*मुक्त विश्वविद्यालय के अयोध्या क्षेत्रीय केंद्र में समन्वयकों की कार्यशाला 25 को*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या के अंतर्गत आने वाले अध्ययन केंद्र प्राचार्य एवं समन्वयकों की एक दिवसीय कार्यशाला राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा का आयोजन 25 अगस्त 2023 को बीएनएस गर्ल्स डिग्री कॉलेज क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या

में पूर्वाह्न 11:30 बजे किया जाएगा।

मुक्त विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि कार्यशाला की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह होंगी। प्रोफेसर सिंह के निर्देशन में विश्वविद्यालय ने इस बार अपने सभी शैक्षिक कार्यक्रमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का समावेश किया है। अधिक से अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए मुक्त विश्वविद्यालय अपनी पहली कार्यशाला का श्री गणेश धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण अयोध्या नगरी से करने जा रहा है।

कार्यशाला में क्षेत्रीय केंद्र अयोध्या के अंतर्गत आने वाले अयोध्या, गोंडा, बस्ती, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर और अमेठी जिलों के स्थित 122 अध्ययन केन्द्रों के प्राचार्य एवं समन्वयक प्रतिभाग करेंगे।उन्होंने बताया कि कार्यशाला में विश्वविद्यालय की तरफ से क्षेत्रीय केंद्र के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी, वित्त अधिकारी श्री शशि भूषण सिंह तोमर, परीक्षा नियंत्रक श्री डीपी सिंह, प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जे पी यादव, परामर्श प्रकोष्ठ के सह प्रभारी डॉ सतीश चंद्र जैसल आदि समन्वयकों की जिज्ञासाओं का समाधान प्रस्तुत करेंगे। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्ययन केंद्र समन्वयकों को प्रमाण पत्र प्रदान करेंगी।

*चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर मुक्त विश्वविद्यालय में हर्ष, कुलपति ने दी वैज्ञानिकों को बधाई*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की प्रथम महिला कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान की सफलता से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष समुदाय में भारत की स्थिति सुदृढ़ होगी।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर उन्होंने इस मिशन से जुड़े देश के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में चंद्रयान 3 के चंद्रमा पर उतरने का सीधा प्रसारण किया गया। जिसमें कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह, कुलसचिव कर्नल विनय कुमार, निदेशकगण, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी तथा छात्र उपस्थित रहे।

प्रोफेसर सिंह ने कहा कि इस अभियान की सफलता के बाद चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र, चंद्रमा की सतह और उसकी संरचना तथा चंद्रमा के वायुमंडल के बारे में अद्भुत जानकारियां हमें प्राप्त होंगी। यह मिशन युवा पीढ़ी को टेक्नोलॉजी, विज्ञान और इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा क्योंकि भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में चंद्रयान 3 सबसे महत्वपूर्ण है।

*पिछड़ों को शिक्षित व प्रभावी बनायेंगे एवं दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर करेंगे सशक्त : मंत्री नरेन्द्र कश्यप*

लखनऊ। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने गुरूवार को सचिवालय स्थित सभागार में प्रेसवार्ता कर विभागीय उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की सफलताओं से प्रभावित होकर विश्व-विख्यात जगतगुरू रामभद्राचार्य के द्वारा स्थापित जगतगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट को उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन देने का निर्णय लिया, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने विधान मण्डल द्वारा विधेयक पेश करके राज्य विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है। अब उत्तर प्रदेश में दिव्यांगजनों के उच्च शिक्षा के लिये डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय सहित दो विश्वविद्यालय हो गये हैं जिनके माध्यम से दिव्यांगजनों को शिक्षित बनाकर सशक्त किया जायेगा।

दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने कहा कि शादी प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत दिव्यांग दम्पत्ति को शादी प्रोत्साहन योजना के तहत 35000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाती थी, परन्तु दिव्यांग दम्पत्ति को शादी पंजीकरण करना आवश्यक था जिससे दिव्यांगजनों पर अतिरिक्त व्यय भार पड़ रहा था तथा कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता था इसलिये दिव्यांग दम्पत्ति को शादी प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त करने के लिये रजिस्ट्रेशन की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के द्वारा राज्य दिव्यांग आयुक्त के माध्यम से दिव्यांगजनों की समस्याओं का निस्तारण लखनऊ स्थित कार्यालय से किया जा रहा है, परन्तु वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए मोबाइल कोर्ट के माध्यम से विभिन्न जनपदों में राज्य दिव्यांग आयुक्त द्वारा दिव्यांगजनों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी आदि जनपदों में मोबाइल कोर्ट के माध्यम से दिव्यांगजनों की समस्याओं को सुना जा रहा है। मोबाइल कोर्ट व्यवस्था दिव्यांगजनों के लिये बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है।

दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने कहा कि डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ में छात्राओं की बढ़ती हुई संख्या को दृष्टिगत रखते हुए 48 करोड़ रूपये की लागत से नवीन महिला छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। महिला छात्रावास बन जाने से प्रदेश भर की दिव्यांग छात्रों को और अधिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के विभिन्न पाठ्यक्रमों बी0टेक0, बी0बी0ए0, एम0सी0ए0 आदि में अध्ययनरत कुल 112 विद्यार्थियों को प्लेसमेंट सेल के माध्यम से विभिन्न कॉरपोरेट कम्पनियों में प्लेसमेंट कराकर एक बड़ी शुरूआत की गई है।

भविष्य में भी इस तरह के प्रयास करके छात्र-छात्राओं को नौकरियों से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित समस्त 16 विशेष विद्यालयों को अपनी उच्च स्तरीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण व्यवस्था सहित कैम्पस की उच्च स्तर प्रबन्ध प्रणाली के लिये वित्तीय वर्ष 2022-23 आई0एस0ओ0 90012015 प्रमाणीकरण प्रदान किया गया है। इन विद्यालयों में गुणवत्तापरक शिक्षा के लिये स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था की गई है।

पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग के गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति हेतु बजट में अतिरिक्त इस वर्ष 435 करोड़ की व्यवस्था की गई है व अन्य कार्यो के लिये 167 करोड़ की बजट में वृद्धि की गई है। शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत अन्य पिछड़े वर्ग के गरीब छात्र व छात्राओं के लिये आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वित्तीय वर्ष 2023-24 में ऐसे छात्रावासों के अनुरक्षण हेतु विशेष प्रयास कर 1.25 करोड़ रूपये की बजट व्यवस्था पहली बार करायी गई है।

पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने कहा कि छात्रों को छात्रवृत्ति मार्च में मिलने के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था इसके दृष्टिगत अब छात्रवृत्ति की उपलब्धता दिसम्बर माह में ही कर दी जायेगी। शादी अनुदान योजना के अन्तर्गत अन्य पिछड़े वर्ग के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की बालिकाओं को 20,000 रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 150 करोड़ रूपये का प्राविधान है जिससे इस वर्ष 75000 लाभार्थी लाभन्वित होंगे।

*यूपी एसटीएफ ने 65 लाख का पकड़ा चरस व अफीम, चार तस्कर गिरफ्तार, यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड में भी करते थे सप्लाई*

लखनऊ। एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10.880 किलो ग्राम चरस व 968 ग्राम अफीम जिसकी अनुमानित मूल्य लगभग 65 लाख रुपये बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सर्वेश कुमार गंगवार पुत्र प्रताप सिंह निवासी ग्राम पुरैनिया, बीसलपुर जनपद पीलीभीत,नेत्रपाल उर्फ नरेष पुत्र राम सिंह, निवासी ग्राम लालकुआं, नैनीताल,असलम पुत्र नूर अहमद निवासी हजियापुर बारादेरी बरेली, अजीज अहमद पुत्र इद्दू निवासी मोहल्ला मिरधान, कस्बा फरीदपुर बरेली है। इनके कब्जे से सात मोबाइल फोन, 6,390 रुपये नकद व दो कारा बरामद किया है।

काफी दिनों से एसटीएफ को मिल रही थी तस्करी की सूचना

विगत काफी दिनों से एसटीएफ यूपी को भारत के विभिन्न राज्यों से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में सत्यसेन यादव ,अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना एकत्र की जा रही थी।बुधवार को निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व मे एक टीम जनपद पीलीभीत में मौजूद थी। इस दौरान टीम को मुखबिर के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अवैध मादक पदार्थ की खेप लेकर बीसलपुर रोड़ पावर हाउस की तरफ आने वाले हैं। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा प्रभारी निरीक्षक बिलसण्डा जनपद पीलीभीत को साथ लेकर बीसलपुर रोड़ पावर हाउस के पास से चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके कब्जे से 10.880 कि0 ग्राम चरस व 968 ग्राम अफीम की बरामदगी हुई।

यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड में भी करते थे सप्लाई

पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है, जो अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करता है। वाहन स्विफ्ट डिजायर नं0 यूपी 76 यू 9819 व यूके 06 एबी 1963 द्वारा नेपाल के गंगालाल बोहरा से चरस व अफीम लगभग 8-10 हजार रूपये की रेट से खरीदकर 20-25 हजार की रेट से फुटकर में इसकी सप्लाई करते है। जनपद पीलीभीत, बरेली, लखीमपुरखरी, शाहजहांपुर साथ-साथ उत्तराखण्ड राज्य में भी कई लोगों को सप्लाई करते हैं। इसके पूर्व में भी कई बार इन्ही गाड़ियाें से चरस व अफीम की सप्लाई करके प्राप्त पैसो से खेत और प्लाट भी खरीद चुके हैं। इस बार भी नेपाल राष्ट्र से अफीम व चरस लेकर आये थे। गिरफ्तार अभियुक्तों विरूद्ध थाना बिलसण्डा पीलीभीत में एनडीपीएस के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

*प्रदेश में अब तक त्रिनेत्र अभियान के तहत तीन लाख 36 हजार लगाए जा चुके हैं कैमरे : डीजीपी*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति तथा अपराध की रोकथाम एवं अपराध होनें पर उसके शीघ्र अनावरण एवं गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिये गये थे ।उक्त निर्देश के अनुपालन में पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा प्रदेश में अपराध एवं कानून व्यवस्था पर नियंत्रण, महिला सुरक्षा, अपराधो का यथाशीघ्र गुणवत्तापूर्ण अनावरण तथा पुलिस के प्रति विश्वास की भावना की वृद्धि के उद्देश्य से 10 जुलाई से प्रदेश में ऑपरेशन त्रिनेत्र अभियान संचालित किया जा रहा है।

जिसके अंतर्गत महत्वपूर्ण चौराहा, तिराहा, पार्क, होटल, गेस्ट-हाउस, ढाबा, स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्री,सर्राफा दूकान, व्यापारिक प्रतिष्ठान, बैंक, ग्राहक सेवा केन्द्र, पेट्रोल पम्प, मोबाइल टॉवर, शराब की दुकानों पर नागरिकों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे है ।कैमरों के लगाये जाने से बहुत सारी घटनाओं को चौबीस से 36 घंटे के अंदर खुलासा किया जा सका है।

महत्वपूर्ण स्थानों पर अधिष्ठापित सीसीटीवी कैमरों की लाइव मॉनीटरिंग सीधे थाने पर स्थापित कन्ट्रोल रूम में एलईडी स्क्रीन व वीडियो वॉल पर देखा जायेगा ।इस अभियान की मॉनीटरिंग के लिए तकनीकि सेवाएं मुख्यालय द्वारा एक पोर्टल बनाया गया है।

उपरोक्त ऑपरेशन की मॉनिटरिंग तकनीकी सेवा द्वारा इस पोर्टल के माध्यम से की जा रही है ।इस अभियान की प्रतिदिन समीक्षा अपर पुलिस महानिदेशक, रेलवेज द्वारा एवं अभियान का प्रतिदिन पर्यवेक्षण स्वयं पुलिस महानिदेशक द्वारा किया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप इस अभियान के सुखद परिणाम सामने आये है।

दस जुलाई के पूर्व पूरे प्रदेश में 73,519 स्थानों पर अधिष्ठापित 93,878 सीसीटीवी कैमरों को रोड साइड फोकस कराया गया (इसमें गोरखपुर जोन के कैमरों की संख्या 46,478 है) । दस जुलाई के पश्चात 24 अगस्त के पूरे प्रदेश में 1,15,846 स्थानों पर 2,42,505 नये सीसीटीवी कैमरों को अधिष्ठापित करवाया गया है ।ऑपरेशन त्रिनेत्र अभियान के अन्तर्गत 23 अगस्त तक 1,89,365 स्थानों पर 3,36,383 सीसीटीवी कैमरों का अधिष्ठापन करवाया जा चुका है ।

ऑपरेशन त्रिनेत्र के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विगत दिनों में कुल 295 घटनाओं का अनावरण किया गया है । जिनमें हत्या की-17, डकैती व लूट की-52, अपहरण की-12, बलात्कार व छेड़खानी की-8, नकबजनी व चोरी की-171 एवं अन्य अपराध की 35 घटनाएं शामिल है।

