प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी से भरेंगे लोकसभा चुनाव 2024 की हुंकार, उमरहां के स्वर्वेद मंदिर में करेंगे दर्शन, 17 को पहुंचेंगे वाराणसी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिनी काशी प्रवास पर 17 दिसंबर को बनारस आ रहे हैं। इसमें प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र को हजारों करोड़ की परिजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि पार्टी की तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक विजय के बाद प्रधानमंत्री का पहला काशी आगमन प्रस्तावित हुआ है। इसे लेकर कार्यकर्ता उत्साहित हैं।

काशीवासी एवं कार्यकर्ता विजय के उपहार स्वरूप जनसभा को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान कर प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत करेंगे। पहले दिन दोपहर करीब दो बजे पहुंचने के बाद कैंटोमेंट स्थित छोटा कटिंग मेमोरियल स्कूल मैदान में लगी विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे।

फिर नमो घाट पर मां गंगा को नमन करने पहुचेंगे। वहीं तमिल संगमम कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। रात्रि विश्राम के बाद दूसरे दिन 18 दिसंबर को सुबह उमरहां में स्वर्वेद मंदिर जाएंगे। जहां से सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में प्रस्तावित जनसभा को संबोधित करेंगे।

इस मौके पर विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण भी पीएम के द्वारा किया जाएगा। इसके लिए भोरकला, शहंशाहपुर समेत कई स्थानों पर विचार चल रहा है। इसके पूर्व प्रधानमंत्री वहीं पर ग्रामीण क्षेत्र की विकसित भारत संकल्प यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। कुछ प्रमुख लोगों से संवाद भी करेंगे।

*पीएम मोदी ने दी शाही पर बड़ी सलाह, बोले- देश में ‘Make in India’ की तर्ज पर ‘Wed in India’ का मूवमेंट चलाना चाहिए*

#pm_modi_said_why_do_you_people_go_abroad_and_get_married 

इन दिनों हमारे देश में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन जोरों पर हैं। हाल के कुछ सालों में इस तरह के साही समारोह का प्रचलन बढ़ा है। खासकर दौलतमंद लोगों में ये ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने शादी करने वालों को बड़ी सलाह दी है। पीएम मोदी ने कहा है कि जब भगवान जोड़ियां बनाते हैं तो आप लोग भगवान के चरणों के बजाय बाहर विदेश में जाकर क्यों शादी करते हैं।पीएम मोदी ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 को संबोधित करते हुए ये बड़ी बात कही।दरअसल पीएम मोदी का मानना है कि देश में बढ़ते डेस्टिनेशन वेडिंग के चलन की वजह से अर्थव्‍यवस्‍था को भारी नुकसान हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर समिट 2023 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेश के द्वार खुल रहे हैं। विकसित भारत हम सभी की जिम्मेदारी है।उत्तराखंड वो राज्य है, जहां आपको देवत्व और विकास दोनों का अनुभव एक साथ होता है। मैंने तो उत्तराखंड की भावनाओं और संभावनाओं को निकट से देखा है। मैंने उसे जिया है, अनुभव भी किया है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, "उत्तराखंड को डबल इंजन सरकार का फायदा कैसे मिल रहा है इसका एक उदाहरण टूरिज्म सेक्टर भी है। आज भारत को देखने के लिए भारतीयों और विदेशियों दोनों में अभूतपूर्व उत्साह मिल रहा है। हम पूरे देश में थीम बेस्ड टूरिज्म सर्किट तैयार कर रहे हैं। कोशिश ये है कि भारत के नेचर और कल्चर दोनों से दुनिया का परिचय कराया जाए। इस अभियान में उत्तराखंड सशक्त राज्य बनकर उभरने वाला है। यहां नेचर, कल्चर, हेरिटेज सबकुछ है। यहां योग, आयुर्वेद एडवंचर स्पॉट आदि हर प्रकार की संभावना है। उन्हीं को अवसर देना सभी की प्राथमिकता जरूर होनी चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं एक और बाद कहूंगा यहां जो लोग आए हैं उन्हें अच्छा लगे या बुरा लगे, लेकिन यहां कुछ लोग ऐसे हैं जिनके माध्यम से उनतक मुझे ये बात पहुंचानी है। खास करके देश के धन्ना सेठों को कहना चाहता हूं।विदेश में होने वाली शादियों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से 'मेक इन इंडिया' है, ठीक ऐसे ही 'वेड इन इंडिया' भी होना चाहिए। शादी हिंदुस्तान में करो। इन दिनों हमारे देश के अमीर वर्ग के बीच ये फैशन हो गया है कि वे विदेशों में जाकर शादियां करते हैं। मैं पूछता हूं ऐसा क्यों है? 

