*जिला चिकित्सालय में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन*


*नितेश श्रीवास्तव*


भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में अब मरीजों को सस्ती दर पर जेनरिक दवाएं मिल सकेगी। सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक और सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से जन औषधि केंद्र का उद्घाटन किया। इसके साथ ही जिले में जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़कर सात हो गई।


मरीजों को सस्ती दर पर अच्छी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शासन की ओर से से स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जाने है। इसको लेकर समय - समय पर शासन से गाइडलाइन भी मिलते रहते हैं।गौर करने वाली बात है कि इस केंद्र पर लगभग 200 दवाएं उपलब्ध होती है।

इसी कड़ी में अब महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में जन औषधि केंद्र शुरू किया गया। यहां हर दिन 900 से 1000 के बीच लोगों की ओपीडी होती है। जिला चिकित्सालय पर जन औषधि केंद्र खुलने से बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलेगा।


यहां मरीजों को बाहर के मेडिकल स्टोर की अपेक्षा जेनेरिक दवाईयां 50 से 90 फीसदी सस्ती दर पर उपलब्ध होगी। सीएमओ ने कहा कि मरीजों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिए हर स्तर से प्रयास किए जा रहे। आने वाले समय में जिले में और भी जन औषधि केंद्र खोले जाने है।

इस मौके पर नवीन कुमार सिंह, रंजीत गुप्ता,प्रभात पांडेय, आंनद गुप्ता, रिंकू सिंह आदि लोग उपस्थित रहे ‌।
*बोर्ड परीक्षा: नौवीं से 12 वीं के आवेदन की तिथि बढ़ी*


*नितेश श्रीवास्तव*


भदोही। माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को यूपी बोर्ड ने राहत दी है। अब वह विलंब शुल्क के साथ 10 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे। बड़ी संख्या में छात्र प्रवेश फाॅर्म भरने में चूक गए थे। इससे वह विद्यालयों का चक्कर काट रहे थे। ऐसे छात्रों को आवेदन करने का एक और मौका मिल गया है।


यूपी बोर्ड ने कक्षा नौ से 12 तक में प्रवेश की अंतिम तिथि अब 10 सितंबर तक बढ़ा दी है। पहले बिना विलंब शुल्क हाईस्कूल और इंटर के छात्र-छात्राओं के प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अगस्त थी और शैक्षिक विवरणों को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने की आखिरी तारीख 16 अगस्त थी।


100 रुपये विलंब शुल्क के साथ पंजीकरण की अंतिम तिथि 20 अगस्त थी। कक्षा नौ व 11 के विद्यार्थियों के विवरण और कोषागार में जमा अग्रिम पंजीकरण शुल्क की सूचना 25 अगस्त तक अपलोड होनी थी। अब बोर्ड ने तय किया है कि कक्षा 10 व 12 में विलंब शुल्क 100 रुपये के साथ 10 सितंबर तक विवरण अपलोड होंगे।

कक्षा 9 व 11 में भी अग्रिम पंजीकरण 10 सितंबर तक होंगे, इसमें विलंब शुल्क नहीं लगाया गया है। स्कूलों के प्रधानाचार्य कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के विवरणों की चेकलिस्ट प्राप्त करेंगे और 11 से 13 सितंबर तक इसे जांचेंगे। डीआईओएस विकायल भारती ने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि इस बार समय से प्रक्रिया पूरी करें।


उन्होंने बताया कि 30 सितंबर तक पंजीकृत अभ्यर्थियों की फोटो युक्त नामावली बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय को डीआईओएस के माध्यम से भेजी जाएगी। इससे बोर्ड परीक्षा 2024 में बैठने वाले छात्र-छात्राओं की तस्वीर साफ हो जाएगी।
*बढ़ रहा है डेंगू का खतरा, निजी अस्पताल पहुंच रहे मरीज*


*नितेश श्रीवास्तव*

भदोही। नगर क्षेत्र में इन दिनो डेंगू व मलेरिया की आशंका बढ़ती जा रही है। सरकारी आंकड़ों में भले ही एक भी डेंगू मरीज न हो, लेकिन निजी चिकित्सालयों में प्रतिदिन मरीज बढ़ रहे हैं।

महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में भी हर दिन बुखार व बदन दर्द से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को अपने आसपास साफ-सफाई रखने की अपील की है।जिले में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक एक भी डेंगू केस नहीं मिले हैं, लेकिन निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है।


भदोही नगर में भी डेंगू व मलेरिया का खतरा बढ़ता जा रहा है। बीते साल भदोही के कई इलाके डेंगू के लिहाज से बेहद संवेदनशील थे और कई हॉटस्पॉट पर भी चिन्हित हुए थे। इसे देखते हुए इस बार स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है, लेकिन खतरा अब भी बना हुआ है।


क्षेत्र के चौरी रोड, रेवड़ापरसपुर, रामरायपुर, कंसरायपुर में इसका असर अधिक देखने को मिल रहा है। रामरायपुर के जितेंद्र राय ने बताया कि उनके घर के 8 लोग डेंगू से पीड़ित हैं। उनका निजी अस्पतालों में उपचार चल रहा है।


चौरी रोड के पूर्व सभासद अफसर अली, विशंभर प्रसाद गुप्ता, गुड्डू अंसारी ने बताया कि उनके आसपास पड़ोस में बड़ी संख्या में मरीजों की भीड़ दिख रही है। विशंभर गुप्ता ने आरोप लगाया कि चौरी रोड के दोनों ओर नाले हैं, जो गहरी होने से नियमित साफ भी नहीं हो पाती, उसी से डेंगू का खबरा बढ़ा है। एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि कहीं पानी जमा न होने दें।

यदि सार्वजनिक स्थान पर पानी जमा हो तो नगर पालिका को सूचित करें, ताकि सफाई कराई जा सके। मच्छर ऐसे स्थानों पर ही पनपते हैं। अगर कहीं डेंगू की सूचना मिले तो तत्काल विभाग को सूचित करें।
*कोनिया क्षेत्र के पशुओं में दिखे लंपी के लक्षण*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोनिया के गांव तटीय स्थित क‌ई गांवों में गोवंश में लंपी वायरस का संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है।पशु पालन विभाग के अधिकारी अंजान है। आरोप है कि सूचना मिलने पर भी अधिकारी गांव में नहीं पहुंच रहें हैं।

कोनिया क्षेत्र के उर‌ई , कटरा,बहपूरा ,छेछुआ में लंपी रोग के संक्रमण को देख पशुपालकों की चिंता बढ़ने लगी है। पशुपालक किसान बताते हैं कि कोनिया के अर‌ई में पंडित पाल, मेवालाल पाल सहित कुछ अन्य किसानों के गोवंश लंपी रोग से पीड़ित हैं।

इसी तरह बहपूरा में भूपेंद्र बंटू दूबे, लवकुश दूब की गोवंश को लंपी रोग जकड़ लिया है। कटरा में शिवशंकर तिवारी, मुन्ना तिवारी की गोवंश लंपी रोग की चपेट में हैं। बहपूरा के बंटू दूबे ने बताया कि उनकी एक कीमती गाय मरणासन्न अवस्था में है, जबकि दो अन्य गायों में भी लंपी के लक्षण दिख रहा है।

*रजिस्टर में धूल फांक रहीं तीन सौ करोड़ की कार्ययोजनाएं*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। डीघ ब्लॉक के 98 ग्राम पंचायतों को लेकर तैयार 300 करोड़ की कार्ययोजना फाइलों में धूल फांक रही है। डेढ़ माह पूर्व हुई बोर्ड की बैठक में ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों को लेकर दर्जनों प्रस्ताव पारित हुए थे, लेकिन अब तक उसमें अमल नहीं हो सका है।

