सरायकेला : सप्ताहिक जनता मिलन में जिले के विभिन्न क्षेत्र से पहुंचे दर्जनों लोग, समस्याओं का नियमानुसार समाधान का मिला आश्वासन


सरायकेला-खरसावां :समाहरणालय में आयोजित सप्ताहिक जनता मिलन कार्यक्रम में व्यक्तिगत एवं समाजिक समस्याओं के निराकरण हेतू जिले के विभिन्न क्षेत्र से दर्जनों लोग पहुँचे, जनता मिलन में आए लोगो से उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला नें क्रमवार मिलकर उनकी समस्याओं को सुना तथा समस्याओं के निराकरण को लेकर सम्बन्धित पदाधिकारियों को आवेदन हस्तांतरित करते हुए नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निदेश दिए। 

इस दौरान जन कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित प्राप्त आवेदन का ऑन-द -स्पॉट निष्पदान किया गया। जनता मिलन कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त नें दूरभाष के माध्यम से पदाधिकारियों से वार्ता करते हुए कहा कि क्षेत्रीय समस्याओं का निराकरण अपने स्तर से सुनिश्चित करे ताकि लोगो को विभिन्न कार्यालयों का चक्कऱ ना लगाना पड़े। उपायुक्त नें कहा विभिन्न माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर जाँचोपरान्त आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कर जिला मुख्यालय एवं लाभुक को सूचना दे।

आज जनता मिलन कार्यकर्म में मुख्य रूप से भूमि संबंधित मामले, राशन कार्ड, समाज कल्याण विभाग, चांडिल बाईपास सड़क की मरम्मती तथा चांडिल बजार में दुर्गा पूजा के दौरान बड़े वाहनों के लिए वैकल्पिक रस्ता की व्यवस्था करने , गाँव नुवागांव में राशन वितरण में अनियमितता बरतने समेत अन्य मामले से सम्बन्धित आवेदन प्राप्त हुए।

जिला प्रशासन डाल डाल पर तो दारू माफिया पात पात पर ,एक तरफ भाटी तोड़ा जाता दूसरी ओर पूर्ण संचालन करते देखा गया।


सरायकेला : जिला के चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की तराई बसे बहुल आदिवासी गांव काठाजोड़ में जहां दलमा सेंचुरी की झरना के आसपास चल रहा था।अवैध देशी महुआ दारू भाटी की चुलाईं करने वाले संचालक मौका मिलते ही भाग निकले ,मादक पदार्थ के साथ भाटी को तोड़ा गया।

सरायकेला जिला पुलिस अधीक्षक महोदय ड्रा० विमल कुमार के निर्देश पर नशा मुक्त अभियान के तहत चांडिल थाना पुलिस वल द्वारा छापामारी 15 अक्टूबर से लगातर देशी शराब भाटी को तोड़ रहे हैं।

कल शाम को छापामारी करने के दौरान चिलगू चाकुलिया के निवासी माताल मुर्मू के देशी शराब भाटी को तोड़ा गया । मौका मिलते ही संचालक भाग निकले , माताल मुर्मू के विरोध चांडिल थाना में शराब चुलाई करने के आरोप में उस पर मामला दर्ज किया गया । किसी का गिरिफ्तारी अब तक नही हुई।

दलमा सेंचुरी के हाथी की झुंड शराब बनाने मादक सामग्री को खाने के बाद मस्त हो जाते हे ओर गांव में घुसकर उत्पात मचाते हे। कभी कभी घर में रखे अनाज को अपना निवाला बनाते हे,साथ ही घर को क्षत्रि पूर्ति करते हे। मनुष्य को देखते ही हाथी की झुंड आक्रोषित हो जाते हैं।

अवैध देशी शराब की चुलाई बड़े पैमाने से सेंचुरी क्षेत्र में धड़ले से चल रहा हे। एक तरफ जिला पुलिस का नशा मुक्त अभियान चला रहे दूसरी ओर पूर्णरूप से भाटी माफिया द्वारा संचालक करते देखा गया।

