*सीएम योगी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने काशी में वाई 20 सम्मेलन का किया शुभांरभ*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने 17-20 अगस्त तक होने वाले चार दिवसीय वाई20 सम्मेलन का रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में उद्घाटन किया।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति भारत के पास है। यह युवा शक्ति ही हमारी राष्ट्र शक्ति है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति भारत के पास है। यह युवा शक्ति ही हमारी राष्ट्र शक्ति है। युवा शक्ति ही भारत को दुनिया के सबसे पहले तीन देशों में लाकर खड़ा कर देगी। इसका मुझे पूरा विश्वास है।

आज का युवा केवल युवा नहीं बल्कि आज का नेता है और कल का निर्माता है: सीएम योगी

वाई20 सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- आज का युवा केवल युवा नहीं बल्कि आज का नेता है और कल का निर्माता है। वाई 20 समिट में जो भी चर्चाएं होंगी वह दुनिया के सामने युवाओं को उनकी सकारात्मक ऊर्जा के साथ जोड़ते हुए उनके प्रतिभा का अवसर प्रदान करेगी। युवा शक्ति की प्रतिभा का सम्मान करते हुए आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। वाई 20 का आयोजन देश ही नहीं दुनिया भर के युवाओं के लिए एक नई प्रेरणा का संदेश देगा।

वाराणसी में वाई20 सम्मेलन का आगाज हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 17-20 अगस्त तक होने वाले चार दिवसीय आयोजन का रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में उद्घाटन किया। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे। इस सम्मेलन में जी20 देशों के युवाओं से सीएम योगी रू-ब-रू होंगे।

निदेशक ने पंकज कुमार ने बताया कि वाई20 भी जी20 के आधिकारिक सहभागिता समूहों में से एक है। इसमें जी20 देशों के 600 से अधिक युवा हिस्सा लेंगे। लोकतंत्र और शासन में युवाओं की भूमिका विषय पर विमर्श होगा। जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन दुनिया भर से आए प्रतिभागियों को सहयोग और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करेगा।

युवाओं के लिए विकास का नया मार्ग प्रशस्त होगा। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की तरफ से कराए जा रहे सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं।

*सभी अस्पताल बनाएं समन्वय, मरीजों का रखें ख्याल- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक*

लखनऊ। मरीजों को उच्च श्रेणी की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना शासन की श्रेष्ठ प्राथमिकता है। मरीजों को लेकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध हैं। चिकित्सक बाहर की दवाएं कतई न लिखें। यह निर्देश गुरुवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने एनेक्सी भवन में सभी चिकित्सा संस्थानों के प्रमुख की आहूत बैठक में दिए।

डिप्टी सीएम ने कहा कि अस्पतालों की समस्याओं और कमियों को निदेशक-सीएमएस अपने स्तर से जिम्मेदारी लेकर दूर करें। सभी अस्पताल एक-दूसरे से समन्वय बनाए रखें। यदि कोई सामान्य कमी हो तो दूसरे अस्पताल की सहायता लेकर उसे दूर करें। जो दवाएं जिलों के ड्रग वेयर हाउस में उपलब्ध हैं, उन्हें मरीजों को उपलब्ध कराया जाए। रोगी कल्याण निधि की राशि मरीजों के हित में प्रयोग की जाए। हर महीने अस्पताल के प्रमुख अपने संस्थान की क्रिटिकल परफॉर्मेंस का विश्लेषण करें। केयर एप में हर सोमवार उपकरणों की क्रियाशीलता का डाटा उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों के लिए वेंटीलेटर-आईसीयू की व्यवस्था के लिए सभी चिकित्सा संस्थान आपस में समन्वय स्थापित करें। बैठक में चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिवद्वय पार्थसारथी सेन शर्मा, आलोा

