शारदा मेडिकल में स्वास्तिक डेंटल क्लिनिक का सदर विधायक ने किया उद्घाटन

हजारीबाग शहर के में रोड स्थित शारदा मेडिकल में डॉ.अंबिका गोयल के नवीन स्वास्तिक डेंटल क्लिनिक का उद्घाटन हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल और विशिष्ट अतिथि समाजसेवी श्रद्धानन्द सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

यहां पहुंचने पर विधायक मनीष जायसवाल और श्रद्धानंद सिंह का डॉ.अंबिका गोयल के द्वारा पुष्पगुच्छ भेंटकर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत व सम्मान किया गया। उद्घाटन के बाद विधायक मनीष जायसवाल और श्रद्धानंद सिंह ने डॉ. गोयल के उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की ।

डॉ.अंबिका गोयल ने बताया कि स्वास्तिक डेंटल क्लीनिक में दांत संबंधित सभी समस्याओं तथा बीमारियों का उपचार उचित दर पर अनुभवी डॉक्टर एवं नवीन आधुनिक पद्धति से किया जाएगा।

मौके पर विशेष रूप से मारवाड़ी समाज के पूर्व अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, मारवाड़ी समाज के जिला अध्यक्ष सुमेर सेठी सेठी, चंद्रप्रकाश जैन, विधायक प्रतिनिधि दिनेश सिंह राठौर सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें ।

खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण संबंधी मामले पर जिला प्रशासन गंभीर


उपायुक्त ने जांच कमिटी गठित कर उक्त मामलें की जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का दिया निर्देश

हजारीबाग जिलान्तर्गत खास महाल भूमि से संबंधित लीज भूमि का नवीकरण, नामान्तरण, हस्तानान्तरण आदि कार्यों का निष्पादन किया जा रहा है। इसके साथ-साथ खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण पर भी प्रशासन गंभीर है।

 उपायुक्त नैंसी सहाय ने आदेश जारी कर निर्देश देते हुए कहा है कि उपरोक्त विषय पर जनता दरबार एवं विभिन्न श्रोतों द्वारा ज्यादातर मामलें खास महाल जमीन पर अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण किये जाने की सूचना जिला प्रशासन को प्राप्त हो रही है। साथ ही कुछ मामलों में लीजधारियों / पूर्व लीजधारियों की अनुपस्थिति में वैध दस्तावेज के नहीं रहने के बावजूद भी गैर लीजधारियों द्वारा भूमि पर अवैध निर्माण किये जाने की जानकारी निरंतर प्राप्त हो रही है। 

उक्त परिप्रेक्ष्य में खास महाल पुनग्रहित सरकारी भूमि का संरक्षण तथा लीज पर धारित भूमि पर अवैध कब्जा / अवैध निर्माण को रोके जाने के निर्देश उपायुक्त ने दिए है।

उन्होंने हजारीबाग जिलान्तर्गत खास महाल भूमि पर अतिक्रमण, अवैध कब्जा, अवैध निर्माण आदि की जांच हेतु भूमि सुधार उप समाहर्ता, सदर हजारीबाग की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया है। इस गठित टीम को भूमि से संबंधित उक्त प्रकार के मामले की जांच कर जाँच प्रतिवेदन 15 दिनों के अंदर उपायुक्त को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी, सदर हजारीबाग को गठित कमिटि द्वारा किये जाने वाले कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए है।

दुनियाभर में फिल्म 'जेलर' का जलवा, यूपी पहुंचे मेगास्टार रजनीकांत, सीएम योगी के साथ देखेंगे अपनी मूवी


मेगास्टार रजनीकांत की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'जेलर' पूरी दुनिया में अपना जलवा देखा जा रहा है। उनकी फिल्म दुनियाभर में जबरदस्त कमाई कर रही है। फिल्म के साथ सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2 रिलीज हुई है। लेकिन जेलर की कमाई पर इन दोनों फिल्मों का कोई निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता नजर नहीं आ रहा है। रजनीकांत भी अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। अब वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फिल्म देखेंगे।

फिल्म अभिनेता रजनीकांत शुक्रवार की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पत्रकारों ने जब सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री के साथ फिल्म देखेंगे।वहीं जब पत्रकारों ने उनकी फिल्म जेलर की सफलता को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा कि सब भगवान की कृपा है।

