*महाविद्यालय संस्थापक की स्मृति में नेत्र परीक्षण शिविर संपन्नक़*

ललितपुर। सन्त स्वामी ब्रह्मानन्द महाविद्यालय के संस्थापक स्व. राधाचरण राजपूत (मास्साब) की स्मृति में सतगुरू सेवा संघ ट्रस्ट जानकी कुण्ड चित्रकूट नेत्र चिकित्सालय के तत्वाधान में विशाल नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। आयोजन में लगभग डेढ़ सौ मरीजों के नेत्रों का परीक्षण किया गया। इस दौरान आधा सैकड़ा मरीजों को जांच उपरान्त मोतियाबिन्द के ऑपरेशन के लिए ट्रस्ट की बस से जानकी कुण्ड चित्रकूट नेत्र चिकित्सालय भेजा गया।

महाविद्यालय परिवार ने सभी मरीजों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान प्राचार्य डी.पी.वर्मा, प्रबंधक ज्योति सिंह लोधी के अलावा विद्यालय स्टाफ व सतगुरू सेवा संघ ट्रस्ट के ट्रस्टी मौजूद रहे।

*जिला मंसूरी समाज समिति का भव्य शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ*

ललितपुर। जिला मंसूरी समाज समिति के नबनियुक्त पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हजरत बाबा सदनशाह दरगाह परिसर मे मुख्य अतिथि मुफ्ती जनाब इफ्तेखारूल हसन साहब और कार्यक्रम सदर हाफिज असगर अली राइन और हाफिज अनस चिश्ती के संचालन मे सम्पन्न हुई, जिसमे जिले की मंसूरी समाज के अलाबा सभी मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।

जनपद में पहली बार होने बाले भव्य शपथ समारोह कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की भीड़ गबाह बनी। सबसे पहले आजाद चौक से संविधान दिवस के अवसर पर तिरंगा चादर सदनशाह दरगाह पर पेश की गई। उसके बाद नात ऐ मुशायरा हुआ, मुख्य अतिथि मुफ्ती जनाब इफ्तेखारूल हसन साहब ने अपनी तकरीर मे समा बांध दिया।

उन्होंने समाज की तरक्की को दीन के तरीके पर चलने को कहा और बच्चों को शिक्षा के लिये जोर दिया। सभी पदाधिकारियों को शपथ मुफ्ती जनाब इफ्तेखारूल हसन साहब ने दिलाई। जिसमें सदस्य, नायब सदर, विधिक सलाहकार, ऑडिटर, प्रचार मंत्री को दिलाने के बाद अंत में सदर इरशाद मंसूरी, सेकेट्री इमरान मंसूरी और खजांची हाजी सईद मंसूरी को को शपथ दिलाई गई।

कार्यक्रम मे सरंक्षक हाजी शहीद मंसूरी, मोहम्मद खाना एड., हमीद मंसूरी, अकबर खान, बहीद मंसूरी, शब्बीर मंसूरी बिरधा, हाजी नत्थू, अजमेरी ठेकेदार ने आये हुये मेहमानों को स्वागत बैज और हार पहनाकर किया। चुनाव कमेटी का स्वागत सदर सेकेट्री और नायब सदर तथा अन्य पदाधिकारियों ने किया।

कार्यक्रम में अंजुमन सदर असलम कुरैशी, उर्स कमेटी सदर हाजी बाबू बदरुद्दीन कुरैशी, सरफराज खान, अब्दुल रहमान कल्ला, हाजी साबिर हाजी, महमूद हाजी, ऐजाज नबी, करीम असर, मुजीब मास्टर, मुस्तफा मेंबर, पत्रकार मोहम्मद हबीब के अलाबा शहर और ग्रामीण क्षेत्र से सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

*धूमधाम से मनाया गया श्रीगुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व*

ललितपुर। श्रीगुरुसिंह सभा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वाधान में गुरुनानक देवजी का 554 वा प्रकाश पर्व श्रद्धा भावना के साथ गुरुद्वारा साहिब लक्ष्मीपुरा में मनाया गया। सर्वप्रथम 12 दिनों से लगातार चल रहे कार्यक्रमों का आज समापन हुआ जिसमे स्त्री साध संगत द्वारा लगातार चल रहे नितनेम जी पाठों का वा प्रभातफेरियों व सुबह शाम लगातार लंगर चलते रहे सुबह वा शाम के लंगर की सेवा जितेंद्र सिंह सलूजा, सुरजीत सिंह सेंटल बैंक, ओंकार सिंह सलूजा, जोगिंदर कोर छाबड़ा आदि द्वारा की गई।