बोर्ड पर दर्ज करें दवाओं की उपलब्धता

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध दवाओं की जानकारी साइन बोर्ड पर दर्ज की जाए। साइन बोर्ड को समय-समय पर अपडेट किया जाए। सभी चिकित्सक अपने पर्चे पर दवाओं का जेनरिक नाम ही लिखें। अस्पतालों में नियमित साफ-सफाई और उनका नियमित रूप से पर्यवेक्षण करें। अस्पताल में रख-रखाव, मरम्मत, रंगाई-पुताई प्राथमिकता से की जाए।

भोजन की गुणवत्ता की हो नियमित जांच

उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आपातकालीन वार्ड में चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त ड्यूटी लगाई जाए। मरीजों के लिए एंबुलेंस, व्हीलचेयर, स्ट्रेचर, आवश्यक दवाइयां, उपकरणों, पंखा-कूलर की व्यवस्था सुनिश्चित करें। आईपीडी वार्ड में जो भोजन उपलब्ध कराया जाता है, उनकी गुणवत्ता की नियमित जांच हो। तीमारदारों का टेस्टीमोनियल रिकॉर्ड रखा जाए।

*मुरादाबाद के बाद अब सम्भल के जिला पंचायत अध्यक्ष को फोन पर जान से मारने की मिली धमकी*

लखनऊ । संभल की जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. अनामिका यादव को फोन पर जान से मारने की धमकी दी गई है। फोन आने के परिजन भयभीत हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के ससुर राजेंद्र सिंह यादव की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मोबाइल राजस्थान का बताया जा रहा है। बुधवार की शाम जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. अनामिका यादव के निजी मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से कॉल आई। फोन रिसीव करने पर आरोपी पहले पूछा, क्या बहन डॉ. अनामिका बोल रही है। हां, जवाब देने पर आरोपी ने दोबारा पूछा, क्या डॉ. अनामिका यादव जिला पंचायत अध्यक्ष संभल बोल रही है। दोबारा हां में जवाब देने पर आरोपी ने धमकी दी।

बोले, तुम्हें व तुम्हारे पति को बिछा दूंगा, हमेशा के लिए सोे जाने के लिए तैयार रहो। यह कहकर आरोपी ने फोन काट कर दिया। स्वयं व पति को जान से मारने की धमकी मिलने पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने तुरंत ही एसपी संभल व डीएम को घटना से अवगत कराया और आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा।

वही जिला पंचायत अध्यक्ष के ससुर राजेंद्र सिंह ने मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वही पुलिस नंबर की जांच पड़ताल में लग गई। जानकारी में आया है कि मोबाइल नंबर राजस्थान का हैं। पुलिस जांच में लग गई। धमकी देने वाले की पहचान का प्रयास कर रही है।

*मुक्त विश्वविद्यालय में हुई कौशल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना,युवाओं के लिए आसान हुई रोजगारपरक कौशल की राह*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में कौशल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विश्वविद्यालय को राजकीय प्रशिक्षण केंद्र के रूप में पंजीकृत किया गया है।

विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष में चलाए जा रहे अभिनव प्रयास व नूतन दिशाएं कार्यक्रम के अंतर्गत आज गंगा परिसर के कमेटी कक्ष में कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों के लिए पंजीयन कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था रोजगार परक व उद्देश्य पूर्ण होनी चाहिए जो युवाओं में सर्जन का संचार करने में सक्षम हो। जिससे वे राष्ट्र के विकास में अपना महत्व योगदान कर सकें।

इसके लिए रोजगार कौशल ढांचा विकसित करना अति आवश्यक है। कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का यह कौशल प्रशिक्षण केंद्र युवाओं को रोजगार पर कौशल प्रदान करने तथा उनको सेवायोजित करने में महती भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास की अवधारणा में शिक्षा, रोजगारपरकता और रोजगार का कौशल प्रबंधन महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव कर्नल विनय कुमार तथा वित्त अधिकारी शशि भूषण सिंह तोमर ने मिशन द्वारा शुरू किए गए कार्यों की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रशिक्षण एवं सेवा स्थापना प्रकोष्ठ के प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा प्रस्तुत की गई। संचालन डॉ सत्येंद्र बाबू एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ संजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया।

इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों के साथ ही विश्वविद्यालय के निदेशक प्रोफेसर पी पी दुबे, प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता, प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी, प्रोफेसर पीके स्टालिन, प्रोफेसर एस कुमार, प्रोफेसर जे पी यादव, डॉ मीरा पाल आदि उपस्थित रहे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी

डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।

*फोरेंसिक विज्ञान संस्थान के छात्रों से मुख्यमंत्री ने किया संवाद, कहा- हर जनपद में और हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क होनी चाहिए*

लखनऊ । कहीं कोई अपराध होता है तो उसकी जांच और रिपोर्ट पूरी होने में महीनों लग जाते हैं। बहुत बार पीड़ित न्याय पाने से वंचित हो जाता है या न्याय की आस में पूरा जीवन ही खत्म हो जाता है।

आवश्यक है कि हम लोग आज अपराध की प्रकृति क्या है और समाज की डिमांड क्या है, उसके लिए खुद को तैयार करें। टेक्नोलॉजी के लिहाज से अगर हम खुद को तैयार नहीं करेंगे तो पिछड़ जाएंगे। हम आम लोगों के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। इसीलिए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि हम लोग उत्तर प्रदेश राज्य फॉरेंसिक विज्ञान संस्थान की स्थापना करेंगे।

प्रसन्नता है कि आज इसका पहला बैच 5 कोर्सेज के साथ शुरू हो रहा है। गृह विभाग के साथ ही संस्थान से जुड़े लोगों को इसे वर्ल्ड क्लास इंस्टीट्यूट के रूप में स्थापित करना है। हम नए कोर्सेज लेकर आएंगे।

फॉरेंसिक से जुड़े टॉप संस्थानों के साथ एमओयू हो रहे हैं। नॉलेज शेयरिंग की जा रही है। अच्छी से अच्छी फैकल्टी का चयन किया जा रहा है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश राज्य फॉरेंसिक विज्ञान संस्थान के प्रथम शैक्षणिक सत्र 2023-2024 के छात्रों से संवाद करते हुए कहीं। इस अवसर मुख्यमंत्री ने संस्थान के समस्त शिक्षकों एवं छात्र व छात्राओं का परिचय भी प्राप्त किया।

सीएम ने फोरेंसिक जैसी तकनीक की वकालत करते हुए कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार आई थी, तब साइबर क्राइम का रेट बढ़ता दिखाई दे रहा था। उस समय ही हमने कहा था कि इसे गंभीरता से लेना चाहिए। आज भी उसके एक्सपर्ट्स की कमी महसूस की जाती है। आज हम मानते हैं कि रेंज नहीं, बल्कि हर जनपद में और हर थाने में साइबर हेल्प डेस्क होनी चाहिए।

साथ ही इसके एक्सपर्ट्स भी होने चाहिए। यही हाल एफएसएल लैब्स का भी है। इनके लिए साइंटिस्ट और टेक्नीशियन की कमी है। ये सिर्फ यूपी नहीं पूरे देश में स्थिति है। आप इस आवश्यकता की पूर्ति का माध्यम बनेंगे। इसके लिए आपको खुद को तैयार करना होगा। साइबर अपराध से जुड़े लोगों से दो कदम आगे सोचने की आदत डालनी होगी।

अपनी दृष्टि को विस्तार देना होगा। अगर आप किसी भी एंटी सोशल, एंटी नेशनल या लॉ एंड ऑर्डर को चुनौती देने वाले किसी भी तत्व से दो कदम आगे सोचने की सामर्थ्य रखते हैं तो आप उसको नियंत्रित कर पाएंगे। यदि दो कदम पीछे हैं तो वह आपको नियंत्रित कर लेगे। आपके सोचने की सामर्थ्य समाप्त कर देगा। इसके लिए निरंतर संस्थान को कार्य करना होगा।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल को दी श्रद्धांजलि*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। सीएम ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ लखनऊ के लोकभवन परिसर में स्थापित अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस मौके पर उन्होंने एक्स पर संदेश देते हुए कहा है कि कर्तव्य के पुनीत पथ को, हमने स्वेद से सींचा है, कभी-कभी अपने अश्रु और प्राणों का अर्घ्य भी दिया है।

