*युवक ने फांसी लगाकर दी जान*

लखनऊ । राजधानी के गोमतीनगर थानाक्षेत्र में एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। हरि थापा पुत्र विष्णु थापा निवासी नरही हजरतगंज ने गोमतीनगर पुलिस को सूचना दिया किया सोमवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे जानकारी हुई कि उसका साला समीर दमये उम्र करीब 18 वर्ष पुत्र राजेन्द्र दमये हाल पता उजरियां गांव गोमतीनगर स्थायी निवासी नेपाल दंग घोरही ने तीन सितंबर को रात्रि दो बजे अपने किराये के कमरे के अंदर से बंद कर टीनशेड के पाइप से दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया।

सूचना पर एसआई अमरनाथ मौर्या ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। जिनके द्वारा बताया गया कि मृतक समीर किसी दुकान पर चायनीज फूड बनाने का काम करता था। मृतक अविवाहित था।

*तालाब में डूबकर किशोर की मौत*

लखनऊ । थाना पीजीआई क्षेत्र में तालाब में डूबने से किशोर की मौत हो गई। इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो कोहराम मच गया। दिग्विजय सिंह पुत्र स्व. मंगलनाथ निवासी बंगाली टोला कली पश्चिमी ने थाना पीजीआई पर सूचना दिया कि 4 सितंबर को उसका छोटा भाई नमननाथ उम्र करीब 12 वर्ष जो सुबह करीब साढ़े आठ बजे बकरी चराने के लिए घर से निकला था।

घर से करीब पांच सौ मीटर दूरी पर देवी सिंह खेड़ा के पास स्थित तालाब में बकरी को पानी पिलाते समय फिसलकर तालाब में गिर गया और जिस कारण से तालाब में डूबने से नमननाथ की मौत हो गई। इस सूचना पर एसआई वीर बहादुर दुबे ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की।

*पुलिस महानिदेशक व विशेष पुलिस महानिदेशक काननू व्यवस्था पहुंचे ट्रामा सेंटर,घायल महिला सिपाही का जाना हाल*

लखनऊ । सरयू एक्सप्रेस में घायल अवस्था में मिली महिला आरक्षी का उपचार केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। महिला के चेहरे पर गंभीर चोट आयी है। ट्रेन में महिला आरक्षी के साथ हुई इस घटना को हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया तो पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया। ट्रामा सेंटर में भर्ती महिला आरक्षी की हालत कैसी है। यह जानने के लिए प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, विशेष पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार सोमवार को ट्रामा सेंटर पहुंचकर महिला आरक्षी का हाल जाना। मौके पर जहां जो कमियां दिखी उसे ठीक करने तथा सुरक्षा व्यवस्था को और चुस्त दुरूस्त करने का निर्देश दिया।

एसटीएफ, रेलवे व लोकल पुलिस को सौंपी गई जांच : डीजीपी

इस दौरान डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि महिला आरक्षी की हालत ठीक है। डॉक्टर बढ़िया उपचार दे रहे है। हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए लोकल पुलिस, रेलवे और एसटीएफ की टीम लगाई की गई। जल्द ही मामले को खुलासा कर दिया जाएगा। अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। 30 अगस्त को अयोध्या रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब 4 बजे मनकापुर से प्रयागराज जा रही सरयू एक्सप्रेस में एक महिला मुख्य आरक्षी गंभीर रूप से घायल मिली थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे, साथ ही चेहरे व गले पर धारदार हथियार से कई बार किए गए थे। जीआरपी अयोध्या ने इसे इलाज के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचा। जहां पर महिला आरक्षी की हालत को गंभीर देखते हुए उसे फिर ट्रामा सेंटर लखनऊ में भर्ती कराया गया।

अयोध्या सावन झूला मेला में महिला सिपाही की लगी थी ड्यूटी

उक्त महिला आरक्षी प्रयागराज की रहने वाली है। साथ ही सुल्तानपुर जिले में तैनात है। अयोध्या सावन झूला मेला में उसकी ड्यूटी लगी थी, वह इस ट्रेन से ड्यूटी के लिए ही आ रही थी। एसपी रेलवे पूजा यादव का कहना है पुलिस की चार टीमें मामले की जांच में जुटी हुई है।घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद तक पुलिस विभाग के किसी अधिकारियों ने महिला आरक्षी का सुध नहीं लिया लेकिन जब घटना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई है और रेलवे व यूपी सरकार से जवाब तलब किया तब मामले को पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले को गंभीरता पूर्वक से लिया।