आज सर्वप्रथम श्रीअखंडपाठ साहिबजी की समाप्ति सरदार सतनाम सिंह व सरदार मनिंदर सिंह परिवार की ओर से हुई। निशान साहिब के चोले की सेवा सरदार सुरजीत सिंह व गुरुबचन सिंह, हरविंदर सिंह सलूजा परिवार की ओर से हुई। सुबह व रात के लंगर की सेवा ताला चाबी खालसा परिवार नेहरूनगर संगत द्वारा हुई।

इस अवसर पर मुख्य ग्रंथि अरविंदर सिंहजी ने देश में अमन चैन एकता व अखंडता की अरदास की रात्रि में भी बच्चों द्वारा संस्कृति कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। भव्य आतिश बाजी का प्रदर्शन हुआ गुरुद्वारा परिसर को फूलों से व लाइटों से सजाया गया, जिसकी सुंदरता अलग ही दिख रही थी।

इस अवसर पर दिल्ली से पधारे संत मानी सिंहजी ने अपने जत्थे के साथ गुरबाणी कीर्तन वा कथा को संबोधित किया। उन्होंने कहा किगुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु थे। उनकी जयंती प्रकाश पर्व या गुरु पर्व के रूप में मनाई जाती है। नानक जी का जन्म पाकिस्तान (पंजाब) में रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गांव में हुआ था।

1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन इनका जन्म हुआ था इनका जन्म पिता मेहता कालू जी और मां तृप्ती देवी के घर हुआ। सिख धर्म में मान्यता है कि बचपन से ही नानक देव जी विशेष शक्तियों के धनी थे। उन्हें अपनी बहन नानकी से काफी कुछ सीखने को मिला। 16 वर्ष की ही आयु में ही इनकी शादी सुलक्खनी से हो गई।

सुलक्खनी पंजाब के (भारत) गुरदासपुर जिले के लाखौकी की रहने वाली थीं। इनके दो पुत्र श्रीचंद और लख्मी चंद थे। इन दोनों बच्चों के जन्म कुछ समय बाद ही नानक जी तीर्थयात्रा पर निकल गए। उन्होंने काफी लंबी यात्राएं की।

इस यात्रा में उनके साथ मरदाना, लहना, बाला और रामदास भी गए। 1521 तक उन्होंने  यात्राएं की। इस यात्रा के दौरान वे सबको उपदेश देते और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरुक करते थे। उन्होंने भारत, अफगानिस्तान और अरब के कई स्थानों का भ्रमण किया। इन यात्राओं को पंजाबी में उदासियाँ कहा जाता है।

गुरु नानक जी ने अपनी यात्राओं के दौरान कई जगह डेरा जमाया। उन्होंने समाजिक कुरितियों का विरोध किया। उन्होंने मू्र्ति पूजा को निर्थक माना और रूढ़िवादी सोच का विरोध किया। उन्होंने अपने जीवन का आखिरी समय पाकिस्तान के करतारपुर में बिताया। करतापुर सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल है। लेकिन उन्होंने अपने पीछे सिख धर्म के अनुयायियों के लिए अपने जीवन के तीन मूल सिद्धांत नाम जपो, कीरत करो और वंडा चखो बता गए। करतारपुर में गुरु नानक देव जी की दिव्य ज्योति जोत में समा गई।

उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले अपने शिष्य भाई लहना को उत्तराधिकारी बनाया, जो आगे चलकर गुरु अंगद देव कहालाए। वे सिखों के दूसरे गुरु माने जाते हैं। इस अवसर पर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष ओंकार सिंह सलूजा, संरक्षक जितेंद्र सिंह सलूजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरविंदर सिंह सलूजा, उपाध्यक्ष डा.सुरेंद्र कौर वालिया, मंत्री मंजीत सिंह पत्रकार,

