सीएम नीतीश कुमार ने जिला स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति को लेकर नई टीम का किया ऐलान, जानिए किसे मिली कहां की कमान

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जिला स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति को लेकर नई टीम का ऐलान कर दिया है। नई टीम में जहां 20 जिलों के प्रभारी मंत्री की नियुक्ति भी कर दी गई है। वहीं मुंगेर को छोड़ बाकि 37 जिलों में कमेटी का भी गठन कर दिया गया है। बुधवार देर रात मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के नामों से संबंधित अधिसूचना जारी की गई है। 20 सूत्री जिला स्तरीय समिति में जिला प्रभारी मंत्री को अध्यक्ष बनाया गया है। मुंगेर को छोड़ बाकी 37 जिलों में कमेटी बनी है।

नई समिति में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पटना जिले का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि उपाध्यक्ष अशोक चौधरी हैं। वहीं सीएम नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में 20 सूत्रीय कमेटी के अध्यक्ष वित्त मंत्री विजय चौधरी हैं। यहां अशोक कुमार हिमांशु एवं मो. मशरुर अहमद जुबैरी को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि रोहतास जिले के अध्यक्ष लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज और उपाध्यक्ष रामचन्द्र ठाकुर एवं अजय कुमार सिंह को बनाया गया है।

जिला स्तरीय 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति में पीएचडी मंत्री ललित यादव पश्चिमी चंपारण के अध्यक्ष जबकि शत्रुघ्न कुशवाहा हुसैन अंसारी उपाध्यक्ष होंगे, सीतामढ़ी जिले के अध्यक्ष भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और उपाध्यक्ष सुनील कुमार कुशवाहा और सत्येंद्र सिंह कुशवाहा होंगे। वैशाली के अध्यक्ष विजेंद्र प्रसाद यादव उपाध्यक्ष वैद्यनाथ चंद्रवंशी और सुभाष चंद्र सिंह होंगे। सुपौल जिला के अध्यक्ष जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा और उपाध्यक्ष संतोष कुमार होंगे।

इसी तरह नवादा जिले के अध्यक्ष उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ और उपाध्यक्ष सलमान रागीब एवं उदय कुमार यादव हैं। पूर्णिया जिला के अध्यक्ष पद का जिम्मा वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार दास एवं राकेश कुमार को सौंपा गया है। मुजफ्फरपुर जिले के अध्यक्ष कला संस्कृति मंत्री जितेन्द्र राय और उपाध्यक्ष राम बाबू सिंह व रमेश गुप्ता बनाए गए हैं। वहीं खाद्य उपभोक्ता मंत्री लेसी सिंह मधुबनी जिले की अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बीर बहादुर सिंह एवं सत्येन्द्र कामत बने हैं।

वहीं मधेपुरा जिला के अध्यक्ष आईपीआरडी मंत्री संजय कुमार झा और उपाध्यक्ष जयकांत यादव एवं रमेश ऋषिदेव हैं। लखीसराय की अध्यक्ष परिवहन मंत्री शीला कुमारी और उपाध्यक्ष कालीचरण दास एवं अमरेश कुमार हैं। किशनगंज जिला के अध्यक्ष अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान और उपाध्यक्ष असगर अली पीटर हैं।

जहानाबाद का अध्यक्ष एससी-एसटी मंत्री रत्नेश सादा जबकि महेश ठाकुर और शशि भूषण कुमार शर्मा को उपाध्यक्ष बनाया गया है। कैमूर के लिए श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम अध्यक्ष जबकि अकलू राम और प्रमोद कुमार सिंह उपाध्यक्ष मनोनीत हुए।

भागलपुर जिला के अध्यक्ष पर्यटन मंत्री कुमार सर्वजीत जबकि विपिन बिहारी सिंह और चंद्रशेखर प्रसाद यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है। बक्सर जिला के अध्यक्ष पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक अहमद होंगे। जबकि अशोक सिंह और शेषनाथ सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है।

