आदर्श आचार सहिंता समाप्त, भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किया आदेश

रापयुर-  भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम से आदर्श आचार सहिंता समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है. बता दें कि 9 अक्टूबर से इन चुनावी राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू थी. जिसे निर्वाचन आयोग ने समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है.

जारी आदेश में कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की तारीख से लागू होते हैं और यह चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहते हैं. अब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना की राज्य विधानसभाओं के आम चुनाव, 2023 और नागालैंड के 43-तापी (एसटी) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए उप-चुनावों के परिणाम संबंधित रिटर्निंग द्वारा घोषित किए गए हैं. आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से हटा दी गई है.

नई सरकार से है युवाओं को बड़ी अपेक्षाएं, शिक्षा- स्वास्थ्य के साथ चाहते हैं विकास

रायपुर-   लोकत्रंत का महापर्व संपन्न हो चुका है। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के रूप में भाजपा सत्ता संभालेगी। ऐसे में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं की अब नई सरकार से ढेरो आशाएं हैं। उनका कहना है कि, हमने सरकार चुनने में अपना योगदान दिया है, अब नई सरकार को युवाओं के उम्मीदों पर खरा उतरने की बारी है।

युवाओं का कहना है कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर देना चाहिए और तेज गति से प्रदेश व जिला का चहुमुखी विकास होना चाहिए। साथ ही बेरोजगारी को दूर करने यदि ठोस कदम उठाए जाते हैं तो उनका मानना होगा कि उन्होंने यह सरकार चुन कर कोई गलती नहीं की है। बहरहाल नई सरकार आने से पहली बार मत का उपयोग करने वाले युवा बेहद खुश भी हैं।

मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भाजपा अपनी राज्य सरकार बनाने वाली है। अब नई सरकार से आशाएं भी बढ़ गई हैं। सभी वर्ग के लोग अपने हिसाब से विकास होने की संभावना जता रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, नाली तो मूलभूत सुविधाएं है, जिसे तो हर हाल में पूरा करना होगा। वहीं विकास की गति को तेज करनी होगी। एक तरह से युवा वर्ग नई सरकार से अच्छे सपने सजोकर रखे हुए है। ऐसे में पहले बार मतदान करने वाले युवा अब प्रदेश के चहुमुखी विकास की कामना कर रहे हैं।

शिक्षा और स्वास्थ्य होना चाहिए बेहतर

20 साल के पंकज लोधी ने पहली बार मतदान किया। वहीं अब नई सरकार आने के बाद से उनकी अपेक्षा सरकार से बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि हर तरफ विकास करना होगा। उनके मुताबिक शिक्षा और हेल्थ सेक्टर को और भी बेहतर बनाते हुए प्रदेश का विकास करना होगा।

देना होगा नारी शक्ति को बढ़ावा

कालेज छात्रा अंशिका शर्मा का कहना है कि,अब नई सरकार बनने वाली है। इस सरकार बहुत सोच समझकर चुना गया है, अब इस सरकार को अपने वादों पर खरा उतरना होगा। अभी तो शुरूआत है। क्षेत्र के विकास के साथ ही नारी शक्ति को बढ़ावा देना होगा, तभी यह सरकार सही साबित होगी।

गुंडागर्दी हो खत्म, चरणबद तरीके से करे विकास

कालेज छात्रा स्नेहा द्विवेदी का कहना है कि शहर में गुंडा तत्व बढ़ चुके हैं। इसकी वजह से शहर का माहौल खराब हो रहा है, जबकि अपना शहर शांतिप्रिय शहर रहा है। ऐसे में नए सरकार को तो सबसे पहले गुंडागर्दी पर लगाम लगाना होगा और विकास की डगर पर शहर और प्रदेश को आगे बढ़ाना होगा।

ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर भी देना होगा ध्यान

ग्राम लखराम निवासी व कालेज छात्रा भूमि यादव ने कहा कि, इस सरकार को युवाओं के सामने खरा उतरना होगा, शहरी विकास के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र का विकास करना होगा। आज भी ज्यादातर ग्राम में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, इन अभाव को दूर करना होगा।

विधानसभा में भाजपा की जीत के बाद नगर निगम में हो सकता है उलटफेर, महापौर ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी

