पलामू जिले में एक भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत,हादसे में नौ अन्‍य लोगों के घायल हो जाने की है खबर

पलामू: झारखंड के पलामू जिले में एक भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। इसमें किसी सांस्‍कृति कार्यक्रम से लौट रहे लोगों के एक समूह पर एक कार भिड़ गई। हादसे में नौ अन्‍य लोगों के घायल हो जाने की भी खबर है। पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। 

घर वापसी के वक्‍त लोग हुए हादसे के शिकार

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, यहां चैनपुर थानान्‍तर्गत बसे बरांव गांव में सोमवार देर रात को यह हादसा हुआ। यह जगह राजधानी रांची से करीब 175 किमी दूर है।

 आखिरी सोमवार के अवसर पर आयोजित एक समारोह से ये लोग वापस घर लौट रहे थे और तभी हादसे के शिकार हो गए। 

कार चालक की तलाशी जारी

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषव गर्ग ने कहा, इस दुर्घटना में एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई है और छह लोग गंभीर रूप से जख्‍मी हुए हैं। इन सभी का मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और अस्‍पताल में इलाज चल रहा है।

हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया है और उसे धर दबोचने के लिए तलाश जारी है। मृतकों की पहचान उदल चौरसिया (34), रोहित चौरसिया (45) और मधु मेहता (30) केरूप में हुई है और एक अज्ञात है।चैनपुर थाना की पुलिस ने मृतकों के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा, जहां उसका पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।

पुलिस ने सड़क हादसा में क्षतिग्रस्त मारुति ब्रेजा कार (जेएच 01 एफएफ 9784) को जब्‍त कर लिया है, जो घटनास्थल से करीब एक किमी आगे क्रशर के पास खड़ी थी। जिसे हादसे के उपरांत कार चालक मुर्गी शेड में धक्‍का मारने के बाद खड़ा कर भाग गया है। इस घटना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने टविट् कर जिला प्रशासन को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

आज देशभर में मनाया जा रहा राष्ट्रीय खेल दिवस, जानिए इसके महत्व और इतिहास

राष्ट्रीय खेल दिवस भारत में हर साल 29 अगस्त को महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर याद रखने के लिए मनाया जाता है। जिन्हें हॉकी के ‘द विजार्ड’ या ‘द मैजिशियन’ के रूप में जाना जाता था। भारत के हॉकी टीम के स्टार रहे मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त 2012 को पहला राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया था।

 

बता दें कि प्रयागराज में जन्में मेजर ध्यानचंद को इस खेल में महारत हासिल थी। दरअसल, राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का सफर 29 अगस्त साल 2012 से शुरू हुआ था। जब इस तारीख को खिलाड़ियों को समर्पित करने का फैसला लिया गया। आखिरकार मेजर ध्यानचंद के जन्म की तारीख 29 अगस्त को ही चुनी गई।

स्पोर्ट्स डे को मनाने के पीछे एक बड़ा कारण युवा खिलाड़ियों को उनके करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देना है।नेशनल र्स्पोंट्स डे मनाने का उदेश्य देश के लोगों को खेल व खिलाड़ियों के योगदान के महत्व से परिचित कराना और खेलों को बढ़ावा देना है। खेल न सिर्फ लोगों को फिजिकली फिट रखती है बल्कि देश में एकता और भाईचारे को बढ़ावा भी देती है। इससे वह फिट रहने के साथ अपने खेल को लेकर गंभीर रह सके। मौजूदा समय में देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का खेल की दुनिया में शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिल रहा है। यहां खेलों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए अर्जुन पुरस्कार, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते हैं।

मेजर ध्यानचंद हॉकी में ओलंपिक गोल्ड मेडल दिलवाने में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। अपने करियर में उन्होंने कुल 185 मैच खेले और 500 से ज्यादा गोल किए थे। वो और उनकी टीम ने भारत को वर्ष 1928, 1932 और 1936 के दौरान ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल किए थे। उन्होंने 1926 से 1949 तक 23 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेली। इन्ही कारणों से उन्हें हॉकी खिलाड़ी के स्टार या “हॉकी का जादूगर” के रूप में जाना जाता था। वह हॉकी के प्रति इतना समर्पित थे कि वह चांदनी रात में खेल के लिए अभ्यास किया करते थे, जिससे उसका नाम ध्यानचंद पड़ गया। 1956 में, ध्यानचंद को पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

