कुंभी चीनी मिल किसानों को समय से नहीं दे रही पर्चियां, कोल्हू पर औने-पौने दाम में गन्ना बेचने को मजबूर किसान
लखीमपुर खीरी। कुंभीचीनी क्षेत्र के गन्ना किसान चीनी मिल चालू होने से बावजूद किसानों को पर्चियां नहीं मिल रही है। रबी फसलों की बुआई का समय शुरू हो गया है। पेड़ी वाले गन्ने खेत पर्चियां न मिलने के कारण खाली नहीं पा रहे हैं। ऐसे में किसान रबी फसलों की बोआई नहीं कर पा रहे हैं। कई किसानों ने बुआई पिछड़ने के डर से गुड़बेलों पर औने-पौने दामों पर गन्ना बेचना शुरू कर दिया है। कुंभी चीनीमिल चलने के बाद तीन बार बंद भी हो चुका है। किसानों को खेत खाली करने के लिए भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कुंभीचीनी चले पंद्रह दिन हो गए हैं। तीन बार चीनी मिल बंद भी हो चुका है। रबी फसलों की बुआई चालू हो गई है। मगर गन्ना किसानों को पर्चियां नहीं मिल रही है जिससे पेड़ी नहीं बेंच पा रहे है। किसान रबी की फसल गेंहू, सरसों आदि की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। गुड़ बेल मालिक गन्ना किसानों की इस परेशानी का फायदा उठाकर उनसे कम कीमत में गन्ना खरीद रहे हैं। किसानों को गन्ने के लिए महज 230 से 270 रुपये प्रति क्विंटल का भाव मिल पा रहा है। जाबो चीनी मिल 375 रुपए में बिक रहा है। किसान 100 से 140 रुपए प्रतिकुंतल घाटे में किसान गन्ना बेचने को मजबूर है।
गुड़ बेलों पर गन्ना बेचने से राजस्व की भी हानि हो रही है। इसके अलावा गुड़ बेल मालिक पत्थर के बांटों से तौल कर प्रति क्विंटल 10 किलो अतिरिक्त गन्ना किसानों से तौलाई का ले रहे हैं। इसके बाद भी किसान खेत खाली करने के लिए गुड़ बेल पर गन्ना बेचने को मजबूर हैं।गन्ना किसान गेहूं, सरसों, मटर, आलू, मसूर आदि फसलों की बोआई को लेकर चिंतित हैं। कुंभी चीनीमिल बहुत धीमी गति से किसानों को पर्चियां दे रही है।
कुंभी चीनीमिल क्षेत्र के किसान शिवकुमार सिंह, रमेश सिंह, मनोज वर्मा, राजेश सिंह, सुरेंद्र सिंह, विक्रम सिंह व रामप्रकाश ने बताया कि रबी फसलों की बोआई का यह उपयुक्त समय है। गन चीनी मिल चालू होने पर्चियां बहुत धीमी गति दे रही है। एक दिन जारी होने वाली पर्चियां तीन से चार दिन में जारी कर रहे है। मिल की मनमानी के चलते किसान ठगा महसूस कर रहे है। इसलिए अपना गन्ना आधे मूल्य पर बेचने पर मजबूर हैं।
Nov 24 2023, 15:42