पुलिस डाल डाल पर ,तो शराब माफिया पात पात पर कहावत में बने रहे। शराब की चुलाई ओर बिक्री बड़े मात्रा से खपत होता है। जिसे दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी खतरे में देशी भाटी में प्रतिदिन सेकडो सेंचुरी का पेड़ कटाई और जलाई में खप्त होता है।

जंगल की कटाई से जंगली जीवजंतु को पौष्टिक भोजन प्राप्त मात्रा में नही मिलता साथ ही रहने के लिए आशियाना खतरे में जिसे देखते हुए वन एवं पर्यावरण विभाग को ठोस कदम उठाने की जरूरत हे,तभी चलकर जंगल और मनुष्य जीवित रहेगा ।

सरायकेला:केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में शुरू हुई दिशा की बैठक


चाईबासा: - कोल्हान के चाईबासा समाहरणालय में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में शुरू हुई दिशा की बैठक। 

राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री जोबा मांझी, सांसद गीता कोड़ा, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ, जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु, खरसंवा विधायक दशरथ गागराई भी हुए बैठक में शामिल।

अभिशाप बना झारखंड में डायन कुप्रथा, पद्मश्री छुटनी महतो के गृह जिले में डायन के नाम पर भाई ने ली भाई की जान


आखिर कब थमेगा 21 वीं सदी के झारखंड में डायन के नाम पर हिंसा !

सरायकेला :- कोल्हान में 21वीं सदी के झारखंड में आज भी डायन कुप्रथा का बोलबाला है। जिस छुटनी महतो को डायन कुप्रथा से लड़ने के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया, उसी छुटनी महतो के गृह जिला सरायकेला में बीती रात डायन के संदेह में एक भाई ने भाई की जान ले ली। जो कहीं न कहीं शासन- प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। 

डायन कुप्रथा के उन्मूलन को लेकर चलाए जा रहे अभियान पर भी सवाल उठ रहे हैं। सवाल तब और गहरा जाता है जब छुटनी जैसी ब्रांड एंबेसडर के रहते उसी के जिले में डायन के नाम पर हत्या हो। 

मामला सरायकेला थाना क्षेत्र के हड़ुआ गांव की है। जहां एक भाई ने लकड़ी के कुन्दे से अपने बड़े भाई की हत्या कर डाली। हालांकि हत्यारे भाई ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। 

मृतक की पहचान 70 वर्षीय साधु पूर्ति के रूप में हुई है। हत्यारे भाई का नाम विशु पूर्ति उर्फ पहलवान बताया जा रहा है। मृतक की बेटी के अनुसार उसका चाचा उसकी मां को डायन कहता था। इसको लेकर कई बार घर में विवाद हो चुका था। 

बीती रात भी उसके चाचा उसकी मां को डायन बताकर मारने आया था। बीच बचाव करने गए उसके पिता के सर पर लकड़ी के कुन्दे से हमला कर दिया जिसमे वे बुरी तरह से घायल हो गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया।

इधर गांव के मुखिया ने बताया कि दोनों भाइयों के बीच संपत्ति विवाद थी। मगर जब यहां पहुंचा तो मामला डायन प्रताड़ना का निकला। इधर घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है। 

सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अर्जुन उरांव दल बल के साथ हड़ुआ गांव पहुंचे और मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं। 

आपको बता दें कि डायन कुप्रथा के उन्मूलन और डायनों के नाम पर प्रताड़ित महिलाओं के हितों की रक्षा करने को लेकर साल 2021 का पद्मश्री सम्मान सरायकेला के छुटनी महतो को मिला था। अपने आप में यह गौरव की बात है। हैरानी तब होती है जब छुटनी महतो के जिले से डायन प्रताड़ना और हत्या जैसे मामले सामने आते हैं। इतना ही नहीं स्थानीय पुलिस- प्रशासन भी ऐसे मामलों में संवेदनशीलता नहीं दिखाती है और पीड़ित के शिकायतों पर गंभीरता नहीं दिखाती है। 

