*श्री अन्नों के लिये दुनिया देख रही है भारत की ओर : सांसद*
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। जनपद में श्री अन्न के आच्छादन तथा उत्पादन को बढ़ाये जाने के लिये कृषकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उप्र मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के अर्न्तगत जनपद स्तरीय रोड शो एवं दो दिवसीय मिलेट्स विकास कार्यशाला का आयोजन सोमवार को कृषि भवन खैराबाद के परिसर में किया गया। मिलेट्स जागरूकता रोड शो की गाड़ियों को जिलाधिकारी अनुज सिंह द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कृषि भवन खैराबाद के परिसर में दो दिवसीय मिलेट्स विकास कार्यशाला का शुभारम्भ सांसद राजेश वर्मा द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
प्रथम दिवस के कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि मिलेट्स (श्री अन्न) जो कि हमारे पूर्वज नियमित रूप से खाते थे और नियमित रूप से उसे उगाते थे आज धीरे-धीरे हम सबकी थाली से गायब हो चुका है, हमें फिर से श्री अन्न उगाने हेतु आगे आना होगा। कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा0 दयाशंकर श्रीवास्तव द्वारा कृषकों की आय बढ़ाने में श्री अन्नों की उपयोगिता के बारे में बताते हुये कहा गया कि श्री अन्न उत्पादन की लागत बहुत कम आती है, और उसकी मांग भी धीरे-धीरे बढ़ रही है। किसान भाइयों को चाहिए कि अन्य फसलों के साथ-साथ कुछ क्षेत्रफल में श्री अन्न की खेती भी अवश्यक करें।
कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक सीतापुर द्वारा कृषकों को सम्बोधित करते हुये बताया गया कि श्री अन्न मूल रूप से हमारी धरोहर है। गेंहूँ और चावल के अत्यधिक चलन के कारण हम इसके महत्व को भूल गये है जबकि आज पूरी दुनिया हमारे श्री अन्नों की उपयोगिता को समझ रही है। श्री अन्न में पाये जाने वाले पोषक तत्व हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाते है। यह इतने सुपाच्य होते है कि डाक्टरों द्वारा रोगियों एवं बच्चों को श्री अन्न खाने की सलाह दी जाती है। विदेशों में श्री अन्न की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है हमारे किसान भाईयों के पास श्री अन्न के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने का यह बहुत अच्छा अवसर है। कार्यशाला को जिला प्रबन्धक इफको द्वारा भी सम्बोधित किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया की गृह विज्ञान विशेषज्ञ सुश्री रीमा द्वारा श्री अन्नों के विभिन्न पकवानोें के बनाये जाने की विधि से कृषकों को अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद राजेश वर्मा ने श्री अन्नों को भगवान का भोजन से सम्बोधित किया। उन्होनें कहा कि आज लगभग हर दूसरा तीसरा व्यक्ति किसी न किसी रोग से पीड़ित है इसमें से पेट एवं लीवर से सम्बन्धित रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है ऐसा हमारे खान-पान और जीवन शैली में परिवर्तन की वजह से हो रहा है। हमारे बाप दादा (पुरखे) श्री अन्नो के महत्व को जानते थे और श्री अन्न उगाते थे, आज हम श्री अन्नों के महत्व को भूल गये है और विदेशों में इसकी बड़ी मांग है। उन्होंने जनपद के किसानों से अपील की कि श्री अन्नों का उत्पादन भी करें और अपने दैनिक आहार में भी श्री अन्नों का समावेश करें।
इसके अलावा कृषकों को फसल अवशेष प्रबन्धन के बारे में जानकारी देने तथा फसल अवशेष जलाये जाने से होने वाले नुकसानों के प्रति जागरूकता के प्रसार के लिये कार्यक्रम स्थल से प्रचार वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित किसानों सहित सभी अतिथियों को श्री अन्न से निर्मित खाद्य पदार्थो को जलपान में उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में स्टॉल के माध्यम से श्री अन्न (ज्वार, बाजरा, कोदों, सावां, मडुवा, रागी, रामदाना आदि) एवं इनसे निर्मित खाद्य पदार्थो का प्रदर्शन किये जाने के साथ ही उद्यान विभाग, वन विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सहित विभिन्न विभागों द्वारा अपने विभाग की योजनाओं का प्रदर्शन स्टॉल के माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी, कृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी के साथ ही कृषि एवं अनुषांगिक विभागों के विभिन्न कर्मचारी तथा अधिकारी उपस्थित रहे।
Sep 25 2023, 17:40