बिहार में डेंगू का कहर जारी, मरीजों की संख्या पहुंचा 5 हजार के पार

डेस्क : बिहार में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिले डेंगू से प्रभावित है। आलम यह है कि बिहार में डेंगू मरीजों का आंकड़ा पांच हजार पार कर गया। 

बुधवार को रिकॉर्ड 325 मामले मिलते ही इस वर्ष अब तक मिले डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 5325 हो गई। इसमें से केवल सितम्बर में 5050 मरीज मिले हैं।

भागलपुर में 49, मुंगेर में 22, सारण में 20 और बेगूसराय में 17 मरीज मिले। राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में अभी 277 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसमें भागलपुर में सबसे अधिक 134 मरीज भर्ती हैं। 

अन्य मेडिकल कॉलेजों में एम्स में 17, आईजीआईएमएस में 13, पीएमसीएच में 25, एनएमसीएच में पांच, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में नौ, डीएमसीएच में सात, एएनएमसीएच गया में 16, जीएमसी बेतिया में पांच जीएमसी पूर्णिया में छह, मधेपुरा में सात और विम्स में 33 मरीजों का उपचार चल रहा है।

सीएम नीतीश कुमार ने राजधानी पटना में निर्माणाधीन बापू टावर का किया निरीक्षण, जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का दिया निर्देश

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजधानी पटना के गर्दनीबाग में निर्माणाधीन बापू टावर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य से संबंधित विस्तृत जानकारी दी और बताया कि निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बापू टावर के छठे, तीसरे एवं पहले तल पर जाकर निर्माण कार्य का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव को निर्देश देते हुये कहा कि बापू टावर का निर्माण जल्द से जल्द पूर्ण करायें। इसका निर्माण कार्य दिसम्बर माह तक पूर्ण करें। इसके निर्माण जल्द पूर्ण होने से बापू की जीवनी, उनके विचारों और उनके आदर्शों को नई पीढ़ी जान सकेगी। उन्होंने कहा कि इस परिसर में ग्रीन एरिया विकसित करें। परिसर बेहतर और व्यवस्थित दिखना चाहिये।

उन्होंने कहा की जब बापू टावर बनकर तैयार हो जायेगा तो बहुत अच्छा दृश्य दिखेगा और लोग यहाँ आकर बापू के बारे में जानकारियाँ प्राप्त कर सकेंगे। हमने इसका निर्माण कार्य कई बार आकर देखा है और सुझाव भी देते रहे हैं। मेरी इच्छा है कि जल्द से जल्द बापू टावर का निर्माण कार्य पूर्ण हो, इसमें अब विलंब नहीं हो ।

निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं अभियंतागण उपस्थित थे।

जदयू को लगा बड़ा झटका, सीएम नीतीश के करीबी इस वरिष्ठ नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा

डेस्क : एक ओर जहां सीएम नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में जुटे है। वहीं उनकी खुद की पार्टी और उनके करीबी नेता का ही पार्टी से मोहभंग हो रहा है। आज पार्टी के पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन ने बुधवार को जदयू से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया। भेजे इस्तीफा में एक लाइन में कहा है कि मैं जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। उन्होंने इस्तीफा देने के कारणों का फ़िलहाल खुलासा नहीं किया है। 

गौरतलब है कि रणवीर नंदन की पहचान सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी नेता के रूप में रही है। यहां तक कि उनके द्वारा आयोजित कई पूजा समारोहों में नीतीश कुमार जाते रहे हैं। ऐसे में एक ओर सीएम नीतीश देश भर में विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं तो दूसरी ओर उनकी अपनी ही पार्टी में बड़ा उलटफेर हुआ है। 

रणवीर नंदन ने हाल के दिनों में कई ऐसे संकेत दिए थे जिसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर एकजुट हुए विपक्षी दलों को निशाने पर लिया था। पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश में जाकर भारत की दलीय राजनीति पर चर्चा करने पर उनकी आलोचना की थी। 

उन्होंने 11 सितम्बर को विदेश में जाकर भारत की दलीय राजनीति की चर्चा करने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी। वहीं 17 सितम्बर को रणवीर नंदन ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी थी। इतना ही नहीं उन्होंने पीएम मोदी और सीएम नीतीश दोनों को विकास के लिए प्रतिबद्ध बताते हुए उन्हें फिर से एक साथ आने की अपील की थी।

पूर्व एमएलसी के पिछले कुछ समय से लगातार पार्टी की विचारधारा से अलग जाकर की जा रही टिप्पणियों से यह माना जा रहा था कि वे कुछ बड़ा धमाका कर सकते हैं। अब उन्होंने जदयू छोड़ने की घोषणा कर पार्टी को बड़ा झटका दिया है। रणवीर नंदन की छवि पार्टी में एक शिक्षाविद की रही है। डॉ रणवीर नंदन राजनीति के सक्रिय रहने के साथ ही शिक्षण के पेशे से जुड़े रहे हैं। वे बीएन कॉलेज पटना में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। ऐसे में खुद को जदयू से अलग करने का उनका फैसला बिहार में नीतीश कुमार को बड़ा झटका है।

