दुमका : कोल डंपिंग यार्ड के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन की राह पर ग्रामीण, एनजीटी से लेकर केंद्रीय मंत्री तक से लगा चुके है फरियाद


दुमका : दुमका रेलवे स्टेशन से कोल डंपिंग यार्ड हटाने की मांग को लेकर एक बार फिर से स्थानीय लोगों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। एनजीटी से लेकर केंद्रीय मंत्री से फरियाद करने और पूर्व में तमाम आंदोलन के बावजूद जब कोल डंपिंग यार्ड को हटाया नहीं गया तो अब स्थानीय लोगों ने एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ ली है।

 हालांकि स्थानीय लोगों का आंदोलन का तरीका इस बार अलग है। स्थानीय लोग कोल डंपिंग यार्ड हटाने की पूर्ववर्ती मांग को लेकर हर रविवार को दुमका रेलवे स्टेशन पर धरना पर बैठेंगे और आज से आंदोलन का आगाज किया गया। 

रविवार को धरना में रसिकपुर मोहल्ले के कई लोग शामिल हुए। दरअसल रसिकपुर धनी आबादी वाला क्षेत्र माना जाता है और कोल डंपिंग यार्ड से फ़ैल रहे प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभावित इसी इलाके में रहनेवाले स्थानीय लोग हो रहे है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रवि शंकर मंडल इस मुद्दे पर एनजीटी तक से फरियाद लगा चुके है।

 रवि शंकर मंडल ने बताया कि कोल साईंडिंग से होने वाले वायु प्रदूषण से 50 से 100 गज में रहने वाले रसिकपुर वासी तो प्रभावित हो ही रहे हैं, साथ है आस पास के 10 से 12 गांव और शिक्षण संस्थान भी काफी प्रभावित हैं। कहा कि चिंता की बात यह है कि अब इसका असर बच्चों और बुजुर्ग महिला और पुरूषों पर भी हो रहा है।

 श्री मंडल ने बताया कि वायु प्रदुषण की गंभीरता को देखते हुए और एनजीटी के नियमों को दरकिनार करने के लिए संबंधित बीजीआर कंपनी पर दस करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया, बावजूद कंपनी अपनी मनमानी पर अंकुश लगाने के बजाय अनवरत कार्य जारी रखा है। स्थानीय मनोज सिंह मेलर कहा कि रसिकपुर के महिला और पुरुष इस लड़ाई में अब साथ साथ हैं। इसलिए सभी महिलाएं काम काज छोड़ कर धरना पर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुमका स्टेशन से कोयला साइडिंग हटाना ही होगा अन्यथा आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। श्री मेलर ने कहा कि वायु प्रदुषण को लेकर संबंधित बीजीआर कंपनी ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है जिसके कारण रसिकपुर और आस पास के ग्रामीण परेशान हैं। 

गौरतलब है दुमका रेलवे स्टेशन परिसर कोयला डस्ट से भरा रहता है जिसका असर आने जाने वाले यात्रियों पर पड़ रहा है। दुमका शायद पहला रेलवे स्टेशन है जहां कि घनी आबादी वाले क्षेत्र में कोयला डंपिंग यार्ड बना कर चंद लोग आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर मालामाल हो रहे हैं।

रवि शंकर मंडल और मनोज सिंह मेलर ने कहा कि इस बाबत ध्यान आकृष्ट कराने के लिए जीएम कोलकाता, प्रदुषण विभाग और उपायुक्त दुमका को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

मौके पर संजय मंडल ,हेमंत श्रीवास्तव, गिरधारी झा, अभय गुप्ता, धुर्व मंडल, नागेंद्र शर्मा, बिनोद शर्मा, धनंजय मंडल, बंटी शर्मा, दिनेश शर्मा, छोटू शर्मा, मनोज कुमार, दिनेश कुमार, लक्ष्मण पंडित, प्रीति देवी, खुशबू देवी, रमेश मंडल, पवन शर्मा, सुदामा, विष्णु, बंटी, धनंजय, नित्यानंद, संजीत, बेबी कर्मकार, सुषमा देवी, अंजू देवी, बोबिया देवी, सुनिता, हेमंती, देवंती, प्रमिला, राजा , रितु देवी , रीता देवी,vजिम्मी यादव, आशीष नायक, पुलिस पंडित, गोतम दान, संजू देवी आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : संप स्थापना दिवस पर क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन, तैयारियां शुरू


