गिरिडीह: माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कारण गई शहर की एक गृहिणी की जान
गिरिडीह: माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की चपेट में पुनः गिरिडीह में एक गृहिणी की जान चली गई।घटना शहर के पचंबा थाना क्षेत्र के पेठियाटांड़ की है।
इस संबंध में बताया जाता है कि महिला ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी।मृतका मुकेश साहा की पत्नी पूनम देवी थी और अपने घर में ही ब्यूटी पार्लर चलाती थी।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों को धत्ता बताते हुए इन दिनों माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की इलाके में बाढ़ सी आ गई है।जो वैश्विक कोरोना महामारी के बाद विभिन्न छोटे छोटे उद्योग धंधों के बंद हो जाने के कारण आर्थिक विपन्नता की मार झेल रहे निम्न तबके के साथ साथ मध्यम वर्गीय परिवार को अपना निशाना बनाकर अपना व्यवसाय संचालित करते हैं।आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि इन छोटी छोटी कंपनियों को गृह उद्योग में बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्य संचालन की अनुमति अत्यंत कठोर नियमों के तहत दी गई है।बावजूद इसके अनगिनत कथित संस्थाओं के नाम पर बेरोजगार युवकों को झांसा देकर कुछ सफेदपोश भोले भाले ग्रामीण जनता को मूर्ख बना रहे हैं।मसलन इन्हें अधिकतम तीन लाख रुपए से अधिक की ऋण का अधिकार नहीं दिया गया है।
इधर मृतका के पति मुकेश साहा का आरोप है कि कुछ लोगों ने बिज़नेस में तरक्की का लालच देकर पहले उसकी पत्नी पूनम को क़र्ज़ के जाल में फंसाया और अब लोन की रिकवरी के लिए उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। एजेंट ने बीते कुछ दिनों से जीना हराम कर रखा था।
बीती रात भी एक प्राइवेट फाइनन्स कंपनी के लोग, जिसमें एक महिला भी शामिल थी, उसके घर पर आये और अगले महीने की एडवांस किश्त लेने के लिए देर रात तक उसकी पत्नी को प्रताड़ित करते रहे। इस प्रताड़ना से तंग आकर उसकी पत्नी ने आज सुबह फांसी लगा कर अपनी जान दे दी। इस दौरान मुकेश साहा ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि उनकी पत्नी को प्रताड़ित करने वालों पर ह्त्या का मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए।
वहीं लोगों का मानना है कि इन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की कारगुजारियों पर प्रशासन लगाम लगाने में कोताही बरत रही है,अन्यथा मामला खुल कर सामने आ चुका होता।यहां बता दें कि हाल ही में जिले के बेंगाबाद में भी एक महिला ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कारण विषपान कर आत्महत्या कर लिया था।
Oct 18 2023, 16:44