चारा घोटाले में कोर्ट का आया बड़ा फैसला: 90 को ठहराया दोषी, 35 हुए बरी 52 को तीन-तीन साल की सजा सुनाई गई है


बहुचर्चित 27 साल पुराने चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में रांची सीबीआई की विशेष कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। 21 जुलाई को इस केस से जुड़े सभी पक्षों की सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

चारा घोटाले के कांड संख्या (आरसी 48ए/96) डोरंडा कोषागार मामले में आज सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुना दिया है। न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की कोर्ट में सभी आरोपियों को सशरीर पेश होना था। जिसमें 124 आरोपियों के भाग्य का फैसला हो गया है। 

कुल 124 आरोपियों में से 52 को तीन साल तक की सजा हुई है। 37 अन्य को तीन साल से अधिक की सजा सुनाई गई। वहीं 35 लोगों को रिहा कर दिया गया। तीन साल से अधिक सजा पाने वाले सभी 37 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। आज सुनाई गई फैसले में पूर्व विधायक गुलशन अजवानी को भी 3 साल की सजा मिली है।

इस मामले में 616 गवाहों के बयान दर्ज किए गए। सीबीआई ने इस मामले में कुल 192 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया था और अभी ट्रायल फेस करने वाले आरोपितों की संख्‍या 124 है। इस दरमियान 62 आरोपितों का निधन भी चुका है। जानकारी के अनुसार चारा घोटाला मामले में आरोपियों की सबसे ज्यादा संख्या डोरंडा कोषागार से जुड़े मामले में ही है। 

बता दें कि इससे पूर्व चाईबासा, देवघर और दुमका मामले में फैसला सुनाया जा चुका है। जिसमें लालू यादव समेत कई दोषियों को सजा सुनाई गई है।

रांची कोर्ट ने जिन आरोपियों को बरी किया उनके नाम इस प्रकार हैं- एनुल हक, राजेंद्र पांडेय, राम सेवक साहू, दीनानाथ सहाय, साकेत, हरीश खन्ना, कैलाश मनी कश्यप बरी, बलदेव साहू, सिद्धार्थ कुमार, निर्मला प्रसाद, अनीता कुमारी, एकराम, मो हुसैन, सनाउल हक, सैरु निशा, चंचला सिन्हा, ज्योति कक्कड़, सरस्वती देवी, रामावतार सिन्हा, रीमा बड़ाईक और मधु पाठक का नाम शामिल है।

बताते चलें कि चारा घोटाला 90 के दशक का देश के सबसे बड़े घोटाले के रूप में देखा जाता है। लालू यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यह घोटाला हुआ। जिसकी राशि करीब 950 करोड़ बताई गई थी।

कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में हुई जनसुनवाई, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सुनी फरियाद

आम जनता की समस्याओं के निदान के लिए झारखंड कांग्रेस ने निर्णय लिया था कि प्रदेश में मुख्यालय में जनसुनवाई का कार्यक्रम शुरु हो गया है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस के मंत्री प्रत्येक सोमवार को लोगों की समस्या जनसुनवाई के माध्यम से सुनेंगे। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज सोमवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में जन सुनवाई हुई।

आज की जनसुनवाई की खासियत यह देखी गई की किन्नर समाज के लोग भी अपनी समस्याओं को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से रूबरू हुए। अपनी समस्याओं को लेकर आए किन्नर समाज के अध्यक्ष का कहना है कि हमने सरकार के समक्ष आग्रह किया है कि हमें सरकार की ओर से घोषित पेंशन एवं आवासीय जैसे मूलभूत सुविधा तत्काल प्रदान की जाए।

वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री किन्नरो की मूलभूत समस्याओं को सुनने के बाद कहा की सरकार की ओर से चलाए जा रहे सर्वजन पेंशन से किन्नर समाज को जोड़ा जा रहा है। उसके प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया साथ ही उनके अन्य समस्याओं को सुनने के बाद राज्य के मुखिया से अवगत कराने की बात कही।और कहा कि उनकी समस्याओं के समाधान का रास्ता जल्द निकला जाएगा।

बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने वाले 43 शिक्षकों का हुआ वेतन बंद

धनबाद : ई विद्यावाहिनी से ऑनलाइन बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने वाले सरकारी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। शनिवार को जिला शिक्षा अधीक्षक भूतनाथ रजवार ने 43 शिक्षकों को स्पष्टीकरण करते हुए वेतन बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।

