*करवा चौथ नजदीक, गुलजार हुए बाजार*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। हिंदू धर्म में सुहागिनों के लिए करवाचौथ का व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत किया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती रखती हैं. कुंवारी लड़की भी मनपसंद वर पाने के लिए इस व्रत को रखती हैं. रात में चांद देखने के बाद अपना व्रत खोलती हैं. इस बार ये पर्व 1 नवंबर को मनाया जाएगा। करवा शब्द का अर्थ मिट्टी का बर्तन होता है. चौथ का शाब्दिक अर्थ चतुर्थी है।
इस दिन शाम को चंद्रमा के दर्शन करने के बाद पति, पत्नी को मिट्टी के बर्तन (करवा) से पानी पिलाकर व्रत खुलवाता है।करवा पंच तत्वों का प्रतीक माना जाता है. मिट्टी के करवा में पांच तत्व होते है जल, हवा , मिट्टी, अग्नि, व आकाश. इससे ही हमारा शरीर भी बना है. करवा में मिट्टी और पानी मिलाया जाता है. पानी में मिट्टी को गला कर करवा बनाया जाता है। भूमि तत्व और जल तत्व का प्रतीक है. उसे बनाकर धूप और हवा से सुखाया जाता है, जो आकाश तत्व और वायु तत्व के प्रतीक है. फिर आग में तपाया जाता है।
भारतीय संस्कृति में पानी को ही परब्रह्म माना गया है. जल ही सब जीवों की उत्पत्ति का केंद्र है. इस तरह मिट्टी के करवे से पानी पिलाकर पति पत्नी अपने रिश्ते में पंच तत्व और परमात्मा दोनों को साक्षी बनाकर अपने दांपत्य जीवन को सुखी बनाने की कामना करते हैं. मिट्टी के तपे हुए बर्तन में पानी पीना वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी यह उपयोगी है. आयुर्वेद में भी मिट्टी के बर्तन में इसे फायदेमंद माना गया है। जिले में एक नवंबर को करवाचौथ मनाया जाएगा।
इससे पहले बाजार गुलजार हो गए हैं। सुहागिन महिलाएं बाजार में खरीदारी करने पहुंच रही हैं। बाजार में कपड़े और सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ नजर आ रही है। वे दुकानदारों से सिल्क, आर्गिंजा वैराइटी की साड़ी और फैंसी चूड़ी की मांग कर रही है।
लाल रंग की साड़ी उनकी पहली पसंद है। खरीदारी बढ़ने से दुकानदारों के चेहरे की रौनक बढ़ गई है। त्योहारी सीजन में जिले के रोडवेज व बस स्टेशनों पर भीड़ बढ़ गई है।जनपद के ज्ञानपुर, भदोही, चौरी, औराई, गोपीगंज,जंगीगंज, ऊंज, कोईरौना, अभोल, दुर्गागंज, सुरियावां क्षेत्र के बाजार में दुकानों पर करवा चौथ के सामान से सज गए हैं।
करवा, चलनी, सरई, चुड़ी सहित श्रृंगार सामग्री की जमकर खरीदारों हो रही है। दुकानों पर दोपहर से रात तक महिलाओं का जमावड़ा दिखाई दे रहा है। चूड़ी और साड़ी की खरीदारी महिलाएं उत्साह से कर रही है।
Nov 01 2023, 16:50