महिला सिपाही के बोलने पर दर्ज किया जाएगा बयान : प्रशांत कुमार

सोमवार को प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था ट्रामा सेंटर पहुंचकर महिला आरक्षी का हाल जाना और डॉक्टरों से उपचार के बारे में बातचीत की। इस दौरान प्रशांत कुमार ने कहा कि आरक्षी की हालत में सुधार हुआ है। मामले की जांच गंभीरता पूर्वक से की जा रही है। वहीं स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि फॉरेंसिक जांच में महिला के साथ यौन शोषण होने की पुष्टि नहीं हुई है। अभी वह बोल नहीं पा रही है, उसके ठीक होने के बाद बयान दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में हाईकोर्ट द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन किया जा रहा है।

*सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में खून से लथपथ मिली महिला सिपाही के मामले में हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट, सुनवाई 13 को*

लखनऊ । इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में खून से लथपथ महिला सिपाही के मामले में निष्पक्ष जांच करके अभियुक्तों को जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने रविवार को मामले पर संज्ञान लेकर जनहित याचिका कायम करके संबंधित अधिकारियों को तलब किया था। सोमवार की दोपहर मुख्य न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर व न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई शुरू की। पुलिस अधीक्षक जीआरपी लखनऊ पूजा यादव ने न्यायालय को बताया कि मामले में अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता का उपचार केजीएमयू लखनऊ में चल रहा है। अभी वह बयान देने की हालत में नहीं है।

कोर्ट को बताया कि प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की पुष्टि नहीं

कोर्ट ने जानना चाहा कि क्या पीड़िता से दुष्कर्म हुआ है? इस पर पुलिस की ओर से बताया गया कि प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पीड़िता इंजन से तीसरे कोच में थी। उसकी अयोध्या में ड्यूटी लगी थी, जबकि तैनाती सुल्तानपुर जिले में है। सरयू एक्सप्रेस से वह ड्यूटी पर जा रही थी। सरयू एक्सप्रेस मनकापुर तक जाती है। महिला के घायल होने की जानकारी ट्रेन के मनकापुर से अयोध्या स्टेशन पर वापस आने पर हुई। किसी अज्ञात व्यक्ति ने जीआरपी को सूचना दी। सुनवाई के दौरान अदालत में महाअधिवक्ता अजय मिश्र, एडिशनल एडवोकेट जनरल मनीष गोयल, शासकीय अधिवक्ता एके संड, उपस्थित थे।

जांच में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का भी लिया जा रहा सहारा

पुलिस का कहना है कि इस मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। आशंका है कि एक से ज्यादा लोगों ने उस पर धारदार हथियारों से हमला किया है। जांच में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का भी सहारा लिया जा रहा है। न्यायालय ने पूछा कि क्या हथियार बरामद करने के लिए रेलवे ट्रैक की जांच की गई। रेलवे को ट्रैक की निगरानी करने वाली ट्राली जांच अधिकारियों को उपलब्ध कराने और जांच में पूरा सहयोग करने के लिए कहा है। न्यायालय ने कहा है कि अभियोजन अधिकारी अदालत में प्रार्थना पत्र देकर मजिस्ट्रेट से पीड़िता के पास अस्पताल में जाकर बयान दर्ज करने का अनुरोध करने के लिए कहा है।

29 अगस्त की घटना, केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा उपचार

मामले के अनुसार सरयू एक्सप्रेस में सवार महिला सिपाही के साथ 29 अगस्त की रात सरयू एक्सप्रेस में हैवानियत हुई थी।30 अगस्त को सुबह 4:15 बजे अयोध्या से आगे मनकापुर में वह घायल अवस्था में ट्रेन में खून से लथपथ पाई गई थी। हालत गंभीर होने की वजह से महिला सिपाही को इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू में रेफर किया गया था। उनकी हालत अभी गंभीर बनी है। सुल्तानपुर में तैनात महिला सिपाही की ड्यूटी अयोध्या के सावन मेले में लगी थी।

मनकापुर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में वारदात को अंजाम दिए जाने का शक है। अधिवक्ता राम कुमार कौशिक ने भी इस मामले में चीफ जस्टिस को पत्र देकर उनसे इसे पीआईएल के तौर पर स्वीकार करने का अनुरोध किया था। न्यायालय ने अभियुक्तों की जल्द गिरफ्तारी का निर्देश देते हुए मामले की सुनवाई के लिए 13 सितंबर की तारीख नियत की है ।