इनमें बाघमारा के 20 समेत अन्य शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित किया गया है। डीएसई ने जारी आदेश में कहा है कि दो दिनों के अंदर साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण दें। बताते चलें कि बायोमीट्रिक हजारी नहीं बनाने के मामले में अब तक जिले के लगभग 110 शिक्षकों का वेतन बंद किया गया है।

सूची में शामिल कई शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी कई दिनों की नहीं बनी है। वहीं कई शिक्षकों की सिर्फ एक दिन की नहीं बनी है। स्थानीय विभाग ने 19 शिक्षकों के जीपीएस से छेड़छाड़ मामले में जांच पूरी कर ली है। जल्द ही रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को भेजी जाएगी। 22 अगस्त को भी 47 शिक्षकों का वेतन बंद किया गया है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि काफी संख्या में टैब खराब है। लिंक होने में बहुत परेशानी है। लोकेशन की समस्या भी है। विभिन्न परेशानी के कारण शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी नहीं बन पा रही है। विभाग इन समस्याओं को दूर करे। 

अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ धनबाद की ओर से वेतन बंद समेत अन्य मुद्दों पर रविवार दोपहर 2 बजे गोल्फ ग्राउंड में बैठक बुलाई गई है।

21 से बिना सूचना अनुपस्थित शिक्षकों का मानदेय बंद

डीएसई ने 24 अगस्त को उत्क्रमित मध्यविद्यालय मनईडीह गोविंदपुर का औचक निरीक्षण किया था। डीएसई के अनुसार सहायक अध्यापिका अपर्णा महतो 21 अगस्त से बिना सूचना अनुपस्थित हैं। शोकॉज करते हुए तत्काल मानदेय स्थगित कर दिया गया है।

झारखंड में मानव तस्करी जारी,साहिबगंज जिले की नौ नाबालिगों को दिल्ली से मुक्त कराया गया,

 रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रयास से लगातार मानव तस्करी के शिकार बालक/बालिकाओं को मुक्त कराकर उनके घरों में पुनर्वास किया जा रहा है. इसी कड़ी में मानव तस्करी की शिकार झारखंड के साहिबगंज जिले की नौ नाबालिगों को दिल्ली से मुक्त कराया गया है.

आपको बता दें कि पिछले शुक्रवार को रांची जिले के दो बच्चों एवं धनबाद जिले के दो बच्चों को रांची जिले के बाल संरक्षण पदाधिकारी के नेतृत्व में आयी एस्कॉर्ट टीम के साथ वापस झारखंड पुनर्वासित किया गया है.

विभिन्न सरकारी योजनाओं को मिलेगा लाभ

साहिबगंज जिला प्रशासन द्वारा जानकारी मिलते ही त्वरित कदम उठाते हुए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन गुप्ता के निर्देशन पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. ये टीम पिछले 04 दिनों से दिल्ली में कैम्प करके नौ नाबालिगों के साथ वापस ट्रेन द्वारा झारखंड लौट रही है. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी द्वारा यह जानकारी दी गयी कि इन सभी बच्चियों को झारखंड सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए इनकी सतत निगरानी की जाएगी ताकि ये दोबारा मानव तस्करी की शिकार ना होने पाएं.

मानव तस्करी पर नकेल की कोशिश

गौरतलब है कि स्थानिक आयुक्त मस्तराम मीणा के निर्देशानुसार एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र, नई दिल्ली द्वारा लगातार दिल्ली के विभिन्न बालगृहों का भ्रमण कर मानव तस्करी के शिकार, भूले- भटके या किसी के बहकावे में फंसकर असुरक्षित पलायन कर चुके बच्चे, युवतियों को वापस भेजने की कार्रवाई की जा रही है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस, बाल कल्याण समिति, नई दिल्ली एवं सीमावर्ती राज्यों की बाल कल्याण समिति से लगातार समन्वय स्थापित कर मानव तस्करी के शिकार लोगों की पहचान कर मुक्त कराया जा रहा है. उसके बाद मुक्त लोगों को सुरक्षित उनके गृह जिला भेजने का कार्य किया जा रहा है, जहां उनका पुनर्वास किया जा रहा है.