प्रधानमंत्री मोदी ने देश के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि हमें ‘Make in India’ की तरह एक मूवमेंट चलाना चाहिए ‘Wed in India’। मतलब शादी हिंदुस्तान में करो। उन्होंने कहा, मैं तो चाहूंगा कि आने वाले पांच साल में अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन शादी उत्तराखंड में करिए। अगर एक साल में 5 हजार शादियां भी यहां होने लग जाएं तो एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो जाएगा और दुनिया की शादियां यहां होने लग जाएंगी।

*टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म, लोकसभा से प्रस्ताव पास, पैसे लेकर सवाल पूछने में दोषी करार*

#cashforquerymatterloksabhaexpelsmahuamoitra 

कैश फॉर क्वेरी मामले को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई। एथिक्स कमेटी की जांच में वह दोषी पाई गईं। संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन लोकसभा ने आचार समिति की उस रिपोर्ट को मंजूरी प्रदान कर दी है। जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी।महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप था।बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर आरोप लगाया था।

महुआ मोइत्रा अब सांसद नहीं रहीं। उनकी लोकसभा सदस्यता खत्म करने का प्रस्ताव पास हो गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर, 2023 को सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर आचार समिति ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को सही पाया। इस कारण उन्हें लोकसभा में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। लोकसभा ने इस प्रस्ताव को पास कर दिया है।

महुआ मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा में प्रस्ताव पास हुआ। इससे पहले सदन में चर्चा हुई। ओम बिरला ने कहा, हम यहां न्याय नहीं, चर्चा कर रहे हैं। ये सदन न्यायलय की तरह काम नहीं कर रहा। मैं नियम के तहत बात कर रहा हूं। मेरा अधिकार नहीं, सभा का अधिकार है। सभा का अधिकार नहीं होता तो अब तक मैं फैसला सुना देता। 

सदस्यता जाने पर क्या बोली महुआ

सदस्यता जाने पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि मैंने अडानी ग्रुप का मुद्दा उठाया था। इसलिए मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये सब किया गया है।किसी तरह की रकम या तोहफा लेने का कोई सबूत नहीं है। आचार समिति इस मामले की जांच की तह तक नहीं गई। मोदी सरकार को लगता है कि मुझे चुप कराकर वह अदाणी के मुद्दे से ध्यान भटका देगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा।

*महुआ मोइत्रा के खिलाफ आचार समिति की रिपोर्ट में क्या-क्या, सांसदी जाएगी या बचेगी इस पर लोकसभा में बहस जारी*

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पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमुल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के आज पांचवे दिन महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों पर लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है। जिसमें महुआ की सांसदी खत्म करने की सिफारिश की गई है। इस रिपोर्ट में महुआ से हुई पूछताछ का हवाला देते हुए ये भी लिखा गया है कि महुआ के खिलाफ लगे आरोप बेहद गंभीर हैं, ऐसे में उनपर एक्शन होना चाहिए। एथिक्स कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि महुआ मोइत्रा ने निहायत ही आपत्तिजनक, गैरकानूनी और घृणित अपराध किया है।रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि इस मामले में भारत सरकार एक कानूनी और संस्थागत जांच कराएं, जो एक तय समय सीमा में खत्म होनी चाहिए।

संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर एक्शन के लिए मोशन मूव किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ये पीड़ादायक है, लेकिन कई बार सदन को अपने नियमों के लिए उचित फैसला लेना पड़ता है। पूरा देश ऊंच संसदीय परंपराओं के लिए हमारी तरफ देखता है। पिछले 75 साल में हमारा लोकतंत्र परिपक्व हुआ है। उन्होंने कहा, हमारी जनता को कल्याण के लिए इस सदन में चर्चा जरूरी होती है।

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आचार समिति की रिपोर्ट पर बहस के लिए तीन-चार दिन का वक्त मांगा। उन्होंने कहा कि सांसदों के पास जो रिपोर्ट आई है, उसमें 106 पन्ने हैं। एनेक्सर और अन्य चीजें मिलाकर कुल 406 पन्ने हैं। भला दो घंटे में इतने पन्ने कैसे पढ़ सकता है? क्या किसी इंसान की क्षमता है कि इतना कम समय में पूरा दस्तावेज पढ़ ले? इसलिए तीन-चार दिन का समय दिया जाए ताकि रिपोर्ट को ठीक से पढ़कर देखें कि क्या इसमें कोई त्रुटि है? नैचरल जस्टिस यही कहता है कि जिस पर आरोप है, कम से कम उसे तो रिपोर्ट समझने का वक्त मिले।

बता दें कि कि महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट 10 नवंबर को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के पास भेज दी थी। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांच कर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नों की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे तमाम मतभेदों के बावजूद एथिक्स कमेटी की बैठक में 6-4 के अंतर से मंजूर कर लिया गया था।

यह​ दशक देवभूमि का, यहां अवसरों की कमी नहीं', PM मोदी ने किया 'उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट' का आगाज

