बिरधा में किया गया विधान से समाधान कार्यक्रम का आयोजन

ललितपुर। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्द्रोदय कुमार के निर्देशानुसार सचिव कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में पंचायत भवन विरधा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ललितपुर एवं राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली के तत्वाधान में विधान से समाधान कार्यक्रम के अन्तर्गत महिलाओं के खिलाफ अपराध पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में अपर जिला जज/सचिव कुलदीप सिंह, तहसीलदार चन्द्रकान्त तिवारी, चौकी इंचार्ज प्रवीण गिरी, रिर्सोस पर्सन सुश्री निधि सिंह व पूजा रैकवार ने महिलाओं को कानून में पुरूषों के बराबर अधिकार दिये गये है। उनके द्वारा घेरलू हिंसा कानून, लैंगिक उत्पीडऩ से संबंधित कड़े कानूनी प्रावधान, हिन्दू उत्राधिकार अधिनियम में महिलाओं को बराबर साम्पत्तिक अधिकार निशुल्क विधिक सहायता, पीडि़त प्रतिकर योजना आदि विषयों पर जानकारी दी गयी। 

महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के संबंध में चल रही सरकारी योजनाओं बेटी पढ़ाओं-बेटी बचाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, सुमंगल योजना, मातृत्व लाभ-योजना की जानकारी दी गयी और आम नागरिकों से अपील की जाती है कि वे आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर वाहनों से संबंधित ई-चालान, आपराधिक शमनीय वाद, बैंक वसूली वाद, भूमि अधिग्रहण वाद, पारिवारिक/वैवाहिक मामलें , मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद, विद्युत अधिनियम, स्टाम्प अधिनियम, श्रम अधिनियम, भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, उपभोक्ता फोरम के वाद, स्थायी लोक अदालत में लंबित वाद, नगर पालिका टैक्स वसूली वाद, पुलिस अधिनियम के अन्तर्गत चालान वाद, दुकान एवं वाणिज्य अधिनियम के अधीन बांट माप वाद, आयकर, वाणिज्य कर, जलकर, वन अधिनियम, सेवा संबंधी वाद, चेक बाउन्स के मामलें आदि के अन्तर्गत लंबित वादों एवं अन्य वादों के निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत में किये जायेगें।

 वादकारीगण से अनुरोध है कि वे अपने लंबित वादों को आपसी सुलह समझौता के आधार पर निस्तारित कराना चाहते हों तो 09 दिसम्बर 2023 को समय 10 बजे जनपद न्यायालय परिसर में उपस्थित होकर अपने वादों का निस्तारण कराकर राष्ट्रीय लोक अदालत का लाभ उठायें। इस दौरान चेतराम निरंकारी एड., शब्बीर खां मंसूरी, जयराम प्रतिनिधि प्रोवेशन कार्यालय, रोहित राठौर, विकास एवं महिलायें उपस्थित हुये। शिविर का संचालन रामगोपाल अहिरवार पैनल लॉयर ने व आभार ग्राम प्रधान विरधा मीरा देवी ने व्यक्त किया।

गिरार खनिज ब्लाक की नीलामी जनपद के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि : डीएम

ललितपुर। जिला खान अधिकारी ने बताया है कि जनपद की मडावरा तहसील के गिरार क्षेत्र स्थित बहु प्रतीक्षीत लौह अयस्क एवं स्वर्ण धातु के खनिज ब्लाक की नीलामी सफलतापूर्वक सम्पनन हुयी। उक्त के संबंध में जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि खनिज आधारित गिरार ब्लाक के आक्शन होने से क्षेत्र में खनिज आधारित औघोगिक इकाइयों की स्थापना होगी, जिससे जनपद के अत्यन्त पिछड़े क्षेत्र में रोजगार की बड़ोत्तरी होगी।