बता दें कि अभिनेता रजनीकांत तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं। वो 18 अगस्त से 20 अगस्त तक यूपी में रहेंगे। इस दौरान अभिनेता अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा अर्चना कर सकते हैं। रजनीकांत इससे पहले साल 2021 में भी उत्तर प्रदेश आए थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कुछ लोकेशन पर अपनी फिल्म की शूटिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ और रजनीकांत दोनों आज मिलकर फिल्म जेलर देख सकते हैं। ये मौका बेहद अलग होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री अक्सर फिल्म नहीं देखते है, ऐसे बहुत कम ही मौके हुए हैं जब योगी आदित्यनाथ फिल्म देखने गए हैं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने पहुंचे थे। इसके लिए लोकभवन में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा है। यह फिल्म लव जेहाद के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। हर सभ्य नागरिक और समाज को इस विकृति के प्रति जागरूक होना होगा।

फिल्म जेलर की बात करें तो ये 10 अगस्त को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इस फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म ने 8 दिनों में दुनियाभर में 470 करोड़ की कमाई कर ली है। ये आंकड़े अपने आप में ही रजनीकांत की लोकप्रियता और उनकी सक्सेस को बयां कर रहे हैं। भारत में भी ये फिल्म अच्छा कर रही है और 235 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

नए वेरिएंट के साथ कोरोना ने दी फिर दस्तक, BA.2.86 को लेकर WHO का अलर्ट


क्या आपने ये मान लिया है कि कोविड खत्म हो गया है, तो आप बिल्कुल गलत हैं। दरअसल कोरोना ने नए वेरिएंट के साथ एक बार फिर दस्तक दी है। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन बीए.2.86 को लेकर 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने चिंता जताई है।यूके में देखे गए एरिस के बाद अब अमेरिका सहित कुछ देशों में नए बीए.2.86 वेरिएंट के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। प्रारंभिक अध्ययनों में दोनों को ही ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक रूप माना जा रहा है, हालांकि इनमें जिस प्रकार के म्यूटेशन देखे गए हैं, वह इनकी अधिक संक्रामकता को लेकर अलर्ट करते हैं।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) ने कहा है कि यह कोरोना के बाकी दूसरे वेरिएंट से ज्याद म्यूट है। बीए.2.86 ओमिक्रॉन के बीए से है। इसका पहला केस इज़राइल में पाया गया था। अब तक यह केवल पांच देशों में पाया गया है - डेनमार्क (2), इज़राइल (1), अमेरिका (1), और यूके (1) में और वेरिएंट के खतरनाक लक्षण दिखाई दिए हैं। जिससे ताजा कोविड की आशंका बढ़ गई है। WHO ने शुक्रवार को कहा कि वे इस समय 3 वेरिएंट्स ऑफ इंटरेस्ट और 7 वेरिएंट्स को निगरानी में ट्रैक कर रहे हैं। 

WHO ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, "डब्ल्यूएचओ ने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण आज कोविड-19 वेरिएंट बीए.2.86 को 'निगरानी के तहत वेरिएंट' के रूप में नामित किया है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 प्रतिक्रिया के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक पोस्ट में कहा, "अभी इसके बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है, लेकिन बड़े उत्परिवर्तन। वेरिएंट को ट्रैक करने/नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी, अनुक्रमण और कोविड-19 रिपोर्टिंग की आवश्यकता है। भले ही कोविड वायरस का प्रसार और विकास जारी है, डब्ल्यूएचओ ने भी बेहतर निगरानी, अनुक्रमण और रिपोर्टिंग करेगी। ऐसा लगता है कि BA.2.86 असली चीज़ है - अब लंदन, इंग्लैंड से भी पता चला है। कुल मिलाकर 5वां मामला।

दुनियाभर में फिल्म 'जेलर' का जलवा, यूपी पहुंचे मेगास्टार रजनीकांत, सीएम योगी के साथ देखेंगे अपनी मूवी


मेगास्टार रजनीकांत की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'जेलर' पूरी दुनिया में अपना जलवा देखा जा रहा है। उनकी फिल्म दुनियाभर में जबरदस्त कमाई कर रही है। फिल्म के साथ सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2 रिलीज हुई है। लेकिन जेलर की कमाई पर इन दोनों फिल्मों का कोई निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता नजर नहीं आ रहा है। रजनीकांत भी अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। अब वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फिल्म देखेंगे।