दुमका :- संथाल परगना स्थापना दिवस के अवसर पर 22 दिसम्बर को क्रॉस कंट्री रेस का आयोजन किया जाएगा। सिदो कान्हू हूल वैसी, जिला खेलकूद संघ और जिला एथलेटिक्स संघ के संयुक्त तत्वावधान में होनेवाले क्रॉस कंट्री रेस के आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। 

रविवार को पी के हेमब्रम की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में क्रॉस कंट्री रेस की तैयारियों पर चर्चा की गयी। बैठक में डॉ ए एम सोरेन, उमाशंकर चौबे, मानवेल सोरेन, सनातन मुर्मू, गमालियक हांसदा एवं अन्य उपस्थित थे। 

बैठक में तय किया गया कि 22 दिसंबर की सुबह पुरुषो की दौड़ अम्बेडकर चौक से शुरू होकर हवाई अड्डा होते हुए सृष्टि पार्क तक जाएगी और उसी रास्ते से फिर वापस आयेगी जबकि महिलाओं को खिजुरिया से वापस आना होगा। 

प्रथम पांच स्थान प्राप्त करने वाले धावको को क्रमशः 1500, 1200, 1000, 800, 600 तथा छठे स्थान से लेकर दसवां स्थान प्राप्त करने वाले को 500 रुपए नकद इनाम तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किए जायेंगे। जबकि वरिष्ठ खिलाड़ियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया जाएगा। उक्त जानकारी अंजनी शरण ने दी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 16 को डिलिस्टिंग महारैली में झारखण्ड समेत बिहार-बंगाल के जनजाति लोगों का होगा महाजुटान, पद्मभूषण कड़िया मुंडा होंगे शामिल


दुमका : जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले 16 दिसम्बर को दुमका के सोनुआ डंगाल मैदान में होने वाले डिलिस्टिंग महारैली में झारखण्ड समेत बिहार और पश्चिम बंगाल के जनजाति समुदाय से जुड़े हजारों लोगों का जुटान होगा। 

डिलिस्टिंग महारैली के मुख्य अतिथि पद्मभूषण कड़िया मुंडा होंगे। महारैली के सफल आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी है। उक्त जानकारी गुरुवार को 

जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक डॉ राजकिशोर हांसदा ने एक प्रेस कान्फ्रेस में दी।

 उन्होंने कहा की देशभर के 15 राज्यो और 221 जिलों में इस महारैली के सफल आयोजन के बाद अब दुमका की बारी है जिसमे बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। कुछ अन्य राज्यों में भी आनेवाले दिनों में प्रांत स्तरीय रैलियाँ होनी है। उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर महारैली की तैयारी की जाएगी। कहा कि जनजाति सुरक्षा मंच पूरे देश में जनजाति समाज की अस्मिता एवं अस्तित्व के संरक्षण के लिए संघर्ष कर रहा है।

 जनजातियों के हक, अधिकार और न्याय के लिए प्रयासरत है। डॉ हांसदा ने कहा कि अस्मिता, अस्तित्व और विकास के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर देश के करीब 12 करोड़ जनजातियों के साथ सभी को खडे होकर उनकी आवाज बनने की जरूरत है। 

महारैली में विशिष्ट अतिथि गुरुमाता रेखा हेंब्रम गोड्डा, संग्राम बेसरा जमुई , गंगा प्रसाद मुर्मू मालदा एवं दर्जन भर से ज्यादा जनजाति विचारक तथा प्रतिनिधि शामिल होंगे। 