सीएम नीतीश कुमार ने बांका सदर अस्पताल के नए मॉडल भवन का किया उद्घाटन और भूमिहीन लोगों को बांटा वसीयत पर्चा, मौके पर कही यह बात

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बुधवार को बांका पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले सदर अस्पताल के नए मॉडल भवन का उद्घाटन किया और उसके बाद आरएमके मैदान पहुंचे। जहां जीविका के साथ ही भूमिहीन लोगों के बीच वसीयत पर्चा का वितरण किया गया। जीविका दीदी द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया। 

सीएम नीतीश कुमार आज सुबह 11 बजे बांका पहुंचे। शहर के पीबीएस कॉलेज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हेलीकॉप्टर लैंड हुआ। जहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद सबसे पहले बांका के सदर अस्पताल 13 करोड़ 90 लाख 18 हजार 452 रुपया की लागत से नवनिर्मित मॉडल अस्पताल का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। उसके बाद उनके द्वारा बांका शहर के आरएमके मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 600 भूमिहीनों के बीच पर्चा का वितरण किया गया। 

इसके अतिरिक्त पिछले दिनों जिला प्रशासन द्वारा 500 एकड़ भूमि की जमाबंदी रद्द की गई है, उसका मुख्यमंत्री ने लोकापर्ण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने इंदौर स्टेडियम एवं जीविका दीदी द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉल का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवगमन को लेकर लोगों की भीड़ लगी रही। मुख्यमंत्री को सुनने के लिए आरएमके के मैदान में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगी थी। मुख्यमंत्री के एक झलक पाने के लिए घंटे से लोग खड़े होकर इंतजार कर रहे थे।

वहीं अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बांका पहला जिला है जहां सरकारी जमीन से अतिक्रमण मुक्त करा कर भूमिहीनों को पर्चा देकर बसाया जा रहा है। इसी तरह सभी जिले में लागू किया जाएगा।

मौके पर सांसद गिरधारी यादव, बेलहर विधायक मनोज यादव, डीआईजी,धोरैया विधायक भूदेव चौधरी, डीएम अंशुल कुमार,प्रभारी एसपी अमित रंजन,एडीएम माधव कुमार सिंह, एसडीपीओ विपिन बिहारी, अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह आदि भारी संख्या में पुलिस प्रशासन उपस्थित है।

सदर अस्पताल में बड़ी लापरवाही : डेंगू के लक्षण वाले बेहोश मरीज को देखने के लिए मेडिसिन के डॉक्टर ने आयुर्वेद के इंटर्न को भेजा

डेस्क : बिहार के कई जिले इनदिनों डेंगू के प्रकोप में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के कहर पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास का दावा किया जा रहा है, लेकिन कुछ डॉक्टर इसमे लापरवाही बरत रहे है। एक ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल से सामने आया है। जहां डेंगू के लक्षण वाले एक बेहोश मरीज को मेडिसिन के डॉक्टर ने खुद देखने की जगह आर्यवेद के इंटर्न को भेज दिया। 

बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल की इमरजेंसी में मंगलवार को डेंगू के लक्षण वाला एक मरीज बेहोश हो गया। मरीज एक सिपाही बताया गया। उसकी एनएस-1 जांच पॉजीटिव आई थी। इसके बाद तबीयत बिगड़ने से वह अस्पताल की इमरजेंसी में ही बेहोश हो गया। 

मरीज के बेहोश होने पर इमरजेंसी में तैनात एक हड्डी रोग विशेषज्ञ ने मेडिसिन के एक डॉक्टर को फोन किया, लेकिन मेडिसिन के डॉक्टर ने सदर अस्पताल में काम करने वाले आयुर्वेद के इंटर्न को इलाज के लिए भेज दिया। 

इसके बाद मरीज के साथ आये परिजन आक्रोशित हो गये और अस्पताल में हंगामा करने लगे। इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएस झा को दी गई। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि जिस डॉक्टर की ड्यूटी है, वहां उन्हें जाना होगा। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की जा सकती है।

अस्पताल सूत्रों के अनुसार, सदर अस्पताल में अभी कई आयुर्वेद और होम्योपैथ से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्र इंटर्नशिप कर रहे हैं।

कल 28 सितंबर से 8 अक्टूबर तक पुलिसकर्मियों की छुट्टिया रद्द, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया आदेश

डेस्क : बिहार के पुलिसकर्मियों के लिए एक बड़ी खबर है। कल 28 सितंबर से 8 अक्टूबर तक प्रदेश के रेल पुलिस, सभी बी-सैप व तीनों प्रशिक्षण केंद्रों सहित सभी जिलों में पुलिसकर्मियों की तमाम छुट्टियां रद्द कर दी गई है। 