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देहरादून में 'उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट' का उद्घाटन किया। उन्होंने 44000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स की अधारशिला रखी। गौतम अडानी, नवीन जिंदल सहित कॉर्पोरेट जगत के तमाम दिग्गज इस समिट में सम्मिलित हुए। 3 केंद्रीय मंत्री, 15 देशों के राजदूत भी उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट में सम्मिलित हुए। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में आकर मन धन्य हो जाता है। कुछ साल पहले जब मैं बाबा केदार के दर्शन के लिए निकला था, तो अचानक मेरे मुंह से निकला था कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है। मुझे प्रसन्नता है कि अपने उस कथन को मैं निरंतर चरितार्थ होते हुए देख रहा हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दिनों उत्तरकाशी में टनल से हमारे मजदूर भाइयों को सुरक्षित निकालने का जो सफल अभियान चला, उसके लिए मैं प्रदेश सरकार समेत सभी का अभिनंदन करता हूं। उत्तराखंड वह राज्य है, जहां आपको देवत्व और विकास दोनों का अनुभव एक साथ होता है। मैंने तो उत्तराखंड की भावनाओं एवं संभावनाओं को निकट से देखा है। मैंने उसे जिया है, अनुभव किया है। इन्वेस्टर्स समिट में आए उद्योग जगत के दिग्गजों से पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज आप सभी को उत्तराखंड के गौरव, उत्तराखंड की विकास यात्रा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मोदी ने उद्योग जगत से कहा कि सामर्थ्य से भरी ये देवभूमि निश्चित रूप से आपके लिए बहुत सारे द्वार खोलने जा रही है। आज भारत विकास भी और विरासत भी के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, उत्तराखंड उसका प्रखर उदाहरण है। पहले की सरकारों की अप्रोच थी कि जो इलाके सीमा पर हैं, उनको ऐसे रखा जाए कि पहुंच कम हो. डबल इंजन की सरकार ने इस सोच को भी बदला है। हम सीमावर्ती गांवों को लास्ट विलेज नहीं, बल्कि देश के फर्स्ट विलेज के रूप में विकसित करने में जुटे हैं। आप सभी बिजनेस जगत के विशेषज्ञ हैं...तथा जो लोग बिजनेस जगत में रहते हैं वे SWOT एनालिसिस करते हैं...कंपनी के बारे में, रणनीतियों के बारे में विश्लेषण करते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- यदि एक राष्ट्र के रूप में आज हम भारत को लेकर SWOT एनालिसिस करें तो हमारे चारों तरफ आकांक्षाएं, आशा, आत्मविश्वास, नवाचार और अवसर ही नजर आएँगे। उन्होंने कहा कि आपको आज देश में नीति-संचालित शासन दिखेगा, आपको आज राजनीतिक स्थिरता के लिए देशवासियों का मजबूत आग्रह नजर आएगा। आकांक्षी भारत आज अस्थिरता नहीं चाहता, वह आज स्थिर सरकार चाहता है। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में हमने ये देखा है तथा उत्तराखंड के लोगों ने इसे पहले ही करके दिखाया है। आज भारत को देखने के लिए भारतीयों और विदेशियों दोनों में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम पूरे देश में थीम बेस्ड टूरिज्म सर्किट तैयार कर रहे हैं। कोशिश ये है​ कि भारत के नेचर एवं हेरिटेज दोनों से ही दुनिया को परिचित कराया जाए। इस अभियान में उत्तराखंड, टूरिज्म का एक सशक्त ब्रांड बनकर उभरने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे देश में ऐसा माना जाता है कि भगवान सबकी जोड़ी बनाता है, फिर वो जोड़ियां अपनी (दांपत्य जीवन की) नई यात्रा शुरू करने के लिए विदेश क्यों जाती हैं. 'Make in India' की तरह एक मूवमेंट चलना चाहिए 'Wed in India'. शादी हिंदुस्तान में करो। मैं तो चाहूंगा, आने वाले पांच साल में अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन शादी उत्तराखंड में करिए।

उन्होंने कहा कि यदि एक वर्ष में 5 हजार शादियां भी यहां होने लग जाएं तो एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो जाएगा तथा दुनिया की शादियां यहां होने लग जाएंगी। मेरा एक संकल्प है, आने वाले कुछ वक में इस देश में 2 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने के लिए मैंने 'लखपति दीदी' अभियान चलाया है। हाउस ऑफ हिमालय ब्रांड से 2 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने का काम तेजी से पूरा हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चाहे कोरोना वैक्सीन हो या नीतियां, भारत ने हमेशा अपने सामर्थ्य पर भरोसा किया है। इसलिए भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से अलग ही खड़ा है।

*क्या जाएगी महुआ मोइत्रा की सांसदी? पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में लोकसभा में आचार समिति की रिपोर्ट पेश*

#tmc_mp_mahua_moitra_report_tabelled_in_lok_sabha 

पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के निर्देश पर जांच करने वाली सदन की एथिक्स कमेटी ने लोकसभा में रिपोर्ट पेश कर दी है। भाजपा सांसद विजय सोनकर ने रिपोट की सभा के पटल पर रखा। इस बीच सदन में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। रिपोर्ट पेश होने के बाद महुआ के खिलाफ निष्कासन प्रस्ताव लाने की भी तैयारी की जा रही है। रिपोर्ट में न सिर्फ महुआ की सदस्यता निरस्त करने की, बल्कि उनके कृत्यों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानते हुए इसकी जांच भी कराने की सिफारिश की गई है।

रिपोर्ट पेश होते ही सदन में हंगामा हो गया। टीएमसी समेत विपक्ष के सांसदों ने नारेबाजी, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। रिपोर्ट पेश होने के बाद महुआ मोइत्रा संसद से बाहर चली गईं। उन्होंने कहा, हमें अभी तक यह नहीं मिला है। मुझे अपना दोपहर का भोजन करने दो और वापस आने दो। जो भी होना है, दोपहर 2 बजे के बाद होगा।

