*अयोध्या मण्डल एवं देवीपाटन मण्डल के 9 जनपदों की मण्डलीय गोष्ठी उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न*
अयोध्या।डा0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के विवेकानन्द सभागार में अयोध्या मण्डल व देवीपाटन मण्डल की रबी अभियान 2023-24 की रबी गोष्ठी का आयोजन उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त एवं प्रभारी मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने भाग लिया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि सचिव एवं निदेशक डा0 राजशेखर, मण्डलायुक्त अयोध्या गौरव दयाल, मण्डलायुक्त देवीपाटन योगेश्वर राम मिश्र एवं मण्डल के जनपदों के मुख्य विकास अधिकारीगण, उपनिदेशक कृषि गण, जिला कृषि अधिकारीगण सहित कृषि विभाग एवं कृषि उत्पादन से जुड़े सिंचाई, सहकारिता, यूपी एग्रो, उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र, आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विवि के वैज्ञानिकों/प्रतिनिधियों तथा सम्बंधित अधिकारियों के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह ने भाग लिया।
इस गोष्ठी में दोनों मण्डलों के प्रगतिशील किसान एवं कृषि कार्यो को प्रोत्साहित करने वाले तकनीकी सहायकों ने भी भाग लिया। इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को रबी उत्पादन को कम लागत पर बढ़ाना एवं कृषि उपज/उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराना एवं जैविक खेती पर बल देना है जिससे कि किसानों की आय में वृद्वि हो सकें। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती जी के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने सुझाव दिया कि जो कृषकों के इस गोष्ठी में सुझाव जैसे मार्केटिंग आदि की व्यवस्था हेतु आये है उस पर कार्य किया जा रहा है तथा किसान सम्मान निधि से किसी भी प्रकार से अछूता न रहे। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसा कार्य करें कि इस योजना से पात्रता के आधार पर किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले । इस बार प्रदेश सरकार द्वारा 30 हजार सोलर पम्प देने का कार्य किया गया है जो पिछले कार्यो से दुगना है ।
विकसित भारत बनाने के लिए सभी को संकल्पित होकर कार्य करना चाहिए तथा सरकारी योजनाओं का लाभ वंचित लोगों को दिया जाय तथा सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में जाकर किसानों के लिए खाद, बीज आदि की सुविधाओं पर ध्यान दें । इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त एवं प्रभारी मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य सरकार के माध्यम से उनको खाद, बीज आदि उपलब्ध कराना तथा उनके उत्पादन को बढ़ाने के साथ साथ उनके जीवन स्तर को भी सुधारने के लिए काम करना है। हमारे किसानों ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया है जो हमारी खाद्यान्न के मामले में अपनी आवश्यकताओं को पूरा करते है तथा विदेशों में भी निर्यात करते है। इस गोष्ठी के बाद किसान कृषि विभाग या अन्य अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में जाकर कृषि से जुड़ी सामाग्री खाद, बीज आदि का निर्धारित स्थान पर पहुंचाने की कार्यवाही करें तथा किसानों को उपलब्ध करायें जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न हों ।