किंतु, अपनी ध्येय-यात्रा में हम कभी रुके नहीं हैं, किसी चुनौती के सम्मुख, कभी झुके नहीं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' श्रद्धेय अटल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन!।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया और कहा की उनके नेतृत्व से भारत को बहुत फायदा हुआ है। उन्होंने भारत की प्रगति को बढ़ावा देने और कई क्षेत्रों में इसे 21वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पीएम ने कहा, मैं भारत के 140 करोड़ लोगों की तरफ से अटल जी को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को छह साल तक सफलतापूर्वक गठबंधन सरकार चलाने का श्रेय दिया जाता है। इस दौरान उन्होंने सुधारों को आगे बढ़ाया और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा दिया। 2018 में 93 वर्ष की आयु में वाजपेयी का निधन हो गया था।

*बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने प्रयागराज में बड़े हनुमान जी का किया दर्शन*

लखनऊ । ओलंपिक पदक विजेता भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल बुधवार को संगम नगरी पहुंचीं। उन्होंने त्रिवेणी संगम तट पर पहुंचकर विधि-विधान से पूजा अर्चना की। संगम में सेल्फी लेकर यादें संजोयी। इसके बाद पिता हरवीर सिंह के साथ बड़े हनमुान जी का दर्शन किया।

इसके बाद मंदिर के महंत बलवीर गिरि से मुलाकात की। उन्होंने अंगवस्त्रम, रूदाक्ष की माला व प्रसाद भेंट कर मनोकामनापूर्ति का आशीर्वाद दिया। साइना का दौर व्यक्तिगत है। वह जुलाई 2021 में भी इसी तरह प्रयागराज आयी थीं।

*मथुरा में ढही पुरानी बिल्डिंग, पांच लोगों की दबकर मौत, सीएम योगी ने जताया दुख*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मथुरा नगरी में मंगलवार की शाम बड़ा हादसा हो गया । यहां एक पुरानी बिल्डिंग ढह गई। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल हो गये। जिन्हें आनन-फानन में निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी मिलते ही अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। यहीं मुख्यमंत्री सीएम योगी ने हादसे को संज्ञान में लेते हुए गहरा दुख व्यक्त किया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का आदेश दिया है।

मथुरा-वृंदावन नगर निगम क्षेत्र में करीब 200 से अधिक ऐसी बिल्डिंग हैं, जो जर्जर अवस्था में हैं। इनमें से अधिकांश बिल्डिंग 150 से 200 साल पुरानी हैं। यह बिल्डिंग भूकंप की दृष्टि से तो किसी दशा में सुरक्षित नहीं हैं। इनमें प्राचीन मंदिर भी शामिल हैं। इन बिल्डिंग से होने वाले हादसों को लेकर अधिकारी लापरवाह रहते हैं। किसी हादसे के बाद ही उन्हें इनकी याद आती है। इसके बाद कार्रवाई महज नगर निगम से नोटिस तक सीमित होकर रह जाती है। मथुरा-वृंदावन की इन जर्जर बिल्डिंग के हिस्से आए दिन गिर जाते हैं।

इसमें मथुरा की पुरानी जर्जर बिल्डिंग टीलेनुमा आबादी के बीच स्थित हैं। यहां हादसा होने की दशा में मदद के लिए न एंबुलेंस पहुंच सकती है न कोई और चार पहिया वाहन। वृंदावन में भी ऐसी अनेक बिल्डिंग संकरी गलियों में मौजूद हैं। मंगलवार को हुए इस हादसे से जुड़ा दुसायत मोहल्ला भी बेहद संकरी गली में है। यह रास्ता बिहारी जी के मंदिर को जोड़ता है।हादसा वृंदावन कोतवाली क्षेत्र में बांके बिहारी मंदिर से मजह 200 मीटर दूर स्थित स्नेह बिहारी जी मंदिर के पास हुआ। यहां भगवाला पार्किंग के सामने दूसयात मोहल्ला में बनी पुरानी बिल्डिंग अचानक से धराशायी हो घई। बिल्डिंग गिरने से रास्ते से निकल रहे श्रद्धालु मलबे में दब गए।