विपक्षी दलों के हंगामे को देखते हुए रिपोर्ट को स्वीकार करते समय अथवा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई करते समय सदन में वोटिंग की नौबत आ सकती है। इसे देखते हुए भाजपा ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान दिनभर सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है।

एथिक्स कमिटी ने नौ नवंबर को छह-चार के बहुमत से पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट को स्वीकार किया था। बता दें कि महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट को पिछले महीने 10 नवंबर को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दिया था। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांच कर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नों की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे एथिक्स कमेटी की बैठक में 6-4 के अंतर से मंजूर कर लिया गया था। अगर इसे लागु किया गया तो महुआ की संसद सदस्यता खत्म हो सकती है।

इससे पहले महुआ मोइत्रा संसद पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने कहा, ''मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखेंगे..रिपोर्ट पेश होने से पहले महुआ मोइत्रा ने महाभारत की तरह रण होने की चेतावनी दी है। उन्होंने एक बंगला कविता का पाठ करते हुए कहा कि जो डराता है उसके सामने सिर उठाकर लड़ाई लड़नी चाहिए। उसके बाद उन्होंने दिनकर की मशहूर कविता का पाठ करते हुए कहा कि जब नाश मनुष्य पर छाता है पहले विवेक मर जाता है। महुआ ने कहा, " उन्होंने (बीजेपी) चीर हरण शुरू किया है तो महाभारत का रण देखेंगे।

एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए बीजेपी ने पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान किया, करेंगे सीएम का चयन

#bjp_announced_the_observers_for_mp_rajasthan_and_chhattisgarh

हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यो में बंपर जीत हासिल की है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पेंच फंसा हुआ है। ऐसे में बीजेपी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया है। ये पर्यवेक्षक ही हर राज्य में वहां के विधायकों से बात करके सीएम के चेहरे के नाम का ऐलान करेंगे।

पार्टी ने राजस्थान के लिए राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े और सरोज पांडे को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। जबकि मध्य प्रदेश के लिए मनोहर लाल खड्टर, के लक्ष्मी औऱ आशा लखे़ड़ा पर्यवेक्षक बनाया है। वहीं छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी ने सर्वानंद सोनवाल, अर्जुन मुंडा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।

तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री की कुर्सी किन-किन नेताओं को मिलेगी, बीजेपी इन्हीं पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर तय करेगी। ये पर्यवेक्षक विधायक दल की मीटिंग के दौरान मौजूद रहेंगे और उनके फैसलों से केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत कराएंगे। विधायक दल की मीटिंग में ही मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाता है। इन पर्यवेक्षकों की जिम्मेदारी विधायक दल के नेता का चुनाव कराने की होगी।मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायक दल की बैठक 10 दिसंबर को बुलाई गई है। ये बैठक दिल्ली से भेजे गए पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में होगी। सीएम के नाम पर सस्पेंस 10 दिसंबर तक समाप्त होने की उम्मीद है।

*आरबीआ ने दी राहत, लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बदलाव नहीं, आरबीआई गवर्नर ने की मौद्रिक नीति की घोषणा*

#repo_rate_remains_unchanged_at_6_point_5_percent_in_rbi_mpc_meeting

भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बदलाव नहीं किया है। नीतिगत दर 6.5 फीसदी पर बरकरार रहेगी। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में 5-1 के मत से यह फैसला किया गया।एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर ने बताया कि वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था ने मजबूती दिखाई है। बैंकों के बैलेंस शीट में मजबूती दिखी है। केंद्रीय बैंक की एमपीसी ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है।आरबीआई गवर्नर के अनुसार इसके फलस्वरूप स्थायी जमा सुविधा दर 6.25% और सीमांत स्थायी सुविधा दर तथा बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है। आरबीआई गवर्नर ने एफवाई24 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।