दिल्ली के सीमावर्ती इलाके से कराया गया मुक्त

मानव तस्करी पर झारखंड सरकार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग काफी संवेदनशील है और त्वरित कार्यवाही पर विश्वास रखती है. यही कारण है कि दिल्ली में एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र चलाया जा रहा है. इसके तहत मानव तस्करी के शिकार बच्चे एवं बच्चियों को मुक्त कराकर उनके जिलों में पुनर्वासित किया जाता है. इसका टोल फ्री नम्बर 10582 है जो 24×7 कार्य करता है. केंद्र की नोडल ऑफिसर नचिकेता ने बताया गया कि यह केंद्र दिल्ली में प्रधान स्थानिक आयुक्त मस्तराम मीणा की देखरेख एवं महिला एवं बाल विकास विभाग (झारखंड सरकार) के अंतर्गत कार्य करता है. केंद्र द्वारा दिल्ली एवं उसके निकटवर्ती सीमा क्षेत्र पर विशेष नजर रखी जाती है. इसी क्रम में हमें इस बार बड़ी कामयाबी मिली और साहिबगंज जिले की नौ नाबालिगों को हमने दिल्ली पुलिस के सहयोग से दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्र से (जो क्रमशः हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से सटा है) से रेस्क्यू किया.

दलालों के माध्यम से करते हैं पलायन

दिल्ली में मुक्त करायी गयीं बच्चियों को दलाल के माध्यम से लाया गया था. झारखंड में ऐसे दलाल बहुत सक्रिय हैं जो छोटी बच्चियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली में अच्छी जिंदगी जीने का लालच देकर उन्हें दिल्ली लाते हैं और विभिन्न घरों में उन्हें काम पर लगाने के बहाने बेच देते हैं, जिससे उन्हें एक मोटी रकम प्राप्त होती है और इन बच्चियों की जिंदगी बदतर बना दी जाती है.

माता-पिता भी हैं जिम्मेदार

दलालों के चंगुल में बच्चियों को भेजने में उनके माता-पिता की भी अहम भूमिका होती है. कई बार ऐसा देखा गया है कि बच्चियां अपने माता-पिता व अपने रिश्तेदारों की सहमति से ही दलालों के चंगुल में फंसती हैं.

मुक्त लोगों की होगी सतत निगरानी

महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक द्वारा सभी जिले को सख्त निर्देश दिया गया है कि जिस भी जिले के बच्चों को दिल्ली में रेस्क्यू किया जाता है. जिले के जिला समाज कल्याण पदाधिकारी एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बालकों एवं बालिकाओं को वापस अपने जिले में पुनर्वास किया जाएगा. झारखंड सरकार निर्देशानुसार झारखंड भेजे जा रहे बच्चों को जिले में संचालित कल्याणकारी योजनाओं स्पॉन्सरशिप, फॉस्टरकेयर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से जोड़ते हुए उनकी ग्राम बाल संरक्षण समिति (VLCPC)) के माध्यम से सतत निगरानी की जाएगी, ताकि इन बच्चों को फिर मानव तस्करी का शिकार होने से से बचाया जा सके एवं झारखंड में मानव तस्करी रोकी जा सके. एस्कॉर्ट टीम में एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र के कार्यालय सहायक राहुल सिंह एवं परामर्शी निर्मला खालखो ने अहम भूमिका निभाई.

झारखंड में अगले चार दिनों तक मानसून का रहेगा इंतज़ार,सिर्फ बंगाल से सटे इलाके में होगी बारिश

रांची .अगले चार दिनों तक बारिश का इंतजार करना होगा। ऐसा झारखंड के अधिकांश हिस्से में होने वाला है। केवल बंगाल से सटे इलाके में बारिश हो सकती है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि राज्य में मॉनसून कमजोर हो चुका है।

 मौसम विज्ञान केंद्र रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक राज्य में अगले चार दिनों तक मॉनसून कमजोर रहने वाला है। यही वजह है कि लोगों को बारिश के लिए मौसम बदलने का इंतजार करना होगा।

 अगले 24 घंटों में पलामू प्रमंडल को छोड़कर पूरे राज्य में कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है।

झारखंड से गुजर रहा मॉनसून टर्फ

मौसम विभाग केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि इन दिनों झारखंड से मॉनसून टर्फ उत्तर की ओर बिहार से होकर गुजर रहा है। यह गोरखपुर, पटना, बांकुड़ा, दीघा होते हुए दक्षिण में मध्य खाड़ी तक स्थित है। इस वजह से बंगाल से सटे झारखंड के जिलों में कहीं कहीं बारिश होने का पूर्वानुमान है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर मध्यम दर्जे की बारिश हुई।