रायपुर-     विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब निगम में भी राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है। कांग्रेस को शहर की चारों विधानसभा सीटों के 70 वार्डों में मिली हार के बाद कांग्रेस के पार्षदों में भी नाराजगी है। भाजपा पार्षद दल इसे भुनाने के फिराक में नजर आ रहा है। इसे लेकर मंगलवार को भाजपा पार्षद दल की बैठक दोपहर तय की गई है। इसमें महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के संदर्भ में चर्चा की जाएगी।

निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि महापौर को नैतिक तौर पर इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस के कुछ पार्षद भी इस समय बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहे हैं। अब मंगलवार को ही तय होगा कि अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा किस तरीके से आगे बढ़ती है और कांग्रेसी पार्षदों का कितना समर्थन उसे मिलता है।

अविश्वास के लिए एक तिहाई जरूरी

अफसरों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एक तिहाई पार्षदों की सहमति जरूरी होती है। इसे पास करवाने के लिए बहुमत लाना जरूरी होता है।

जानिए, हम क्यों कह रहे महापौर की कुर्सी खतरे में

31 भाजपा के पार्षद वर्तमान में: नगरीय निकाय चुनाव के बाद 29 भाजपा पार्षद जीत कर आए थे, जिसके बाद दो निर्दलीय भाजपा में शामिल हुए थे। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भाजपा बहुमत से ज्यादा दूर नहीं है।

सिर्फ पांच कांग्रेसी पार्षदों के समर्थन की जरूरत

चर्चा के दौरान कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने बताया कि वे भी महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ भाजपा का साथ देने को तैयार हैं। 10 कांग्रेसी पार्षद भाजपा का साथ दे सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए भाजपा को सिर्फ पांच की जरूरत है। ऐसे में महापौर की कुर्सी खतरे में जा सकती है।

नाराजगी इसलिए

पांच वर्ष से लंबित जनहित की फाइल: जब कुछ पार्षदों और अधिकारियों से बात की तो सामने आया कि कई जनहित की फाइलें ऐसी रहीं, जो पांच वर्ष से लंबित रहीं। इसकी वजह से कांग्रेसी पार्षदों में भी नाराजगी है।

कार्यप्रणाली को लेकर सवाल

कई ऐसे मामले हैं जिन्हें लेकर कांग्रेसी पार्षद पिछले कई दिनों से नाराज दिखाई दे रहे हैं। कई जनहित के कार्य, विकास की योजनाएं अटकी हुई हैं। इसकी वजह से कांग्रेसी पार्षद विरोध में उतर आए हैं।

जोगी कांग्रेस को नोटा से भी कम वोट मिला, 2 लाख वोटरों ने NOTA को दिया वोट

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को 54, कांग्रेस को 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को एक सीट मिली है. निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के अनुसार इस विधानसभा चुनाव में प्रदेश के 1 लाख 97 हजार 678 मतदाताओं ने नोटा काे वोट दिया है. आंकड़ों की बात करें तो ये कुल मतदान का 1.26 प्रतिशत है. हालांकि ये 2013 और 2018 के मुकाबले कम है. 2018 में 2 लाख 82 हजार 738 और 2013 में 4 लाख 1 हजार 58 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था.

​​​​​​​जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रत्याशियों को पसंद नहीं किया गया है. इस बार इस पार्टी का वोट प्रतिशत भी गिरा है. पिछले विधानसभा चुनाव में JCCJ को कुल मतदान का 2 प्रतिशत वोट मिला था. इस बार ये आंकड़ा 1.23 पर सिमटकर रह गया है, जो नोटा के प्रतिशत से भी कम है. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के साथ मिलकर जेसीसीजे ने 7 सीटें जीती थी. इस विधानसभा चुनाव में जेसीसीजे अपना खाता भी नहीं खोल पाई है. ​​​​​​​अकलतरा प्रत्याशी ऋचा जोगी को छोड़, पार्टी का कोई भी प्रत्याशी 10 हजार वोटों का आंकड़ा भी पार कर नहीं पाया. ऋचा जोगी को 16,464, कोटा से पूर्व विधायक रेणु जोगी को 8884 और अमित जोगी को पाटन सीट पर 4822 वोटों ही मिले.