गोष्ठी में अधिकारियों ने बताया कि हमारी तैयारियां पूरी है उन्हें संकल्पित होकर कार्य करने के लिए आहवान करता हूं तथा मैं सभी को बधाई देता हूं, पर यह भी आपको समझना है कि सरकार के लिए किसान महत्वपूर्ण है तथा हर जिले में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में कार्यवाही किया जाय इसके लिए डीएम एवं सीडीओ प्रयास करें, शासन मदद करेगा। दुनिया में 21 प्रतिशत खेती सिंचाई पर होती है तथा शेष बर्षा पर आधारित होती है पर उत्तर प्रदेश में यह 86 प्रतिशत खेती सिंचाई के माध्यम से होती है जो उत्तर प्रदेश खेती के लिए पावर हाउस है।
जिन चीजों की पैदावार अच्छी हो रही है उसके लिए बेहतर मार्केट उपलब्ध कराने हेतु तथा फूट प्रोसेसिंग यूनिट लगाने हेतु आपेक्षित कार्य किये जा रहे है। आलू की खेती डीप एरीगेशन से आलू केले की पैदावार बढ़ाई जा सकती है । कृषि कार्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार के पास किसानों के विकास के लिए बजट की कोई कमी नही है जो कृषि कार्यो के लिए एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिए खर्च किये जा रहे है । इस अवसर पर कार्यक्रम के शुरू में स्वागत अयोध्या मण्डल के आयुक्त गौरव दयाल द्वारा किया गया ।
शासन से आये हुये मंत्री एवं अधिकारियों के अलावा अन्यदाता किसानों का स्वागत करते हुये अपने उद्बोधन में कहा कि हमारी कृषि एवं इससे जुड़े हुये अन्य विभागों के साथ रबी के लिए पूरी तैयारी है तथा हम शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने में सफल होंगे तथा मण्डलायुक्त ने बताया कि रबी 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन लक्ष्य 2408.254 हजार मै0 टन एवं तिलहन उत्पादन 106.664 हजार मै0 टन कुल 2514.918 हजार मै0 टन उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है। रबी 2022-23 में खाद्यान्न एवं तिलहन फसलों के अन्तर्गत 806.09 हजार हे0 का क्षेत्र आच्छादित हुआ एवं 2394.88 मै0 टन का उत्पादन हुआ।
आगामी रबी 2023-24 में अतिरिक्त कुल 12.775 हजार हे0 के क्षेत्र आच्छादन तथा कुल 120.038 हजार मै0 टन उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित है इस पर क्षेत्र विशेष के आधार पर लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु कार्यवाही करायी जायेगी। आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि रबी 2023-24 में 818.865 हजार हे0 क्षेत्र आच्छादित किया जायेगा, जिसमें से गेहूँ 637.938 हजार हे0 में बोये जाने का लक्ष्य निर्धारित है। नवीनतम् कृषि तकनीक का उपयोग करते हुए अभियान चलाकर रबी की प्रमुख फसल गेहूँ की बुवाई माह नवम्बर में 80 प्रतिशत तक पूर्ण कराया जायेगा तथा अन्य फसलों की सामयिक बुवाई पर भी बल दिया जा रहा है। पंक्ति में बुआई पर बल दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि रबी की मुख्य फसल गेहूँ की गत वर्ष प्राप्त उत्पादकता 34.54 कु0/हे0 तथा रबी 2023-24 में 36.07 कु0/हे0 उत्पादकता प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित है। उत्पादन के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु रबी 2023-24 में कुल 317644.91 कु0 बीज का वितरण किया जायेगा, जिसमें से 298231 कु0 गेहूँ बीजों का वितरण किया जायेगा। रबी 2023-24 में 16002.4 कु0 दलहनी बीजों का वितरण किया जायेगा।