रैली में संथाल परगना के छह जिलों के अलावा गिरिडीह, धनबाद, बिहार के बांका, जमुई तथा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों से एक बड़ी संख्या मेंजनजाति समुदाय से जुड़े लोग शामिल हो रहे है।

 उन्होंने कहा कि महारैली के जरिये सरकार से अनुसूचित जाति की तरह अनुसूचित जनजाति से ईसाई और इस्लाम में धर्मांतरित सदस्यों के डी-लिस्टिंग की मांग की जाएगी क्योंकि ऐसे लोग कानूनन अल्पसंख्यक हो गए हैं। कहा कि संसद में 1970 से डी-लिस्टिंग बिल लम्बित हैं और अब उसे पारित कराना हमारी मांग है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 3 राज्यों में भाजपा को मिली जीत के बावजूद झामुमो के उत्साह में कमी नहीं, सीएम के इस जवाब से मिल रहा संकेत..!

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दुमका : देश के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत का आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल झामुमो की सेहत पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा। बीते दिनों पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों को मिशन 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है या कहे तो इन राज्यों में हुए चुनाव राजनीतिक दलों के लिए मिशन 2024 का रिहर्सल है। तीन राज्यों में भाजपा को बहुमत मिला और वहाँ सरकार भी बन गयी।

अब इन चुनावों का झारखण्ड की राजनीति में कितना असर पड़ेगा यह तो आनेवाला वक्त बताएगा लेकिन फिलहाल झारखण्ड की सत्ता संभाल रहे झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बुधवार को दुमका में मीडिया से बातचीत के दौरान दिया गया बयान यह बताता है कि झामुमो तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत से ज्यादा परेशान नहीं है बल्कि अपनी सांगठनिक ताकत को और मजबूत कर मिशन 2024 में बेहतर प्रदर्शन की तैयारी में जुटी हुई है। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि ऐसा जरुरी नहीं कि जो सेमीफाइनल जीतेगा, वो फाइनल में भी जीतेगा। जब मिशन 2024 को लेकर पार्टी की रणनीति से जुड़ी सवाल किया गया तो सीएम श्री सोरेन ने कहा कि अगर रणनीति का खुलासा कर दिया तो हमारा आगे का काम खत्म हो जाएगा। कहा कि अभी बहुत कुछ सामने आना बाकी है।

दरअसल सीएम हेमंत सोरेन इन दिनों आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर राज्य के अलग अलग जिले पहुंच रहे है, कार्यक्रम में शिरकत कर रहे है, करोड़ों रूपये की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास व उदघाटन कर रहे है और लाभुकों के बीच परिसम्पतिया बाँट रहे है। अपने दौरे के दौरान सीएम पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद भी कर रहे है, सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ ही विपक्षी ताकत को मिशन 2024 में माकूल जवाब देने का भी कार्यकर्ताओं से आह्वान कर रहे है। सीएम मंगलवार को दुमका पहुँचे। ईडी के छठी बार समन के बावजूद सीएम रांची में ईडी कार्यालय में उपस्थित होने की बजाय दुमका पहुँचे और कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान सीएम ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय एजेंसियो के दुरूपयोग पर सवाल भी उठाया। सीएम मंगलवार की शाम दुमका और जामताड़ा के कार्यकर्ताओ से भी रूबरू हुए। कार्यकर्ताओं के साथ केंद्र और भाजपा द्वारा झामुमो को कमजोर करने के लिए रची जा रही साजिशों पर चर्चा की और संगठन को और भी मजबूत करते हुए विपक्षी ताकतों को समय पर माकूल जवाब देने का आह्वान भी किया। अगर कहा जाए तो सीएम के बयान के कई राजनीतिक मायने हो सकते है लेकिन उन्होंने जिस तरह से सेमीफाइनल और फाइनल के बीच के अंतर की भरपाई करने की बात कही, उससे साफ है कि झामुमो के नेता व कार्यकर्ताओं का उत्साह कम नहीं हुआ है और मिशन 2024 को लेकर पार्टी पूरे दमखम के साथ तैयारी में जुटी हुई है और सीएम के दौरे से कार्यकर्ता जोश में भरे दिख रहे है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : मिशन 2024 की तैयारी! सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से किया संवाद, विपक्षी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान*