हादसा देख मौके पर चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग भागकर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अदिकारी मौके पर पहुंचे। मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकाला गया। उन्हें तत्काल ई रिक्शा की मदद से सौ शैय्या अस्पताल पहुंचाया गया। यहां जाच के बाद डॉक्टरों ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। जबकि कई लोगों का गंभीर हालत में इलाज चल रहा है। मृतकों में गीता कश्यप निवासी कानपुर, अरविंद कुमार निवासी कानपुर नगर, रश्मि गुप्ता निवासी कानपुर, अंजू मुगयी निवासी वृंदावन और एक अज्ञात शामिल है।

*उप निरीक्षक मदन शुक्ला को मिला राष्ट्रपति पदक*

लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर उप निरीक्षक मुनि शुक्ल को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है। मदन शुक्ल वर्तमान में जिला गोंडा में अपर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पेशकार के रूप में तैनात हैं।

उप निरीक्षक मदन शुक्ल को उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार ने चयनित किया था। जिसके बाद स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया।

श्री शुक्ल उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, गोरखपुर, सीतापुर, बस्ती समेत कई जनपदों में सेवा दे चुके हैं।

इससे पहले महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा सराहनीय सेवा पदक उत्कृष्ट पदक समेत कई पदों से सम्मानित किया जा चुका है

*गुमनाम नायकों की गाथाओं को सामने लाएगा मुक्त विश्वविद्यालय- कुलपति*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार को संबोधित करते हुए कहा कि तिरंगा हमारी अस्मिता का प्रतीक है। आज भारत विश्व गुरुबनने की ओर अग्रसर है। यह तभी संभव होगा जब हम अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। हम जहां पर हैं, जिस पद पर हैं, वहां पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्यों का निर्वहन करें।

प्रोफेसर सीमा सिंह ने आजादी के दीवानों को याद करते हुए कहा कि उन्हें यकीं था कि यह जमीं और आसमां हमारा होगा। उनके सपने साकार हुए और आज देश में चारों ओर उत्सव का माहौल है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम का वह दौर बहुत कठिन दौर था। देश को आजाद कराने में जांबाजों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। आज हम उन सब को नमन करते हैं। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

तिरंगा हमारी अस्मिता का प्रतीक- प्रोफेसर सीमा सिंह

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की योजना को साकार करते हुए मानविकी विद्या शाखा के तत्वावधान में वीरों का वंदन तथा मिट्टी एंथम कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

इस अवसर पर गुमनाम नायकों का नमन विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले बलिदानियों का उल्लेख करते हुए कहा कि गुमनाम नायक अब गुमनाम नहीं रह गए बल्कि उनका नाम सामने आ गया है इसलिए अब ऐसे नायकों की वीर गाथा को हमें जनमानस के सामने लाने के लिए कार्य करना है। जिसमें मुक्त विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभाएगा।

कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी ने कुलपति का स्वागत किया। विषय प्रवर्तन डॉ अतुल कुमार मिश्र ने तथा संचालन डॉ स्मिता अग्रवाल ने किया। गोष्ठी का संयोजन डॉ अनिल कुमार यादव तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी, प्रोफेसर पी पी दुबे, प्रोफेसर पीके स्टालिन, प्रोफेसर एस कुमार, प्रोफेसर पी के पांडेय, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता आदि ने कई गुमनाम नायकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।

इसके पूर्व डॉक्टर अब्दुल रहमान, डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, परमानंद उपाध्याय एवं अभिमन्यु ने माटी गीत प्रस्तुत किया। जिन्हें कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने सम्मानित किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने पर मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र को भी कुलपति प्रोफेसर सिंह ने विशेष रूप से सम्मानित किया। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ. प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।