*विधायक बनकर वसूली करने वाली करते थे वॉकी टॉकी का इस्तेमाल ,राह चलते रौब दिखाकर करते थे वसूली का खेल*

लखनऊ । पुलिस अफसर और विधायक बन उगाही करने वाले शातिर सीयूजी सीरीज का मोबाइल नंबर इस्तेमाल करते थे। ट्रू कॉलर पर एडीजी के नाम से प्रोफाइल बनाई थी।ये नंबर ट्रेस कर सर्विलांस के एक सिपाही ने जब उससे बात की तो उसको अर्दब में लेने का प्रयास किया। जमकर फटकारा और बोला कि सिपाही के पास सरकारी नंबर कैसे है? इससे सिपाही थोड़ा सहमा, लेकिन जब अधिकारियों को इस बारे में बताया तो उनको शक हो गया। जब मोबाइल नंबर की कुंडली निकाली गई तो आरोपी जद में आ गए और दबोच लिए गए।

राह चलते रौब दिखाकर करते थे वसूली का खेल

एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि आरोपी शैलेंद्र कुमार और रविंद्र कुमार लंबे समय से फरार थे। सर्विलांस टीम ने एक सीयूजी सीरीज का नंबर चिह्नित किया। शक था कि ये नंबर आरोपियों में से किसी एक का है। संपर्क किया तो बात रविंद्र ने की और खुद को एडीजी बताया। सिपाही ने सवाल करने शुरू किए तो वह भड़कता रहा। नौकरी से हटवाने की धमकी दे दी। एडीसीपी ने बताया कि तभी शक हो गया था कि ये शातिर शख्स है। मोबाइल नंबर की डिटेल निकाली गई तो प्राइवेट शख्स की आईडी पर मिला। ट्रेस कर पकड़ा गया। एडीसीपी ने बताया कि काफी वर्ष पहले सामान्य लोगों को भी सीयूजी सीरीज के नंबर आवंटित किए जाते थे, ये नंबर आरोपी रविंद्र ने तभी लिया था।

पुलिस कर्मी के करीबी होने के कारण थी इन्हें पूरी जानकारी

एसयूवी में वॉकी टॉकी सिस्टम लगवा रखा था। जब वह चलता था दो-तीन गुर्गे साथ में रहते थे। कभी भी वह टोल नहीं भरता था। उसके गुर्गे वॉकी-टॉकी लेकर उतरते थे। गाड़ी में एडीजी के होने की बात कहकर बैरियर खुलवाते थे। ये सैकड़ों बार किया। आरोपी के पास से पुलिस के कई आईडी कार्ड भी बरामद हुए। आरोपियों के खातों में मोटी रकम मिली है। खाते फ्रीज कराए गए हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह राह चलते भी वसूलते करते थे। सड़क किनारे गाड़ी के भीतर आरोपी बैठे रहते थे। उनके गुर्गे गाड़ियां रुकवाते थे।

आरोपियों के पास से डीजी के सर्कुलर भी बरामद हुए

रविंद्र और शैलेंद्र को पुलिस अफसर बता चेकिंग के नाम पर रकम वसूल करते थे। आरोपियों के पास से डीजी के सर्कुलर भी बरामद हुए। पूछताछ में बताया कि वह इन सर्कुलर को पढ़कर जानकारियां लेते थे। यदि कभी पुलिस वाले से टकरा जाएं तो विश्वास के साथ बात कर सकें। किसी तर्क में न फंसे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कई पुलिसकर्मी आरोपियों के करीबी हैं। जिनसे उनको पूरी जानकारी मिली है। मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिली हैं। कुछ पुलिस अधिकारियों के नंबर व उनसे व्हाट्सएप चैट भी है, जिसकी तस्दीक की जा रही है।

*विशाल मेगा मार्ट में लगी आग से मचा हड़कंप, जान बचाकर भागे लोग*

लखनऊ । राजधानी के विकासनगर थानाक्षेत्र में स्थित विशाल मेगा मार्ट में बुधवार की दोपहर आग लग गई। पहली मंजिल पर लगी आग देखते-देखते तीसरी मंजिल पर पहुंच गयी। आग की लपटों को देखकर वहां पर काम करने वाले कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। जैसे-तैसे जान बचाकर भागना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही आधा दर्जन से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गई। घंटों मशक्कत करने के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू तो पा लिया लेकिन विशाल मेगा मार्ट के अंदर रखे कपड़े जलकर राख हो गये। आग से लाखों का नुकसान बताया जा रहा है।

