अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन का हुआ लोकार्पण, बाल विवाह मुक्त भारत का खाका पेश करती है यह पुस्तक

 किशनगंज : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर पूरे देश में चल रहे 'बाल विवाह मुक्त भारत' अभियान के दौरान गैर सरकारी संगठन जन निर्माण केंद्र ने राज्य के किशनगंज जिले में भुवन ऋभु की किताब 'व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन : टिपिंग प्वाइंट टू एंड चाइल्ड मैरेज' का लोकार्पण किया।

प्रख्यात बाल अधिकार कार्यकर्ता और महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा की लड़ाई लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रखर अधिवक्ता भुवन ऋभु महिलाओं एवं बच्चों के लिए काम करने वाले कैलाश सत्यर्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सलाहकार भी हैं। बाल विवाह से सबसे ज्यादा प्रभावित 300 से ज्यादा जिलों में नागरिक समाज और महिलाओं की अगुआई में चल रहे बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बेहद अहम दस्तावेज के रूप में यह किताब एक समग्र वैचारिक आधार, रूपरेखा और कार्ययोजना पेश करती है। इस अभियान का लक्ष्य 2030 तक बाल विवाह का पूरी तरह खात्मा और इस तरह हर साल 15 लाख बच्चियों को बाल विवाह से बचाना है। अभियान खास तौर से देश में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा सरकारी नीतियों और कानूनों के क्रियान्वयन पर केंद्रित हैं। 

इस किताब का लोकार्पण बाल विवाह पीड़ित/कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने किया। इस मौके पर उप विकास आयुक्त सह प्रभार जिलाधिकारी ,किशनगंज के अतिरिक्त सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई एवं सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांक भी मौजूद थे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डी डी सी ने कहा बाल विवाह की चुनौती का सामना करने के रास्ते में उल्लेखनीय प्रगति हुई है लेकिन बहुत कुछ बाकी है क्योंकि देश अभी उस टिपिंग प्वाइंट यानी उस बिंदु पर नहीं पहुंच पाया है जहां छोटे बदलावों और घटनाओं की श्रृंखला इतनी बड़ी हो जाती है जो एक बड़ा और आमूल परिवर्तन कर सकें। भारत में बाल विवाह की मौजूदा दर 23.3 प्रतिशत है और यूनीसेफ का अनुमान है कि अगर पिछले दस साल से हुई प्रगति जारी रही तो 2050 तक जाकर भारत में बाल विवाह की दर घट कर छह प्रतिशत पर आ पाएगी। यह एक परेशान करने वाला आंकड़ा है और इसका मतलब है कि 2023 से लेकर 2050 के बीच सात पीढ़ियों तक बाल विवाह का दंश बच्चों से उनका बचपन छीनता रहेगा। 

'व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन' सुझाती है कि 2030 तक राष्ट्रीय बाल विवाह दर को 5.5 प्रतिशत तक लाना संभव है- ये संख्या वो देहरी है जहां से बाल विवाह का चलन अपने आप घटने लगेगा और लक्षित हस्तक्षेपों पर निर्भरता भी कम होने लगेगी।

भुवन ऋभु अपनी किताब में लिखते हैं, “जरूरत है बस समस्या की गंभीरता को समझते हुए दृढ़ संकल्प के साथ यह कहने की कि, ‘अब और नहीं’। पैदा होते ही मां को खो देने, बेचे जाने, बलात्कार का शिकार होने का मतलब एक बच्चे का बार-बार मरना है।” 

इस अवसर पर गैर सरकारी संगठन जन निर्माण केंद्र के संध्या कुमारी बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई में 'व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन' को एक सामयिक और अहम हस्तक्षेप बताते हुए कहा, “नागरिक समाज और सरकार, दोनों ही बाल विवाह मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे समर्पण से काम कर रहे हैं। लेकिन हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद अब भी बड़ी तादाद में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं और इस अपराध से मुकाबले के लिए जब तक हमारे पास एक समन्वित योजना नहीं होगी, तब तक बाल विवाह के खिलाफ टिपिंग प्वाइंट के बिंदु तक पहुंचना एक मुश्किल काम होगा। यह किताब 2030 तक भारत को बाल विवाह मुक्त बनाने का एक रणनीतिक खाका पेश करती है। यह किताब हमें प्रेरित करने के साथ उम्मीद बंधाती है कि बाल विवाह मुक्त भारत बनाने का हमारा लक्ष्य सिर्फ सपना ही नहीं रहेगा, यह साकार होकर रहेगा।”   