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दुमका :- सूबे के मुख्यमंत्री एवं झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को मिशन 2024 को लेकर तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया है। उन्होंने मिशन 2024 में विपक्षी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया है।

दुमका के कन्वेंशन हॉल में मंगलवार की रात दुमका और जामताड़ा के झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में मुख्य तौर पर पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित पार्टी विधायक नलिन सोरेन, विधायक सीता सोरेन, विधायक स्टीफन मराण्डी और पार्टी के केन्द्रीय महासचिव विनोद पांडे एवं विजय सिंह मौजूद थे। 

सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद कर उन्हें उनके दायित्व को निभाने को कहा। कार्यक्रम में भाग लेने आए झामुमो के पंचायत स्तर से लेकर केन्द्रीय स्तर के कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आप सीधे जनता से जुड़ें। 

गांव-गांव , घर-घर तक जाए और झारखंड सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी लोगों को दें। सीएम श्री सोरेन ने कहा कि आप जनता तक सरकार की योजना पहुंचाएं ताकि अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओ का लाभ मिल सके। साथ ही सीएम ने कार्यकर्ताओं को आने वाले 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लेने का आह्वान किया। 

सम्मेलन समाप्ति के बाद पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने जानकारी दी कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को कहा कि हमारा विपक्षी दल साम - दाम - दंड - भेद सभी तरीके अपनाता है । जबकि हम लोग सीधे- सरल लोग हैं पर उनके सारी रणनीतियों का हमें माकूल जवाब देना होगा , तभी हम उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं । 

विनोद पांडे ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा लगातार संघर्षों से ही गुज़र कर अपना मुकाम बनाया है । झामुमो ने राज्य की जनता से जो वायदे किये है उन वायदों को पूरा करना है। कहा कि विपक्षी दल लगातार तरह-तरह से हम पर हमला कर रहा है पर उनका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा । 

कई ताकतें झामुमो को कमजोर करने में लगी हुई है पर हमें मालूम है कि हमारा दुश्मन कौन है । उसी अनुरूप हम लोग जवाब दे रहे हैं । आने वाले दिनों में बहुत सारी चीजें स्पष्ट हो जाएगी । मिशन 2024 में हम लोग पूरी तरह से लगे हुए हैं । विपक्षी पार्टी के लोग जहां उनकी सत्ता नहीं रहती है उन्हें तरह-तरह से परेशान करती है ।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : ED के समन पर सीएम का दो टूक, दुमका पहुँचे सीएम हेमंत सोरेन ने कहा - नदी और हवा को कभी कोई रोक पाया है क्या!


दुमका : ED के समन के बावजूद मंगलवार को दुमका के गादीकोरैया के बड़ा ढाका मैदान में आयोजित आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में पहुँचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुले मंच से कहा कि जब तक हेमंत सोरेन और JMM जिंदा है, इस राज्य पर बुरी नजर डालनेवालो को हमलोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। बाद में मीडिया से भी सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि नदी और हवा को कभी कोई रोक पाया है क्या? वो सब चलता रहेगा और हमलोग भी चलते रहेंगे। 

कार्यक्रम के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने करीब 835 करोड़ रूपये की लागत से 5308 योजनाओं और 199.38 लाख रूपये की लागत वाली 50 योजनाओं का उदघाटन किया और विभिन्न योजनाओं के तहत 34077 लाभुकों के बीच 53 करोड, 23 लाख 10 हज़ार रुपए की परिसंपत्तियों बांटी गई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष लगातार कुछ न कुछ षडयंत्र रचकर हमारा ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। 

आज भी उन्हें यह उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री दुमका में आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे लेकिन जब तक हेमंत सोरेन जिंदा है , झारखंड मुक्ति मोर्चा जिंदा है , इस झारखंड की वीरभूमि पर बुरी नजर डालने वाले को बर्दाश्त नहीं करेंगे ।