कृषि रोड मैप पर शुरु हुई सियासत : पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने सीएम से श्वेत पत्र जारी करने को कहा, नेता प्रतिपक्ष ने बताया 12 विभागों द्वारा लूट का जरिया


डेस्क : बिहार सरकार द्वारा आज चौथे कृषि रोड मैप की शुरुआत की गई। आज बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा इसका शुभारंभ किया गया। इधर इसके शुभारंभ के साथ ही इसपर सियासत शुरु हो गई है। प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी द्वारा इसपर सवाल खड़ा किया जाने लगा है।  

बीजेपी के राज्यसभा सांसद व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार को श्वेत पत्र जारी कर बताना चाहिए कि तीन कृषि रोडमैप लागू होने के बाद भी बिहार के किसान आय के मामले में 28 वें स्थान पर क्यों हैं?

उन्होंने कहा कि तीसरे कृषि रोडमैप पर पांच साल में 1.54 लाख करोड़ खर्च करने का लक्ष्य था और जब सरकार एक लाख करोड़ भी खर्च नहीं कर पायी, तब चौथे कृषि रोडमैप पर 1.62 लाख करोड़ खर्च करने के लक्ष्य का कोई औचित्य नहीं था। तीसरे कृषि रोडमैप में जैविक कोरीडोर का निर्माण, हर खेत तक बिजली पहुँचाने, बंद नलकूप चालू कराने और अलग कृषि फीडर लगा कर 8 लाख नये सिंचाई कनेक्शन देने जैसे लक्ष्य क्यों नहीं पूरे हुए? 

सुशील मोदी ने कहा है कि महागठबंधन सरकार निहित स्वार्थों के इतने दबाव में है कि वह किसी योजना या रोडमैप को ईमानदारी से लागू करने की क्षमता खो चुकी है। 

वहीं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने चतुर्थ कृषि रोड मैप के आरंभ पर कहा है कि पूर्व के तीनों कृषि रोड मैप योजना विफल साबित हुई है। सरकार को उसे पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि कृषि रोड मैप सरकार के 12 विभागों द्वारा धन उगाही का जरिया बन गया है। 

उन्होंने कहा की कृषि रोड मैप 2008 से शुरू हुआ। लेकिन अभी भी बिहार के किसान आमदनी में देश के सबसे निचले राज्यों में है। पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने खुलेआम कहा था कि विभाग में सभी चोर हैं। कृषि रोड मैप से किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ है।

सिन्हा ने कहा कि कृषि रोड मैप के तहत कृषि कैबिनेट भी बनाई गई थी। लेकिन पिछले कई वर्षों में उसकी बैठक नहीं हुई है। सिन्हा ने मुख्यमंत्री के वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि चौथ कृषि रोड मैप को उन्होंने अंतिम बताया है। 

सिन्हा ने कहा की जब योजनाएं कागज पर ही बनती है और कागज पर ही क्रियान्वयन होता है तो बाकी कृषि रोड मैप की तरह ही अंतिम कृषि रोड मैप का भी हश्र होगा। सिन्हा ने कहा कि सरकार चुनावी छलावा के रूप में कृषि रोड मैप का उपयोग कर रही है।

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, लोकसभा चुनाव में जदयू की होगी करारी हार

डेस्क : जन सुराज के सूत्रधार व कुशल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। 

दरअसल प्रशांत किशोर इनदिनो जनसुराज यात्रा पर है। अपने इस पद यात्रा के दौरान सीतामढ़ी के विभिन्न गांव का दौरा करने के बाद आज शहर के गोयनका कॉलेज में प्रेस वार्ता किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की 2024 के लोकसभा चुनाव में करारी हार होगी।