पद्मश्री छुटनी महतो लगातार जागरूकता कार्यक्रमों में हिस्सा लेती है। मगर प्रशासन उन्हें तरजीह नहीं देती यदा- कदा ही किसी कार्यक्रमों में उन्हें बुलावा भेजकर खानापूर्ति कर लेती है।

सरायकेला : दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के तराई में बसा कोंकादासा गांव जहां आज भी लोग है बुनियादी सुविधाओं से वंचित

यहां की है परम्परा,लोग अपनी पालतू भैंसों को छोड़ देते हैं दिवाली के बाद जंगलो में,फिर फरवरी में लाते हैं वापस


रिपोर्ट:-विजय कुमार(सराईकेला)

सरायकेला : दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के बिहोड़ों में बसे आदिवास बहुल गांव कोंकादासा जहा 30 परिवार बास करते आ रहे हैं।

ईन लोगो का जीवन ईश्वर और दलमा जंगल पर निर्भर करता है। कभी समय पर बारिश होने पर खेती होता है । नही तो जंगल की सूखे लकड़ी और पत्ता दातुन कंदमूल इकट्ठा करके बोड़ाम मार्केट पर ले जाकर बेच कर जीवन का गुजर -बसर करते है।

कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम बोड़ाम थाना क्षेत्र के बोटा पंचायत के जमशेदपुर गज परियोजना के कोकादासा के ग्रामीण सुनील सिंह सरदार ने बताया कि यह गांव आदिवासी बहुल गांव है।देश के आजादी के बाद से लेकर आज तक झारखंड राज्य अलग हुए लेकिन अबतक विकास नहीं हुआ। न कोई सरकारी योजना यहां पहुंचा है जिससे गांव का विकास हो ।

 ग्रामीणों आपने भैंसा काड़ा को सेंचुरी जंगल में छोड़ देता है। जो भैंसा को हरी घास खाने को मिल जाता है।

ग्रामीणों का मानना है कि खेती बाड़ी के दौरान भैंसा को फरबरी माह में जंगल से गांव लाते हैं और खेती बाड़ी के बाद दीपावली और बंदना पर्व को भैसा बैल खुटान के बाद पूर्ण जंगल में छोड़ देते हैं।

 भैसा का झुंड जंगल में बिछड़ न जाए और खोजने में आसान हो जिसे भैसा के गले में लकड़ी का बना घंटा लगाकर रखते हैं, जिसे घंटा का आवाज में खोजने में आसान होता है।यह भैंसा का झुंड सेंचुरी के बड़का बाध,छोटका बाध ,निचला बाध आदि जगह घुम् - घूम कर विचरण करते हैं। 

झुंड में भैसा का।छोटे बच्चे भी रहते हैं, भैसा मालिक द्वारा दो माह के अंदर एक आध बार जरूर भैसा झुंड को देखने जंगल में पहुंचते हैं। 

लोगो का मानना है कि दलमा बूढ़ा बाबा , दलमा पाट में बर्ष में एक बार पूजा अर्चना करने पहुंचे हैं।जो उनका पालतू जानवर को जंगली जानवर से सुरक्षित रखते हैं।

सुनील सिंह सरदार (ग्रामीण

कोंकादासा) का कहते हैं कि जंगल के ऊपरी क्षेत्र होने के कारण पानी की किल्लत होता है।लोग झरने की पानी पीते हैं ।जिसे कई प्रकार का रोगों से निजात मिलती है , सरकार द्वारा इस क्षेत्र को पर्यटक के लिए र

रिसोर्ट गेस्ट हाउस खोले ओर पर्यटकों बढ़ावा दे जिसे हम लोगो को पानी ,बिजली सड़क ,स्वास्थ्य की सुविधा होगा और हम लोगो को स्वरोजगार प्राप्त होगा।