इन पार्टियों को मिले इतने प्रतिशत वोट

विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी के पक्ष में 72 लाख 34 हजार 968 मतदाताओं ने वोट किया है. वहीं कांग्रेस को 66 लाख 2 हजार 583, जेसीसीजे को 1 लाख 92 हजार 406, बीएसपी को 3 लाख 19 हजार 903 से ज्यादा और बाकी पार्टियों को 8 लाख 67 हजार 63 मतदाताओं ने वोट दिया है.

सारे वादे करेंगे पूरे, जनता के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को संवारेंगे : अमर अग्रवाल

रायपुर-    बिलासपुर से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार प्रदेश कार्यालय पहुंचे. उन्होंने लल्लूराम डॉट काम से बातचीत में कहा, हमने एक नारा बनाया था, हमने सवारा है हम ही बनाएंगे. जनता ने हम पर विश्वास किया है. मोदी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी है. भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ मिलकर प्रदेश को संवारने का काम करेगी.

अग्रवाल ने कहा, शुरू से अगर आप देखेंगे छत्तीसगढ़ में 15 साल की भारतीय जनता पार्टी ने विकास किया है. भारतीय जनता पार्टी को फिर से जनता ने पसंद किया है. 15 साल का हमारा जो कार्यकाल था वह हम देखेंगे तो जनता ने पूर्ण अध्ययन किया है. हमने वादे बहुत सोच समझकर किए हैं. सारे वादे को पूरा करेंगे और उन वादों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ को ऊपर उठाएंगे.

कलेक्टर के खिलाफ कराएंगे सीबीआई जांच, हार के बाद बिफरे बीजेपी नेता

बीजापुर-    महेश गागड़ा फिर से 2023 के चुनावी मैदान में थे. जहां गागड़ा को कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम मंडावी ने 2706 वोटों से हराया है. जिसको लेकर गागड़ा ने अपने हार का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़ा और पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया है. चुनाव परिणाम के बाद भाजपा कार्यालय में पत्रवार्ता कर महेश गागड़ा ने कहा कि कलेक्टर कटारा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है. उन्हें चुनाव लड़ने में दिलचस्पी है तो निःसंकोच यहां बस जाए और चुनाव लड़े, तब जनता बताएगी. गागड़ा ने कहा कि आचार संहिता प्रभावशील होने से पहले से ही भाजपा कलेक्टर-एसपी के कृत्यों के मद्देनजर इन्हें चुनाव से पृथक रखने की मांग निर्वाचन आयोग से कर रही थी.

कलेक्टर के विरूद्ध भाजपा के पास ढेरों सबूत है. जिसमें पंचायत सचिव से लेकर अधीक्षकों की बैठक लेकर उन पर कांग्रेस के पक्ष में काम करने का दबाव डाल रहे थे. भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अफसर से उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी. अधीनस्थ अफसर-कर्मियों पर ना सिर्फ दबाव डाला गया था, बल्कि विधायक निवास से तैयार सूची के आधार पर पीठासीन अफसरों को बदलने में कलेक्टर पीछे नहीं थे. इतना ही नहीं बीजापुर पुलिस अधीक्षक के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सुरक्षा का हवाला देते उनका भयादोहन का प्रयास भी किया गया.

गागड़ा ने कहा कि चूंकि सत्ता में अब भाजपा है. इसलिए वे सीबीआई जांच की मांग भी करेंगे. कड़ी चेतावनी देते महेश ने कहा कि बीजापुर में पिछले पांच सालों में कलेक्टर के मार्फत डीएमएफ समेत अन्य मदों में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, सबकी जांच कराई जाएगी.