कोषाध्यक्ष परमजीत सिंह छतवाल, चरणजीत सिंह, मुन्नालाल, पार्षद आलोक मयूर, धर्मेंद्र रूपेश, रमेश श्रीवास्तव, जगजीत सिंह, दलजीत सिंह, आनंद सिंह, मजबूत सिंह, प्रदीप सिंह, सूरज सिंह, गौरव सिंह, सुमेर सिंह, भगत सिंह, गुरबचन सिंह, जीवन सिंह, मनिंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह वीके, पर्सन सिंह, मेजर सिंह, डा.जे.एस. बक्शी, पत्रकार जसपाल सिंह बंटी, गुरुमुख सिंह, अरविंदर सिंह सागरी, सुरेंद्र सिंह अरोरा, अवतार सिंह, सुरजीत सिंह, तरनदीप सिंह, गोपी डोंडवानी, कन्हैया लालचंदानी, किशोर सिंधी, राजू सिंधी,

अब्दुल नासिर मंसूरी, सतीश अरोड़ा, पूनम मालिक, सौरव देवालिया, दीपक नामदेव, कन्हैया नामदेव, संजय ताम्रकार, बिंदु कालरा, डा.हरजीत कोर, अमरजीत कोर, रोजी अरोड़ा, रश्मि डोंडवानी, गुरदीप, बलदेव सिंह, मंजीत सिंह परमार, दलजीत सिंह, सिमरन सिंह सलूजा, नाती राजा, असलम खान, जसप्रीत सिंह रहे। संचालन महामंत्री सुरजीत सिंह सलूजा ने किया।

वाहन चालकों को जागरूक कर चस्पा किये स्टीकर

ललितपुर। यातायात माह नवम्बर-2023 के अन्र्तगत पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के आदेशानुसार एवं अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के निर्देशन में प्रभारी यातायात आलोक तिवारी द्वारा यातायात पुलिस की टीम के साथ द्वारा आम-जनमानस को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करते हुऐ विशेषकर वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग, हेल्मेट, सीट-बेल्ट, तीन सवारी, ड्रिकिंग ड्राइविन्ग के बारे में जागरूक किया गया।

आम-जनमानस को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करते हुऐ यातायात स्लोगन से छपे पम्पलेट, स्टीकर वितरित किये गये। तथा मॉडिफाइड साइलेन्सर लगाने वाले वाहनों के विरूद्व चेकिंग अभियान चलाकर आवश्यक कार्यवाही की गयी एवं यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 47 वाहनों का ई-चालान कर 85700 ऑनलाइन जुर्माना किया गया।

इस दौरान मुख्य आरक्षी बलराम कुशवाहा, मुख्य आरक्षी अभिषेक, मुख्य आरक्षी भूपेन्द्र, मुख्य आरक्षी अभिषेक दीक्षित, मुख्य आरक्षी शेष नारायण के अलावा अन्य ट्रैफिक कर्मी मौजूद रहे।

श्रीसत्य साई बाबा जी का 98वाँ जन्म दिवस संपन्न

ललितपुर- श्री सत्य साई बाबा जी का 98वाँ जन्म दिवस हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। श्री सत्य साइन सेवा समिति के तत्वाधान में स्थानीय प्रशांति विद्या मंदिर में कार्यक्रम आयोजित कर श्री सत्य साइन बाबा का 98वॉ जन्मदिवस मनाया गया। इस अवसर पर समिति के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बाबा के जीवन एवं उनके द्वारा किए गए कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। 

अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि श्री सत्य साई बाबा द्वारा अपने जीवन काल में मानव सेवा को ही सर्वोत्तम सेवा बताया गया। उन्होंने कहा बाबा ने सबको प्रेम सबको सेवा का संदेश हम सबको दिया है। उन्होंने कहा बाबा ने जो कुछ हमें संदेश के रूप में दिया वह करके भी बताया है। आज पूरी दुनिया बाबा के 98वें जन्मदिन को बड़े उत्साह पूर्वक मना रही है। इस अवसर पर हरीश कपूर टीटू ने कहा कि बाबा ने अपने जीवन में हमें संदेश दिया है कि हमें सेवा अपने आप को बेहतर बनाने के लिए करना चाहिए ना कि किसी के दिखाने के लिए नहीं। उन्होंने विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए अपनी बात को रखा। स्वामी अनुराग अमर ने कहा सत्य साई बाबा का जीवन उनका संदेश था, और बाबा चाहते थे कि उनके अनुयाई भी उसी रास्ते पर चलकर अपने जीवन को और लोगों के लिए अनुकरणीय बनाएं। 

जिलाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने कहा बाबा ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा के लिए लगाया, उन्होंने हमें प्राणी मात्र से सेवा और प्रेम करने का संदेश दिया। आज पूरी दुनिया में लोग बाबा को भगवान की तरह पूजा करते हैं एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर अपने जीवन को धन्य कर रहे हैं। इस अवसर पर विजय कुमार श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, इंजीनियर हाकिम सिंह, महेंद्र कुमार, लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा, भारत लाल सेन, मोहन सैनी,ध्रुव साहू, सीताराम श्रीवास्तव, बृजेश गुप्ता, जगदीश पाराशर, राम गोविंद शिल्पकार, मोहन सिंह यादव, बृजेश कुमार गुप्ता रिलायंस, उत्कर्ष श्रीवास्तव, रमन शर्मा, रमेश श्रीवास्तव, राजेश राय, अखिलेश झा, रवि झा, मेघराज सिंह, आशा श्रीवास्तव, शांति मालवीय, निशा श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, पूजा झा, मोहिनी, खुशबू, आदि ने प्रमुख रूप से प्रतिभागी किया।

वार्षिक क्रीडा महोत्सव में खिलाड़ियों ने किया प्रतिभा का प्रदर्शन

ललितपुर- वीणा वादिनी बालिका इंटर कॉलेज में एक दिवसीय वार्षिक क्रीडा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि नीरज पटेरिया मंडल महामंत्री भाजपा तालबेहट तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री राम नारायण पाठक जिला शासकीय अधिवक्ता व विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से सरस्वती पूजन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा जीवन में अनुशासन महत्वपूर्ण होता है जो खेलों से ही प्राप्त होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री पाठक जी ने कहा खेल भावना से सदैव खेल खेलना चाहिए । विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा खेल से स्वस्थ शरीर बनता है और उसी से स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र व मेडल देकर विद्यालय के अध्यक्ष संदीप तिवारी ने उत्साह वर्धन किया तथा उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन में आगे बढ़ाना है तो खेलों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा विद्यालय में हुई प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़ में अनिकेत व राधिका प्रथम, 200 मीटर दौड़ में अमित व समृद्धि ने प्रथम ,लंबी कूद में सत्यम व रक्षा यादव प्रथम ,ऊंची कूद में प्रिंस व आसमानी राजा प्रथम ,800 मीटर दोड़ में अनुराग प्रथम, रस्सी कूद में पूनम प्रथम, कबड्डी तथा वॉलीबॉल में कक्षा 12 ब विजेता,तथा खो- खो में कक्षा 12 स विजेता रही।

इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या रमा तिवारी,खण्ड प्रचारक भूपेंद्र, बालकृष्ण नामदेव, उमाकांत बुधौलिया, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश राजपूत, रामजीवन विश्वकर्मा, सुरेंद्र सिंह, कुलदीप तिवारी ,शंकर सिंह, श्रेया तिवारी, अर्चना राजा, सुभद्रा परिहार ,चाहत राजा आदि शिक्षक उपस्थित रहे । वार्षिक कीड़ा महोत्सव में आए हुए अतिथियों का आभार क्रीड़ा प्रभारी राहुल उपाध्याय ने व्यक्त किया।

गुरूनानक देव के प्रकाशोत्सव को लेकर शुरू हुये आयोजन

ललितपुर। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्रीगुरु सिंह सभा के नेतृत्व में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरुनानक देवजी का प्रकाश पर्व श्रद्धा भावना के साथ गुरुद्वारा साहिब लक्ष्मीपुरा में मनाया जा रहा है। इस वर्ष भी गुरुद्वारा परिसर से प्रभात फेरी का आयोजन किया गया, जो की नगर भ्रमण में गुरबाणी कीर्तन करते हुए महिलाओं बच्चो पुरुषों सहित निकली। सबसे पहले तालाबपुरा में श्रीसंत नामदेवजी के मंदिर नामदेवजी की जयंती पर पहुंची, जहां पर गुरबाणी कीर्तन का गायन मुख्य ग्रंथी अरविंदर सिंह व ज्ञानी प्रभजोत सिंह ने किया।

