*पखवाड़े में परिवार नियोजन सेवाओं के प्रति बढ़ा दंपति का रूझान*
गोरखपुर। परिवार नियोजन के प्रति जन जन तक संदेश पहुंचा कर लक्ष्य दंपति को सेवाएं प्रदान करने का प्रयास इस साल विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में अपेक्षाकृत सफल रहा है । गोरखपुर मंडल में इस बार पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रम की सेहत में काफी सुधार देखा गया । मंडल में 11 जुलाई से 31 जुलाई तक मनाये गये पखवाड़े के दौरान जागरूक दंपति सेवाएं लेने में आगे रहे ।
एडी हेल्थ डॉ आईबी विश्वकर्मा का कहना है कि पखवाड़े के दौरान गोरखपुर मंडल में 61 ब्लॉक के 36 चिकित्सा इकाइयों पर महिला नसबंदी और 17 इकाइयों पर पुरुष नसबंदी की सुविधा प्रदान की जाती है । वर्ष 2022 में मनाये गये पखवाड़े के दौरान जहां 20 पुरुषों और 739 महिलाओं ने नसबंदी का चुनाव किया था, वहीं वर्ष 2023 के पखवाड़े में 78 पुरुषों और 1867 महिलाओं ने नसबंदी का स्थायी साधन चुना है । अस्थायी साधनों के प्रति भी दंपति में अच्छा रूझान देखा गया है। पखवाड़े में मंडलीय परिवार नियोजन लॉजिस्टिक मैनेजर अवनीश चंद्र ने क्षेत्र भ्रमण व समन्वय स्थापित कर बेहतर योगदान दिया है।
पिपराईच सीएचसी पर पखवाड़े के दौरान पुरूष नसबंदी करवाने वाले 38 वर्षीय युवक महेश प्रसाद (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उन्हें इस सुविधा के बारे में अपने सहकर्मी से पता चला था, जिन्होंने एक बच्चे के बाद ही अपनी पुरुष नसबंदी कराई थी ।
सहकर्मी ने उन्हें समझाया था कि यह बिना चीरे और टांके के पांच मिनट में हो जाती है । नसबंदी के एक घंटे बाद ही घर जा सकते हैं। युवक ने बताया कि उसके दो बच्चे हैं और अब वह वच्चा नहीं चाहता था । पत्नी की पहले ही सर्जरी हो चुकी है, इसलिए खुद की नसबंदी करवाने का निर्णय लिया । सहकर्मी के प्रेरित करने के बाद पुरुष नसबंदी के लिए उसने सीएचसी के परिवार नियोजन काउंसलर रीना से सम्पर्क किया। रीना ने उसका पुरुष नसबंदी के कुछ अन्य लाभार्थियों से टेलीफोनिक सम्पर्क करवाया। लाभार्थियों ने उसे समझाया कि पुरुष नसबंदी से न तो कोई शारीरिक कमजोरी होती है और न ही यौन क्षमता पर कोई बुरा असर पड़ता है । इसके बाद पखवाड़े के दौरान ही युवक ने नसबंदी करवा ली।
पखवाड़े के दौरान ही शहर के बैंक रोड स्थित गुलाटी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये शिविर में बंसफोर समुदाय की खुशी (20) ने आईयूसीडी अपनाया था। उन्होंने बताया कि उनकी शादी दो साल पहले हुई है। परिवार नियोजन के बारे में खास जानकारी न होने के कारण पहला बच्चा जल्दी हो गया और वह डेढ़ साल का है। बच्चे की देखरेख अच्छे तरीके से हो सके, इसके लिए वह कोई साधन अपनाना चाहती थीं। आशा कार्यकर्ता शशि त्रिपाठी ने उन्हें इस कैम्प के बारे में जानकारी दिया था । कैम्प में पहुंच कर उन्होंने सभी साधनों के बारे में जानकारी लिया और आईयूसीडी लगवाने का निर्णय लिया ।
इन अस्थायी साधनों की भी रही मांग
साधन का नाम वर्ष 2022 वर्ष 2023
आईयूसीडी। 4085 8769
पीपीआईयूसीडी 2896 4395
पीएआईयूसीडी 45 138
त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन 8593 24494
कंडोम 6.25 लाख पीस करीब 6 लाख चार हजार पीस
साप्ताहिक गोली छाया 53675 58740
माला एन 64709 75811
इमर्जेंसी पिल्स 23926 29898 पीस
पुरुष नसबंदी और अंतरा में महराजगंज आगे
एडी हेल्थ ने बताया कि गोरखपुर मंडल में इस साल पखवाड़े के दौरान सर्वाधिक 57 पुरुष नसबंदी और 8124 त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की सेवा महराजगंज जनपद में दी गयी । बाकी सभी सेवाओं के मामले में गोरखपुर जनपद अव्वल रहा । गोरखपुर जनपद ने मंडल में सर्वाधिक 1210 महिला नसबंदी, 6378 आईयूसीडी, 1762 पीपीआईयूसीडी, 75 पीएआईयूसीडी, 2.98 लाख कंडोम, 27408 माला एन, 21216 छाया और 14468 इमर्जेंसी पिल्स की सेवा दी है ।
Sep 30 2023, 17:32