बृजमोहन के विजय जुलूस में बुल्डोजर की धूम

रायपुर- छत्तीसगढ़ में विधासभा नतीजे आने के बाद रायपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। रायपुर दक्षिण से लागतार आठवीं बार अपनी जीत दर्ज कराने वाले बृजमोहन अग्रवाल के समर्थकों ने रैली निकाली जिसमे लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।

बृजमोहन अग्रवाल के समर्थकों ने रविवार की रात एक फिर से दिवाली मनाई और जमकर आतिशबाजी की। जब रिटर्निंग ऑफिसर से प्रमाणपत्र लेने बृजमोहन अग्रवाल मतगणना स्थल जीईसी कॉलेज सेजबहार पहुंचे तो हजारों समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। यहां से हजारों लोगों ने उनके समर्थन में रैली निकाली। इस दौरान जगह-जगह अपने बृजमोहन भईया के स्वागत के लिए लोगो की भीड़ सड़क पर उतर आई। रैली का समापन तत्पर कार्यालय कैलापुरी में हुआ।

बृजमोहन अग्रवाल और उनके परिवार ने जनता का आभार जताया। बृजमोहन ने अपनी इस जीत का श्रेय इलाके की जनता और कार्यकर्ताओं को दिया। उन्होंने ये भी कहा की चुनाव के दौरान किए गए वादों को वो बखूबी पूरा करेंगे। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान उनकी प्राथमिकता है।

मोदी की हर एक गारंटी का लाभ जनता को मिलेगा।

रैली में योगी मॉडल की झलक भी देखने को मिली अपराधियों और गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर कार्यकर्ता बुल्डोजर में पहुंचे।

‘2018 से पहले 15 साल सत्ता से रही थी दूर, लेकिन इस बार 30 साल के लिए सत्ता से बाहर होगी कांग्रेस’- साव

रायपुर- राज्य में बीजेपी की शानदार जीत के बाद प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, पिछली बार धोखे से कांग्रेस बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में आ गयी थी। 2018 से पहले कांग्रेस 15 साल सत्ता से बाहर थी, इस बार 30 साल के लिए छत्तीसगढ़ की सत्ता से बाहर होने वाली है। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता ने मोदी की गारंटी पर भरोसा दिखाया है। वही मुख्यमंत्री पद के लिए जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, पार्टी ने मुझे चुनाव जिताने का काम सौपा था जिसे मैंने कर दिया।

अब पार्टी तय करेगी किसे मुख्यमंत्री बनाया जायेगा। बता दें कि, अरुण साव के अलावा पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल है। हालांकि, प्रभारी ओम माथुर ने चुनाव से पहले कहा था कि, सीएम ऐसा नाम होगा जो किसी ने सोचा भी नहीं होगा।

दो तीन दिन में तय होगा मुख्यमंत्री: जामवाल

बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 2 से 3 दिन के अंदर मुख्यमंत्री कौन होगा, ये तय कर लिया जाएगा। उन्होंने बीजेपी की इस जीत को प्रदेश की जनता और कार्यकर्ताओं की जीत बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनता ने मन बना लिया था कि सरकार बदलना है इसलिए ये जनादेश बीजेपी को मिला। गौरतलब है कि, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने पार्टी की इस विजय के बाद राजभवन जाकर राज्यपाल से भी मुलाकात की है।

राजनांदगांव को भा गई पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की सरल व स्वच्छ छवि, ऐतिहासिक मतों से मिली जीत

राजनांदगांव-   संस्कारधानी राजनांदगांव की जनता ने डा. रमन सिंह को विजय दिलाकर एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता का प्रमाण दिया है। कांग्रेस की कर्ज माफी जैसी कथित प्रभावकारी घोषणा और कई तरह के चुनावी दांव-पेंचों के चलते टक्कर वाली मानी जा रही राजनांदगांव सीट पर रमन की ऐतिहासिक मतों से जीत ने बता दिया कि संस्कारधानी को रमन की वह सरल व स्वच्छ छवि भा गई, जो 1999 में लोकसभा चुनाव के बाद से यहां की जनता देख रही हैं।

नकारात्मकता से कोसों दूर रहने वाले रमन उच्च सुरक्षा घेरे के बाद भी बड़ी सहजता से लोगों के बीच पहुंचते रहे। हमेशा उनके लिए उपलब्ध रहे। उनके इसी व्यक्तित्व को जनता ने चौथी बार पसंद किया। लोगों ने उनके 15 वर्षों के मुख्यमंत्रितत्व काल को करीब से देखा है। उनकी बेदाग छवि हर वर्ग को भायी। इस जीत से यहां की जनता के प्रति डा. रमन का विश्वास प्रगाढ़ हुआ है।