उन्होंने बाबूलाल मरांडी का नाम लिए बगैर कहा कि हमारे समाज का एक व्यक्ति केन्द्र का दलाल बनकर हमारे पीछे लगा है उन्हें हमारी विकास योजना दिखाई नहीं देता। वह भ्रम फैलाने का काम कर रहा है कि झारखंड सरकार कुछ नहीं कर रही है । 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज काफी आक्रामक नजर आए ।

उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हमारा एक लाख 36 हज़ार करोड़ रुपए बाकी रखे हुए हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि 5अगर यह राशि हमें मिल जाती तो रसोई गैस हम सिर्फ 500 रुपये में लोगों5 को देते और पेंशन की राशि जो 1000 रुपये देते हैं उसे बढ़ाकर 2500 कर देते ।

उन्होंने कहा कि केन्द्र से मिले इस राशि को मिल जाने के बाद हम बेरोजगार युवकों को 10 लाख रुपए तक ऋण प्रदान करते पर केंद्र सरकार यह राशि नहीं दे रहा है । यहां तक की प्रधानमंत्री आवास की राशि उन्होंने रोक दिया है । यही वजह है कि हमें अबुआ आवास योजना लाना पड़ा । उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम लोगों ने अबुआ के लिए 15000 करोड रुपए आवंटित किए हैं लेकिन जिस तरह से इसके आवेदन आ रहे हैं हमें लग रहा है कि और रुपए इस मद में देने पड़ेंगे । जितने आवेदन आ रहे हैं उंसके लिए वक्त एक साल लगे या चार साल , सभी को यह आवास मिलेगा । 

बता दे की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज दुमका सदर प्रखंड के बड़ा ढाका गांव में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में शिरकत किया । इस मौके पर झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख , श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता , विधायक प्रदीप यादव , विधायक नलिन सोरेन , विधायक सीता सोरेन , विधायक बसंत सोरेन मौजूद थे । 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पिछले 20 वर्षों से जनता के हित में कोई काम ही नहीं हुए । प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक लोग अपने काम के लिए चक्कर लगाते थक जाते पर उनका काम नहीं होता लेकिन हमने सरकार और प्रशासन को उनके गांव तक पहुंचा दिया है ।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने लगभग 13 लाख लोगों का राशन कार्ड डिलीट करवा दिया था लेकिन हम लोगों ने 20 लाख लोगों को राशन कार्ड देने का काम किया है । उन्होंने कहा कि अगर स्थिति इसी तरह चलती रही तो हमारी सरकार खाद्यान्न के साथ अब एक किलो दाल फ्री में देगी ।

उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों से उबर कर आज जनता की सेवा कर रहे हैं तो उनके विपक्षी दलों के पेट में दर्द हो रहा है और वह तरह-तरह के षडयंत्र कर विकास योजनाओं को बाधित करने का काम कर रही है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : थाना में आनेवाले फरियादियों से विन्रमता से पेश आये पुलिस - एसपी

दुमका : पुलिस थाना में आनेवाले फरियादियों के साथ पुलिस को अब विन्रमता से पेश आना होगा। इस बाबत पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने जिले के सभी थाना प्रभारी और पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने गुरुवार को जिले के सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, परीक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक एवं सभी थाना प्रभारियों के साथ हुए अपराध समीक्षा की बैठक के दौरान उक्त निर्देश दिया।

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने लंबे समय से लंबित चले आ रहे हैं कांडों को त्वरित गति से निष्पादन कर लंबित आकङों को कम करने के लिए सभी थाना प्रभारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की सराहना की और कहा कि इसी तरह से आगे लक्ष्य के पूरा करें।

एसपी ने विधि व्यवस्था संबंधित विषयों पर समीक्षा कर सभी पुलिस पदाधिकारी को विशेष दिशा निर्देश दिया।