यह जनपद के लिये एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जिला खान अधिकारी ने कहा कि गिरार खनिज ब्लाक यू.एन.एफ.सी. जी-4 स्तर का है, जिसको कंम्पोजिट लाइसेंस पर आक्शन किया गया है। चयनित कम्पनी द्वारा पहले आवश्यक एन.ओ.सी. प्राप्त कर अन्वेषण कार्य किया जायेगा, फिर खनन कार्य हेतु प्रस्तावित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर 2023 को भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उ.प्र. द्वारा जनपद में स्थित खनिज ब्लाक को कम्पाजिट लाइसेंस पर देने के लिये आॅनलाईन ग्लोबल टेण्डर आंमत्रित किये गये थे। सर्वाधिक मूल्य लगाने के कारण यह ब्लाक गोवा की कंपनी फर्मेन्टो रिसोर्स के पक्ष में स्वीकृत हुआ है। कम्पोजिट लाइसेंस में प्रथम 02 वर्ष में कम्पनी एक्सपलोरेशन कार्य कर खनिज संसाधन की पुष्टि कर खनन कार्य प्रस्तावित करेगी।

फर्मेन्टो रिसोर्स, पणजी गोवा खनिज अन्वेषण मिनरल प्रोसेसिंग आदि का कार्य करती है। गिरार में उपस्थित लौह अयस्क बैन्डेड हेमाटाइट क्वाटर्जाइट (बी.एच.ओ.) प्रकार की चट्टानों में मिलता है, जिसकी स्ट्राइक लेंथ लगभग 3.5 किमी0 है, जो कि ई-डब्ल्यू ट्रेंडिंग करती है। गिरार बरवार क्षेत्र स्थित लौह अयस्कं एवं स्वर्ण धातु के भण्डार में अन्वेषण का कार्य भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उ.प्र. द्वारा किया गया है। जिसमें लगभग 44 बोरहौल कर खनिज की मात्रा का निर्धारण किया गया है। खनिज ब्लाक में 25-30 प्रतिशत ग्रेड का आयरन ओर आंकलित किया गया है। ब्लाक का कुल क्षे. 231.175 हे. है। आयरन फार्मेशन की क्वाटर्ज वेनस में स्पोराडिक गोल्ड मिनरलाइजेशन भी मिलता है। इस लो ग्रेड आयरन ओर को बेनिफिशिएशन द्वारा 67.30 प्रतिशत आयरन तक सांद्रित किया जा सकता है और स्टील निर्माण में प्रयुक्त किया जा सकता है।

युवा मतदाता प्रजातंत्र के महापर्व में भागीदार बनें : अक्षय त्रिपाठी

ललितपुर। स्वीप कार्यक्रम एवं मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत मतदाता शपथ एवं जागरूकता रैली का आयोजन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में जिलाधिकारी-जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय त्रिपाठी की अध्यक्षता में किया गया। शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना के साथ किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत व बैज एवं कैप पहनाकर किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा मतदाता जागरूकता पर आधारित गीत, नृत्य एवं लघु/एकांकी नाटिकाओं की प्रस्तुति दी एवं वोटर हेल्प लाइन एप के बारे में जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन बच्चों ने आज मतदाता जागरूकता आधारित कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी है, उन सभी को बधाई। सभी बच्चे यह सुनिश्चित कर लें कि आपके घर में सभी लोगों के नाम वोटर लिस्ट में हों।