बीते मंगलवार को अपर पुलिस महानिदेशक, विधि-व्यवस्था संजय सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इस आदेश पर बिहार के पुलिस महानिदेशक की सहमति पूर्व में ही ले ली गई है।

एडीजी, विधि-व्यवस्था ने कहा कि 28 सितंबर से 8 अक्टूबर तक बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में शौर्य जागरण यात्रा निकाले जाने की सूचना मिली है। ऐसे में विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर सभी पुलिसकर्मियों की विशेष परिस्थिति को छोड़कर छुट्टी रद्द की जाती है।

आज बांका जिले का दौरे करेंगे सीएम नीतीश कुमार : सदर अस्पताल के नये मॉडल भवन का करेंगे उद्घाटन, 600 भूमिहीन परिवारों को देंगे वासगीत पर्चा

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बुधवार को बांका जिले का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री करीब एक घंटे तक बांका में रहेंगे। इस दौरान जहां वे सदर अस्पताल के नया मॉडल भवन का उद्घाटन करेंगे। उसके बाद आरएमके मैदान में आयोजित समारोह में जिले के 600 भूमिहीन परिवारों के बीच वासगीत पर्चा का वितरण करेंगे। इसके अलावा डिजिटल लाइब्रेरी के साथ अन्य योजनाओं का अवलोकन, उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। 

सीएम नीतीश कुमार का हेलीकाप्टर सुबह करीब 10.30 बजे पीबीएस कॉलेज मैदान में लैंड करेगा। इसके बाद वे सीधे सदर अस्पताल जाएंगे। जहां मिशन 60 के तहत करीब 18 करोड़ से बने नवनिर्मित सदर अस्पताल के मॉडल भवन का उदघाटन करेंगे। यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। वहां से सीधे सीएम इनडोर स्टेडियम पहुंचेंगे तथा यहां कराटे व बैडमिंटन खिलाड़ियों से मिलेंगे।

इनडोर स्टेडियम के अवलोकन के बाद वे आरएमके मैदान में सभास्थल पर पहुंचेंगे। दोपहर 11. 40 बजे वे बांका से रवाना होंगे। 

सीएम के कार्यक्रम को लेकर पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। शहर व जिला की सीमा को सील कर दिया गया है। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है।

पितृपक्ष मेला के अवसर पर पुनपुन घाट हाल्ट पर 08 और अनुग्रह नारायण स्नान घाट पर 04 जोड़ी सवारी गाड़ियों का होगा अस्थायी ठहराव

हाजीपुर : पितृपक्ष मेला के दौरान श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा हेतु रेलवे द्वारा दिनांक 28.09.2023 से 14.10.2023 तक पुनपुन घाट हाल्ट पर निम्नलिखित 08 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों का दो-दो मिनट का अस्थायी ठहराव प्रदान किया जा रहा है -

1. गाड़ी सं. 18625/18626 पूर्णिया कोर्ट-हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस

2. गाड़ी सं. 18623/18624 इसलामपुर-हटिया-इसलामपुर एक्सप्रेस

3. गाड़ी सं. 13243/13244 पटना-भभुआ रोड-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस,

4. गाड़ी सं. 13347/13348 पटना-बरकाकाना-पटना पलामू एक्सप्रेस,

5. गाड़ी सं. 13349/13350 सिंगरौली-पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस,

6. गाड़ी सं. 12365/12366 पटना-रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस,

7. गाड़ी सं. 13329/13330 पटना-धनबाद-पटना गंगा दामोदर एक्सप्रेस

8. गाड़ी सं. 14223/14224 राजगीर-वाराणसी-राजगीर बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस

इसके साथ ही, दिनांक 28.09.2023 से 14.10.2023 तक अनुग्रह नारायण रोड और चिरैला पौथू के बीच स्थित अनुग्रह नारायण स्नान घाट पर भी निम्नलिखित 04 जोड़ी ट्रेनों का दो-दो मिनट का अस्थायी ठहराव प्रदान किया जा रहा है-

1. गाड़ी सं. 03383/03384 गया-डीडीयू-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल

2. गाड़ी सं. 03691/03692 गया-डेहरी ऑन सोन-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल

3. गाड़ी सं. 03381/03382 गया-डेहरी ऑन सोन-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल

4. गाड़ी सं. 13305/13306 धनबाद-सासाराम-धनबाद इंटरसिटी पैसेंजर

सीएम नीतीश कुमार ने विकास और विश्वेश्वरैया भवन पहुंच विभिन्न विभागों का किया औचक निरीक्षण, कई मंत्रियों और अधिकारियों को नदारद देख हुए नाराज