ज्ञानपुर विधायक विपुल दुबे व त्रिस्तरीय ब्लॉक संचालन समिति अध्यक्ष समिति अध्यक्ष मनोज मिश्रा की मौजूदगी में डेढ़ माह पहले ब्लॉक सभागार में बोर्ड की बैठक हुई थी। बैठक में 98 ग्राम पंचायतों में कच्चा-पक्का चकमार्ग, नाला-नाली, इंटरलाकिंग, जल सोख्ता, हैण्डपंप प्लेटफार्म दुरुस्तीकरण, सिंचाई नालियों की सफाई-जीर्णोद्धार, हैण्डपंप रिबोर, प्राथमिक स्कूल कायाकल्प, बीआरसी वहिदानगर सुदृढ़ीकरण, राजकीय पशु अस्पताल जंगीगंज में ध्वस्त बाउंड्रीवाल निर्माण, शौचालय, आवास, बाहा सफाई, अमृत सरोवर के अधूरे कार्य पूरा करने, नये तालाबों को प्राथमिकता देने तमाम कार्ययोजना को लेकर प्रस्ताव रखा गया।

जिसपर सर्वसम्मिति से मुहर लगाते हुए लगभग 300 करोड़ की कार्ययोजना पर मुहर लगाई गई। डेढ़ माह बीतने के बाद भी अब तक इन कार्ययोजनाओं की फाइल आगे नहीं बढ़ सकी है।

जिससे तमाम गांवों में कई विकास कार्यों को गति नहीं मिल सकी है। ब्लाक खंड अधिकारी धनराज कोटार्य ने बताया कि बैठक में प्राप्त लगभग तीन सौ करोड़ की कार्य योजनाओं की स्वीकृति के लिए आगे भेजा गया। जैसे-जैसे कार्ययोजनाओं की स्वीकृति मिलेगी। वैसे-वैसे कार्य कराए जाएंगे।

*जिला चिकित्सालय का बदलेगा स्वरूप, जर्जर भवनों की होगी मरम्मत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । हर महीने दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाला महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय का स्वरूप बदलने की कवायद शुरु हो गई है। जिला चिकित्सालय की सड़कें आरसीसी होंगी और इंटरलॉकिंग कराई जाएगी। साथ ही जर्जर भवनों की मरम्मत होगी। इसको लेकर जिला चिकित्सालय के अवसर अभियंता मालवर सिंह व सीएमएस डाॅ. राजेंद्र कुमार ने चिकित्सालय परिसर का निरीक्षण किया।

जिला चिकित्सालय में हर रोज 800-900 मरीजों को ओपीडी होती है। परिसर में मुख्य गेट के सामने मार्ग काफी खराब है। यहां पर इंटरलॉकिंग कराया जाएगा। इसके साथ ही लेबर कक्ष बगल और दवा काउंटर के सामने खाली जमीन को भी आरसीसी कराया जाएगा। इसके अलावा इमरजेंसी के पीछे और ऑक्सीजन प्लांट के सामने, इमरजेंसी के बगल में पानी टंकी के पास इंटरलॉकिंग का कार्य कराया जाएगा। एक्स-रे कक्ष सामने इंटरलॉकिंग का कार्य होगा। इसके साथ ही एक्स-रे कक्ष भवन और ब्लड बैंक भवन की मरम्मत होगी।

तेज बारिश होने पर ब्लड बैंक के छत से पानी टपकने लगता है।सीएमएस डाॅ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि शासन से मिले निर्देश के बाद जिला चिकित्सालय में प्रमुख जगहों को चिह्नित कर वहां सुविधाओं के विस्तार की योजना तैयार की गई है। रिपोर्ट के आधार पर प्राप्त धनराशि से मरम्मत का कार्य कराया जाएगा। बातया कि जेई खुद रिपोर्ट लेकर लखनऊ रवाना हुए हैं। इससे जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें

*22 हजार गाेवंश को लगा लंपी वायरस का टीका*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पशुओं के वायरस जनित बीमारी लंपी रोग को लेकर विभागीय अधिकारी सजग हैं। जिले में अब तक 22 हजार पशुओं को लंपी वायरस का टीका लगाया जा चुका है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक पशुपालन विभाग बड़े स्तर पर अभियान चलाकर पशुओं को लंपी वायरस का टीका लगा रहा है। खास बात है कि अब जिले में एक भी पशुओं की मौत लंपी वायरस के कारण नहीं हुई है।