सभी नए मतदाता मतदान करें और अपने परिवार और आसपास के लोगों को प्रजातंत्र के महापर्व में भागीदार बनने हेतु प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान सभी छात्र-छात्राओं को मतदाता शपथ दिलायी तथा जागरुकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह रैली जीजीआईसी, कचहरी चौराहा, वर्णी चौराहा होते हुए घण्टाघर से वापस जीजीआईसी पर समाप्त हुई। रैली के माध्यम से छात्र-छात्राओं के द्वारा नगरवासियों को मतदान हेतु जागरुक किया। रैली में जीआईसी, जीजीआईसी, वर्णी जैन इण्टर कॉलेज, पीएन इण्टर कॉलेज, नगर पालिका इण्टर कॉलेज, सुधा सागर बालिका इण्टर कॉलेज, रघुवीर सिंह डिग्री कॉलेज, नेहरु महाविद्यालय, प्रशिक्षण महाविद्यालय, महिला महाविद्यालय, दीपचन्द्र महाविद्यालय, विद्यासागर कन्या महाविद्यालय सहित अन्य इण्टर कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी अंकुर श्रीवास्तव ने कहा कि जो बच्चे 18 वर्ष के हो गए हैं, वे मतदान करने के साथ साथ लोगों को मतदान करने हेतु प्रेरित भी करें। उन्होंने बच्चों को वोटर हेल्प लाइन एप के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करने व टोल फ्री नंबर 1950 के बारे में बताया। मतदाता सूची में नाम जोडऩे, पृथक करने व संशोधन हेतु बूथों पर विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है, इसके साथ ही वोटर हेल्प लाइन ऐप के माध्यम से भी उक्त परिवर्तन मतदाता स्वयं कर सकते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक/जनपदीय नोडल अधिकारी स्वीप ओपी सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जनपद के विद्यालयों में मतदान जागरूकता संबंधी नुक्कड़ नाटक, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि का आयोजन कराया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव, भारत स्काउट गाइड, उ.प्र. जयशंकर प्रसाद द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी समर सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिकेश यादव, प्रिंसिपल जीआईसी/जीजीआईसी सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण, विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

जिला चिकित्सालय में भारी अव्यस्थाओं का बोलबाला : टीटू कपूर

ललितपुर । आज बु.वि. सेना की एक आवश्यक बैठक स्थानीय कंपनी बाग में बु. वि सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में ललितपुर जिला चिकित्सालय जो कि राजकीय मेडीकल कॉलेज में मर्ज हो चुका है , में व्याप्त अव्यवस्थाओं और मरीजों को इलाज करने की बजाय रिफर करने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई ।

बु. वि. सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू ने कहा कि राजकीय मेडीकल में तब्दील जिला चिकित्सालय में जगह जगह गन्दगी का आलम हैं। मेडीकल वेस्ट तथा कचरे का जगह जगह ढेर लगा हुआ है । जिस कारण लोगों का इलाज करने वाला मेडीकल कॉलेज आज खुद बीमार नजर आ रहा है । उन्होंने कहा कि यहां पर मरीजों के साथ अमानवीय बर्ताव किया जाता है । सामान्य इलाज में भी रिफर कर दिया जाता है ।

उन्होंने कहा कि यदि कोई मरीज देर रात में इलाज के लिए जाता है तो उसे बाहर रिफर करके उसे ऐसे ही छोड़कर पल्ला झाड़ लिया जाता है । रात्रि में निष्ठुर चिकित्सक एवं स्टॉफ उचित इलाज करने में हीला-हवाली करते हैं । इमरजेन्सी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक अपनी सीट पर नहीं मिलते तथा स्टाफ के द्वारा मरीजों का इलाज किया जाता है तथा बाद मरीजों बाहर रिफर कर दिया जाता है । अब आधी रात में असहाय मरीज दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर होकर जमकर लुटता पिटता है ।

बु. वि. सेना प्रमुख ने कहा कि जिला चिकित्सालय के चिकित्सक और स्टॉफ की मानवीय संवेदनाएं मर चुकी हैं । इलाज करने से पहले मरीजों से दुर्व्यवहार किया जाता है तथा जांच के नाम पर टालामटोली की जाती है । इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां पर भ्रष्टाचार का भी बोलबाला है ।