*सड़क हादसे में एक की मौत, एक की हालत गंभीर*

लालगंज, मीरजापुर । स्थानीय थाना क्षेत्र की लहंगपुर चौकी अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बामी पेट्रोल पंप के पास सोमवार की देर रात एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति लालगंज की तरफ जा रहे थे कि अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए सूचना पर पहुंची लहंगपुर चौकी की पुलिस ने दोनों घायलों को उपचार के लिए एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज भेजा। जहां पर मौजूद चिकित्सकों ने एक बाइक सवार को मृत घोषित कर दिया ।

लालगंज थाना क्षेत्र के लहंगपुर चौकी अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 135 पर स्थित बामी पेट्रोल पंप के पास तुलसी नाला पुलिया पर सोमवार की रात लगभग लगभग 11:00 बजे एक बाइक पर सवार दो लोग मीरजापुर से अपने घर लालगंज की तरफ जा रहे थे कि अज्ञात वाहन के टक्कर से बाइक सवार दोनों लोग सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए ।

सूचना पर पहुंची लहंगपुर चौकी की पुलिस ने दोनों घायलों को उपचार के लिए एंबुलेंस सेवा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज भेजा । जहां पर मौजूद चिकित्सकों ने बल्हिया कलां निवासी अमितेश्वर त्रिपाठी पुत्र विश्वनाथ त्रिपाठी को मृत घोषित कर दिया । वहीं पर दूसरा घायल बाइक सवार त्रिलोकी पुत्र श्री नारायण निवासी बघई चौकी तिलांव का प्राथमिक उपचार कर गंभीरावस्था में ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया । मंगलवार लालगंज थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कार्रवाई में जुट गई ।

*गुरु वशिष्ठ के आश्रम में दिखाई देंगे राम और लक्ष्मण*

लखनऊ। गोसाईगंज में जन्माष्टमी पर सजाई जा रही झांकियों में इस बार एक ओर राम और लक्ष्मण गुरु वशिष्ठ के आश्रम में विद्या ग्रहण करते दिखाई देंगे तो दूसरी ओर कंस के द्वारा भेजे गए राक्षस कुबलयापीड़ का श्रीकृष्ण के हाथो वध।

जन्माष्टमी पर गोसाईगंज के सतभइया धर्मशाला में हर वर्ष मनमोहक झांकियां सजाई जाती हैं जिनको देखने के लिए आसपास के जिलों से भी लोग आते हैं। झांकियां सजाने का काम जारी है।

गोसाईगंज में मनाए जाने वाले श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। यहां की झांकी देखने के लिये दूर दराज के गांवों से ही नही बल्कि रायबरेली और बाराबंकी से भी लोग पहुंचते हैं। 

जन्माष्टमी पर सतभइया धर्मशाला में मनाया जाने वाला जन्मोत्सव देखने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है।

यहां सजने वाली दर्जनों मनोहारी झांकियो में दो बड़ी झांकी होती हैं। इस बार धर्मशाला में श्रीराधा कृष्ण मंदिर के एक ओर राक्षस कुबलयापीड़ के वध को दशार्या गया है तो दूसरी ओर गुरु वशिष्ठ का आश्रम। आश्रम में राम और लक्ष्मण के साथ अन्य शिष्य अध्ययनरत दिखाई देंगे। 

यहां की झांकी अब गोसाईगंज के ही कलाकार भोला पेंटर और उनके पुत्र धमेन्द्र शर्मा बनाते हैं। अन्य झांकियां सजाने का काम मुन्ना करते हैं।सतभइया धर्मशाला में दो बड़ी झांकियों के अलावा करीब दो दर्जनों छोटी झांकियां बनाई जाती हैं। कई अन्य स्थानों पर भी झांकियां सजती हैं। झांकियां देखने वालो को यहां स्थापित मंदिर में श्रीराधा-कृष्ण के दर्शनों का भी लाभ मिलता हैं। 

पहले सतभैया स्वर्णकार के घर में झांकी सजती थी। इसके बाद पुरानी धर्मशाला में झांकी सजने लगी। अब नई धर्मशाला में झांकी सजती हैं। यहीं पर श्रीराधा कृष्ण मंदिर है। जन्माष्टमी के बाद भव्य शोभायात्रा निकलती है।

शोभायात्रा अर्थात रामडोल देखने के लिये गोसाईगंज में करीब पचास हजार की भीड़ जुटती है। जिस ठाकुरद्वारा से शोभायात्रा निकलती है वह भी सैकड़ों साल पुराना है। यहां बाके बिहारीजी भी विराजमान हैं।शोभायात्रा के दिन भंडारे भी लगते हैं। इस बार शोभायात्रा आठ सितंबर को निकलेगी। यहां जन्माष्टमी छह सितंबर को मनाई जाएगी।