हालांकि उन्होंने कहा य़ह साफ किया कि वे महागठबंधन नहीं जेडीयू की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जदयू का विघटन होना निश्चित है। कोई भी जेडीयू को इस स्वरूप में नही देख सकता। अब जो भी इस दल में शामिल है। जिसको राजनीति करनी है वो कुछ भाजपा तो कोई राजद तो कोई जन सुराज से जुड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीने के अंदर जेडीयू का विघटन होना तय है। मैने बंगाल के चुनाव में भाजपा को लेकर कहा था कि 100 सीट पर सिमट जाएगी। वही हुआ ।भाजपा को 77 सीट मिला। जेडीयू को लेकर भविष्यवाणी की है लोक सभा चुनाव में बिहार में जेडीयू 5 सीट से भी कम पर सिमट जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो पूरे बिहार की जनता से माफी मांगने को तैयार हूं।

पटना साहिब गुरुद्वारा पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गुरु साहिब जी के चरणों मे मत्था टेक देश में अमन चैन की कामना की

डेस्क : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आज पटना पहुंची। जहां उन्होंने पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार बिहार में चौथे कृषि रोड मैप 2023 का पटना के बापू सभागार में इसका शुभारंभ किया। चौथे कृषि रोड मैप में 12 विभागों को रखा गया है। इस कृषि रोड मैप की अवधि 2028 तक होगी। कृषि रौड मैप के लिए 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए पास किया गया है।

वहीं इस कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति राजधानी पटना के पटना सिटी स्थित सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरुगोविंद सिंह महाराज जी के जन्मस्थली पटना साहिब गुरुद्वारा पहुँची। इस दौरान उनके साथ बिहार के राज्यपाल भी मौजूद है। राष्ट्रपति महोदया ने सबसे पहले गुरु साहिब जी के चरणों मे मत्था टेका और देश में अमन चैन की कामना की। इस दौरान उन्हें गुरुद्वारा प्रबंध कमिटि की ओर से आशीर्वाद स्वरूप सरोपा भेंट किया गया। वहीं उन्हें गुरुगोविंद सिंह जी महाराज का अस्त्र शस्त्र भी उन्हें दिखाया गया।

राष्ट्रपति ने गुरुद्वारा परिसर को घूम घूम कर देखा। इस दौरान राष्ट्र्पति और राज्यपाल ने गुरु घर मे बैठकर शबद कीर्तन भी सुना। बता दें कि झारखंड के राज्यपाल रहते हुए भी द्रौपदी मुर्मू प्रथम बार गुरुद्वारा पहुँची थी लेकिन अब जब देश की राष्ट्रपति बनीं है तो यह उनका दूसरा कार्यक्रम गुरुद्वारा में मत्था टेकने का हैं। 

बता दें वहीं कल राष्ट्रपति मोतिहारी जाएंगी। जहां वह महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। जिसके बाद शाम में राष्ट्रपति पटना एम्स के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। वहीं अपने दौरे पर तीसरे दिन राष्ट्रपति गया जाएंगी। जहां वह दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगी। जिसके बाद वह वहीं से स्पेशल विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी।