फिल्म अभिनेता रजनीकांत शुक्रवार की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पत्रकारों ने जब सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री के साथ फिल्म देखेंगे।वहीं जब पत्रकारों ने उनकी फिल्म जेलर की सफलता को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा कि सब भगवान की कृपा है।

बता दें कि अभिनेता रजनीकांत तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं। वो 18 अगस्त से 20 अगस्त तक यूपी में रहेंगे। इस दौरान अभिनेता अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा अर्चना कर सकते हैं। रजनीकांत इससे पहले साल 2021 में भी उत्तर प्रदेश आए थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कुछ लोकेशन पर अपनी फिल्म की शूटिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ और रजनीकांत दोनों आज मिलकर फिल्म जेलर देख सकते हैं। ये मौका बेहद अलग होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री अक्सर फिल्म नहीं देखते है, ऐसे बहुत कम ही मौके हुए हैं जब योगी आदित्यनाथ फिल्म देखने गए हैं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने पहुंचे थे। इसके लिए लोकभवन में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा है। यह फिल्म लव जेहाद के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। हर सभ्य नागरिक और समाज को इस विकृति के प्रति जागरूक होना होगा।

फिल्म जेलर की बात करें तो ये 10 अगस्त को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इस फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म ने 8 दिनों में दुनियाभर में 470 करोड़ की कमाई कर ली है। ये आंकड़े अपने आप में ही रजनीकांत की लोकप्रियता और उनकी सक्सेस को बयां कर रहे हैं। भारत में भी ये फिल्म अच्छा कर रही है और 235 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

अगर आप बदहजमी से है परेशान तो न खाएं ये खाना! बढ़ सकती है अपच की परेशानी...


दिल्ली:आजकल के टाइम में गलत खानपान के कारण हमें पेट से जुड़ी कई तरह के परेशानी से गुजरना पड़ता है। पेट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हमें परेशान करती है. इससे हमें दस्त, ऐंठन, अपच, पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं. ये तब होता है, जब हमारा पाचन तंत्र खराब हो, या फिर आपको पेट से जुड़ी किसी तरह की परेशानी हो. भले ही ये समस्या बेहद ही आम है, लेकिन इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. देखा जाए तो इसके लिए हमारा खान-पान बहुत ज्यादा जिम्मेदार है।

गलत खान-पान से सूजन, दर्द और सीने में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है... तो आइये आपको इस तरह की परेशानी से हमेशा-हमेशा के लिए सुरक्षित रखने के लिए आपको बताएं, आखिर किस तरह के खाने से ये होता है... 

इनसे रहें दूर...

1. मसालेदार भोजन- भले ही स्वाद इसका कितना भी लाजवाब हो, मगर ये शरीर के लिए हानिकारक होता है. इससे आपके शरीर को पाचन तंत्रों से जुड़ी कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि मसालेदार भोजन में कैप्साइसिन जैसे यौगिक होते हैं, जो पाचन तंत्र में जलन पैदा करते हैं, जिससे आपके पेट में अपच के लक्षण पैदा होते हैं. ऐसे में कोशिश करें कि आप मसालेदार खाना कम ही खाएं...

2. तले हुए भोजन- तला हुआ भोजन भी बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. खासतौर पर अगर आप अपच के शिकार हैं, तला हुआ भोजन पेट के लिए काफी भारी हो सकता है. ऐसे में तला हुआ खाना अपच की समस्या खड़ी कर सकता है. तला हुआ खाना पचने में भी काफी लंबा समय लेता है. इससे सीने में जलन सहित अन्य परेशानी बरकार रहती है. 

3. खट्टे फल- खट्टे फल भी अपच की समस्या में इजाफा करते हैं. दरअसल खट्टे फल का रस पेस से जुड़ी समस्या का कारक बनता है. इससे आपके शरीर में दर्द होता है, साथ ही हल्की-फुल्की जलन भी महसूस होती है, जिससे आपको परेशानी होगी.

आस्था: आईए जानते है झारखंड के कुछ ऐसे धार्मिक स्थल जहां होती है हर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी...