*राज्य सरकार थारूओं की मान्यता, संस्कृति तथा विरासत को संरक्षित रखने के लिए कटिबद्ध: जयवीर सिंह*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने थारूओं के इतिहास को अजर-अमर बनाने तथा उनकी विरासत को संरक्षित करने के साथ ही उनके सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए दीर्घकालिक रणनीति तैयार कराकर उसको धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि थारू जनजाति द्वारा देश की संस्कृति एवं विरासत को बचाने के लिए दिये गये बलिदान एवं योगदान को हमेशा स्मरण किया जायेगा। राज्य सरकार थारूओं के विरासत को संरक्षित करने के लिए कटिबद्ध है।

श्री सिंह सोमवार को यहां पर्यटन निदेशालय में नवनिर्मित थारू जनजाति संस्कृति संग्रहालय इमिलिया कोडर जनपद बलरामपुर के संचालन, प्रबंधन एवं रख-रखाव के लिए संस्कृति विभाग, उप्र एवं दीनदयाल शोध संस्थान नई दिल्ली के मध्य एमओयू के निष्पादन के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि थारूओं की मान्यता, परम्परा तथा संस्कृति को संरक्षित रखने के लिए नेपाल की सीमा पर औयह आधुनिक संग्रहालय का निर्माण कराया गया है। अब अगले तीस वर्षों तक इसका प्रबंधन एवं रख-रखाव दीनदयाल शोध संस्थान, नई दिल्ली द्वारा किया जायेगा।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रसिद्ध विचारक नाना जी देशमुख ने वनवासी एवं जनजाति समुदाय के सामाजिक उत्थान के लिए एक अलख जगाई थी। श्री नाना जी ने कृषि, शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किये तथा ग्रामीण अंचलों के दबे-कुचले एवं वनवासी वर्ग को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय थारू संस्कृति, विरासत, खान-पान, भेष-भूसा तथा उनके रहन सहन की पृष्ठिभूमि को आगे बढ़ाने तथा नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्थल के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि थारू जनजाति ने 700 वर्ष पहले महाराणा प्रताप एवं मुगल आक्रान्ताओं के साथ युद्ध में देश की असमिता, सांस्कृतिक विरासत को बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

इस अवसर पर दीनदयाल शोध संस्थान नई दिल्ली के महासचिव अतुल जैन ने कहा कि थारूओं के इतिहास को पुनर्जीवित करने तथा इनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का यह एक अच्छा अवसर है। उन्होंने दीनदयाल शोध संस्थान पर भरोसा करने के लिए राज्य सरकार के प्रति आभार जताया। प्रबंध निदेशक अश्वनी कुमार पाण्डेय ने थारू जनजाति के योगदान की सराहना की। निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र ने कहा कि यह संग्रहालय पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा तथा थारू संस्कृति को जानने के लिए पर्यटक उत्साहित होंगे। इस अवसर पर पर्यटन सलाहकार जेपी सिंह ने भी अपने विचार रखे।

डा सृष्टि धवन निदेशक संग्रहालय निदेशालय संस्कृति विभाग ने डीडीआरआई तथा इस अवसर पर उपस्थित महानुभावों का आभार जताया। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर उपनिदेशक पर्यटन कल्याण सिंह तथा तुहिन द्विवेदी सहायक निदेशक सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

*अभियान चलाकर पात्र दिव्यांगजनो को पेंशन योजना का लाभ अधिक से अधिक दिलाया जायः मंत्री नरेन्द्र कश्यप*

लखनऊ। अधिक से अधिक पिछड़े और दिव्यांगजनो को प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जाय। पिछड़ेवर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति समय से दिलाने के प्रयास किये जायें।

ओ लेवल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों की सुख सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाय। उक्त बातें प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने सोमवार को विधानसभा के अपने कक्ष मे विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कहीं । उन्होंने कहा कि योगी सरकार पिछड़े और दिव्यांगजनो के हितों के लिये निरंतर कार्य कर रही है, जिसका लाभ अंतिम पात्र व्यक्ति तक पहुँचाने का कार्य किया जाय।

पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने निर्देश दिया कि ओ लेवल का प्रशिक्षण करा रहे सेंटरो का जनपदीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाय। निरीक्षण के दौरान छात्रों से प्रशिक्षण का फीडबैक लिया जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि छात्रावास के मेंटेनेंस के लिए आवंटित धनराशि का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाय। निर्माण कार्य में कही हीलाहवाली या शिथिलता दिखे तो कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से कार्य सही हो रहा कि नहीं इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाय।