बिहार के चौथे कृषि रोड मैप का राष्ट्रपति ने किया शुभारंभ,
राज्यपाल और सीएम और राज्यपाल ने किया स्वागत, मधुबनी पेंटिंग से बनी साड़ी और पेंटिंग किया भेंट* पटना : देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज विशेष विमान से पटना पहुंची जहां पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के अलावा कैबिनेट के कई मंत्री और सुरक्षा कर्मी मौजूद थे। एयरपोर्ट से कड़ी सुरक्षा के बीच राष्ट्रपति का काफिला सभा स्थल ज्ञान भवन की ओर रवाना हुआ। जहां बिहार के चौथे कृषि रोड मैप को लॉन्च करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू का जोरदार स्वागत किया गया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुलदस्ता और मधुबनी पेंटिंग से बनी साड़ी के अलावा एक तेल चित्र पेंटिंग भेंट कर राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया। इसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्वागत संबोधन दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जहां उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिवादन करते हुए आज तक के लॉन्च तीनों कृषि रोड मैप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब मैं अटल जी के सरकार में था तब कृषि विभाग में मंगल राय जी हमारे सहयोगी थे और हमने इन्हें ही किसी रोड मैप की जिम्मेदारी दी थी। दूसरे कृषि रोड मैप में भी हम लोगों ने उस वक्त के राष्ट्रपति के प्रणब मुखर्जी तो वहीं तीसरे कृषि रोड मैप में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को इसकी लॉन्चिंग पर बुलाया था। अब तक के कृषि रोड मैप के लांच होने से हासिल उपलब्धियां की चर्चा करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इसके लांच होने से कृषि व संबद्ध क्षेत्रों में स्थायित और विकास हुआ है जैसे दूध, अंडा, मछली सहित कई उत्पादों के उत्पादकता में वृद्धि हुई है। मछली के उत्पादन में बिहार आत्मनिर्भर हुआ है चावल गेहूं और मक्का के उत्पादन में वृद्धि हुई है तो यही बिहार को केंद्र सरकार से पांच कृषि क्रमण्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। यही मखाना के उत्पादन में भी वृद्धि दर्ज हुई है। सीएम नीतीश के संबोधन के बाद महामहिम विश्वनाथ आर्लेकर जी ने अपना संबोधन दिया। जिसमें उन्होंने कृषकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने पर अधिकारियों और कृषि कर्मियों की भूमिका को रेखांकित करते हुए हिमाचल में चलाई जा रही प्राकृतिक खेती की चर्चा की और किसी रोड मैप को किसानों के हित में बताया इसके बाद महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया। जहां उपस्थित राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक विधान परिषद सदस्यों व अधिकारियों सहित किसानों और आम जन को संबोधित करते हुए श्री मुर्मू ने खुद को बिहारी संबोधित करते हुए कृषि को बिहार की सभ्यता और संस्कृति का हिस्सा बताते हुए कृषि को बिहार की अर्थव्यवस्था की रीड कहा। वहीं इस कृषि रोड मैप के लॉन्चिंग पर खुशी व्यक्त करते हुए इसके लॉन्चिंग से कृषि क्षेत्र में चौमुखी विकास होने की बातें कहीं। राष्ट्रपति ने कृषकों के कृषि लागत के कम होने और उत्पादन व आय में वृद्धि की भी चर्चा की। साथ ही बिहार को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर क्षेत्र में कृषि रोड मैप बनाने की चर्चा करते हुए स्वास्थ्य और शिक्षा सहित हैप्पीनेस पर काम किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। बताते चले की द्रौपदी मुर्मू के हाथों आज चौथे कृषि रोड मैप का शुभारंभ किया जाना था। इसको लेकर द्रौपदी मुर्मू पटना पहुंची है। पटना में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद तीन दिवसीय बिहार आयी द्रौपदी मुर्मू कुक गया और मोतिहारी भी जाना है। पटना से मनीष प्रसाद
विशेष विमान से पटना पहुंची राष्ट्रपती द्रोपदी मुर्मू, राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम पटना एयरपोर्ट पर किया स्वागत

डेस्क ; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आज बुधवार को विशेष विमान से पटना पहुंची। पटना एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्वागत किया। वहीं इस दौरान एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहा।  

पटना एयरपोर्ट पर सबसे पहले राष्ट्रपति को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वे सीधे बापू सभागार के लिए रवाना हो गई। जहां बिहार के लगातार चौथे कृषि रोडमैप का लोकार्पण उनके हाथों होगा। इससे पहले दूसरे का लोकार्पण तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और तीसरे का रामनाथ कोविंद ने किया था।