झारखंड:-भारत 64 करोड़ देवी-देवताओं की भूमि है ,जो अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। भारत में कई राज्यों में कुछ ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो आज भी रहस्मयी है। आज हम आपको झारखंड के कुछ रहसमयी मंदिरों के बारे में बताएंगे जहा भक्तों की होती हर मनोकामनाएं पूरी।

झारखंड तो ऐसे पर्यटन स्थल और मंदिरों के लिए चर्चा में रहा है।झारखंड में कई ऐसे रहस्यमय मंदिर जहा लोग पूजा कर मन्नत मांगते और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है| 

झारखंड के इन्हीं धार्मिक स्थल और इन्हीं मंदिरों में से कई ऐसे रहस्य में मंदिर है, जिनका इतिहास काफी पुराना है।

आज हम ऐसे ही झारखंड के कई रहस्यमयी और अदभूत मंदिरों के बारे में जानेंगे जिसकी चर्चा झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में होती है।

धर्म और रहस्य में दृष्टि से देखा जाए तो भारत में कई ऐसे मंदिर है, जिनमें कई राज छुपे है। ऐसे ही कुछ मंदिर झारखंड में भी स्थित है| जिनका पुराना इतिहास रहा है। जिसे जानकर आपको हैरानी होगी. तो चलिए जानते है, झारखंड के इन मंदिरों के बारे में..!

झारखण्ड का प्रसिद्ध मंदिर बैद्यनाथ मंदिर

झारखण्ड के 5 सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर में से एक बैद्यनाथ मंदिर है. भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है| ऐसा माना जाता है, कि यहाँ आने वाले हर भक्तों की मनोकामना भोलेनाथ पूरी करते है, यही कारन है की भक्तगण यहां के शिवलिंग को कामना-शिवलिंग भी कहते है| यह भारत के 12 शिव ज्योतिर्लिंग में से एक है।

आमतौर पर भारत के सभी मंदिरों पर मंदिरों के शीर्ष पर देखेंगे तो आपको त्रिशूल लगा दिखता है| लेकिन यहां के बैजनाथ परिसर के सभी मंदिरों पर त्रिशूल के बदले पंचशील लगे है|

हिंदू धर्म में पंचशील को सुरक्षा कवच भी कहा जाता है| ऐसा माना जाता है, कि इसी पंचशील के कारण आज तक मंदिर पर किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा का प्रभाव नहीं पड़ा है।

यहां के मंदिर में 72 फीट ऊंचे शिव मंदिर के अलावा 22 मंदिरों की स्थापन भी की गई है| हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि माता सती का ह्रदय इसी स्थान पर गिरा था. यह भारत का एकमात्र ऐसा स्थान है। जहां ज्योतिर्लिंग के साथ शक्तिपीठ भी है| यही कारण है, कि इस स्थान की महिमा और भी ज्यादा बढ़ जाती है| यहाँ हर वर्ष श्रद्धालु अपनी श्रद्धा दिखाने के लिए उमड़ पड़ते है। शायद इन्ही कारणों से इसे भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में एक भी कह सकते है.

श्रद्धा का केंद्र झारखण्ड का प्रसिद्ध माँ छिन्नमस्तिका मंदिर

रामगढ़ स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से 80 किलोमीटर दूर है| यह मंदिर अपने आप में कई संस्कृति और श्रद्धा को समेटे हुए है|  

मां छिन्नमस्तिका मंदिर को कामनाओं का मंदिर माना जाता है| ऐसा कहा जाता है, कि इस मंदिर का इतिहास 600 वर्ष पुराना है| यह मंदिर जितना अद्भुत है, उतना ही विस्मयकारी भी है| यहां बिना सिर वाली मां की पूजा होती है| इनके अगल बगल में डाकिनी और शकिणी खड़ी है। जिन्हें वे अपना रक्त पान करा रही है। और स्वयं भी रक्तदान कर रही है| उनकी प्रतिमा में देखें तो इनके कटे हुए सर से तीन रक्त की धाराएं निकल रही है।

