*पुल के दोनों तरफ अधूरा छोड़ दिए जाने के कारण नवरात्र के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में उठानी पड़ेगी परेशानी*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। क्षेत्र के ग्राम अनिया कलां में तेंदुआ माइनर रजबहा पर बने पुल से क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर महामाई माता जाने वाले एक मात्र मार्ग को विभागीय उदासीनता के चलते पुल बनने के लगभग डेढ़ वर्ष बाद भी पुल के दोनों तरफ अधूरा छोड़ दिए जाने के कारण नवरात्र के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में भारी परेशनी का सामना करना पड़ेगा।
ज्ञातव्य है कि इस क्षेत्र में महामाई मंदिर का एक विशेष स्थान है और भारी संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन मंदिर जाते हैं परंतु नवरात्रि के पावन अवसर पर भारी संख्या में महिलाएं बच्चे श्रद्धालु इस मंदिर पर पूजा अर्चना के लिए जमा होते हैं, मंदिर जाने का एकमात्र मार्ग पुल से है पुल बनने के डेढ़ वर्ष भी नहर विभाग समाचार लिखे जाने तक पुल के दोनों तरफ मार्ग को नहीं बना सका है जबकि श्रद्धालुओं के साथ-साथ इस मार्ग से भारी संख्या में किसान भी अपने-अपने खेतों को जाते हैं, वर्तमान समय में किसने की धान की फसल भी कटने को तैयार है परंतु सड़क न होने के कारण किसानों को अपनी फसल घर तक लाने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
नहर विभाग द्वारा कई वर्षों के बाद पुल तो बना दिया गया है परंतु एप्रोच रोड न बनने के कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्षेत्र के श्रद्धालु एवं किसान लल्लन, सत्येंद्र शुक्ला, सुमेर सिंह, विभूति सिंह, रणवीर सिंह, दिनेश शुक्ला, विनोद, पंजाबी सिंह, कामता प्रसाद, रणवीर सिंह आदि ने बताया कि पुल पर जाने वाले मार्ग की मिट्टी कट जाने से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है एवं कोई भी वाहन एप्रोच मार्ग के कट जाने से इस पुल से आगे नहीं जा पाता। इस संबंध में अवर अभियंता शिव प्रताप सिंह से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस संबंध में सहायक अभियंता अंशुल वर्मा ने बताया कि नवरात्र पर्व को चलते पुल के दोनों तरफ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत के मिट्टी पटवाकर मार्ग प्रारंभ कर दिया जा रहा है, नहर का पानी बंद होने के उपरांत जो अवशेष कार्य रह गया है उसे पूरा कर दिया जाएगा।
Oct 12 2023, 18:41