    

किताब इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक योजना की रूपरेखा भी पेश करती है। यह 'पिकेट' रणनीति के माध्यम से सरकार, समुदायों, गैर सरकारी संगठनों और बाल विवाह के लिहाज से संवेदनशील बच्चियों से नीतियों, निवेश, संम्मिलन, ज्ञान-निर्माण और एक पारिस्थितिकी जहां बाल विवाह फल-फूल नहीं पाए और बाल विवाह से लड़ाई के लिए निरोधक और निगरानी तकनीकों की मांग पर एक साथ काम करने का आह्वान करती है। 

गैर सरकारी संगठन कैलाश सत्यर्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन देश के कोने-कोने के 288 जिलों में कार्यरत 160 संगठनों के साथ मिल कर स्थानीय और जमीनी स्तर पर बाल विवाह के खात्मे के लिए काम कर रहा है। ये सभी संगठन 16 अक्तूबर 2023 बाल विवाह मुक्त भारत दिवस की तैयारियों में जुटे हैं। इस दिन देश के हजारों गांवों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रमों, नुक्कड़ नाटकों, बाल विवाह के खिलाफ प्रतिज्ञाओं, कार्यशालाओं, मशाल जुलूस और तमाम अन्य गतिविधियों के माध्यम से संदेश दिया जाएगा कि बाल विवाह हर हाल में खत्म होना चाहिए। । 

16 अक्तूबर 2023 बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की पहली वर्षगांठ है और तब से लेकर अब तक सामुदायिक सदस्यों, गैर सरकारी संगठनों और सरकारी एजेंसियों के प्रयासों से हजारों बाल विवाह रोके गए हैं और लाखों लोगों ने अपने समुदायों में बाल विवाह नहीं देने की शपथ ली है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर जिला समाहरणालय से डेमार्केट होते हुए बालिका उच्च विद्यालय तक साईकिल रैली में संस्थागत सहयोग किया गया। इसके उपरांत 08 विशेष जागरूकता के कार्यक्रम किए गए। जिसमे 05 भिन्न भिन्न उच्च विद्यालय के बालिकाओं के साथ, साथ ही सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई के अध्यक्षता में प्रेस वालों के साथ परिचर्चा की गई।  

उक्त कार्यक्रम में संस्था के जिला परियोजना समन्वयक मुजाहिद आलम, विधिक सलाहकार पंकज कुमार झा, संस्था के सभी सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।          

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

बालिका दिवस के अवसर पर खेल, शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली बालिकाओं को सम्मानित करने हेतु “अभिनन्दन समारोह” का किय

किशनगंज - बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश के आलोक में श्रीमान् जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष महोदय, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज श्री मदन किशोर कौशिक की अध्यक्षता में दिनांक -11.10.2023 को बालिका दिवस के अवसर पर खेल , शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली बालिकाओं को सम्मानित करने हेतु “अभिनन्दन समारोह” का आयोजन किया गया।  

उक्त समारोह में खेल के क्षेत्र से सुश्री दिव्यांशा रंजन, सुश्री मेघना कश्यप, सुश्री क्रिशिता कुमारी, सुश्री श्वेता कुमारी, सुश्री एवं सुश्री धान्वी कर्मकार, चिकित्सा के क्षेत्र से सुश्री सोनम कुमारी, सुश्री वर्षा रानी एवं सुश्री ज्योति कुमारी तथा शिक्षा के क्षेत्र में सुश्री तराना परवीन एवं सुश्री नाजिश बेगम अर्थात उपरोक्त कुल 10 बालिकाओं को सम्मानित किया गया। 

श्री मदन किशोर कौशिक, जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष महोदय, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज एवं श्री ओम शंकर, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा संयुक्त रूप से इन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।           

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

राष्ट्रव्यापी अभियान “स्वच्छता ही सेवा- 2023” के अंतर्गत आज जिले के इन इलाको में जागरुकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन

किशनगंज – पटना हाईकोर्ट एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश के अनुपालन में दिनांक -15.09.2023 से दिनांक – 02.10.2023 तक मनाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान “स्वच्छता ही सेवा- 2023” के अंतर्गत गुरुवार को भूमि बस्ती , पुराना खगड़ा, किशनगंज में जागरूकता कार्यक्रम का जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के द्वारा आयोजन किया गया| 

उक्त जागरूकता कार्यक्रम में सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकार , किशनगंज श्री ओम शंकर ने ग्रामीणों को साफ़ सफाई के फायदे के बारे में बतलाया गया| 

सचिव मने ग्रामीणों से कूड़ा-कचड़ा को कूड़ादान में फेंकने घर के आस पास साफ सफाई रखने की अपील की|

वहीं जागरूकता कार्यक्रम के समापन के पश्चात जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मचारीगण तथा पारा विधिक स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आसपास झाड़ू लगाकर सफाई किया। 

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

जैन समुदाय के जुलूस एवं हजरत मोहम्मद साहब के जयंती के अवसर पर विधि- व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शांति समिति की हुई बैठक


किशनगंज - जिले में शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में गणेश चतुर्थी पर्व, जैन समुदाय के जुलूस एवं हजरत मोहम्मद साहब के जयंती मनाने एवं इस अवसर पर विधि व्यवस्था के संधारण को लेकर जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के द्वारा समाहरणालय सभागार में जिला शांति समिति की बैठक में कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

अगामी पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित हो, इस के लिए जिला शांति समिति के सदस्यो से सहयोग की अपील की गई है।

शांति समिति की तरफ से कुछ सुझाव दिए गए, इसमें जुलूस के रास्ते में जल जमाव को हटाने का अनुरोध किया गया, कमेटी की तरफ से शांतिपूर्ण एवम भाईचारे के साथ तय रूट पर जुलुस निकलने का आश्वासन दिया गया ।

अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा शांति समिति से अनुरोध किया गया कि यह उनका अंतिम विधि- व्यवस्था है. इसे यादगार के रूप में रखने के लिए सभी शांति समिति के सदस्यों से अनुरोध किया गया।

जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी शांति समिति के आए सदस्यों से शांतीपूर्ण और भाईचारे के साथ हर साल की भांति इस साल भी मनाने का निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया गया की किसी भी परिस्थिति में जुलुस में डीजे का प्रयोग न हो इसको सुनिश्चित किया जाए। विभागीय निर्देश के आलोक में डीजे पूरी तरह प्रतिबंधित है।

डीएम द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को अपने क्षेत्र में निकलने वाले जुलूस तथा संवेदनशील एवं धार्मिक स्थलों को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। बताया कि कतिपय असामाजिक,शरारती एवं उपद्रवी तत्वों के द्वारा अफवाह फैला कर या छोटी-मोटी घटनाओं को हवा देकर संप्रदायिक सद्भावना को भड़काने का प्रयास किया जाता है जिसे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है,वैसे शरारती तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया है।

सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को आहत किए जाने वाले टिप्पणियों एवं धार्मिक उन्माद वाले नारो एवं धार्मिक,सामाजिक, राजनीतिक तथा स्थानीय छोटे-छोटे कारण को लेकर सामाजिक सद्भावना को चोट पहुंचाने वाले तत्व किसी भी सूरत में बक्शे नहीं जाएंगे। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश सभी पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया। ऐसे तत्व के विरुद्ध दृढ़ता से निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति किया गया है।जिला नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। जुलूस मार्ग में पड़ने वाले घर के आसपास सड़क पर गिरी बालू या गिट्टी हो तो उसे हटा हटवाने का निर्देश दिया गया ताकि जुलूस में कोई दिक्कत ना हो।सड़क तथा अन्य जगह साफ-सफाई करने का निर्देश दिया गया रूट में पीने की पीने का पानी की व्यवस्था करने का करने का निर्देश दिया गया

बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी किशनगंज ,पुलिस उपाधीक्षक(मुख्यालय),जिला अग्निशमन पदाधिकारी किशनगंज, कार्यपालक अभियंता विद्युत, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, किशनगंज, पुलिस निरीक्षक किशनगंज तथा थानाध्यक्ष किशनगंज एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही,नगर परिषद किशनगंज के अध्यक्ष समेत जिला शांति समिति और नागरिक एकता मंच के सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