जिले में तकरीबन पौन तीन लाख के आसपास गोवंश है। इनकी निगरानी पशुपालन विभाग के जिम्मे हैं। पश्चिमी प्रदेशों में लंपी वायरस के कहर के बाद शासन स्तर से जिले में अभियान चलाकर पशुओं को लंपी जैसी बीमारी से बचाने के लिए टीका लगाए जाने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने बड़े स्तर पर अभियान चलाकर पशुओं को लंपी वायरस का टीका लगाया।

पशुपालन विभाग के अनुसार लंपी वायरस को पहचाने का सबसे बड़ा लक्षण है कि गोवंश के शरीर में दाना निकलना। हाथ, पैर में सुजन आना इत्यादि है। विभाग के अनुसार ज्ञानपुर, भिदिऊरा, जोरई, आनापुर, कौलापुर, कांवल, मोढ़, कस्तुरीपुर, देईपुर आदि गांवों की पड़ताल की गयी। यहां पर लंपी वायरस का कोई असर नहीं देखा गया। इसके अलावा जिले के अन्य हिस्सों में जांच-पड़ताल की गई। हालांकि जिले में अब तक लंपी वायरस के पीड़ित पशु काफी कम देखे गए।

प्रभारी सीवीओ डाॅ. राजेश उपाध्याय ने बताया कि 22 हजार गोवंश को लंपी वायरस का टीका लगाया जा चुका है। 4000 टीका अभी शेष है। गोवंश के बांधने के स्थान पर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखें। इसे कई बीमारियों से उन्हें बचाया जा सकता है।

*सजी मिठाई की दुकानें*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। रक्षाबंधन पर्व के दिन भाईयों की कलाई पर राखी बांधने के बाद बहनें मुंह मीठा कराती है। ऐसे में मिठाइयों की दुकानों पर भी ग्राहकों की भीड है‌। दुकानदार विजय मोदनवाल ने कहा कि इस वर्ष बर्फ,मगदल, लड्डू, छेना, के अलावा सूखी मिठाइयों की अधिक डिमांड है। बाजार में एक सौ से लेकर एक हजार रुपए किलो तक मिठाइयां जमकर बिकी।

*महिलाओं को ब्रेसलेट तो बच्चों को भाग रही म्यूजिकल राखी*


31 अगस्त को भाइयों की कलाई में राखी बांधे बहनें

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बाजार रक्षाबंधन से सज चुके हैं और खरीदारी हो भी रही है। एक से बढ़कर एक राखियां इस बार बाजार में आई है। कुंदन ब्रेसलेट वाली राखियां खूब पसंद की जा रही है। बाजार में 10 रुपए से 300 रुपए तक राखियां उपलब्ध है। कुछ लोग चांदी की राखी भी बनवा रहें हैं। बाजारों में राखी की उमंग शुरू हो गई है। बाजार में राखी की दुकानों पर राखी और आकर्षक डोर आए हैं। भाईयों की कलाई पर बहनें राखी बांधने के लिए बेहतरीन राखियां खरीदने के लिए बाजार में पहुंच रही हैं। विभिन्न प्रकार की राखियों के चलते बाजार गुलजार हो ग‌ए है।

लोगों में बढ़ते क्रेज से व्यापारी भी उत्साहित हैं। यही वजह है कि इस बार एक से बढ़कर एक राखियां बाजार में आई है। बाजार में राखियां 10 रुपए में डोरा राखी आई है। डोर की कीमत 100 रुपए तक है। चंदन,सदल आदि खुशबु वाले डोरे उपलब्ध है। बच्चों में म्यूजिकल राखी की मांग की है। इस राठी में बटन दबाते ही गाना बजता है। इसकी कीमत 100 से 150 रुपए तक है। बच्चे इसे काफी पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा अलग-अलग वैरायटी को 300 तक की राखियां उपलब्ध है। चांद की राखियां भी महिलाएं खरीद रहीं हैं।‌ इसके अलावा बच्चों में डोरोमान, छोटा भीम,मोगली कार्टून रुपी राखियां आज भी बच्चों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

