ब्रह्मेश्वर मुख्या हत्याकांड में नाम जुड़ने के बाद पूर्व एमएलसी हुलास पांडे की सफाई, कही यह बात
पटना - ब्रह्मेश्वर मुख्या हत्याकांड में नाम जुड़ने के बाद पूर्व एमएलसी व लोजपा (रामविलास) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष रहे हुलास पांडे ने पार्टी के इस पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए CBI के अधिकारियों के ऊपर उनका नाम जोड़ने का आरोप लगाया है।
हुलास पांडेय ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिस तरह से ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्या कांड में मेरा नाम जोड़ा जा रहा है, उसमें कहीं से कोई सच्चाई नही है. सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नही. 2012, 13 की घटना है ये.10 वर्षों के बाद मेरा नाम जोड़ना कहीं न कहीं से चुनावी षड़यंत्र है.
कहा कि जब-जब चुनाव आता है मेरा नाम जोड़ कर पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जाती है. आप सब इस घटना का अध्ययन करेंगे आरा और गांव जाएंगे तब आपको पता चल जाएगा की लोग क्या कहते हैं. पॉलिटिकल षड्यंत्र से मेरा नाम इसमें जोड़ा गया है.
उन्होंने कहा कि CBI से मेरा कोई विरोध नही है. लेकिन CBI में जरूर कोई अधिकारी हैं जो हमारे राजनीतिक विरोधी पार्टी से जुड़े हैं और मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है ताकि कोई ये नही कह सके कि आरोप लगने के बाद भी पद पर कैसे बैठा है.
हुलास पांडेय ने कहा कि मेरा नाम इसमें जोड़ने वालों का मैं नाम नही लेना चाहता.किसी का नाम लेकर उसका कद नही बढाना चाहता हूं. ब्रह्मेश्वर मुखिया जी की हत्या से मेरा क्या फायदा और मेरा कोई मतलब रहा हीं नहीं है.इस हत्या कांड के आरोपी का नाम उजागर करने वाले को 10 लाख का इनाम देने की घोषणा हुई थी. लगता है 10 लाख रुपये की लालच में कोई खड़ा हो गया हो. बेरोजगारी बहुत है, 10 लाख की लालच में मेरा नाम जोड़ा जा रहा.
CBI को पूछताछ में 10 साल लग गए और फिर मेरा नाम सामने आया. मेरा नाम जोड़ दिया गया तो ये भी बता दे कि मेरा उद्देश्य क्या था. हत्या के दिन मैं अपने सरकारी आवास पर था अपने 5, 6 सरकारी अंगरक्षक के साथ.
पटना से मनीष प्रसाद
Dec 18 2023, 17:33