यह भी कह सकते हैं कि यह योग्य राजनेता की भी जीत है। क्योंकि विगत पांच वर्ष के विपक्ष वाले विधायकी कार्यकाल को भी बारीकी से समझा। इस दौरान विकास के पैरों पर पड़ी जंजीरों को तोड़ने की अपेक्षा ने रमन की जीत को भारी-भरकम बनाया। कोरोना काल में क्षेत्र की जानता से सतत संपर्क, संवाद और दिलखोल सहयोग ने सहजता की अमिट छाप छोड़ी। महिला, पुरुष, युवा व प्रबुद्ध वर्ग ने दिल खोलकर वोट किया। 61 प्रतिशत मत मिलना यह भी दर्शाता है कि रमन के मन में नंदगांव और नांदगांव के दिल में रमन हैं।

दूसरी तरफ बंद हो चुकी बीएनसी मिल्स के बदल नया उद्योग खोलने का चुनावी वादा पूरा नहीं होना भी भाजपा के लिए लाभकारी रहा। सड़कों की बदहाली, सरकारी कार्यालयों की दूसरे जिलों में शिफ्टिंग, मेडिकल कालेज अस्पताल में आवश्यक सुविधाओं के साथ चिकित्सकों की कमी, क्षेत्र में विकास कार्यों का रुकना, कांग्रेस की अकल्पनीय हार का कारण बना। इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार की शराबबंदी को लेकर वादाखिलाफी, बेरोजगारों को चुनावी वर्ष से भत्ते की शुरुआत, संविदा कर्मचारियों के नियमित नहीं करने की नाराजगी का भी लाभ राजनांदगांव में भाजपा को मिला।

अब न्याय के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा-उपराष्ट्रपति

रायपुर-    हमने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान भेजा है, हमने संसद के विशेष सत्र में महिलाओं को आरक्षण देकर युगांतकारी विकास किया है। हम विघटनकारी प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, और इसे विकसित करने के लिए दूसरों की प्रतीक्षा नहीं कर रहे हैं, चाहे वह क्वांटम कंप्यूटिंग हो, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन या 6जी, अब आपके लिए सब कुछ उपलब्ध है। आप दुनिया के सबसे अच्छे हिस्से में हैं। आपको केवल फ्रंटफुट पर खेलना होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश को समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्य उन्मुख निर्णायक नेतृत्व दे रहे हैं। युवाओं के लिए आगे बढ़ने के बेहतरीन अवसर हैं। यह बात उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में अपने संबोधन के अवसर पर कही।उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि आज देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का शुभ अवसर मिला है आप सब सौभाग्यशाली हैं।उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए देश में आज एक ऐसा वातावरण बना है जिसमें सबके साथ समान व्यवहार किया जाता है और सभी को समान अवसर उपलब्ध हैं। लोकतंत्र का सही मतलब सबको समान अवसर प्रदान करना है, उन्होने कहा कि जब तक सभी को सामान अवसर नहीं मिलते तब तक प्रजातंत्र का कोई अर्थ नहीं होता, देश में सभी के लिए समान कानून व्यवस्था का होना आवश्यक है। कानून से ऊपर कोई नहीं है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश में एक ऐसी न्यायिक व्यवस्था बनाई जा रही है जिसमें आपको न्याय के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, उन्होने कहा कि इस समय हमारे देश में एक बहुत ही प्रतिभाशाली मुख्य न्यायाधीश हैं उन्होंने न्याय चाहने वालों के लिए न्यायिक व्यवस्था तक उनकी पहुंच को आसान बनाया है। उपराष्ट्रपति ने लोगों को याद दिलाते हुए कहा कि एक समय था जब मैं 1981 में संसद का सदस्य बना उस समय देश की आर्थिक साख को बचाने के लिए देश के सोने को विदेशों में गिरवी रखना पड़ा था, एक दशक पहले हमारे देश को पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था और दुनिया चिंतित थी, अब देखो दस साल में हम कहां से कहां पहुंच गए आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन गए हैं, हमने फ्रांस और यूके को जिन्होंने हम पर सदियों तक राज किया उनको पीछे छोड़ दिया है भारत पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं से निकलकर पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बना यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, 2030 तक हम जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।