ज्ञानपुर, गोपीगंज, सुरियावां, भदोही, सहित अन्य बाजारों में दुकानें सज चुकी है। आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि 31 अगस्त को सिद्धयोग में रक्षाबंधन पर्व मनाना उचित होगा। इस बार सावन पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर लग रहा है और उसी समय भद्रा भी लग रहा है,जो रात्रि 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। 30 अगस्त दिन बुधवार को रात्रि 09 से रात्रि 11 बजे तक राखी बांधने का मुहूर्त उत्तम रहेगा और 31 अगस्त को सुबह पांच बजे से सात बजकर 50 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है क्योंकि 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 50 मिनट तक पूर्णिमा है।

उदया तिथि के अनुसार राखी 31 अगस्त को दिनभर बांधी जाती सकती है। सभी पंचांगों में एक मत से भद्रांते रक्षा बंधमन वर्णित हैं। इसलिए सनातन धर्म को मानने वाले 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 45 मिनट तक मनाना श्रेयस्कर होगा। सबको कोशिश करनी चाहिए कि इस मुहूर्त में ही यह पर्व मना लें। सभी बहनें इस मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधे।

*31 अगस्त को भाइयों की कलाई में राखी बांधे बहनें, जानिये कब है शुभ मुहूर्त*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आगामी रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर बहनों व भाईयों ने भले ही तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन त्यौहार को लेकर इस बार अब तक ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। भद्रा के कारण उत्पन्न हुए इस विकट समस्या को लेकर रक्षाबंधन त्योहार 30 या 31 अगस्त तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति देखी जा रही है। भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार इस दिन दो तिथियों के बीच उलझा हुआ है। त्योहार को लेकर भाई व बहन की तरफ भी तैयारी शुरू कर दी गई है। बहनें जहां डिजाइनर राखियां खरीद रहीं हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को उपहार देने के लिए तरह-तरह के गिफ्ट आइटम देख रहे हैं। इस बीच भद्रा तिथि के कारण त्योहार को लेकर असमंजस है।

 दरअसल सावन मास की पूर्णिमा 30 अगस्त को दिन में सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू हो रही है। पूर्णिमा तिथि का समापन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा। ऐसे में रक्षाबंधन 30 अगस्त को ही होना चाहिए, लेकिन 30 अगस्त को भद्रा दिन में 10 बजकर 13 मिनट से लेकर रात में 8 बजकर 58 मिनट तक लग रहा है। भद्रा काल में रक्षाबंधन का पर्व मनाया अशुभ माना जाता है। रात्रि काल में रक्षाबंधन पर्व मनाना कभी भी उचित नहीं है। अतः 31 अगस्त को उदय व्यापिनी पूर्णिमा तिथि में ही रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस असमंजस को देखते हुए आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि 31 अगस्त को सिद्धयोग में रक्षाबंधन पर्व मनाना उचित होगा। 

इस बार सावन पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर लग रहा है और उसी समय भद्रा भी लग रहा है,जो रात्रि 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। 30 अगस्त दिन बुधवार को रात्रि 09 से रात्रि 11 बजे तक राखी बांधने का मुहूर्त उत्तम रहेगा और 31 अगस्त को सुबह पांच बजे से सात बजकर 50 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है क्योंकि 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 50 मिनट तक पूर्णिमा है।

 उदया तिथि के अनुसार राखी 31 अगस्त को दिनभर बांधी जाती सकती है। सभी पंचांगों में एक मत से भद्रांते रक्षा बंधमन वर्णित हैं। इसलिए सनातन धर्म को मानने वाले 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 45 मिनट तक मनाना श्रेयस्कर होगा। सबको कोशिश करनी चाहिए कि इस मुहूर्त में ही यह पर्व मना लें। सभी बहनें इस मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधे।