दशमड़ा गांव में मजलिस का हुआ आयोजन ,मौलाना आरजू हुसैन ने कहा किरदार ही है इंसान की पहचान
आजमगढ़ ।फूलपुर तहसील के दशमड़ा गांव में मजलिस का आयोजन किया गया । मौलाना आरजू हुसैन ने मजलिस में तकरीर किया।
सबसे बड़ा गुनाह किसी की गीबत करना होता है। इंसान की पहचान उसके किरदार से होती है। इंसान को हक बोलने की आदत डालना चाहिए। यह बाते मौलाना आरजू हुसैन ने रविवार को फूलपुर तहसील क्षेत्र के दसमड़ा गांव में आयोजित मजलिस में कहा।
उन्होंने कहा कि अल्लाह ताला ने इंसान को बहुत खूबसूरत बना कर भेजा है। अगर किरदार- ए अहलेबैत है तो उसकी मदद करो तमाशाई नही बनना चाहिए। किसी को गलत अल्फाज में संबोधन कर नही बुलाना चाहिए। अदब एहतराम से बुलाना चाहिए। इसका गलत संदेश जाता है। किरदारे अहलेबैत को जिंदा करते नजर आना चाहिए। इस्लाम में सबसे बड़ी कीमत किरदार की होती है। अगर इंसान मकसद-ए-कर्बला को समझ जाए तो अपनी जिंदगी को कामयाब बना सकता है। क्योंकि जिसने मकसद-ए- कर्बला समझ लिया उसने इस्लाम, कुरआन, नमाज, रोजा सब कुछ समझ लिया। मकसद-ए-कर्बला वही है, जिसने पूरी इंसानियत को अमन का पैगाम देने पर मजबूर कर दिया।
हम सभी को मकसद-ए- हुसैन समझने और उस पर अमल करने की जरूरत है। तभी जिंदगी कामयाब बन सकेगी। हमे ऐसा किरदार बनाना चाहिए कि हर देखने वाला कह सके कि ये हुसैन के मानने वाले हैं। जो भी हुसैनी होगा ,वह जालिम के आगे कभी भी सर नही झुकाएगा। मौलाना ने जब इमाम हुसैन और हजरत अब्बास का मसायब पेश की तो सभी रो पड़े। आयोजक तहजीबुल हसन ने सभी का आभार प्रकट किया ।
Oct 16 2023, 13:08