फायर कर्मियों के अनुसार ट्रांसफार्मर में लगी आग केबिल के माध्यम से विशाल मेगा मार्ट में जा पहुंची और देखते- ही देखते धूं-धूं कर जलने लगा। आग से शो रूम की तीनों फ्लोर पर रखा सामान जल गया। हालांकि गनीमत रही कि पास में पेट्रोल पंप है और दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। आग के दौरान किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि विकासनगर में रिंग रोड पर जगरानी अस्पताल के सामने विशाल मेगा मार्ट दोपहर को आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। आग भीषण होने के कारण फायर बिग्रेड की नौ गाड़ियों को एक के बाद एक को रवाना किया गया। दमकल के पहुंचने पर आग पहले, दूसरे और तीसर फ्लोर तक फैल चुकी थी। अंदर कपड़ा होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और फैलती चली गई। स्टोर में लगी आग से वहां हड़कंप मच गया। स्टोर में मौजूद लोग जान बचाकर भागे।

विशाल मेगा मार्ट में आग लगी देख वहां स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई आग को बुझाने में जुट गए। सूचना पाकर मौके पर विकासनगर पुलिस और दमकल की नौ गाड़ियां पहुंच गईं। सीएफओ ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। आग से किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है पर स्टोर में रखा सामान जल गया। आग लगने के पीछे बताया कि मेगा मार्ट के सामने ट्रांसफार्मर में आग लगी गई थी। केबिल के सहारे आग मेगा मार्ट में फैल गयी।

*फार्च्यूनर गाड़ी पर लाल व नीली बत्ती लगाकर लोगों पर धौंस जमाकर धन उगाही करने वाले गिरफ्तार*

लखननऊ । थाना चिनहट, क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी व साइबर सेल लखनऊ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा वाहन में लाल-नीली बत्ती लगाकर फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर आम जनता से धोखाधड़ी कर धन उगाही करने वाले गिरोह का पदार्फाश करते हुए दो शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक वाहन इनोवा, एक वाहन फार्च्यूनर, छह मोबाइल फोन, कुल 80,000 रुपये नगदी व 33 गड्डी भारतीय रिवर्स बैंक (चिल्ड्रेन बैंक 2000 रुपये का नोट) समेत अन्य प्रपत्र व सामग्री बरामद किया है।डीसीपी पूर्व हृदेश कुमार ने बताया कि राजधानी लखनऊ विधायक बनकर ठगी करने वाले युवक और उसके दोस्त को चिनहट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी तलाश पुलिस काफी दिन से कर रही थी।

इसी क्रम मे मुखबिर खास ने भी सूचना दिया कि जिस मुल्जिम के बारे मे आप लोग वार्ता कर रहे है वह लखनऊ से कार द्वारा सुल्तानपुर की तरफ जाने वाले है इनके पास लाल-नीली लगी बत्ती वाली चारपहिया गाड़ी व एक फार्चूनर गाड़ी जिसमे विधायक लिखा हुआ है। जिसके आधार हम पुलिस वालों द्वारा अहिमामऊ पुल के पास गाड़ाबन्दी कर अर्जुनगंज कैण्ट की तरफ से एक नीली- लाल बत्ती जलती हुई गाड़ी आती दिखायी दी। जिसके पीछे एक अन्य चारपहिया गाड़ी लगी थी। पास आने पर अहिमामऊ के पास दोनों गाड़ियों को रोक लिया गया । जिसमे बैठे अभियुक्त शैलेन्द्र कुमार व रविन्द्र कुमार को पकड़ लिया गया।

लाल-नीली लगी बत्ती इनोवा गाड़ी व फार्चूनर गाड़ी को खुलवा गया तो पी-कैप, बैरेट कैप व डीजी परिपत्र से सम्बन्धित कागजात तथा अन्य पुलिस सम्बन्धी प्रपत्र व सामग्री बरामद हुआ । जिसके सम्बन्ध मे कड़ाई से पूछताछ किया गया तो बताया कि साहब हमलोग कोई पुलिस अधिकारी नहीं है। हम दोनों रियल स्टेट का काम करते है तथा बुजुर्ग किसानों को अपने जाल में फंसाने के लिये तथा आम जनमान में अपना प्रभाव जमाने के लिये यह चिल्ड्रेन बैंक वाली 2000 रुपए की नोट वाली गड्डी दिखाते है व पुलिस अधिकारी का परिचय बताते है ।

गाड़ी में न्यायालय के प्रपत्र व गजट तथा अन्य पुलिस बुकलेट के सम्बन्ध मे पूछताछ किया गया तो बताये कि यह कागज लोगों के बेवकूफ बनाने व अपने को पुलिस अधिकारी साबित करने के लिये दिखाता हूं। इनोवा चारपहिया वाहन में आगे व पीछे कांच पर पुलिस लिखा हुआ व फार्च्यूनर गाड़ी के कांच पर विधायक लिखे होने के सम्बन्ध मे भी पूछताछ किया गया तो बताये कि अपने आप को पुलिस अधिकारी साबित करने लिये व टोल टैक्स पर पैसा बचाने के लिये लिखवाया गया है। बरामद माल व गाड़ी को कब्जे पुलिस मे लेकर दोनों अभियुक्तो को अहिमामऊ लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।

जिनके विरुद्ध पंजीकृत अभियोग व जारी वार के सम्बन्ध मे नियमानुसार विधिक कार्रवाई अमल में लायी जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम शैलेन्द्र कुमार पुत्र रामराज निवासी किराये का मकान नवीन दूबे आम्रपाली बिहार रजनीखण्ड प्लाजा किला चौराहा थाना आशियाना लखनऊ मूलपता ग्राम पसयीपुर थाना चांदा जिला सुल्तानपुर और दूसरे का रविन्द्र कुमार पुत्र रामराज निवासी किराये का मकान नवीन दूबे आम्रपाली बिहार है।

*एसटीएफ ने पकड़ा बीस लाख का गांजा,ट्रक के साथ दो गिरफ्तार,उड़ीसा से लेकर आ रहे थे गांजा की खेप*

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तस्करी के लिए प्रयोग की जा रही एक ट्रक सहित 1.76 कुन्तल मादक पदार्थ गांजा जिसकी अनुमानित मूल्य लगभग 20 लाख रुपए बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम गौरव शर्मा पुत्र जगदीश शर्मा निवासी सैनिक कॉलोनी, जम्मू, जम्मू कश्मीर, कपिल पुत्र बलवीर सिंह निवासी ग्राम उमरा बुर्जुग थाना शिवाला कला जनपद बिजनौर है।

एसटीएफ लखनऊ की एक टीम जनपद मथुरा के थाना क्षेत्र हाइवे में आपराधिक अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से मौजूद थी। इसी दौरान मुखबिर से ज्ञात हुआ कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य अपने सहयोगियों के साथ रायगढ़ा (उड़ीसा) से अवैध मादक पदार्थों की खेप लेकर आयसर ट्रक से मथुरा होते हुये गुडगांव जाएंगे। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा एनसीबी टीम को साथ लेकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से रोक लिया गया।

उक्त ट्रक के केबिन के उपर पर पीछे बनी कैविटी में 1.76 कुन्तल गांजा छिपाया हुआ पाया गया, जिस पर ट्रक सहित दोनो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि बिहार निवासी श्रीकांत ने ब्रहमपुर उडीसा से गाड़ी में गांजा लोड करवाया और गुडगांव निवासी आजम के यहां पहुचाने को कहा और इसके बदले में मुझको 50 हजार रुपए देने की बात हुई थी।

मैं पैसों के लालच में आ गया। गाड़ी के बारे में पूछने पर बताया कि यह गाड़ी आजम उपरोक्त की है और इसमें कैविटी भी आजम ने बनवायी है। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना हाइवे, जनपद मथुरा में दाखिल किया जा रहा है।

*पुलिस महानिदेशक से प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के पदाधिकारियों द्वारा की गयी औपचारिक भेंट*

लखनऊ । पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश विजय कुमार से पुलिस मुख्यालय गोमतीनगर विस्तार में प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग यूपी के पदाधिकारियों द्वारा औपचारिक भेंट की गयी।पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी गयी तथा उन्हें शीघ्र ही कैडर की समस्याओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण हेतु कहा गया।

इस अवसर पर प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग के अध्यक्ष शशि शेखर सिंह,उपाध्यक्ष पूर्णेन्दु सिंह, महासचिव संजय कुमार, कोषाधिकारी विनय चन्द्रा,सचिव अनिरूद्ध सिंह, धर्मेश शाही सहित अन्य पीपीएस अधिकारी उपस्थित रहे।