इस दौरान राज्य के 1800 किसान और 700 जीविका दीदियां मौजूद रहेंगी। किसानों में पशुपालक, मधुमक्खी पालक और खेती के रोजगार से जुड़े किसान होंगे। इसमें महिला किसानों की संख्या ज्यादा होगी। यानी महिला सशक्तीकरण का दम दिखेगा। पहला कृषि रोडमैप वर्ष 2008 में शुरू हुआ था। चौथे कृषि रोडमैप की योजनाए 250 से ज्यादा पृष्ठों में संकलित की गई हैं। इसमें अगले पांच साल यानी 2028 तक की योजना शामिल है। 

कृषि रोडमैप में 12 विभागों की योजनाएं हैं। यानी बिहार के किसानों के समग्र विकास की रूपरेखा गई है। कार्यक्रम में बिहार कृषि विवि सबौर, राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा समस्तीपुर व बिहार वेटनरी विवि के कुलपति भी मौजूद रहेंगे।

मनीष प्रसाद की रिपोर्ट

विशेष विमान से पटना पहुंची राष्ट्रपती द्रोपदी मुर्मू, स्वागत के लिए राज्यपाल, सीएम और डिप्टी सीएम पटना एयरपोर्ट पर मौजूद
पटना ; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आज बुधवार को विशेष विमान से पटना पहुंच गई हैं। पटना एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत करने के लिए राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मौजूद है। वहीं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी है। पटना एयरपोर्ट पर सबसे पहले राष्ट्रपति को गार्ड आफ ऑनर दिया जायेगा। इसके बाद वे सीधे बापू सभागार पहुंचेगी। जहां बिहार के लगातार चौथे कृषि रोडमैप का लोकार्पण राष्ट्रपति के हाथों होगा। इससे पहले दूसरे का लोकार्पण तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और तीसरे का रामनाथ कोविंद ने किया था। इस दौरान राज्य के 1800 किसान और 700 जीविका दीदियां मौजूद रहेंगी। किसानों में पशुपालक, मधुमक्खी पालक और खेती के रोजगार से जुड़े किसान होंगे। इसमें महिला किसानों की संख्या ज्यादा होगी। यानी महिला सशक्तीकरण का दम दिखेगा। पहला कृषि रोडमैप वर्ष 2008 में शुरू हुआ था। चौथे कृषि रोडमैप की योजनाए 250 से ज्यादा पृष्ठों में संकलित की गई हैं। इसमें अगले पांच साल यानी 2028 तक की योजना शामिल है। कृषि रोडमैप में 12 विभागों की योजनाएं हैं। यानी बिहार के किसानों के समग्र विकास की रूपरेखा गई है। कार्यक्रम में बिहार कृषि विवि सबौर, राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा समस्तीपुर व बिहार वेटनरी विवि के कुलपति भी मौजूद रहेंगे। पटना से मनीष प्रसाद

पटना ; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आज बुधवार को विशेष विमान से पटना पहुंच गई हैं। पटना एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत करने के लिए राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ

तंत्र साधना का केंद्र है राजधानी पटना का यह प्राचीन काली मंदिर, नवरात्र में महाअष्टमी व महानवमी को उमड़ पड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाव

डेस्क : राजधानी पटना के पटना सिटी में बाललीला गुरुद्वारा के पास एक प्राचीन काली मंदिर है। यह मंदिर तंत्र साधना का प्रमुख केन्द्र है। इस मंदिर में माता काली की प्रतिमा स्थापित है। वैसे तो मंदिर में सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। लेकिन खासकर नवरात्र के दौरान राजधानी के अलावा आसपास के ग्रामीण इलाकों से हजारों की संख्या में भक्त माता का दर्शन कर आशीर्वाद पाने आते हैं। नवरात्र में भक्तों को माता के चरण का दर्शन कराया जाता है।

ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में आदि शक्ति के रूप में मां काली की हजारों साल पुरानी प्रतिमा स्थापित है। जो काले पत्थर की बनी है। जिसे श्मशान काली के रूप में भी जाना जाता है। लगभग तीन हजार साल पहले बाबा मस्तराम नाम के तांत्रिक ने इस मंदिर का निर्माण कर पूजा शुरु की थी। ऐसी मान्यता है कि सदियों पहले इसी मंदिर के पास से गंगा बहा करती थी। मंदिर गंगा व सोन नदी के संगम पर बसा था। 