रबी 2023-24 में 2237.51 कु0 तिलहनी फसलों की बीजों का वितरण किया जायेगा। जनपदों में कर्मचारीवार लक्ष्यों का आवंटन कराते हुये शत-प्रतिशत वितरण कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। मण्डलायुक्त ने बताया कि मण्डल में पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की उपलब्धता है। माह-दिसम्बर 2023 के कुल कमिक उर्वरकों के लक्ष्य 229347 मै0 टन के सापेक्ष 344759.85 मै0 टन उपलब्ध है, जो कि 150.32 प्रतिशत है। भारत सरकार द्वारा नीम कोटेड यूरिया की आपूर्ति कराई जा रही है। इस वर्ष नैनो यूरिया एवं नैनो डी0ए0पी0 के प्रयोग पर भारत सरकार/शासन द्वारा विशेष बल दिया जा रहा है तथा नहरों आदि को भी समय से रोस्टर से चलाया जायेगा तथा जो नलकूप आदि खराब है उनको भी ठीक कर दिया जायेगा सम्बंधित विभाग इसमें समन्वय से कार्य कर रहे है।
देवीपाटन मण्डल के मण्डलायुक्त योगश्वर राम मिश्र ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये कहा कि हमारे मण्डल में 04 जनपद है जिसमें 03 जनपद श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच आकांक्षात्मक जनपद है इन जनपदों के साथ साथ गोंडा आदि जनपद में बेहतर तैयारियां की गयी है तथा लक्ष्य को पूरा करने में सफल होंगे एवं हमारे मण्डल के 03 जनपद नेपाल के सीमा से जुड़ते है वहां हमें कृषि कार्य के लिए एक व्यापक योजना बनाते हुये कार्य करना होगा जिससे कि किसानों की आय में और बेहतर वृद्वि हो सकें और उनके जीवन में गुणात्मक सुधार हो सकें। रबी की मुख्य फसल गेहूँ, एवं मसूर है, मण्डल में किसानों द्वारा नकदी फसल के रूप में गन्ना की 285570 हेक्टेयर में खेती की जाती है, मण्डल की औसत सामान्य वर्षा 1002-1050 मिमी0 है।
उन्होंने कहा कि मण्डल में इस वर्ष रबी फसलों का कुल आच्छादन लक्ष्य 814253 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है, जिसमें मुख्य फसल गेहूँ का 544844 हेक्टेयर एवं मसूर का आच्छादन लक्ष्य 143626 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है एवं 125783 हेक्टेयर में अन्य फसले है, गत वर्ष रवी 2022-23 में कुल 742997 हेक्टेयर क्षेत्रफल आच्छादित हुआ, जिसमें मुख्य फसल गेहूँ 544511 हेक्टेयर एवं मसूर की 137791 हेक्टेयर पूर्ति रही। इस प्रकार मसूर का आच्छादन लक्ष्य 5835 हे0 बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। श्री मिश्र ने बताया कि मण्डल में इस वर्ष रबी फसलों का कुल उत्पादन लक्ष्य 20.47 लाख मै0 टन प्रस्तावित है, जिसमें से मुख्य फसल गेहूँ का 1825 लाख मै0 टन एवं मसूर का 1.45 लाख मै0 टन लक्ष्य निर्धारित किया गया है, एवं 0.77 लाख मै0 टन का अन्य फसलों का लक्ष्य निर्धारित है, गत वर्ष रबी 2022-23 में फुल उत्पादन 19.30 लाख मै0 टन प्राप्त हुआ, जिसमें मुख्य फसल गेहूँ 17.47 लाख मै0 टन एवं मसूर 1.12 लाख मै0 टन उत्पादन प्राप्त हुआ, गत वर्ष की अपेक्षा कुल फसलों में इस वर्ष 6.06 प्रतिशत अधिक उत्पादन का का लक्ष्य प्रस्तावित किया गया है।
उन्होंने बताया कि गत वर्ष रवी 2022-23 में गेहूँ की उत्पादकता 32.09 कु0/हेक्टेयर प्राप्त हुई, इस वर्ष गेहूँ की उत्पादकता 33.51 कु0/हेक्टेयर प्रस्तावित है, जो कि गत वर्ष के सापेक्ष 4.42 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष रबी 2022-23 में मसूर की उत्पादकता 8.14 कुन्तल/हेक्टेयर प्राप्त हुई। मण्डल में गेहूँ की उत्पादकता कम होने का एक कारण विलम्ब एवं छिटकवां विधि से बुवाई का होना है। अतः किसानों को समय से पक्तियों में बुवाई हेतु जागरूक किया जा रहा है तथा शासन के जो निर्धारित लक्ष्य है उनको पाने में कामयाब होंगे तथा सभी से हम इस क्षेत्र में बेहतर समन्वय से कार्य किया जा रहा है । गोष्ठी में सचिव कृषि एवं निदेशक डा0 राजशेखर ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसान सम्मान निधि योजना के तहत 15 जनवरी तक अभियान चलाया जायेगा। 5 लाख तक ऐसे किसान है जिनको इसका लाभ नही मिल रहा है उससे सम्बंधित कमियां दूर कर लाभ से आच्छादित किया जायेगा।