एमपीसी की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू मांग के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी जारी है। लागत खर्च में कमी से विनिर्माण क्षेत्र में मजबूती आई है। सरकारी खर्चे से निवेश के रफ्तार में आई तेजी है। एग्रो क्रेडिट में ग्रोथ से रिकवरी बेहतर होने का अनुमान है। एमपीसी के छह में पांच स्थर अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में। सभी सदस्यों ने रेपो रेट को स्थिर रखने पर सहमति जताई।

आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर के अनुमानित आकंड़े भी जारी किये हैं। अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए 5.6 फीसदी, जनवरी-मार्च 2024 के लिए 5.2 फीसदी और अप्रैल-जून 2024 लि 5.2 फीसदी रखा गया है। इन तीनों ही अनुमानों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके बाद जुलाई-सितंबर 2024 और अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए क्रमश: 4.0 फीसदी और 4.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मॉनिटरी पॉलिसी बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने देश में UPI ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने को लेकर बड़ा फैसला लिया। UPI ने लोगों की जिंदगी और पेमेंट करने के प्रोसेस को काफी आसान बना दिया है। यही वजह है कि हर महीने यूपीआई ट्रांजेक्शन की संख्या बढ़ती ही जा रही है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को MPC के ऐलान में बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने हॉस्पिटल और स्कूल-कॉलेजों में यूपीआई ट्रांजेक्शन की लिमिट को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया है।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने की पीएम मोदी के सख्त रूख की तारीफ, बोले-उन्हें डराया-धमकाया नहीं जा सकता

#vladimirputinpraisespmmodi

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की।पुतिन ने पीएम मोदी के सख्त रुख की सराहना की है। पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रीय हितों के विपरीत निर्णय लेने के लिए डराया या मजबूर नहीं किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद रूस और भारत के रिश्तों की गारंटी हैं।

राष्ट्रीय हितों पर पीएम मोदी का रुख सख्त- पुतिन

पुतिन ने कहा, जब राष्ट्रीय हितों की रक्षा की बात आती है तो पीएम मोदी के सख्त रुख की तारीफ की जाती है। मैं कल्पना नहीं कर सकता कि मोदी को ऐसे कोई भी काम करने, कदम उठाने और निर्णय लेने के लिए डराया, धमकाया या मजबूर किया जा सकता है जो भारत और भारतीय लोगों के खिलाफ हो। उन्होंने कहा मैं जानता हूं कि उन पर इस तरह का दबाव है।हालांकि, हमने कभी उनसे इस बार में बात भी नहीं की। मैं सिर्फ बाहर से चीजें देख रहा हूं। सच कहूं तो मैं कई बार भारत और भारतीय लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए मोदी के कड़े रुख को देखकर भी चौंक जाता हूं। 

रूस और भारत के रिश्ते की गारंटी मोदी- पुतिन

रूसी मीडिया स्पूतनिक के मुताबिक पुतिन ने 14वें VTB इन्वेस्टमेंट फोरम 'रूस कॉलिंग' में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा- रूस और भारत के रिश्ते लगातार डेवलप हो रहे हैं और इसकी गारंटी प्रधानमंत्री मोदी की नीति है। उन्होंने कहा, मैं कहना चाहूंगा कि रूस और भारत के बीच संबंध सभी दिशाओं में प्रगतिशील रूप में विकसित हो रहे हैं और पीएम मोदी की ओर से अपनाई गई नीति इसकी मुख्य गारंटर है। वह निश्चित रूप से विश्व राजनीतिक हस्तियों के उस समूह से संबंधित हैं जिनके बारे में मैंने बिना नाम लिए बात की।