एक दशक पूर्व यह घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र था जिसके कारण अबतक कोई विकास नही हुआ है। चुनाव के समय नेता मंत्री पहुंचते है और बड़े बड़े वादे करके  चले जाते हैं। इस क्षेत्र में एक मात्र स्कूल है ।उसके बाद उच्च शिक्षा के 30 किलोमीटर जंगल के बीहड़ों में पैदल चलकर बोटा पंचायत जाना पड़ता है।

 

सड़क में बिजली स्वास्थ्य केंद्र नही होने के कारण लोगो को जीना यहां मुश्किल है । डर की साए में है ग्रामीण इस जंगल में वास करते हैं ।यहां रॉयल बंगाल टाईगर,चिता,भालू और हाथी की डर लगा रहता है। कई बार जंगली जानवर द्वारा पालतू जानवर को खा जाते हैं। वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा हमारे गांव में कोई विकास नहीं किया । अब नक्सल से कोई डर नही पर्यटक इस क्षेत्र में आए और इन हसीन वादियों का मनोरंजन ले जंगल से हराभरा और झरनों की कलकलाहट की आवाज के साथ पंछी की आवाज सुनने को यहां मिलता है।

कदमा थाना क्षेत्र में हिंसा के बाद 10 अप्रैल को जेल गए भाजपा नेता अभय सिंह आज निकले जेल से

जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र में हिंसा के बाद 10 अप्रैल को जेल गए भाजपा नेता अभय सिंह आखिरकर सोमवार को जेल से जमानत पर बाहर आ गए. जेल के बाहर उसका स्वागत कई भाजपा नेताओं और समर्थकों ने किया.

मौके पर ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ जश्न मनाया गया. जमानत पर बाहर आने के बाद समर्थकों में खुशी की लहर है. सोमवार को सुबह से ही जेल के बाहर समर्थन जुड़ने लगे थे. समर्थकों की भीड़ से करनडीह तक सड़क जाम हो गया था. हालांकि शाम 6 बजे कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद वह बाहर आए. अभय सिंह पर कदमा में हिंसा भड़काने, जुगसलाई में हुआ पथराव समेत रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया गया था.

 जेल से बाहर आने के बाद भाजपा नेता अभय सिंह ने कहा कि झारखंड सरकार हिंदू विरोधी सरकार है. इनकी उदंडता के कारण ही निर्दोष लोगों को जेल भेजा गया. उन्होंने कहा कि वे कट सकते है, मर सकते है पर झुक नहीं सकते. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर के इतिहास में हिंदुत्व के लिए सबसे बड़ा घिनौना काम किया गया है.

 घटना के बाद से आज तक जिला प्रसासन पता नहीं लगा पाई की कदमा में किसने हाईमास्क लाइट पर मांस का टुकड़ा बांधा था. झारखंड सरकार और मंत्री के इशारे पर इस तरह का घिनौना काम किया गया है.

सरायकेला: कोल्हान के महा नगरी जमशेदपुर मे इस बर्ष 500 जगहों पर हो रही दुर्गा पूजा,बंगाल के मूर्तिकार दे रहे अपने शिल्प को अंतिम आकार


 

जमशेदपुर में इस वर्ष धूमधाम से 500 जगहों पर दुर्गापूजा हो रही है। बंगाल के मूर्तिकार अपने शिल्प को अंतिम आकार ड्ड रहे हैं।

 कारीगर अतुल सेन मूर्तिकार ने करीबन 3 साल के बाद अच्छा बाजार मिला है सभी कारीगर काफ़ी ख़ुश है और अच्छी आमदनी होंगी।

पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर मे इस बार 500 जगहों पर मां दुर्गा की पूजा हो रही है। महिला कारीगर से लेकर पुरष कारीगर तक अपनी अपनी मूर्ति को अंतिम रूप दे रहे है. एक समय था जब कोरोना का काल था उस वक़्त कारीगरों पर पाबन्दी थी, जिस कारण मुनाफा नहीं हो पाया था।

 इस साल पहली बार कोरोना काल के बाद पाबन्दी हटी तो कारीगरों ने उची उची मूर्ति बनाने का आर्डर लिया है एक एक मूर्ति की उचाई करीबन 8 फ़ीट से लेकर 12 फ़ीट तक की हुई है जिसकी कीमत भी 10 हजार कम से कम रखा गया है। 

अधिकतर कारीगर बंगाल से आते है यहां मूर्ति बनाने को इस बार सभी के चेहरे पर खुशी है की इनका इस बार अच्छा आमदनी होगा कारण इनका घर परिवार इस कला से हीं चलता है।

पश्चिम बंगाल के महिला कारीगर सुनीता मूर्तिकार कहा हमने इस बार 5 से अधिक मूर्ति बनाया है जिसकी उचाई करीबन 8 से 12 फीट की है. अच्छा मुनाफा हो रहा है हमने बंगाल से कुछ कारीगर को मगवाया है।

अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के बैनर तले 122 दिन से चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का हुआ समापन


अब 30 अक्टूबर 2023 से राजभवन रांची में शुरु होगा आमरण अनशन

सरायकेला। : अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के अध्यक्ष राकेश रंजन महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताएं कि पिछले 16 जून 2023 से चल रहे 122 दिन का अनिश्चितकालीन धरना का आज चांडिल में सर्व सहमति से समापन किया गया । उन्होंने बताया कि पिछले 122 दिन से लगातार चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने के बावजूद सरकार तथा विभाग गहरी नींद में सोए हुए हैं ।

विस्थापितों के दुख दर्द से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है । आज अनिश्चितकालीन धरना के 122 वां दिन सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि आगामी 30 अक्टूबर 2023 से राजभवन रांची के समक्ष 84 मौजा 116 गांव के विस्थापित आमरण अनशन पर बैठेंगे।

 पिछले 1 अक्टूबर 2023 से चांडिल धरना स्थल से पदयात्रा कर 3 अक्टूबर 2023 को सभी विस्थापित रांची राजभवन पहुंचे थे। राजभवन से चार दिन का बाद वार्ता का समय देने के बावजूद विस्थापितों को कोई समय नहीं दिया गया इसलिए 30 अक्टूबर 2023 को नामकुम रेलवे स्टेशन से पदयात्रा करते हुए राजभवन पहुंचकर सभी विस्थापित अनिश्चितकालीन सकारात्मक वार्ता ना होने तक आमरण अनशन पर बैठेंगे। इस मौके पर प्रथमी महतो, अनीता महतो, माधुरी महतो, अर्चना महतो, सुमित्रा महतो, त्रिलोचन महतो ,संजय महतो ,राजेश महतो ,सुधांशु महतो ,धनंजय महतो आदि उपस्थित थे।

सांसद, खूंटी सह केंद्रीय मंत्री, जनजातीय मंत्रालय, भारत सरकार,अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति ‘दिशा’ की बैठक

सरायकेला : समाहरणालय सभागार में माननीय सांसद, खूंटी सह केंद्रीय मंत्री, जनजातीय मंत्रालय, भारत सरकार, श्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति ‘दिशा’ की बैठक आयोजित हुई। 

बैठक में खरसावां विधायक श्री दशरथ गागराई, इचागढ़ विधायक श्रीमती सविता महतो, उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डॉ विमल कुमार, जिला, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष, माननीय सांसद (रांची एवं सिंहभूम, चाईबासा) प्रतिनिधि सभी प्रमुख एवं सभी विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहें। 