जाति आधारित गणना के विरोध में भाजपा का पोल खोल अभियान के तहत जदयू पदाधिकारीयों ने मनाया काला दिवस

किशनगंज : आज दिनांक 19 सितंबर 2023 को नगर पंचायत बहादुरगंज में जाति आधारित गणना के विरोध में भाजपा का पोल खोल अभियान के तहत जदयू प्रदेश राजनीतिक सलाहकार सदस्य फिरोज अंजुम साहब की आवास पर बहादुरगंज जदयू प्रखंड अध्यक्ष हरिहर पासवान की अध्यक्षता में काला दिवस मनाया गया।

इस अवसर पर उपस्थित सभी ने बांह में काली पट्टी बांधकर काला झंडा लेकर केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज किया।

इस मौके पर जदयू प्रदेश सलाहकार समिति के सदस्य जनाब फिरोज अंजुम साहब जिला उपाध्यक्ष परवेज अख्तर जिला महासचिव डॉ नजीरुल इस्लाम जिला सचिव मुजफ्फर आलम जिला महासचिव फातिमा बेगम जिला सचिव रानी मंडल प्रखंड अध्यक्ष हरिहर पासवान नगर अध्यक्ष बंटी सिन्हा अति पिछड़ा प्रखंड अध्यक्ष मुमताज आलम पंचायत अध्यक्ष नसीम अख्तर आरिफ आलम अनिसुर रहमान एवं दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता शामिल रहे।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

*हिंदी दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता संगोष्ठी-सह-निबंध लेखन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

किशनगंज – आज हिंदी दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता संगोष्ठी-सह-निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर करते हुए सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं गई। संगोष्ठी के आयोजन के पूर्व बिहार गीत का वादन कर राज्य के प्रति सम्मान प्रकट किया गया। 

  

डीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है। इसे राजभाषा का दर्जा मिला हुआ है। हिंदी भाषा सभी को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करती है। हिंदी हमारी मातृभाषा होने से इससे जुड़ाव लगता है,परंतु अंग्रेजी में जुड़ाव महसूस नहीं होता है। कई मंचो से मुख्यमंत्री ने भी हिंदी में वार्तालाप करने और इसके प्रसार के संकल्प को व्यक्त किया है। 

उन्होंने कहा कि आज भी शुद्ध हिंदी का प्रयोग नहीं होना चिंताजनक है,परंतु वर्तमान में लोगो में हिंदी के प्रति प्रेम बढ़ा है और इसका काफी प्रसार हुआ है।डीएम ने हिंदी भाषा के प्रति अपने अनुभव साझा करते हुए निजी विद्यालयों में अंग्रेजी के प्रचलन और लोगो को उससे गौरवान्वित होने पर निराशा जताई। कहा कि अब न्यायालय में भी हिंदी का प्रचलन बढ़ा है और हिंदी भाषा अविरल रूप से बढ़ रही है। सभी को अपने परिवार में हिंदी का प्रयोग करते हुए इसके प्रसार का संकल्प लेना चाहिए। 

 

उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि हिंदी अनुवाद की भाषा नहीं रहे ,हमे संकल्प लेना होगा और इसके प्रसार को बढ़ाने हेतु वार्तालाप में हिंदी प्रयोग पर जोर देना चाहिए। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए हिंदी साहित्य और शिक्षा में हिंदी भाषा प्रचलन पर प्रकाश डाला।

  

समारोह में जिला के हिंदी प्रेमी,हिंदी जानकर विद्वान को भी आमंत्रित किया गया था। श्री सजल साहा,प्रोफेसर मारवाड़ी कॉलेज(हिन्दी विभागाध्यक्ष) ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि हमें औपनिवेशिक काल से बाहर आकर अपनी संस्कृति की ओर लौटना होगा। नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए हिंदी को कई भाषाओं को आत्मसात करने वाली भाषा बताते हुए हिंदी प्रयोग की प्रतिबद्धता व्यक्त की। 