भारत और रूस के बीच व्यापार कारोबार बढ़ रहा-पुतिन

पुतिन ने कहा, भारत और रूस के बीच व्यापार कारोबार बढ़ रहा है, पिछले साल यह प्रति वर्ष 35 बिलियन डॉलर था और इस साल की पहली छमाही में ही यह 33.5 बिलियन डॉलर था, यानी कि वृद्धि होगी। हां हम सभी समझते हैं कि काफी हद तक,रूसी ऊर्जा संसाधनों पर छूट के कारण भारत को प्राथमिकताएं मिलती हैं। वह वास्तव में सही काम कर रहे हैं।

पहले भी की है तारीफ

ऐसा पहली बार नहीं है कि रूसी नेता ने भारत की विदेश नीति की तारीफ की है। इससे पहले इसी साल जून में एक कार्यक्रम में पुतिन ने मोदी सरकार की 'मेक इन इंडिया' स्कीम की भी जमकर तारीफ की थी। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को बेहतरीन दोस्त भी बताया था। 4 अक्टूबर 2023 को फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर एक ओलंपियाड को संबोधित करते हुए पुतिन ने मोदी को बुद्धिमान व्यक्ति बताया था।

*नहीं रहे मशहूर अभिनेता जूनियर महमूद, कैंसर के कारण 67 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा*

#junior_mehmood_passes_away

जूनियर महमूद ने दुनिया को अलविदा कह दिया है।पेट के कैंसर के चलते 67 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया है। अभिनेता का पेट का कैंसर चौथी स्टेज पर पहुंच गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिनेता का निधन अपने आवास पर हुआ। उनका उपचार परेल के टाटा मेमोरियल अस्पताल से चल रहा था। जूनियर महमूद के निधन की पुष्टि उनके करीबी दोस्त सलाम काजी ने की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिनेता को करीब एक महीना पहले ही अपनी कैंसर संबंधी बीमारी के बारे में मालूम चला था। तब तक बहुत देर हो गई थी और उनकी सेहत भी काफी ज्यादा बिगड़ गई थी। जूनियर महमूद को स्टेज 4 कैंसर था और डॉक्टर्स ने भी कह दिया था कि वे 40 दिन से ज्यादा नहीं जी पाएंगे। उनके करीबी दोस्त सलाम काजी ने कहा कि उनकी सेहत बिगड़ती ही जा रही थी और वे लाइफ सपोर्ट पर थे, लेकिन दुखद कि वे बच नहीं सके।

बता दें कि उपचार के दौरान अभिनेता महमूद ने अपने पुराने दोस्तों, अनुभवी अभिनेता जितेंद्र और सचिन पिलगांवकर से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद सचिन और जितेंद्र जूनियर महमूद से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान सचिन ने बीमार अभिनेता से यह भी पूछा कि क्या वे कोई मदद कर सकते हैं? हालांकि, महमूद के बच्चों ने किसी तरह की मदद से इनकार कर दिया था।

जूनियर महमूद का नाम नईम सय्यद था और उन्हें ये नाम दिग्गज कॉमेडियन महमूद ने दिया था। वे इंडस्ट्री के उन चुनिंदा स्टार्स में से एक हैं जिन्होंने 5 दशक से ज्यादा समय तक काम किया। उन्होंने अपने करियर में कई सारी फिल्में और टीवी सीरियल्स में काम किया था। उन्होंने करियर की शुरुआत साल 1967 में आई संजीव कुमार की फिल्म नौनिहाल से की थी। उस समय वे महज 11 साल के थे। उन्होंने संघर्ष, ब्रह्मचारी, दो रास्ते, कटी पतंग, हाथी मेरे साथी, हंगामा, छोटी बहू, दादागिरी समेत कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने अपने करियर में बलराज साहिनी से लेकर सलमान खान जैसे स्टार्स संग काम किया। सबसे ज्यादा वे राजेश खन्ना और गोविंदा की फिल्मों में दिखे।राजेश खन्ना संग उनकी फिल्म हाथी मेरे साथी बेहद खास रही।