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इनदिनों सचिवालय का औचक निरीक्षण कर रहे है। पिछले दिनों वे अचानक सचिवालय पहुंच कई विभागों का निरीक्षण किया था। वहीं आज वे साढ़े नौ बजे विकास भवन पहुंचे और वहां का औचक निरीक्षण किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन पहुंचे और वहां भी औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने विकास भवन तथा विश्वेश्वरैया भवन स्थित विभिन्न विभागों के कार्यालयों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुँचे लेकिन वे सभी मंत्री अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित नहीं थे।

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित थे। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। लेकिन जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे तो उसी समय भवन निर्माण मंत्री अपने कार्यालय पहुंचे और देर से पहुँचने की सफाई दी। मुख्यमंत्री जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कार्यालय कक्ष पहुंचे और वहां वे उपस्थित नहीं थे तो मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया और पूछा कि अभी तक कार्यालय क्यों नहीं पहुंचे हैं। सभी को साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचना है। मंत्रियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुँचने पर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी व्यक्त की और निर्धारित समय पर कार्यालय आने के लिये निर्देशित किया। हालाँकि शिक्षा मंत्री ने उधर से कहा की अभी ड्राईवर नहीं आया है। इसलिए देर हो गयी।

मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, कृषि एवं परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह अपने कक्ष में उपस्थित नहीं थे। शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव भी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। इन सभी की अनुपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की।

उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौण्ड्रिक, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अपने कार्यालय में उपस्थित थे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के0के0 पाठक भी अपने कक्ष में नहीं थे। लेकिन जानकारी मिली कि वे आधिकारिक तौर पर दिल्ली गए हुए है। मुख्यमंत्री ने विकास भवन स्थित शिक्षा विभाग के कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम का भी जायजा लिया।

मुख्यमंत्री विश्वेश्वरैया भवन के सातवें तल्ले पर गए और वहां पथ निर्माण विभाग के कंट्रोल एवं कमांड सिस्टम का जायजा लिया। पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडुक्कलकट्टी ने वहां मुख्यमंत्री को पथों की मॉनीटरिंग सिस्टम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि को निर्देश दिया कि सभी सचिवालय के भवनों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि सौर ऊर्जा का उपयोग हो सके। मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में साफ-सफाई एवं वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उपस्थित कर्मियों से बातचीत की और कार्य पद्धति की जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।

निरीक्षण के पश्चात् विश्वेश्वरैया भवन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि पहले से तय कर दिया गया है कि सभी लोगों को कार्यालय सुबह साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाना है। उसी सिलसिले में हम सब जगह देख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि सब लोग समय पर आते हैं अथवा नहीं, अगर कोई उपस्थित नहीं रहते हैं तो हम उसी समय फोन लगाकर उनसे बात करते हैं। विश्वेश्वरैया भवन को हम बड़ा और बेहतर बनवा रहे हैं। हम चाहते हैं कि सबलोग समय पर आएं और ठीक ढंग से काम करें।

बिहार के अलग-अलग जिलों में 4 बच्चों समेत 12 लोगों की डूबने से मौत

डेस्क : बरसात के मौसम में बिहार में नदी, आहर में डूबने से मौत की घटनाएं बढ़ गई हैं। बीते सोमवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 4 मासूम समेत 12 लोगों की डूबने से मौत हो गई। जबकि दो बच्चियों की तलाश जारी है।

सुपौल और जमुई में दो किशोर डूब गए। सुपौल में हरदी पश्चिम पंचायत के इटहरी वार्ड 13 में तिलाबे नदी में डूबने से मुरली की मौत हो गई। वहीं जमुई के गिद्धौर के पतसंडा में तालाब में डूबने से सूरज की जान चली गई। मुंगेर के हवेली खड़गपुर प्रखंड में महाने नदी में नहाने गईं दो बच्चियां डूब गयीं। दरभंगा मेंडूबने से दोकी मौत हो गई। गौड़ाबौराम प्रखंड के सनकन्हई गांव में नहाने के दौरान तालाब में डूबने से एक युवक अखलाकुर रहमान की मौत हो गई। बहेड़ा के कल्याणपुर गांव में मछली मारने के दौरान जेसीबी से बने गड्ढे में डूबने से वकील मुखिया (46) की मौत हो गई। समस्तीपुर के पटोरी के लोदीपुर धीर स्थित वाया नदी घाट पर कपड़ा धोने के क्रम में महिला सुमन डूब गई। 

गया में तीन बच्चों, औरंगाबाद में एक वृद्ध महिला, अरवल में जुड़वा भाई व अधेड़, दरभंगा में दो युवकों, समस्तीपुर में एक महिला जबकि सुपौल व जमुई में दो किशोर डूब गए। औरंगाबाद के कुटुंबा में वृद्ध महिल लक्ष्मीनिया देवी (80 वर्ष)का शव बरामद हुआ।