उन्होंने वाहन चोरी की घटना को रोकने के लिए गश्ती पार्टियों को लगातार गश्ती करने एवं वाहन चोरी वाले कांडों को वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान करने का निर्देश दिया। एसपी ने कहा कि महिला सुरक्षा से संबंधित आपातकाल परिस्थिति में डायल 112 एवं 112 पैनिक मोड व शक्ति एप का इस्तेमाल महिला द्वारा किया जाय और इसे लेकर महिलाओं में जागरूकता लानी जरुरी है। मॉब लिंचिंग की घटना को रोकने के लिए उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने क्षेत्र एवं हाट बाजारों में सतत निगरानी बरतने के लिए निर्देश दिया। एसपी ने सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम) की समीक्षा कर कोर एप्लिकेशन सिस्टम सॉफ्टवेयर में साल 2023 के सभी कांडों एवं अनुसंधान विवरणी को टाइम फ्रेम के अंदर अपडेट करने के लिए निर्देश दिया। 

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को चरित्र प्रमाण पत्र निर्गत करने की गति को तेज करने को कहा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : केंद्रीय कारा में 3 घंटे तक चली औचक निरीक्षण की कार्रवाई, कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं


दुमका : धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद दुमका केंद्रीय कारागार में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है।

बुधवार की रात जिला प्रशासन की टीम अचानक दुमका केंद्रीय कारा पहुंची और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। 

उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे के नेतृत्व में पहुंची टीम ने करीब तीन घंटे तक जेल के सभी वार्डो की सघन तलाशी ली। हालांकि इस दौरान किसी तरह की आपत्तिजनक सामान की बरामदगी की सूचना नहीं है। उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने गुरुवार को कहा कि यह रूटीन कार्रवाई थी। तलाशी की कार्रवाई करीब तीन घंटे तक चली।

 इस दौरान किसी तरह की आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कारा प्रशासन को जेल की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित सभी दिशा निर्देशों को सख़्ती से अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है।

इधर जानकारी के मुताबिक जेल की सघन तलाशी के लिए अधिकारियों की सात टीम बनायी गयी थी जिन्होंने जेल के अंदर अलग अलग वार्डो में घूमकर तलाशी ली।

 बता दे कि केंद्रीय कारागार में कुख्यात अपराधियों के साथ ही कई नक्सली बंद है। टीम में एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार, एसडीएम कौशल कुमार, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विजय कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : थर्ड ऑल इंडिया ओपन फिडे रेटिंग चेस टूर्नामेंट का शुभारंभ, ग्रैंड मास्टर सहित देशभर से जुटे 235 खिलाड़ी


दुमका : दुमका के इंडोर स्टेडियम में बुधवार को पांच दिनों तक चलनेवाले थर्ड ऑल इंडिया ओपन फिडे रेटिंग चेस टूर्नामेंट का शुभारंभ क़ृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने किया। इस टूर्नामेंट में 15 राज्यों के 235 खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमाएंगे।

उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए क़ृषि मंत्री बादल ने कहा कि झारखण्ड की संस्कृति खेल भावना से जुड़ी हुई है। राज्य ने क्रिकेट और हॉकी में एक अलग पहचान बनायी है। दुमका में राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन गौरव की बात है और ऐसे आयोजन से सरकार का ध्यान भी आकृष्ट होगा और पूरे भारत में एक बेहतर संदेश जाएगा कि संताल परगना जैसे पिछड़े क्षेत्र में भी राष्ट्रीय स्तर के खेल टूर्नामेंट का बेहतर आयोजन हो सकता है। 

