*रिश्तेदार बनकर की 97 हजार की ठगी,फ्राडस्टर ने आपातकालीन स्थिति बताकर लगाया चूना, साइबर क्राइम सेल ने वापस कराया पैसा*
लखनऊ । साइबर सेल द्वारा फ्राडस्टर द्वारा रिश्तेदार बनकर आवेदक को आपातकालीन स्थिति बताकर क्यूआर व यूपीआई के माध्यम से आॅनलाइन ठगी की रकम कराई गई वापस । साथ ही लोगों को सर्तक किया गया कि अगर कोई आपके फोन पर रिश्तेदार बनकर आपतकालीन बताकर पैसा मांगता है तो सावधान हो जाए। फोन को काटकर एक बार संबंधित व्यक्ति के मोबाइल फोन पर कंफर्म कर लें। इसके बाद फिर पैसा का ट्रांसफर करने के बारे में सोचे। चूकि इस तरह का फ्राड खूब हो रहा है।
साइबर क्राइम सेल प्रभारी सतीश चन्द्र साहू ने बताया कि शिकायतकर्ता जितेंद्र कुमार द्वारा नौ सितंबर को एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल में दिया गया था। जिसमें फ्राइस्टर द्वारा स्वयं को आवेदक का रिश्तेदार पूर्व परिचित बताकर आपात कालीन स्थिति का झांसा देकर क्यूआर व यूपीआई के माध्यम से आवेदक को रुपये भेजने के नाम पर आवेदक से क्यूआर कोड स्केन कराया गया । जिसके परिणाम स्वरुप आवेदक से 97,787 रुपए अनलाइन ठग लिया गया था।शिकायतकर्ता द्वारा साइबर सेल में दिये गये प्रार्थनापत्र को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए कार्यवाई शुरू की।
सबसे पहले संबंधित फ्राइस्टर के बैंक खातों में रुपये होल्ड व फ्रीज कराया गया। प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई करते हुए साइबर ठग द्वारा ली गयी धनराशि 97,787 रुपए को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, खाता नंबर ओटीपी आदि शेयर न करे तथा कोई भी ऐप किसी अंजान व्यक्ति के कहे अनुसार डाउनलोड न करे। यूपीआई व अन्य बैंकिग के माध्यम से स्वयं के खाते में पैसा प्राप्त करने के लिए किसी भी पिन भरने की जरुरत नहीं होती है।








इस दौरान उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं सदस्यगण भी मौजूद रहेंगे।
Sep 24 2023, 09:58
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