उन्होंने कहा यह भी कहा कि जिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों और पैरामेडीकल स्टाफ की भारी कमी है । ट्रॉमा सेन्टर और आई सी यू में भी स्टॉफ की भारी कमी है । इसके अलावा कॉर्डीयोलॉजिस्ट , पीडियाट्रीशियन , ई. एन. टी. सर्जन , नेफ्रोलॉजिस्ट , यूरोलॉजिस्ट , न्यूरोलॉजिस्ट , डर्मेटोलॉजिस्ट सीनियर फिजीशियन एवं जनरल सर्जन की भारी कमी है जिसे दूर किया जाना परम आवश्यक है ।

उन्होंने प्रदेश सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन से मांग की कि मेडीकल कॉलेज में मर्ज हुए जिला चिकित्सालय में व्याप्त घोर अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगाकर मात्र रिफर सेन्टर बनने से रोका जाये अन्यथा बु. वि. सेना उग्र आन्दोलन छेड़ने को मजबूर हो जायेगी ।

बैठक में बु.वि. सेना के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजमल बरया , कदीर खां , राजकुमार कुशवाहा , अमरसिंह बुन्देला , प्रदीप पंडित , बी. डी. चन्देल , अमित कुमार , मिलन चौहान , जितेन्द्र विश्वकर्मा , देवेन्द्र राजा , प्रेमशंकर गुप्ता , अमित साहू , पंचमलाल झा , रामप्रकाश झा , कल्पना राजपूत , भैय्यन कुशवाहा , गौरव विश्वकर्मा , कामता शर्मा , जगदीश झा , देवेन्द्र राठौर , अखलेश राजपूत , प्रदीप शर्मा , नन्दराम कुशवाहा , चंदर सिंह , सोहन राजपूत , टिंकू सोनी , प्रदीप सोनी , अमित जैन , छोटू कुशवाहा , कैलाश झा , गफूर पेन्टर , संतोष सोनी , पंकज जैन आदि उपस्थित रहे ।

अधिवक्ता दिवस की पूर्व संध्या पर परिचर्चा संपन्न

ललितपुर। अधिवक्ता दिवस (एडवोकेट-डे) की पूर्व संध्या पर चाय की चकल्लस के संयोजन में अधिवक्ता संवाद द्वारा अधिवक्ताओं के योगदान और भविष्य को लेकर एक परिचर्चा संपन्न हुई। परिचर्चा का संयोजन करते हुए अधिवक्ता संवाद के जिला संयोजक मुकेश लोधी बताते हैं कि भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस पर भारत भर में अधिवक्ता दिवस मनाते हैं।

राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति के साथ संविधान समिति के अध्यक्ष भी थे, इन सबके पहले वह एक विद्वान अधिवक्ता थे। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी अपना योगदान दिया था।

वे स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। उन्होंने 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के पश्चात वर्ष 1962 में अपने अवकाश की घोषणा की। सम्पूर्ण देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू या देशरत्न कहकर पुकारा जाता था। परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए रविंद्र घोष बताते हैं कि अधिवक्ता की गरिमा वर्तमान भारत में भी ज्यों की त्यों बनी हुई है।

अनेकों पेशों का आज आधुनिक बाजारवादी युग में प्रवेश हुआ है पर वकालत की चमक पर कोई पॉलिश अब तक भरी नहीं हुई है। आज भी भारतभर में बड़ी संख्या में लोग अधिवक्ता के लिए रजिस्टर हो रहे हैं।हालांकि आज समय के साथ इस पेशे के अर्थ अवश्य बदल गए है। धन कमाने के उद्देश्य से आज वकालत की जाने लगी है, आज हर वर्ग विशेष का व्यक्ति वकालत में दांव खेलने आ रहा है। जो जितना योग्य और निशांत प्रतिभा का धनी है उतना वकालत में सफल है।

