*एटीएस ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने वाले छह सदस्यों को उठाया ,79 मोबाइल फोन व 234 प्री-एक्टीवेटेड भारतीय सिम किया बरामद*
लखनऊ । एटीएस यूपी ने सोमवार को आजमगढ़ व मिजार्पुर में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस को इनके पास से सात सिम बॉक्स, 234 प्री- एक्टीवेटेड भारतीय सिम, नौ प्री-एक्टीवेटेड नेपाली सिम, 79 मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप, एक टैबलेट, एक सीपीयू और 21 मॉडम मिले हैं।
विगत कुछ समय से यूपी एटीएस को प्रदेश के कुछ जनपदों में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाये जाने, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय गेटवे को बाईपास करते हुए इंटरनेट कॉल को लोकल वॉइस कॉल में परिवर्तित कर कॉलिंग कराये जाने की आसूचना प्राप्त हो रही थी।
उक्त के क्रम में विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था के निदेर्शानुसार, अपर पुलिस महानिदेशक, एटीएस द्वारा एटीएस फील्ड इकाइयों को प्राप्त आसूचना को विकसित करते हुए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। उक्त निदेर्शों के क्रम में एटीएस फील्ड इकाई वाराणसी, प्रयागराज एवं आजमगढ़ द्वारा इलैक्ट्रॉनिक एवं भौतिक सर्विलांस के माध्यम से सूचनाएं एकत्रित की गयीं । एकत्रित सूचनाओं से जानकारी प्राप्त हुई कि जनपद आजमगढ़ एवं मीरजापुर में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज एवं वर्चुअल नम्बरों के माध्यम से इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास कराकर विभिन्न देशों से अन्तर्राष्ट्रीय कॉल्स करायी जा रही है, जिससे कॉलर की पहचान नहीं हो पाती एवं राजस्व की हानि भी होती है।
पुष्ट सूचना के आधार पर एटीएस फील्ड इकाई वाराणसी, प्रयागराज एवं आजमगढ़ द्वारा मीरजापुर के कोतवाली, आजमगढ़ के कोतवाली, सरायमीर, निजामाबाद व सिधारी थाना क्षेत्रों में बीती रात जनपदीय पुलिस के सहयोग से दबिश देकर छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर, अवैध टेलीफोन एक्सचेंज एवं सहवर्ती उपकरणों की बरामदगी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम नदीम अहमद पुत्र इरशाद अहमद, निवासी जनपद आजमगढ़, दीवान बसर खां पुत्र दीवान नशर खां, निवासी जनपद आजमगढ़, मुन्ना कुरैशी उर्फ आसिफ पुत्र मुख्तार निवासी जनपद मीरजापुर, शमीम पुत्र एकलाख निवासी जनपद आजमगढ़, कलीम अहमद पुत्र अली अहमद निवासी जनपद आजमगढ़, फारूख करीम पुत्र अब्दुल करीम निवासी जनपद आजमगढ़ है।
पूछताछ करने पर पता चला कि भारत में प्रतिबंधित एप्लीकेशन्स को बीपीएन के माध्यम से अपने मोबाइल पर डाउनलोड किया जाता है। तत्पश्चात भारतीय मोबाइल नम्बरों से वर्चुअल नम्बर जनरेट करते हैं। इन वर्चुअल नम्बरों के माध्यम से इंटरनेट के द्वारा अपने मोबाइल को नोड बनाकर अन्तर्राष्ट्रीय कॉल्स कराने की सेवा उपलब्ध करायी जाती है। इस प्रकार की गयी अन्तर्राष्ट्रीय कॉल किसी सभी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के गेटवे पर दर्ज नहीं होती है, जिससे कॉलर व कॉल्ड पार्टी की पहचान नहीं हो सकती हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास टेक्नीकल योग्यता न होने के बावजूद भी यह सभी तकनीकी रूप से टेलीफोन एक्सचेंज चलाने एवं वीपीएन के माध्यम से वर्चुअल नंबर बनाकर इंटरनेट कॉलिंग कराने में सक्षम हैं। उक्त गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के विरूद्ध साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध सम्बन्धित थानों में अभियोग पंजीकृत कराकर, अग्रिम विधिक कार्रवई की जा रही है।
Sep 06 2023, 20:07