हिंदी प्रेमी सेवानिवृत शिक्षक हरी प्रसाद ने कहा कि हिंदी साहित्य में शब्दो का भंडार है, हमें शुद्ध हिंदी बोलने और लिखने की आदत डालनी होगी। एडी सीपीयू, रविशंकर तिवारी ने हिंदी की विविधता को बतलाया।जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष गुप्ता ने हिंदी के राजभाषा और प्रसार के संबंध में संवैधानिक प्रावधानों अनुच्छेद 343 और 351 को बतलाया और इसे दिल की गहराइयों की भाषा कहा।

एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में हिंदी भाषा को विविधताओं में भी संवाद स्थापित करने के कारण सभी भाषाओं का सूत्र बताया और उसे रोजगार की भाषा बनाने पर जोर दिया। संगोष्ठी में आरके साहा महिला महाविद्यालय की शिक्षिका ने साहित्य में हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित कर कविता सुनाया। कार्यक्रम का संचालन वरीय उप समाहर्त्ता रंजीत कुमार ने करते हुए संगोष्ठी को आगे बढ़ाया और राजभाषा हिंदी के इतिहास पर प्रकाश डाला।

  

वही इस हिंदी दिवस समारोह में निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के उपरांत सहमति से निबंध लेखन का विषय " राष्ट्रीय एकीकरण में हिंदी भाषा का महत्व " रखा गया। इस निबंध लेखन प्रतियोगिता में लिपिक/प्रधान लिपिक के अतिरिक्त जिला स्तरीय कार्यालय के कई कर्मी ने भाग लिया। डीएम ने सभी प्रतिभागियों को 300 - 500 शब्दो में निबंध लेखन हेतु ब्रीफिंग कर शुभकामनाएं दी।उन्होंने प्रतियोगिता को प्रोत्साहन का तरीका बताया ताकि हिंदी लेखनी को बढ़ाया जा सके। इसमें प्रथम,द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर्मियो को जिला स्तरीय युवा उत्सव पर 16 सितंबर को पुरस्कृत किया जाएगा।  

  

समारोह में हिंदी के विद्वान/जानकर लोगो के द्वारा भाग लिया गया। विभागीय निर्देश के आलोक में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया है।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

किशनगंज:नाबालिग के साथ गैंग रेप की घटना को दिया गया अंजाम ,पीड़िता को सदर अस्पताल में करवाया गया भर्ती,जांच में जुटी पुलिस


 

किशनगंज जिले के पोठिया थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय नाबालिग से गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिए जाने के बाद लोगो में आक्रोश व्याप्त है ।प्राप्त जानकारी के मुताबिक युवती मंगलवार शाम को घर से बाहर लगे ट्यूबेल में पानी लेने गई थी उसी दौरान गांव के ही दो युवकों मो आरिफ और फैजुल ने जबरन उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और बाथरूम में ले जाकर बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान लड़की द्वारा शोर किए जाने पर स्थानीय ग्रामीण मौके पर जुट गए लेकिन आरोपी युवक मौके से फरार होने में कामयाब रहे। वही पीड़ित नाबालिग को आनन फानन में सदर अस्पताल लाया गया जहा प्राथमिक उपचार के बाद अत्यधिक रक्त श्राव होने के कारण पीड़िता की हालत बिगड़ता देख उसे एमजीएम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया ।

जहा नाबालिग का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक नाबालिग के साथ काफी वहसियाना हरकत की गई है जिसके वजह से अत्यधिक रक्त श्राव हुआ है। हालाकि नाबालिग की हालत अभी स्थिर है ।

 घटना की सूचना मिलने के बाद एडीपीओ गौतम कुमार दल बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिजनों से घटना के संबध में उन्होंने जानकारी ली ।वही बुधवार को फोरेंसिक टीम पीड़िता के गांव पहुंची है जहा टीम के द्वारा जांच किया जा रहा है। 

एसडीपीओ गौतम कुमार ने कहा की दो युवकों द्वारा दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है।उन्होंने कहा की नाबालिग का इलाज करवाया जा रहा है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।

किशनगंज: जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के चौथे चरण की शुरुआत आज से, तैयारी पूरी


किशनगंज: जिले में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का पहला चरण आगामी सोमवार 11 सितम्बर से शुरू होगा।

