भगवान महावीर का 2593 वाॅ दीक्षा कल्याणक महोत्सव का आयोजन
शांति सौहार्द के लिए महावीर के संदेशों को अपनायें
मुनि रमेश कुमार
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा भट्टा मधुबनी बाजार के तत्वावधान में आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी के सान्निध्य में श्रमण भगवान महावीर के 2550 वाॅ निर्वाणोत्सव वर्ष के अंतर्गत आज भगवान महावीर का 2593 वाॅ दीक्षा कल्याणक महोत्सव का आयोजन स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। इस अवसर पर भगवान के प्रभावशाली मंत्रों का सामूहिक जप अनुष्ठान भी कराया गया।
मुनि रमेश कुमार जी ने पराक्रमी महावीर विषय पर प्रवचन करते हुए कहा- जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर आज के दिन दीक्षित होकर साधना के क्षेत्र में पराक्रम की लौ प्रज्ज्वलित की। महावीर के पराक्रम की लौ सदा प्रज्वलित रही। उनकी क्रांति का स्वर था बुझो मत। बुझना पाप है। साधना की लौ इस प्रकार जलाओ की तुम्हारे जलने से घोर अमावस्या की रात भी पूनम की आग बन जाए। उन्होंने साधना के पराक्रम की लौ को तब तक जलाया, जब तक वे स्वयं प्रकाश पुंज नहीं बनें। भगवान महावीर का संदेश है - अहिंसा धर्म है , साधना में समता से कष्ट सहना धर्म है। उन्होंने अपनी साधना की लौ को समता के घृत से प्रज्ज्वलित रखा। महावीर का पराक्रम- दीप्ति के दो अंग थे - अभय और अमूर्च्छा। आज अशान्त विश्व को महावीर के संदेशों को अपनाकर प्रेम,शांति , सद्भावना, सौहार्द का वातावरण बनाया जा सकता है।
मुनि रत्न कुमार जी ने कहा- आज के दिन राजकुमार वर्धमान दीक्षित होकर श्रमण महावीर बनें। साधना में लगें। अपनी साधना काल में अनेक उपसर्गों को सहन कर वे आत्मज्ञानी बनें। अहिंसा , अनेकान्त और अपरिग्रह के संदेशों से जन जन का कल्याण किया। उनके सिद्धांतों की आज भी उपयोगिता है। अपेक्षा है उनके संदेशों को अपनायें।
इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ मुनि रमेश कुमार जी ने नमस्कार महामंत्रोच्चारण से हुआ। तेरापंथ महिला मंडल ने महावीर स्तुति से मंगलाचरण किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नौरतन मल जी सेठिया ने समारोह में समागत सभी का स्वागत किया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की सदस्या श्रीमती सीमा बैद ने प्रासंगिक विचार व्यक्त किये। स्थानीय तेरापंथ युवक परिषद् ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथ महासभा के सदस्य नौरतन मल जी दूगङ ने समारोह का कुशलता पूर्वक संचालन किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नौरतन मल जी सेठिया ने आभार ज्ञापित किया।
समारोह में भट्टा बाजार, मधुबनी, गुलाबबाग, खुश्कीबाग, धमदाह, बिहारीगंज भवानीपुर, रानीपतरा आदि अनेक क्षेत्रों के भाई बहनों ने भाग लिया।
Dec 07 2023, 17:35