नामदेव समाज द्वारा अध्यक्ष ओंकार सिंह सलूजा को सम्मानित किया गया। नामदेव समाज द्वारा चाय नास्ते के भंडारे का आयोजन भी किया गया। प्रभातफेरी समापन के अवसर पर गुरुद्वारा साहिब में अध्यक्ष ओंकार सिंह सलूजा द्वारा चाय नास्ते के लंगर का आयोजन किया गया। आज प्रभातफेरी राजेश डोंडवानी के आवास सुभाषपुरा पहुंची, जहां पर उनके परिवार द्वारा संगत का स्वागत करते हुये चाय नाश्ते के लंगर की सेवा हुई। वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरविंदर सिंह सलूजा ने बताया कि 25 से 27 नवंबर तक कार्यक्रम में दिल्ली से पधार रहे संत मनी सिंह जी सुबह वा शाम के दीवान में गुरबाणी कथा कीर्तन द्वारा संगत को निहाल करेंगे। दोनो टाइम लंगर की सेवा भी होगी। 26 तारीख को श्री निशान साहिब के चोले की सेवा भी होगी।

27 तारीख को प्रकाश पर्व वाले दिन सुबह अखंडपाठ साहिब जी की समाप्ति। दिल्ली से पधार रहे संत मनी सिंह जी द्वारा गुरबाणी कीर्तन उपरांत गुरु जी के लंगर (सहभोज) की सेवा। रात्रि कार्यक्रम में श्री राहिरास साहिब के पाठ उपरांत बच्चो के प्रोग्राम, उपरांत गुरबाणी कीर्तन कथा उपरांत भव्य आतिशबाजी का प्रदर्शन होगा। रात्रि में भी गुरु जी के लंगर वा दूध के लंगर की सेवा होगी।

इस अवसर पर अध्यक्ष ओंकार सिंह सलूजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरविंदर सिंह सलूजा, गुरुमुख सिंह, मंजीत सिंह सलूजा, चरणजीत सिंह, जगजीत सिंह, परमजीत सिंह छतवाल, महामंत्री सुरजीत सिंह सलूजा, आनंद सिंह, गोपी डोंडवानी, हरगोबिंद डोंडवानी, सतीश अरोरा, नामदेव समाज के अध्यक्ष दीपक नामदेव, सनत नामदेव, गोल्डी नामदेव, रामगोपाल नामदेव, कन्हिया नामदेव आदि स्त्री साध संगत की अध्यक्षा बिंदु कालरा, अमरजीत कोर बक्शी, गुरदीप कोर, सिमरन कोर, रश्मि डोंडवानी, डा.हरजीत कोर, गुरचरण कोर, कोमल कोर, नीलम कोर, रोजी अरोरा, जुगिंदर सिंह रीन, गुनबीर सिंह, बलजीत सिंह सलूजा, श्रीराम कालरा, जगदीश कालरा आदि उपस्थित थे।

कारागार में निरूद्ध बंदियों को दी विधिक जानकारियां

ललितपुर। जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चन्द्रोदय कुमार के निदेर्षानुसार, अपर जिला जज/सचिव कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान सचिव कुलदीप सिंह ने जेल में निरूद्ध रहते हुए भी बन्दियों को प्रदत्त अधिकार के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से अवगत कराया गया कि किसी व्यक्ति द्वारा किया गया।

ऐसा अपराध जिसकी सजा 7 साल या उससे कम है या अभियुक्त ने पहली बार अपराध किया है, वह अपनी सजा कम करने के लिए मजिस्ट्रेट के समक्ष आवेदन कर सजा में सौदेबाजी कर सकता है। छोटे अपराधों में पीड़ित और अभियुक्त आपसी सामंजस्य से सौदेबाजी कर सकता है। छोटे अपराधों में पीड़ित और अभियुक्त आपसी सामंजस्य से सौदेबाजी कर सकते हैं। इसे ही प्ली बारगेनिंग कहा जाता है। प्ली बारगेनिंग में कम सजा में अपराधियों को छोड़ दिया जाता है. अगर कोई आरोपी अपनी गलती स्वीकार करता है तो उसे कम सजा दी जाती है।

लेकिन प्ली बारगेनिंग का लाभ किसी भी विचाराधीन आरोपी को एक बार ही मिल सकता है। लंबी कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए अभियुक्त व पीड़ित व्यक्ति प्ली बारगेनिंग कर सकते हैं। शिविर के बाद बन्दियों से उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में पूछताछ की गई। सचिव ने निरूद्ध बन्दियों को अवगत कराया कि वे अधिवक्ता की उपलब्धता हेतु एवं अन्य प्रकार की समस्या हेतु कारापाल के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ललितपुर को प्रार्थना पत्र प्रेषित करें। शिविर के अन्त में अधीक्षक लाल रत्नाकर सिंह ने आभार जताया।