इतना ही नहीं इनके मंदिर के सामने बली स्थान भी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां हर दिन 150-200 बकरों की बलि चढ़ती है| सबसे अद्भुत बात यह है की, बलि चढ़ने के स्थान पर एक भी मक्खी देखने को नहीं मिलती है| यह एक ऐसा चमत्कार है जिसे जानकर लोग हैरान हो जाते है।

ऐसा कहा जाता है, मां छिन्नमस्तिका मंदिर महाभारत के काल से भी ज्यादा पुरानी है।और यह मंदिर भी झारखंड पांच प्रमुख मंदिरों में शामिल है।

झारखंड के प्रमुख मंदिर देवड़ी मंदिर के बारे में जानकारी

झारखंड के धार्मिक स्थल में से प्रमुख देवड़ी मंदिर भी है, यह मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की आस्था इस मंदिर पर काफी हद तक है| वे जब भी अपने पिछले समय में क्रिकेट खेलने जाते थे, या क्रिकेट खेल कर आते थे, तब वह इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य ही आते थे. धोनी के इस मंदिर में बार बार दर्शन करने आने के कारण इस मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली है। वर्ष 2011 में संपन्न हुए वर्ल्ड कप जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी सबसे पहले देवड़ी मंदिर के दर्शन करने आए थे

इस मंदिर के निर्माण को लेकर यह कहा जाता है, कि मंदिर का निर्माण युद्ध से हार कर लौटते समय केरा नाम के एक मुंडा राजा ने करवाई थी ऐसा कहा जाता है| कि केरा नाम के उस मुंडा राजा ने जब इस मंदिर का निर्माण करवाया तब उसे अपना खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था. भारत के अन्य दूसरे मंदिरों की तुलना में देवड़ी मंदिर की अलग ही विशेषता और खासियत है। 

इस मंदिर की पूजा आदिवासी पुजारियों के द्वारा किया जाता है| इस मंदिर की प्रतिमा की सबसे विचित्र बात यह है| कि अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के 8 भुजा वाले मूर्ति देखने को मिलती है।लेकिन इस मंदिर में 16 भुजाओं वाली माता का मूर्ति है| इस मूर्ति की ऊंचाई साढ़े तीन फीट की है।

राष्ट्रीय ध्वज फ़हराया जाने वाला रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर

रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर समुंद्र तल से 2140 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. पहाड़ी मंदिर को पहले फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, भारत के स्वतंत्रता के पहले इस मंदिर के क्षेत्र पर अंग्रेजों का अधिकार था. अंग्रेज इस स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी को फांसी दिया करते थे, इसलिए इस पहाड़ी को फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की, यह भारत का पहला ऐसा मंदिर है, जहां भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आपको 468 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है| और जब आप इस मंदिर के ऊपर जाएंगे तो रांची का पूरा नजारा देख सकते है|

हजारो वर्ष पुराना मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखण्ड

मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखंड के लातेहार जिले में स्थित है. इस मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है| शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध इस मंदिर में देवियों की मूर्तियां है| ऐसा कहा जाता है, कि जब कोई भक्त इस मंदिर में आकर अपनी मन्नत मांगता है| और उसकी मन्नत पूरी हो जाती है| तो वह भक्त इस मंदिर के परिसर में पांच झंडे गाड़ता है| यह मंदिर हजारों और लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है| लेकिन इसकी मान्यता सभी मंदिरों से अलग है।यह देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां नवरात्र की पूजा 16 दिनों तक होती है।मां उग्रतारा के इस मंदिर की पूजा पद्धति कालिका मार्कण्डेय पुराण से ली गई है।

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना भी है, इतिहास के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में टोरी राज्य के तत्कालीन शासक पीतांबर नाथ शाही ने अपने महल के परिसर में कराया था।

झारखण्ड के प्रसिद्ध मंदिरों में हर वर्ष लाखो श्रद्धालु आते है, इन मंदिरों में इतनी आस्था है की बाहरी राज्य के लोग भी अपनी मनोकामनाए लेकर आते है।