अधिवक्ता अंकित जैन बंटी परिचर्चा में अपनी सहभागिता की भूमिका को गढते हुए बताते हैं कि अधिवक्ता के पेशे का अजीब रहस्य है कि इस ही पेशे में एक ही विषय का अध्ययन कर कोई व्यक्ति अच्छी संपदा एकत्रित कर लेता है और कोई शून्य रह जाता, इतना रहस्यमय पेशा कोई अन्य नहीं मालूम होता है। वकालत धन के मामले में संपूर्ण योग्यतावादी विचार देती है अर्थात जो जितना अधिक योग्य उतना धनवान और सफल।इन सब बाजारवादी विचारों के पूर्व अधिवक्ता आज भी मानवतावादी विचारों और तथा मानवीय स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत है।

जहां कहीं मानवीय मूल्यों का अतिक्रमण होता है वहां अधिवक्ता की उपलब्धता प्रतीत हो जाती है। अधिवक्ता संवाद के प्रदेश मंत्री राजेश पाठक बताते हैं किभारत की सारी न्याय व्यवस्था अधिवक्ता के काम पर टिकी हुई है। इतना कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि न्याय मिल ही इसलिए रहा है क्योंकि अधिवक्ता उपलब्ध है। अधिवक्ता न्यायालय के अधिकारी है, कभी कभी वह न्यायधीश से उच्च स्तरीय प्रतीत होतें क्योंकि संपूर्ण न्याय व्यवस्था का भार इन ही काले कोट के कंधों पर है। अगर अधिवक्ता न हो तो भारत की जनता को न्याय मिलना असंभव सा हो चले। युवा अधिवक्ता आकाश झां बताते है कि यदि अधिवक्ता विषय पर अधिक विस्तृत अध्ययन किया जाए तो विधि शासन को बनाए रखने में अधिवक्ता की महत्वपूर्ण भूमिका है। व्यक्ति अपने अधिकारों के अतिक्रमण होने पर न्यायालय की ओर रुख करता है और न्यायालय का रास्ता वकील के मार्गदर्शन में ही पाया जाता है। भारत की विषाद न्याय व्यवस्था को समझने और उस पर कार्य करने के लिए विशेष कौशल चाहिए होता है, आम जन साधारण का ऐसा कौशल पाना सरल कार्य नहीं है। अधिवक्ता का अभ्यास ही ऐसे कौशल को जन्म देता है। अधिकारों के अतिक्रमण की दशा में अधिवक्ता की सहायता ली जाना आवश्यक है। कोई अधिवक्ता ही आपके वैधानिक और मौलिक अधिकारों के लिए न्यायालय तक आपको ला सकता है।

एड्स रोगी से न रखें छुआछूत की भावना: प्राचार्य

ललितपुर। सोसाइटी फॉर प्रगति भारत एवं रासेयो नेहरू महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में तुलसी सभागार में जिला क्षय रोग अधिकारी के मुख्य आतिथ्य एवं नेमवि प्राचार्य की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि जिला क्षय रोग अधिकारी डा.रामनरेश सोनी ने बताया कि प्रतिवर्ष 1 दिसम्बर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि एड्स रोग से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है जिससे रोगी विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। एड्स से बचाव एवं इसकी रोकथाम आवश्यक है।

क्योंकि ये बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे लोगों में भी पहुंच जाती है। लोगों में जारूकता बढ़ाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रखी है। नेमवि प्राचार्य ने कहा कि एड्स मूलरूप से असुरिक्षत यौन संबंधों और संक्रमित खून से फैलता है। ये संक्रामक बीमारी नहीं है। इसलिए एड्स के रोगी से छुआछूत की भावना नहीं रखनी चाहिए।

एड्स से प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा एवं रोजगार से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। प्रो. ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि एड्स से ग्रसित व्यक्तियों को संयम का पालन करना चाहिए। अगर समाज में नैतिकता और अनुशासन होगा तो एड्स जैसी बीमारी से हम सभी सुरक्षित रहेंगे। रासेयो वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा.सुधाकर उपाध्याय ने कहा कि एड्स एक एचआईवी वायरस से होने वाली बीमारी है। असुरक्षित यौन संबंधों से बचाव एवं नियमित योग करके इस बीमारी से बचा जा सकता है।