इस दौरान सचिव कुलदीप सिंह, अधीक्षक लाल रत्नाकर सिंह, उप कारापाल शकुन्तला देवी, चिकित्सा अधिकारी डा.विजय द्विवेदी, जेल में निरूद्ध बन्दीगण एवं जिला कारागार के कर्मचारीगण उपस्थित हुये।

माँ वैष्णो दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ हुुई स्थापना

ललितपुर। श्री नामदेव समाज मंदिर समिति रजि. के तत्वाधान में संत नामदेव की जयन्ती बड़े ही धूमधाम से मनायी गयी। तीन दिवसीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पिछड़ा वर्ग आयोग उ.प्र. के सदस्य राधेश्याम जी नामदेव रहे। कार्यक्रम के तीसरे दिन मंदिर परिसर में माँ वैष्णों देवी दरबार की स्थापना बड़े ही धूमधाम से की गयी।

वहीं मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष दीपक नामदेव पटवारी व महामंत्री अखिलेश नामदेव ने संयुक्त रूप से की। कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने बड़ी ही मनमोहक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान तनिष्क नामदेव ने श्रीहनुमान चालीसा का गायन कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं जनपद भर के सजातीय बंधुओं ने प्रतिभाग करते हुये कार्यक्रम को और अधिक भव्य बना दिया।

इस दौरान श्रीगुरूसिंह सभा कीर्तन मण्डली का भव्य स्वागत किया गया। वहीं एक सप्ताह तक आयोजन किये जाते रहने की घोषणा की गयी। कार्यक्रम में राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य राधेश्याम नामदेव ने कहा कि सामाजिक एकता और अच्छी शिक्षा के साथ धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर भागीदारी करनी चाहिए। अन्य वक्ताओं ने संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज के जीवन से जुड़ी रोचक घटनाओं को प्रस्तुत किया एवं उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। तीन दिनों के आयोजन में कलश यात्रा एवं शोभायात्रा, माँ वैष्णों देवी दरबार की स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा की गयी। वहीं सुन्दर काण्ड पाठ, श्री सत्यनारायण भगवान की कथा, हवन पूर्ण आहूति के अलावा भजन संध्या, मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान मंच से किया गया।

वहीं वरिष्ठ अतिथियों व पत्रकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम संचालन रामगोपाल नामदेव ने किया। इस दौरान समाजसेवी वी.के.सरदार, श्रीरामलीला हनुमान जयन्ती महोत्सव समिति अध्यक्ष पं.ब्रजेश चतुवेर्दी, भाजपा महामंत्री महेश श्रीवास्तव भैया, साहू समाज के पूर्व अध्यक्ष छक्कीलाल साहू, लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा आचार्यजी, आचार्य कृष्णदेव लिटौरिया, आचार्य प्रमोद लिटौरिया, अजय श्रीवास्तव, इंजी. महेन्द्र, वरिष्ठ पत्रकार सुनील शर्मा, कन्हैया नामदेव, काशीराम बाबा, हरचरण नामदेव बानपुर, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राकेश बघेल, पूर्व पार्षद महेन्द्र सिंघई, पुलिस लाइन से जगदीश चन्द्र के अलावा नरेन्द्र नामदेव, रोहित नामदेव, बालकृष्ण बाबा, महेश नामदेव गोल्डी, सनद नामदेव, पवन नामदेव, महेश नामदेव, विनोद नामदेव, राजेश नामदेव, मनोहर नामदेव, बृजेश नामदेव, अनूप, प्रमोद, मुकेश, अवधेश नामदेव, अशोक नामदेव, राकेश, राजेश नामदेव, संदीप नामदेव, गौरीशंकर नामदेव, संतोष गुरू सोनी, मंगू पहलवान, खुशीलाल कुशवाहा, दिनेश कुशवाहा, संजय सेन, संजीव नामदेव, विजय नामदेव, राजकुमार, प्रशान्त नामदेव, आयुष नामदेव, कृष्णकांत नामदेव, तनिष्क नामदेव, प्रदीप नामदेव, अवधेश नामदेव के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे। अंत में सभी आगंतुकों का आभार समाजसेवी कन्हैया नामदेव ने व्यक्त किया।

विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों के मॉडल देख डीएम ने दी शाबासी