संतुलित मात्रा में उर्वरक प्रयोग करके कृषि कार्य को बढ़ाया जा सकता है तथा मृदा की भी गुणवत्ता बनी रहती है। धीरे धीरे उर्वरक को कम करते हुये जैविक खेती और प्राकृतिक खेती बढ़ाये जाने पर जोर दिया। डा0 राजशेखर ने यह भी कहा कि सोलर पम्प योजना महत्वाकांक्षी योजना है इसका सभी जिलो में सर्विस सेन्टर है। कृषि विभाग के अधिकारी इसका व्यापक प्रचार कर आम जनमानस में इसकी जागरूकता बढ़ायें। इस अवसर पर जिलाधिकारी नितीश कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे अन्नदाता किसानों ने भारत को अपने मेहनत के बल से खाद्यान्न मामले में दलहन में, तेलहन में आदि में आत्मनिर्भर बनाया है। सभी किसान जो दोनों मण्डल से आये हुये है तथा अन्य किसान भाई बहन इसके लिए बधाई के पात्र है।
किसानो की उपज बढ़ाने के साथ साथ बदलते हुये परिवेश में और जागरूक होना पड़ेगा तथा मार्केटिंग के लिए भी कार्य करना होगा। बाजार जैसा बेहतर होगा वैसा उनके आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। फसलों की उत्पादकता एवं क्राप के रोटेशन पर भी ध्यान देना होगा, जिससे क्राप फसलो के पैर्टन/बेहतर प्रणाली की जानकारी हो सकें। जिलाधिकारी ने किसानों के खुशहाली के लिए अच्छा मार्केट व्यवस्था पर जोर दिया तथा जनपद लखीमपुर में अपने तैनाती के समय केला के उत्पादन बढ़ाने में तथा किसानो के आर्थिक स्थिति को बेहतर कराने की घटनाओं का जिक्र भी किया तथा बाहर से आये हुये सभी अधिकारियों का स्वागत एवं अभिवादन भी किया।
इस बैठक में अयोध्या मण्डल एवं देवीपाटन मण्डल के जनपद अयोध्या, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, अमेठी, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती आदि जनपदो के मुख्य विकास अधिकारियों ने अपने-अपने जनपदों के रबी उत्पादक की रणनीति पर चर्चा की। इस गोष्ठी में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों, आचार्य नरेन्द्र देव विवि के वैज्ञानिकों, उद्यान निदेशक, अन्य विशेषज्ञों ने तथा पद्मश्री रामसूरत वर्मा सहित अन्य किसानों ने भी अपने विचार व्यक्त किये तथा विभिन्न जनपदों के आये हुये किसानों ने भी अपनी-अपनी सफलता एवं प्रयासों की चर्चा की तथा सरकार से बेहतर मार्केटिंग सुविधा आदि के लिए अनुरोध किया ।
बैठक में जनपदों के मुख्य विकास अधिकारीगण, परियोजना निदेशक गण, सिंचाई विभाग, सहकारिता विभाग, उद्यान विभाग, आदि विभागों के अधिकारीगण प्रतिनिधिगण के साथ साथ कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक, अयोध्या मण्डल के अलावा अन्य मण्डल के संयुक्त निदेशकगण, उपनिदेशकगण, जिला कृषि अधिकारी, कृषि प्रेमी, किसान, पत्रकार, गणमान्य नागरिक, उन्नतशील किसान अपने अपने उत्पादों को लेकर गोष्ठी में भाग लिया एवं किसानों कों प्रतीक चिन्ह भी दिया गया । इस गोष्ठी के पूर्व कृषि, उद्यान, मत्स्य, यूपी एग्रो आदि द्वारा लगाये गये विभिन्न स्टालों का वरिष्ठ अधिकारियों एवं किसानों ने अवलोकन किया। इस अवसर पर अयोध्या मण्डल के कृषि संयुक्त निदेशक एवं, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।



Dec 15 2023, 18:17