इस मंदिर में मुगल बादशाह शाह आलम ने माता के शृंगार के लिए हीरे-जवाहरात, मोती जड़ित गहने, मुकुट, तलवार व घंटी भेंट की थी। नेपाल नरेश रणबहादुर शाह ने संवत अठारह सौ तिरपन में अष्टधातु से बना विशाल घंटा मंदिर में दान किया था। जो कि आज भी मंदिर में टंगा है। 

इस मंदिर में तंत्र साहित्य का विशाल भंडार था जो नष्ट हो चुका है। संरक्षण नहीं मिलने के कारण मंदिर जीर्णशीर्ण हो चुका है। वर्षों से इस मंदिर को सुरक्षित स्मारक घोषित करने की मांग की जाती रही है। नवरात्र के महाअष्टमी व महानवमी को मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाव उमड़ पड़ता है।

पंत भवन, नेहरू पथ स्थित लोहिया पथ चक्र फेज-1 का सीएम नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण, शेष कार्य को शीघ्र पूरा करने का दिया निर्देश

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंत भवन, नेहरू पथ स्थित लोहिया पथ चक्र फेज-1 का लोकार्पण किया। इसके बाद मंगलवार को शुरू किये गये विश्वेश्वरैया भवन, नेहरू पथ यू-टर्न अंडरपास और दारोगा राय पथ से नेहरू पथ को जोड़ने वाले अंडरपास के साथ लोहिया पथ चक्र के शेष निर्माणाधीन कार्यों का भी निरीक्षण किया।

निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए सारे कार्यों को बेहतर ढंग से पूरा करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। 

उन्होंने कहा कि जब लोहिया पथ चक्र पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जायेगा तो वाहनों का परिचालन और अधिक सुगम होगा। बोरिंग कैनाल रोड की तरफ भी लोग आसानी से आवागमन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि लोहिया पथ चक्र के निर्माण कार्य की प्रगति को हम बराबर आकर देखते रहे हैं।

बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आज बुधवार को पटना पहुंच रही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, चौथे कृषि रोडमैप के लोकार्पण के साथ-साथ कई कार्यक्रमों में होगी शामिल

डेस्क ; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को पटना पहुंच रही हैं। राष्ट्रपति का 11.40 बजे पटना हवाईअड्डा पर आगमन होगा। जहां उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया जायेगा। इसके बाद वे सीधे बापू सभागार पहुंचेगी। जहां बिहार के लगातार चौथे कृषि रोडमैप का लोकार्पण राष्ट्रपति के हाथों होगा। इससे पहले दूसरे का लोकार्पण तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और तीसरे का रामनाथ कोविंद ने किया था।

इस दौरान राज्य के 1800 किसान और 700 जीविका दीदियां मौजूद रहेंगी। किसानों में पशुपालक, मधुमक्खी पालक और खेती के रोजगार से जुड़े किसान होंगे। इसमें महिला किसानों की संख्या ज्यादा होगी। यानी महिला सशक्तीकरण का दम दिखेगा। पहला कृषि रोडमैप वर्ष 2008 में शुरू हुआ था। चौथे कृषि रोडमैप की योजनाए 250 से ज्यादा पृष्ठों में संकलित की गई हैं। इसमें अगले पांच साल यानी 2028 तक की योजना शामिल है। 

कृषि रोडमैप में 12 विभागों की योजनाएं हैं। यानी बिहार के किसानों के समग्र विकास की रूपरेखा गई है। कार्यक्रम में बिहार कृषि विवि सबौर, राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा समस्तीपुर व बिहार वेटनरी विवि के कुलपति भी मौजूद रहेंगे।