ललितपुर। समग्र शिक्षा अभियान (माध्यमिक) के अंतर्गत आयोजित जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी एवं टी.एल.एम. प्रतियोगिता का शुभारंभ जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने जीआईसी में किया गया। जिलाधिकारी के द्वारा छात्रों द्वारा बनाए गए मॉडलों का अवलोकन कर उनसे मॉडलों के संबंध में विभिन्न प्रश्न पूछे।

उन्होंने छात्रों के बनाए गए मॉडलों की भूरि-भूरि प्रशंसा की उन्होंने कहा कि छात्रों ने जिन समस्याओं, नवाचार के मॉडल तैयार किए हैं इन छात्रों को इन मॉडलों की वर्तमान में प्रत्यक्ष रूप से संचालित कार्य योजना का भ्रमण कराया जाए जिससे बच्चे और बेहतर तरीके से समस्याओं को जान सके और उनका बेहतर निराकरण कर सकें।

सर्वप्रथम कार्यक्रम संयोजक जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश ने संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की और बच्चों द्वारा प्रदर्शित किए गए मॉडलों के बारे में अपना उद्बोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस त्रिदिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी के प्रथम दिवस पर जनपद के विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों में विद्यालय स्तर पर आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में चयनित किए गए 140 से अधिक मॉडलों को प्रदर्शित किया गया।

कार्यक्रम के आयोजक प्रधानाचार्य जीआईसी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शासन की मंशानुरूप जनपद में प्रथम बार जनपद के विभिन्न राजकीय हाई स्कूलों एवं जीआईसी विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों द्वारा बनाए गए टी.एल.एम. को प्रस्तुत किया गया है। जिनसे न सिर्फ अन्य शिक्षक एक दूसरे से प्रेरित होंगे बल्कि विभिन्न छात्र भी इन टी.एल.एम. के माध्यम से बहुत कुछ जान सकेंगे।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अमित शुक्ला प्रवक्ता रसायन विज्ञान ने बताया कि जनपद स्तर पर आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी एवं टीएलएम प्रतियोगिता में जिन सर्वश्रेष्ठ मॉडलों का चयन किया जाएगा, उनमें जूनियर एवं सीनियर वर्ग के प्रत्येक प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र को 4 हजार रुपये की धनराशि, द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले को 3 हजार रुपये एवं तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र को 2 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त 5-5 सांत्वना पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र को 500 रुपये की धनराशि दी जाएगी और चयनित छात्रों को मंडल स्तर की विज्ञान प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराया जाएगा। टीएलएम प्रतियोगिता में प्रत्येक विषय के श्रेष्ठ टीएलएम को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। छात्रों द्वारा इस अवसर पर विभिन्न विषयों पर मॉडल तैयार किए गए जिनमें प्रमुखता से बनाए गए विषय के अंतर्गत पर्यावरण की विभिन्न समस्याएं, तकनीक का उपयोग करके बनाए गए विभिन्न खेल खिलौने और कई प्रकार की नवाचार योजनाएं शामिल थी। छात्रों द्वारा बनाए गए इन मॉडलों का मूल्यांकन करने के लिए जिला स्तरीय स्क्रीनिंग समिति का निर्धारण जिलाधिकारी महोदय के आदेश के क्रम में किया गया, जिसमें रघुवीर सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर वारिस द्विवेदी एवं रितेश खरे, जीआईसी प्रवक्ता अरुण बाबू शर्मा, जीआईसी माताटीला के प्रवक्ता रामब्रजराम एवं जीआईसी ललितपुर के सामाजिक विज्ञान के शिक्षक बृजेंद्र कुमार निगम को शामिल किया गया। यह स्क्रीनिग समिति छात्रों द्वारा बनाए गए मॉडलों का मूल्यांकन करेगी और श्रेष्ठ मॉडलों को चयनित करेगी। एवं गणित एवं विज्ञान विषय के शिक्षकों के टी.एल.एम. का मूल्यांकन वारिस द्विवेदी एवं  रितेश खरे एवं अरुण बाबू शर्मा द्वारा के द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर लाखन प्रसाद विश्वकर्मा, श्रीकांत खरे, महेश सरोनिया, प्रियंका शिवहरे, कमलेश कुमार, सहित विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक उपस्थित रहे। मंच संचालन रितु गुप्ता ने किया।