उपराष्ट्रपति ने आगे जोड़ देते हुए कहा कि आज देश में अवसरों की कमी नहीं है आपको अपनी प्रतिभा को पहचान कर आगे बढ़ना होगा सरकार आपकी हर संभव सहायता करने के लिए तैयार है। भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है, आज डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी हमारे सामने एक चुनौती बनकर उभरी है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकी का सामना करना एक चुनौती है, आज दुनिया आज भारत की ओर देख रही है, भारत दुनिया में इन्वेस्टमेंट के लिए निवेश के लिए सबसे सुरक्षित स्थान है उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने वर्ष 2022 में कमाल कर दिया है भारत का डिजिटल ट्रांजेक्शन यूके, यूएसए, फ्रांस और जर्मनी से चार गुना ज्यादा रिकॉर्ड किया गया,भारत का प्रति व्यक्ति डाटा कंजप्शन अमेरिका और चीन से भी ज्यादा है, भारत का उदय अभूतपूर्व रूप से आगे बढ़ रहा है और यह विकास यात्रा रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा अमृत काल 

गौरव कल बन चुका है, 2047 में हम में से कुछ लोग यहां नहीं होंगे लेकिन आप भारत के योद्धा बनकर भारत को विकसित भारत बनाएंगे, हमें पूरा विश्वास है कि भारत विश्व गुरु होगा।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत में जो भी विकास संभव हुआ है और जो भारत ऊंचाइयों पर जा रहा है उसके पीछे एक दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है हमारे प्रधानमंत्री ने विश्व स्तर पर भारत को जो सम्मान दिलाया है वह अभूतपूर्व है आज दुनिया भारत की ओर देख रही है और भारत की राई मानती है और भारत का लोहा पूरी दुनिया मान रही है। देश के बाहर जाकर देश की खिलाफ गलत नॉरेटिव बनाने वाले लोगों को और उनके चेहरे को सबके सामने एक्सपोज करना पड़ेगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित किया गया उन्होंने कहा महिला आरक्षण विधेयक का पास होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है आने वाले समय में उसके परिणाम दिखाई देंगे और महिलाओं की प्रतिभा गीता राजनीति में अभूतपूर्व रूप से बढ़ेगी। उपराष्ट्रपति ने चंद्रयान 3 की चंद्रमा के साउथ पोल पर सफल लैंडिंग का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के लिए अभूतपुर उपलब्धि है जो कोई देश नहीं कर पाया भारत ने वह संभव करके दिखाया 23 अगस्त को राष्ट्रीय स्पेस डे घोषित किया जाना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है हमें भारतीय उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि भारत की संस्कृति और लोकाचार 5000 वर्षों से भी अधिक पुराने हैं दुनिया ने जी-20 के दौरान भारत की संस्कृति को बारीकी से देखा और भारत की सभ्यतागत लोकाचार और संस्कृति का लोहा माना भारत जैसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत दुनिया में किसी भी देश के पास नहीं है धनखड़ ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण आज देश में हर घर में टॉयलेट, गैस सिलेंडर और नल से जल पहुंचाया गया है सभी नागरिकों को बैंकिंग सेक्टर से जोड़ा जाना एक महान उपलब्धि है, आज किसानों को सीधे उनके खातों में सहायता पहुंचाई जा रही है भारत ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है।

उन्होंने आगे कहा कि आज दुनिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम हमारे देश में उपलब्ध है यशोभूमि एक अत्यंत भव्य कन्वेंशन सेंटर भी बनाया गया है जो कि देखने लायक है। श्री धनखड़ ने कहा कि भारत तेज गति से क्वांटम कंप्यूटर और हाइड्रोजन कमिशन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है यह उपलब्धियां हासिल करने वाले देश दुनिया में अभी बहुत कम हैं। उपराष्ट्रपति ने हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्विद्यालय के छात्रों से संवाद किया और उन्हें नई संसद भवन को देखने के लिए आमंत्रित किया इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायधीश, एवं हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्विद्यालय के कुलपति, रमेश सिन्हा, पूर्व न्यायाधीश, उप कुलपति, प्रोफ़ेसर डॉ. विवेकानंद, जस्टिस डी. रघुराम, पूर्व निदेशक, रजिस्ट्रार, विश्विद्यालय के प्रवक्ता, विश्वविद्यालय के छात्र तथा अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।