 नियमित टीकाकरण को गति देने एवं वंचित बच्चों को सात प्रकार के वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी। इस अभियान की सफलता को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। इसी क्रम में कार्यक्रम की सफलता के लिए शनिवार को जिला प्रतिरक्षण कार्यलय में मिडिया कार्यशाला का आयोजन हुआ।  

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि अभियान के सफल संचालन को लेकर क्षेत्र में सघन जागरूकता अभियान संचालित करने में जनजागरूकता के लिए मिडिया से आवश्यक सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री एवं सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर के दिशा निर्देश में मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता को लेकर सभी स्वास्थ्य अधिकारी व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं। 

कहा कि सत्रवार सर्वे के आधार पर लाभार्थियों की ड्यू लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। प्रखंडवार अभियान की शुरुआत संबंधित बीडीओ, सीडीपीओ व अन्य प्रखंडस्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी की जानी है। 

हर स्तर पर अभियान के निगरानी व अनुश्रवण के लिये कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। सेशनवार सभी जरूरी लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व टीकाकरण सत्रों की साज-सज्जा को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। 

मिशन इंद्रधनुष 7 बीमारियों से बचाने में सहायक-

मिशन इंद्रधनुष से बच्चों में होने वाली 7 प्रमुख बीमारियों तपेदिक, पोलियोमाइलाइटिस, हेपेटाइटिस बी, डिप्थीरिया, पर्टुसिस, टेटनस और खसरा का खतरा कम होगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि टीकों की संख्या 12 होती है। इसमें खसरा रुबैला, रोटावायरस, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी और पोलियो के खिलाफ टीकों को शामिल करने के बाद इन टीकों की संख्या 12 हो गई है।

कुल 843 स्थानों पर टीकाकरण सत्र होंगे संचालित :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता को ले केंद्र सरकार के स्तर से जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये हैं।यु – विन पोर्टल के माध्यम से टीकाकरण अभियान संचालित किया जायेगा। 

जिले के सातों प्रखंड में कुल 843 चिह्नित स्थलों पर मिशन इन्द्रधनुष के तहत कुल 10744 बच्चों एवं 2156 गर्भवती माता के टीकाकरण का लक्ष्य है। उक्त कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु 280 एएनएम, 1518 आशा एवं 1744 आंगनबाड़ी सेविका का सहयोग लिया जायेगा। साथ ही जीविका दीदी,शिक्षा विभाग , एवं जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जायेगा। ताकि शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति की जा सके। 

नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देना अभियान का उद्देश्य :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकरी डॉ. कुमार ने बताया कि वैश्विक महामारी के इस दौर में नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया प्रभावित हुई है। इसमें सुधार के लिये विशेष प्रयास की जरूरत है। मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से काफी महत्वपूर्ण है। 

उन्होंने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के तहत जिला भर में पहला चक्र 11 से 16 सितंबर, दूसरा चरण 09 से 14 अक्टूबर व तीसरा चरण 27 नवंबर 02 दिसंबर के बीच संचालित किया जाना है। 02 वर्ष उम्र तक के बच्चे व गर्भवती महिलाओं को मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत इसे 100 फीसद तक ले जाने का प्रयास किया जायेगा। 

कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी :

 

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकरी डॉ. कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाएं व दो वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिये नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत जिला के सभी 7 प्रखंडों के चयनित स्थलों पर गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। 

यहां दो वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जायेंगे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके लगाए जायेंगे।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

आगामी 9 सितंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार-प्रसार के लिए जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखा किया गया रवाना*

किशनगंज - व्यवहार न्यायालय परिसर में 9 सितंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार-प्रसार हेतु आज मंगलवार को मदन किशोर कौशिक , जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया| जागरूकता रथ शहर के अलग अलग क्षेत्रों में घूम कर राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार प्रसार करेगी |

इस अवसर पर बिपिन कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय, मनीष कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, विवेक भारद्वाज, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ, राघवेन्द्र नारायण सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण के साथ साथ इंदु शेखर, अग्रणी बैंक प्रबंधक, जयशंकर मिश्रा, उप मंडल प्रमुख, राजन कुमार यादव, वरीय शाखा प्रबंधक एवं संदीप कुमार, प्रबंधक उपस्थित थे | 