कार्यक्रम संयोजक डा.रौशन कुमार सिंह ने कहा कि एड्स का उपचार है। नई दवाओं के साथ योग एवं इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करके हम इस रोग से मुक्ति पा सकते हैं। इस मौके पर जिला क्षय रोग कार्यालय से आदेश श्रीवास्तव, मनोज गुप्ता, अहाना, सतीश सोनी, प्रगति भारत से हरेंद्र रिछारिया, जशोदा काउंसलर, एकाउटेंट विजयपाल, भावना, रानी, संजय सिंह, शुकुंतला, राजकुमारी, इंद्रा, चक्रेश अनिल, कार्यक्रम अधिकारी अनीता, डा.बलराम द्विवेदी, डा.राजीव निरंजन, असि प्रो. डा.ओ.पी.चौधरी, डा.संजीव कुमार शर्मा, डा.अवनीश त्रिपाठी, डा.जगत कौशिक, विवेक पाराशर, धु्रव किलेदार, विवेक पाराशर, संजय शर्मा, हरदयाल, रवि कुमार, भरत सिंह, मिलन आदि उपस्थित रहे। अंत में प्रो. ओमप्रकाश शास्त्री ने सभी का आभार व्यक्त किया।

स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए प्रयास किये जायें : डीएम

ललितपुर। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने आज जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक में जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सुधार के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए प्रयास किये जायें, संस्थागत प्रसव की प्रगति बढ़ायें। उन्होंने एनसीडी के तहत डायबटीज और हाईपरटेंशन की स्क्रीनिंग बढ़ाने, ई-कवच पर रजिस्ट्रेशन की प्रगति में सुधार करने एवं आभा आईडी जनरेट करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोद लिये गए गांवों को केन्द्र बिंदु बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें।

उन्होंने नियमित टीकाकरण के तहत क्षेत्रीय कर्मचारियों की निगरानी कर शत-प्रतिशत आच्छादन करने एवं उन्हें पर्याप्त लॉजिस्टिक प्रदान कर क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही ई-कवच पोर्टल पर जो आशाएं कार्य नहीं कर पा रही हैं उनके विरुद्ध कारण जानते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कमलाकांत पाण्डेय, सीएमओ डा. इम्तियाज अहमद, सीएमएस डा.राजेन्द्र प्रसाद व डा.मीनाक्षी सिंह, डीपीएम डा.रजिया फिरोज सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

यातायात माह नवम्बर-2023 का विधिवत हुआ समापन

ललितपुर। विगत वर्षों की भॉति इस वर्ष भी माह नवम्बर-2023 को यातायात माह के रूप में मनाया गया। यातायात माह के समापन समारोह का आयोजन श्रीवर्णी जैन इण्टर कॉलेज में किया गया। शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक द्वारा किया गया।

 इसके पश्चात देवेन्द्र राय ग्रुप द्वारा सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। नुक्कड़ नाटक के मंचन के पश्चात स्कूल की छात्राओं द्वारा सड़क सुरक्षा पर वाद-विवाद प्रस्तुत किया गया। सभी कार्यक्रमों के सम्पन्न होने के पश्चात क्षेत्राधिकारी सदर/यातायात अभय नारायण राय द्वारा सड़क सुरक्षा पर स्कूल के छात्र-छात्राओं व मौजूद स्टाफ को यातायात नियमों के बारे में गहनता से जागरूक करते हुऐ सड़क सुरक्षा नियमों के अमल हेतु विशेष रूप से अपील की गयी। 

पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों पर संबोधन प्रस्तुत किया गया। अन्त में पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रभारी यातायात एवं नुक्कड़ नाटक के कलाकारों को सराहनीय कार्य एवं सराहनीय मंचन के लिऐ शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान एआरटीओ मो.कय्यूम, प्रभारी यातायात आलोक कुमार तिवारी, श्रीवर्णी जैन इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य अजब सिंह, रमेश कुमार तिवारी व कॉलेज का समस्त स्टाफ एवं जनपद के प्रिन्ट/इलेक्ट्राक्निक मीडिया के पत्रकार, सम्मानित वरिष्ठ नागरिक गण मौजूद रहे। 

बताया गया है कि पूरे यातायात माह के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन चालकों पर एक करोड़ से अधिक धनराशि का जुर्माना आरोपित किया गया है।

विकसित भारत संकल्प यात्रा का हुआ शुभारंभ

ललितपुर। जनपद के समस्त किसानों को सूचित किया गया है कि जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन 30 नवम्बर 2023 से 26 जनवरी 2024 तक चैन के माध्यम से इस उद्देश्य से आयोजित की जा रही है कि जनपद की समस्त विभागीय योजनाओं के संतृप्तिकरण के लिये आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से आम जनमानस में जागरूकता बढ़ाई जा सके।

जिसका शुभारम्भ कलेक्ट्रेट परिसर से जिलाध्यक्ष राजकुमार जैन, श्रीकान्त कुशवाहा एवं मुख्य विकास अधिकारी कमलाकान्त पाण्डेय द्वारा वाहन को हरी झण्डी दिखाकर किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में जिला प्रभारी सुरेश अवस्थी, जिला कृषि अधिकारी राजीव कुमार भारती, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सोनू मंगल, विषय वस्तु विशेषज्ञ तरूण जामकर, सहायक लेखाकार शैलेन्द्र, राजेश लिटौरिया, धर्मेन्द्र गोस्वामी उपस्थित रहे। अतएव सभी किसानों से आह्वान किया गया कि कार्यक्रम में सम्मिलित होकर जनपद की समस्त विभागीय योजनाओं की जानकारी का लाभ उठायें।

भाविप का वृहद स्वास्थ्य परीक्षण शिविर सम्पन्न

ललितपुर। भारत विकास परिषद के तत्वाधान में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन मुख्य शाखा व विवेकानंद शाखा व स्थानीय पैथोलॉजी के सहयोग से सिविल लाइन में किया गया। इस दौरान कुल 70 लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी निशुल्क परीक्षण व रियायती शुल्क पर पैथालॉजी जाँचों का लाभ लिया।

रविवार को राजपूत कॉलोनी, सोमवार को कंपनी बाग, बुधवार को कॉलोनी में योग कक्षा के पश्चात सुबह 7.30 से 11 बजे तक निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया है। तत्पश्चात दिन में पैथालॉजी लैव पर जांच शिविर चलता रहा। 70 ब्लड सेंपल एकत्र कर जाँच हेतू भेजे गये। शाम को समापन पर लैब टेक्निशियन मनीष पटवारी ने बताया की ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, ऑक्सीजन व पल्स रेट की जांच, हीमोग्लोबिन, सीरम कैल्शियम की जांच टोटल कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच, यूरिक एसिड आदि की जांच मात्र 10 रुपये प्रति रजिस्ट्रेशन के साथ में की गयीं।

थायराइड आदि विशेष जांचें मात्र 60 रुपये के रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ की गयीं। वक्ताओं ने अपनी जांचों को नियमित व संतुलित खान-पान और दिनचर्या रखने की सलाह दी गई है। शिविर में डा.संजीव कंडकी, मनोज समैया, मनीष पटवारी, पवन करमुहारा, अनिल, नरेन्द्र, संजय गुप्ता, नमन सराफ, मुकेश, रवीन्द्र, धन्य कुमार, आकर्ष श्रीवास्तव, अजय जैन, विशाल जोसेफ, आरती पाल, रवि झा, गोलू विश्वकर्मा, अमित रैकवार, तनु राजपूत, अनुज राय, महेंद्र कुशवाहा आदि स्टाफ ने सहयोग किया।