बैठक के दौरान जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की गयी। साथ ही पूर्व की बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन के सम्बंध में बिंदुवार समीक्षा कर विचार- विमर्श किया गया। बैठक के दौरान माननीय सांसद, खूंटी सह केंद्रीय मंत्री, जनजातीय मंत्रालय, भारत सरकार, श्री अर्जुन मुंडा के द्वारा विधुत विभाग का समीक्षा करते हुए विभिन्न माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर निश्चित समयावधी में समाधान सुनिश्चित करने तथा ऐसे गाँव टोला जो विधुत सेवा से वंचित है वहाँ विधुत सेवा प्रारम्भ करने हेतू किए जा रहें कार्यों में तेजी लाने के निदेश दिए। 

वही पथ निर्माण विभाग, आर.इ.ओ विभाग अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा कर भूमि अधिग्रहण के लंबित मुआवजा भुगतान सम्बन्धित मामलो का निष्पादन करने तथा सड़क निर्माण में गुनवता की विशेष ध्यान रखने एवं सड़क निर्माण में अनियमितता सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों का जाँचोपरान्त करवाई करने के निदेश दिए।

समीक्षा क्रम में LDM /DPM JSLPS एवं जिला क़ृषि पदाधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी को आपसी तालमेल स्थापित कर महिला लाभुकों को SHG ग्रुप, क़ृषि उपकरण, CMEGP समेत अन्य योजनाओं का लाभ प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने, स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ाने हेतू पहल करने तथा जिले के विभिन्न क्षेत्र में उपज होने वाले जल्दी, बांस से बनाए जाने वाली वस्तुए, सबई घाँस इत्यादि को स्थानीय हाट-बजरो में स्थान देने उन्हें उचित मूल्य प्राप्त हो इसके लिए कार्य करने के निदेश दिए गए। वही पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को हर घर नल जल योजनाओं को निश्चित समयावधी में पूर्ण करनें, सिविल सर्जन को प्राप्त लक्ष्य के विरुद्ध शत प्रतिशत लाभुकों का आयुष्मान कार्ड से जोड़ने तथा परियोजना निदेशक आए. टी. डी. ए को सम्बन्धित पदाधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित कर अधिक से अधिक लाभुकों को वन पट्टा का लाभ प्रदान करने के निदेश दिए गए। 

बैठक के दौरान माननीय मंत्री नें कहा सरकार के कल्याणकारी योजनाओं से शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को लाभ प्रदान करे, विभिन्न माध्यम से कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करनें तथा विभिन्न क्षेत्र से प्राप्त शिकायतों पर नियमानुसार करवाई करनें निदेश दिए।

सरायकेला:जमशेदपुर में त्योहारी सीजन में नकली शराब खपाने की योजना को पुलिस ने किया नाकाम


सरायकेला:- कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला जमशेदपुर में त्योहारी सीजन में नकली शराब खपाने की योजना को पुलिस ने नाकाम कर दिया है. पुलिस ने मानगो में छापेमारी कर मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। 

मानगो पुलिस ने जवाहर नगर रोड नंबर 17 स्थित पेट्रोल पंप के पीछे छापेमारी की और लाखों रुपए के नकली शराब को जब्त किया है. पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में शराब बनाने में उपयोग होने वाले स्प्रिट, शराब की खाली बोतल, ढक्कन और स्टीकर भी बरामद किया है।

जब्त शराब की बाजार में कीमत 15 से 20 लाख की बताई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार उक्त शराब का कारोबार कमल नामक व्यक्ति द्वारा संचालित किया जा रहा था। 

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि क्षेत्र में अवैध तरीके से शराब फैक्ट्री चलाई जा रही है. सूचना पर पुलिस ने एक टीम का गठन किया और छापेमारी शुरू की।

छापेमारी के दौरान मौके पर मौजूद लोग पुलिस को देखकर फरार हो गए. पुलिस सभी शराब को जब्त कर थाने ले गई है. यह शराब त्योहारी सीजन में खपाने के लिए जमा की गई थी।