उन्होंने निर्देश दिए कि शादी अनुदान योजना का लाभ लेने के लिए शादी के तीन महीने पूर्व ही आवेदन कर सकते है, इसकी जानकारी विभिन्न माध्यमों से पिछड़े वर्ग के लोगो तक पहुँचाई जाय। शादी अनुदान के तहत आने वाले आवेदनों को ससमय निस्तारित कर पात्र दंपति को लाभ दिलाया जाय।

दिव्यागंजन सशक्तीकरण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिव्यांगजनों को कैसे और लाभ मिले, इस पर कार्य किया जाय।

उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में समेकित विद्य़ालय खोले जाय, जिससे दिव्यांगजन छात्रों की शिक्षा और समग्र विकास का ध्यान रखा जा सके। इसके अलावा दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें कौशल प्रशिक्षण भी दिलाया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि अभियान चलाकर दिव्यांगजन पेंशन योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र दिव्यांगजनों को दिलाया जाय।

उन्होंने निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों की यात्रा सुगम बनाने के लिए राज्य निधि मद अथवा विभाग की संचालित योजना के माध्यम से मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने दिव्यांजनों के लिए संचालित कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण योजना, दिव्यांगजन से शादी करने पर पुरस्कार योजना, दुकान निर्माण संचालन योजना तथा दिव्यांगता निवारण हेतु शल्य चिकित्सा अनुदान योजना की समीक्षा की।

बैठक में प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चन्द्र शर्मा, विशेष सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण सुनील चौधरी, निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण वन्दना वर्मा, आयुक्त दिव्यांगजन अजीत कुमार, संयुक्त निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण जयनाथ यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।

*उप्र रेरा ने आवंटी को कब्जे में विलम्ब के लिए ब्याज एवं इकाई का कब्जा दिलाया*

लखनऊ। उप्र रेरा कंसिलिएशन फोरम के प्रयासों से प्रोमोटर ‘मेसर्स एटीएस रियल्टी प्रा.लि. की ग्रेटर नोएडा, गौतम बुद्ध नगर स्थित 'एटीएस एलयोर' परियोजना के एक आवंटी “ नेहा त्यागी व आशुतोष त्यागी" को कब्जा मिलने में हुई देरी के लिए ब्याज सहित उनकी इकाई का कब्जा मिला।

दोनों पक्षों के मध्य आपसी सहमति से हुए समझौते के अनुसार आवंटी को तय तिथि से 6 वर्ष बाद इकाई का कब्जा मिला। कब्जे में विलम्ब के कारण प्राप्त होने वाली ब्याज की राशि का समायोजन प्रोमोटर की अंतिम बकाया राशि में कराया गया। लगभग रुपये 5 लाख, तथा कब्जा के आवंटी को शेष बकाया राशि, मात्र रुपये 56 हजार का भुगतान करना पड़ा।

कंसिलिएशन फोरम द्वारा विवाद का समाधान होने से सन्तुष्ट आवंटी ने उप्र रेरा के प्रयासों की सराहना की।

एग्रीमेन्ट फॉर सेल' के अनुसार आवंटी ने प्रोमोटर की परियोजना में वर्ष 2013 में एक इकाई बुक की थी। लगभग 40 लाख की लागत वाले दोनों इकाइयों के लिए आवंटी ने शत प्रतिशत भुगतान कर दिया था ।

जिसका कब्जा मार्च 2017 में प्राप्त होना था। लेकिन तय समय तक इकाई का कब्जा न मिलने, अंतिम मांग राशि तथा विलंबित अवधि के ब्याज का समाधान न प्राप्त होने पर आवंटी ने 2022 में उप्र रेरा में शिकायत (GAU205202215342) दर्ज करके कन्सिलीएशन फोरम के माध्यम से समाधान की मांग की थी।

कंसिलिएशन फोरम ने शुल्कों की गणना करते हुए आवंटी की मांग के अनुसार प्रोमोटर को प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दिया था।

प्रोमोटर से प्राप्त प्रस्ताव का आवंटी ने अवलोकन कर अपनी सहमति दी थी जिसके उपरान्त दोनों पक्षों ने समझौता कर विवाद समाप्त कर लिया और समझौते की एक प्रति क्षेत्रीय कार्यालय, उ.प्र. रेरा में जमा करवा दी।

*9 सितम्बर 2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का होगा आयोजन*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव संजय सिंह प्रथम ने बताया कि 9 सितम्बर 2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रदेश के प्रत्येक जिले में सभी प्रकार के दीवानी वाद, अपराधिक वाद राष्ट्रीय लोक अदालत एवं राजस्व वादों का अधिकाधिक संख्या में सुलह समझौतो के आधार पर त्वरित निस्तारित किया जायेगा।