उन्होंने कहा कि झारखण्ड में खेल के क्षेत्र में स्वर्णिम अवसर है और ऐसे टूर्नामेंट में भाग ले रहे जब खिलाड़ी देश और दुनिया में अपना नाम रोशन करेंगे तो दुमका के लिए वो गौरव का पल होगा। हमारी सरकार खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा दे रही है। टूर्नामेंट के निदेशक एवं डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कहा कि काफी कम समय में इस टूर्नामेंट का आयोजन करने का निर्णय लिया गया था और जिला शतरंज संघ के पदाधिकारियों के अथक सहयोग से टूर्नामेंट का ससमय शुरू किया गया। जिला परिषद की अध्यक्ष जॉयस बेसरा ने कहा कि संताल परगना सहित राज्य के बच्चों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए यह एक महत्वपूर्ण और बड़ा मंच मिला है और यहाँ के बच्चों को दूसरे राज्यों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ खेलने का बेहतर अवसर मिलेगा।

इससे पूर्व क़ृषि मंत्री का स्वागत किया गया। क़ृषि मंत्री ने टूर्नामेंट में शामिल होनेवाले खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। मंत्री बादल पत्रलेख ने दीप जलाकर और एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार के साथ शतरंज खेल कर टूर्नामेंट का विधिवत उदघाटन किया।

टूर्नामेंट में कर्नाटक के ग्रैंड मास्टर तेज कुमार, पश्चिम बंगाल के सप्तर्षि राय चौधरी और इंटरनेशनल मास्टर नीलेश शाह भाग ले रहे है। समाचार लिखें जाने तक ग्रैंड मास्टर और इंटरनेशनल मास्टर सहित दुमका जिला शतरंज संघ के सचिव घनश्याम प्रसाद साह, मिठू पांडे और मोहसिन अंसारी अपने अपने मैच जीत चुके है।

बता दे कि टूर्नामेंट में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने इंटरनेशयनल टूर्नामेंट में भाग लिया है। खास बात यह भी है कि इस टूर्नामेंट में शिरकत करने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे पुत्र विश्वजीत एच. सोरेन भी नाना अम्पा मांझी और नानी सिंगो मुर्मू के साथ पहुंचे हैं। उदघाटन सत्र में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विजय कुमार, एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, डॉ तुषार ज्योति, जिला खेलकूद संघ के उमाशंकर चौबे, हरिलाल प्रसाद, दीपक अग्रवाल, शिशिर घोष, डॉ मनोज कुमार घोष, दाऊद अली, दीपक शाह, राजेश मिश्रा, प्रेम कुमार, राधे भालोटिया आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सेंट्रल जेल व कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर, एसपी व एसडीएम ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा

दुमका : धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह हत्याकांड के बाद दुमका जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। उपराजधानी दुमका के सेंट्रल जेल के साथ ही कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार नजर रखी जा रही है। सेंट्रल जेल एवं कोर्ट की सुरक्षा में तैनात जवानों को हमेशा सतर्क रहने की हिदायत दी गयी ताकि किसी तरह की अनहोनी को वक्त रहते टाला जा सके।

यहाँ बता दे कि बीते मई 2022 में सुरक्षा के लिहाज से अमन सिंह को दुमका सेंट्रल जेल लाया गया था। फिर दिसम्बर माह में उसे वापस धनबाद जेल भेज दिया गया। इधर बुधवार को पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार एवं अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने दुमका न्यायालय परिसर के बाहर एवं अंदर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

पुलिस अधीक्षक श्री खेरवार ने पुलिस बल की कार्यशैली को मजबूत करने के लिये विशेष दिशा निर्देश दिया। एसपी ने क्यूआरटी टीम द्वारा न्यायालय परिसर की मॉनिटरिंग हो रही है या नहीं इसका भी जायजा लिया एवं नियंत्रण कक्ष के पुलिस पदाधिकारी को विशेष सजग रहने का निर्देश दिया। एसपी ने न्यायाधीश के आवासीय परिसर के सुरक्षा व्यवस्था का भी निरीक्षण एवं प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को कई विशेष दिशा निर्देश दिया।

एसपी श्री खेरवार ने कहा कि कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार नजर रखी जा रही है ताकि किसी तरह की अनहोनी नहीं हो। जरूरत होगी तो सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस अधिकारी और जवानों की संख्या बढ़ायी जाएगी। जेल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुलिस सजग और सचेत है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)