ज्ञातव्य हो की दिनांक 9 सितंबर 2023 को व्यवहार न्यायालय परिसर, किशनगंज में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पक्षकार आपसी समझौता के द्वारा व्यवहार न्यायालय में लंबित शमनीय वादों के साथ-साथ बैंक ऋण से संबंधित मामले, बिजली बिल, टेलीफोन बिल आदि मामलों का निष्तारण करवा सकते हैं । 

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट

डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लोगों से अपील, डेंगू बुखार होने पर रहें सतर्क, तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क

किशनगंज - डेंगू को लेकर जिले का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। लोगों को इस बीमारी के बारे मे जागरूक किया जा रहा है। उन्हें बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। साथ ही डेंगू पीड़ित मरीजों के गांवों-टोलों में स्वास्थ्य विभाग की प्रशिक्षित टीम द्वारा जागरूकता फैलाई जा रही है। ताकि डेंगू मच्छर का प्रकोप खत्म हो सके। खासकर वैसे लोगों को, जिन्हें पहले डेंगू हो चुका है। इस तरह के लोग जरा सा भी लापरवाही नहीं करें। डेंगू को लेकर अभी सभी लोगों को सतर्क रहना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को दोबारा से डेंगू बुखार होने की आशंका पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

डेंगू बुखार होने की आशंका पर रहें सतर्क, तुरंत डॉक्टर से करें संपर्क

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है, कि कैसे डेंगू से बचें। उन्होंने बताया कि दिन में मच्छर काटने से यह बीमारी होती है। कहा कि डेंगू के कुछ लक्षण हैं। जैसे आंखों के पीछे दर्द होना, हड्डियों के जोड़ों पर भयानक दर्द होना और मच्छर के काटने पर लाल चकते होना। डेंगू के गंभीर मरीज का प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है। इसलिए उसे भर्ती करना पड़ता है। इसके अलावा सिर में दर्द होना, तेज बुखार होना जैसे लक्षण सभी को मालूम हैं। अगर इस तरह का अहसास हो तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार का उपचार सामान्य विधि से होता है। इसके लिए पारा सिटामोल सुरक्षित दवा है। डेंगू के मरीजों में ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या 10,000 से कम होने पर अथवा रक्तस्राव के लक्षण दिखने पर विशेष परिस्थिति में ब्लड प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने बताया कि मरीज को डेंगू होने पर अधिक से अधिक पानी, ओआरएस घोल, नींबू पानी, नारियल पानी पीना चाहिए। नींबू का रस शरीर में मौजूद विषैले तत्व को दूर करते हैं। इसके अलावा चिकन सूप या अधिक से अधिक प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए।

डेंगू से बचाव के उपाय

डीभीडीसीओ डॉ मंजर आलम ने कहा कि स्वच्छता इसका रामबाण इलाज है। घरों व आसपास सफाई रहेगी, कूलर, गमलों आदि में पानी जमा नहीं रहेगा, तो डेंगू मच्छर की पैदाइश कम होगी। उन्होंने बताया कि डेंगू से बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढकने वाला कपड़ा पहनें। शरीर का जो हिस्सा ढका नहीं है, उस पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें। ऐसा करते रहने से डेंगू से बचे रहेंगे।दिन में मच्छर काटने से यह बीमारी होती है, इसलिए इससे बचाव पर फोकस करना चाहिए। डेंगू के सिर्फ गंभीर मरीजों को ही भर्ती करने की जरूरत पड़ती है।

अगर सफाई रहेगी तो न कूलर में पानी जमा रहेगा और न ही नारियल के खोली में। साफ रहने पर सभी कुछ खत्म रहेगा। इसलिए नियमित तौर पर सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है।

दिन में काटता है डेंगू का मच्छर

सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। यह मच्छर दिन में काटता है और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है। त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक- मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना और काला पखाना होना डेंगू के लक्षण हैं। इन लक्षणों के साथ यदि तेज बुखार हो तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा सदर अस्पताल जाएं और अपना इलाज करवाएं। डेंगू से बचने के लिए दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। घर के सभी कमरों को साफ-सुथरा रखें। टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रीज में पानी जमा नहीं होने दें।

किशनगंज से शबनम खान की रिपोर्ट