24 घंटे में पश्चिमी सिंहभूम में हुई बारिश

बीते 24 घंटे में बारिश की बात करें तो सबसे अधिक बारिश पश्चिमी सिंहभूम और आसपास में हुई। यहां 73.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि चक्रधरपुर में 39.2, सरायकेला-खरसांवा में 37.4, रामगढ़ में 28.4, जमशेदपुर में 26.6 धनबाद 25.4, साहिबगंज में 22.5, खूंटी में 19.2, पूर्वी सिंहभूम में 12.2, लोहरदगा में 11.8 मिमी बारिश हुई। राजधानी में 4.6 मिमी बारिश हुई।

रांची में अब तक 487.2 मिमी बारिश

मौसम विभाग के बारिश के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 24 घंटों की बारिश से राज्य में अब तक 501.0 मिमी बारिश हो चुकी है। लेकिन यह सामान्य वर्षापात 759.1 मिमी में 34 फीसदी कम है। जबकि रांची में अब तक 487.2 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य 776.3 मिमी से 37 फीसदी कम है।

ईडी आज शराब व्यापारी योगेंद्र तिवारी, भाई अमरेंद्र व विष्णु अग्रवाल की पत्नी से करेगी पूछताछ


रांची. शराब व्यापारी योगेंद्र तिवारी व उनके भाई अमरेंद्र तिवारी और विष्णु अग्रवाल की पत्नी से अलग-अलग मामलों में 26 अगस्त को पूछताछ होगी. इडी ने दोनों को समन जारी कर पूछताछ के लिए रांची के हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है. 

इडी ने 23-24 अगस्त को शराब घोटाले में 33 स्थानों पर छापा मारा था. छापेमारी के दौरान ही योगेंद्र तिवारी को समन देकर 26 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया गया था. उधर, जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार व्यवसायी विष्णु अग्रवाल की पत्नी को दूसरी बार समन जारी कर 26 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया गया है. उनसे विष्णु अग्रवाल द्वारा खरीदी गयी जमीन सहित अन्य मामलों में पूछताछ होगी.

इंडिया गठबंधन प्रत्याशी बेबी देवी के पक्ष में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तेलो में चुनावी सभा को करेंगे आज संबोधित

बेरमो. इंडिया गठबंधन प्रत्याशी बेबी देवी के पक्ष में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को दोपहर एक बजे चंद्रपुरा प्रखंड के तेलो में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री श्री सोरेन हेलिकॉप्टर से तेलो पश्चिम पंचायत के तेलीबांध स्थित कोचाटांड़ मैदान पहुंचेंगे. सभा को संबोधित करने के बाद वापस हेलिकॉप्टर से रांची लौट जायेंगे. सभा में मंत्री सत्यानंद भोगता, मंत्री बादल पत्रलेख, झामुमो के सचिव अभिषेक प्रसाद भी होंगे.

आइआइएम रांची और टाटा स्टील फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय आदिवासी फिल्म महोत्सव आज से

राँची: आइआइएम रांची और टाटा स्टील फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय आदिवासी फिल्म महोत्सव 26 और 27 अगस्त को होगा. महोत्सव समुदाय के साथ थीम पर मनेगा. छह आदिवासी फिल्म, शॉर्ट फिल्म और डॉक्यूमेंटरी की स्क्रीनिंग होगी. 

पहले दिन तीन फिल्म - जोहार, बांधा खेत और रेट ट्रैप की स्क्रीनिंग होगी. दूसरे दिन सृष्टिकथा, गाड़ी लोहरदगा मेल और नाची से बांची फिल्म की स्क्रीनिंग होगी. आदिवासी फिल्म महोत्सव के समानांतर सामाजिक मुद्दों पर परिचर्चा होगी. इनमें आदिवासी फिल्म के निर्माता और निर्देशक सामाजिक विषयों पर विचार पेश करेंगे. 

वक्ता के रूप में फिल्म मेकर मेघनाथ, बीजू टोप्पो, रूपेश साहू, पुरुषोत्तम कुमार और अभिजीत पात्रो शामिल होंगे. परिचर्चा सत्र के पहले दिन सिनेमा और आदिवासियत विषय पर और दूसरे दिन आदिवासी धरोहर और सांस्कृतिक सहनशीलता विषय पर विमर्श किया जायेगा. संस्था के विद्यार्थी महोत्सव के दौरान स्टोरी टेलिंग सेशन और सांस्कृतिक कार्यक्रमाें की प्रस्तुति देंगे. दो दिवसीय फिल्म महोत्सव संस्था के स्वामी विवेकानंद सभागार में दोपहर तीन बजे से शुरू होगा.