चीनी दूतावास ने की इंडियन कोस्ट गार्ड की तारीफ, जानें आखिर क्या है मामला


भारतीय तट रक्षक बल ने बुधवार यानी 16 अगस्त को अरब सागर के पास से एक चीनी नागरिक की जान बचाई थी। अब चीनी एंबेसी ने इंडियन कोस्ट गार्ड की तारीफ की है।दरअसल, 16 अगस्त यानी बुधवार को मुंबई के पास अरब सागर में एक विदेशी पोत पर सवार गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को समय से इलाज मिल सके, इसके लिए भारतीय तटरक्षक बल ने पूरी ताकत लगा दी थी। जिसके बाद भारत में चीनी दूतावास ने उसके एक नागरिक की जान बचाने के बाद खुलकर भारतीय तटरक्षक बल की तारीफ की है। 

बता दें कि 16 और 17 अगस्त की आधी रात को मुंबई के पास अरब सागर में एक विदेशी पोत पर सवार चीनी नागरिक गंभीर रूप से बीमार था और उसे इलाज की सख्त जरूरत थी। चीनी नागरिक ने सीने में दर्द की शिकायत की थी और लक्षण कार्डियक अरेस्ट के थे। यह उस जहाज पर सवार था जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के रास्ते में था। चीन के इस नागरिक को समुद्र के बीच रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन चलाकर बचाया गया है। इसके लिए भारतीय तटरक्षक बल ने पूरी ताकत लगा दी थी।खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के बीच, भारतीय तटरक्षक दल ने पनामा के झंडे वाली रिसर्च शिप एमवी डोंग फैंग कान टैन नंबर 2 से मरीज को हेलीकॉप्‍टर की मदद से बाहर निकाला। यह रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन अरब सागर के अंदर करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर हुआ। रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन को सीजी एएलएच और सीजीएएस दमन ने अंजाम दिया।

इसके बाद चीनी दूतावास ने एक्‍स (पहले ट्विटर) पर लिखा, मुंबई के पास अरब सागर में एक चीनी नागरिक की सही समय पर और पेशेवर चिकित्सा निकासी के लिए की हम दिल से सराहना करते हैं।ट्विटर पर एक वीडियो भी भारतीय तटरक्षक बल की तरफ से पोस्‍ट किया गया है। इसमें नजर आ रहा है कि एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) एमके-III कैसे नागरिक को समुद्र से बाहर निकाल रहा है। हेलीकॉप्‍टर जहाज के पास आता है और मरीज को गार्ड की मदद से ऊपर उठाया जाता है। तुरंत ही उसे मेडिकल सहायता दी जाती है। साथ ही तट रक्षक मरीज को उसकी सुरक्षा का भरोसा देते हुए भी नजर आते हैं।

लद्दाख में बौद्ध महिला को लेकर भाग गया भाजपा के एक दिग्गज मुस्लिम नेता का बेटा, पार्टी ने किया निष्कासित, मांगा गया था स्पष्टीकरण

लद्दाख में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दिग्गज मुस्लिम नेता को अपने बेटे की हरकतों की सजा मिली है। भाजपा नेता के बेटे ने एक बौद्ध महिला के साथ भागकर शादी कर ली। इसके बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। लद्दाख भाजपा के 74 वर्षीय प्रदेश उपाध्यक्ष नजीर अहमद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। उनका बेटा एक महीने पहले कथित तौर पर एक बौद्ध महिला के साथ भाग गया था।

एक बयान में, भाजपा की लद्दाख इकाई ने कहा कि उसने अपने वरिष्ठ नेता के खिलाफ कार्रवाई की है। पार्टी ने कहा कि कार्रवाई करने से पहले उन्हें "स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया गया था।" कहा जा रहा है कि "उनके बेटे द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में उनकी भी संलिप्तता थी।" जिसको लेकर पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। 

निष्कासन आदेश बुधवार को पार्टी की एक कार्यकारी बैठक के बाद लद्दाख भाजपा प्रमुख फुंचोक स्टैनजिन द्वारा जारी किया गया था। लद्दाख भाजपा अध्यक्ष फुंचोक स्टैनजिन द्वारा बुधवार को जारी आदेश में कहा गया, “नजीर अहमद को उनके बेटे मंजूर अहमद द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में अपनी भागीदारी को स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। इस घटना को लद्दाख के सभी धार्मिक समुदायों द्वारा अस्वीकार्य माना जाता है, क्योंकि यह इस क्षेत्र के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को खतरे में डालता है। इसके परिणामस्वरूप, नजीर अहमद को राज्य उपाध्यक्ष के रूप में उनकी जिम्मेदारियों से तुरंत मुक्त करने और उनकी प्राथमिक सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का निर्णय लिया गया है। ”

संपर्क करने पर नजीर अहमद ने कहा, ''मैं लद्दाख में बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हूं। मैंने थुपस्तान छेवांग, त्सेरिंग दोरजे, डॉ. सोनम दावा और अन्य लोगों के साथ मिलकर काम किया और भाजपा को खड़ा किया, लेकिन आज मैं यह देखकर हैरान हूं कि मुझे अचानक निष्कासित कर दिया गया।"

इस कपल ने एक महीने से अधिक समय पहले शादी की थी और तब से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। निष्कासित भाजपा नेता ने कहा कि उनका परिवार भी बौद्ध महिला के साथ उनके बेटे मंजूर अहमद की शादी के खिलाफ था और उन्हें नहीं पता कि वे पिछले एक महीने से कहां रह रहे हैं। भाजपा के वयोवृद्ध दिग्गज नेता अहमद ने कहा कि वह सऊदी अरब में हज यात्रा पर थे जब उनके बेटे और महिला ने अदालत में शादी कर की।

उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने हमारे खिलाफ जाकर उस लड़की से शादी कर ली। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। पार्टी ने मुझसे मेरे बेटे को खोजने के लिए कहा और मैं तुरंत श्रीनगर गया। उसके दोस्तों से पता पूछा और दिल्ली जाने की योजना बनाई।” उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का पता लगाने के लिए पार्टी से कुछ दिन मांगे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें इसी बीच निष्कासित कर दिया। उन्होंने आगे कहा, “मैं पार्टी का एक वफादार कार्यकर्ता रहा हूं और मैं मोदी जी का मित्र हूं। यह मेरे साथ घोर अन्याय है। मेरे बेटे ने जो किया उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मैं इस फैसले से सचमुच निराश हूं। मेरी पत्नी भी इस शादी से खुश नहीं है। मैं अपनी शिकायत पार्टी आलाकमान तक पहुंचाऊंगा।'' स्टैनजिन का मोबाइल फोन गुरुवार सुबह से लगातार बंद था।

हज़ारीबाग:आत्मा शासकीय निकाय की बैठक सम्पन्न, विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा दिये गये निर्देश


आत्मा शासकीय निकाय के बैठक उपायुक्त नैंसी सहाय की अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक कृषि उन्नति योजना पर विस्तृत चर्चा कर इसके क्रियान्वयन के लिए सहमती दी गई। बताया गया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष लिए 260.76 लाख रूपये की कार्ययोजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है जिसके अन्तर्गत कृषकों का प्रशिक्षण, परिभ्रमण, कृषक वैज्ञानिक अर्न्तमिलन, किसान गोष्ठी, किसान मेला एवं संबंधित कर्मियों का मानदेय भुगतान आदि विषय शामिल हैं।

 खेती की नई तकनिक के एक्सपोजर के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थानों, शोध संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालय आदि के भ्रमण के लिए किसानों को चयन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही मौसम के अनुरूप किसानों को क्षेत्रीय स्तर पर उनके उन्मुखीकरण के लिए कृषक पाठशाला के माध्यम से जागरूक करना और तकनिकी सहायता उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। मौके पर आत्मा कर्मी एटीएम/बीटीएम के हड़ताल अवधि के मानदेय समायोजना संबंधी सभी मामले पर अन्य जिलों के समरूप समायोजन प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया। 

बैठक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत कार्यकारिणी समिति की बैठक में दलहन, तिलहन, मोटे अनाज, पोषक अनाज आदि के उत्पादन, रखरखाव एवं वितरण सहित विभिन्न पहलुओं संबंधी तैयार प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।

 जिसपर समन्वय विचारोपरांत कार्य करने का निर्देश दिया गया। साथ ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत कृषि उत्पादों को बढ़ाने एवं किसानों को कृषि तकनिकी, फर्टीलायजर, सिंचाई व्यवस्था के लिए लक्ष्य के अनुरूप अनुदानित दर पर लाभूकों के चयन के लिए पारदर्शी तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया गया। 

बैठक में उपायुक्त सहित पीडी आत्मा एवं अन्य अधिकारी, कर्मी व प्रगितिशील किसान मौजूद थे।