भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रोफ़ेसर लालमोहन प्रसाद सिन्हा का निधन, बीजेपी नेताओं में शोक की लहर

मुजफ्फरपुर : सरैया अजीजपुर निवासी और जैतपुर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल व भारतीय जनता पार्टी मुजफ्फरपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रो लाल मोहन प्रसाद सिन्हा का निधन हो गया है। 

पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे प्रो. लाल मोहन प्रसाद सिन्हा ने आज गुरुवार की सुबह 9 बजे मुजफ्फरपुर के प्रशांत हॉस्पिटल में अंतिम सांस‌ लिया। 

निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को अजीजपुर स्थित पैतृक निवास स्थान पर लाया जाएगा। वही उनके निधन की खबर के बाद बीजेपी में शोक का लहर व्याप्त है। 

उनके निधन पर सांसद अजय निषाद, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रंजन कुमार, विधायक अशोक सिंह, विधायक राजू कुमार सिंह राजू, भाजपा नेता मनीष कुमार, पूर्व मेयर विवेक कुमार आदि ने शोक जताया है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

चांद पर कदम रखने से बस एक कदम दूर है चंद्रयान 3, आज अलग होंगे लैंडर-प्रोपल्शन मॉड्यूल

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के मिसन मून यानी चंद्रयान-3 पर पूरे देश की ही नहीं दुनियाभर की निगाहें लगी हुई हैं। चंद्रयान 3 अब अपनी अंतिम छलांग लगाने को तैयार है। 17 अगस्त यानी आज से इसकी लैंडिंग से जुड़ी प्रक्रिया शुरू होगी।आज एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा। जी हां, अपने चंद्रयान-3 से प्रॉपल्शन और लैंडर मॉड्यूल अलग होगा। वे आगे की यात्रा अलग-अलग करेंगे। प्रॉपल्शन मॉड्यूल चांद की कक्षा में रहेगा। आगे अपना लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कदम बढ़ाएगा।

इंजन फेल होने पर भी होगी लैंडिंग

इसरो द्वारा कहा गया है कि आज यानी 17 अगस्त को लैंडिंग माड्यूल, जिसमें लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान शामिल हैं, प्रोपल्शन माड्यूल से अलग हो जाएंगे। इसके बाद लैंडर-रोवर की गति घटाने का प्रयास किया जाएगा। 23 अगस्त को यान के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी।इसरो प्रमुख एस सोमनाथ का कहना है कि चंद्र मिशन चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। अगर इसका इंजन फेल भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में भी चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग होगी

23 अगस्त को आएगी खुशखबरी

लैंडर के प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने और 100 किमी x 30 किमी की कक्षा में प्रवेश करने के बाद सॉफ्ट लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लगभग 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर चंद्रमा की सतह तक नीचे जाने के लिए अपने थ्रस्टर्स का उपयोग करेगा। सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए इस नाजुक ऑपरेशन के लिए सटीक नियंत्रण और नेविगेशन की आवश्यकता होती है। 23 अगस्त को निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग का उद्देश्य लैंडर और रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थापित करना है।

14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से रवाना होने के बाद चंद्रयान-3 ने तीन हफ्तों में कई चरणों को पार किया। पांच अगस्त को पहली बार चांद की कक्षा में दाखिल हुआ था। इसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रयान-3 ने अलग-अलग चरण में प्रवेश किया।चंद्रयान3 के धरती से चांद तक पहुंचने के अहम चरणः-

-14 जुलाई 2023: इसरो ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. इसी दिन एलवीएम3 एम4 ने चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की यात्रा को शुरू करवाया।

-25 जुलाई 2023: लॉन्चिंग के बाद चंद्रयान-3 ने 4 अलग-अलग मैन्युवर पूरे किए और पृथ्वी की कक्षा को पीछे छोड़ा. इस दौरान चंद्रयान-3 को बड़े-बड़े धक्के दिए गए और उसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर की ओर धकेला गया।

-1 अगस्त 2023: ये तारीख काफी अहम थी, क्योंकि इस दिन चंद्रयान-3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर हुआ और चांद की कक्षा की ओर बढ़ा. यहां चंद्रयान-3 की दूरी 288*369328 किमी. थी।

-5 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने यहां चांद की कक्षा में प्रवेश किया, ये पूरी तरह सफलता पूर्वक हुआ और चांद की कक्षा में अलग-अलग चरणों की शुरुआत हुई।

-9 अगस्त 2023: यहां से अलग-अलग मैन्युवर को परफॉर्म किया गया, यानी चरण दर चरण चंद्रयान-3 को चांद के करीब धकेलने और उसका वजन कम करने का काम किया गया।

-16 अगस्त 2023: चंद्रयान-3 ने अपना आखिरी मैन्युवर पूरा किया. अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद यह सबसे अंतिम मैन्युवर था, जिसके बाद अब पूरी कोशिश सफल लैंडिंग कराने की होगी।

-17 अगस्त 2023: लैंडिंग से जुड़ी अहम प्रक्रिया यहां शुरू होगी, प्रणोदन और लैंडर मॉड्यूल यहां से अलग-अलग होगा. लैंडर यहां से चांद की ओर बढ़ेगा और फिर सॉफ्ट लैंडिंग के अलग-अलग चरण पूरे होंगे।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी डीएम को लिखा पत्र, प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में साफ-सफाई से लेकर खर्च की जान

डेस्क : राज्य के प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में शौचालयों की प्रतिदिन की सफाई सुनिश्चित कराने को लेकर सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिलाधिकारियों को बुधवार को पत्र लिखा है। 

जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में श्री पाठक ने कहा है कि स्कूलों के निरीक्षण में यह बात सामने आई है कि वहां पर शौचालय बने हुए हैं पर अधिकांश उपयोग के लायक नहीं है। इसका मुख्य कारण साफ-सफाई का अभाव है। 

शौचालयों के साथ ही स्कूल परिसर की सफाई की बात उन्होंने अपने पत्र में कहा है। इसके लिए जिला और प्रखंड स्तर पर एजेंसी भी तय कर दी गई है।

जिलाधिकारी इस खर्च को किन-कन मदों से करेंगे, इसकी विस्तृत जानकारी भी श्री पाठक ने अपने पत्र में दी है। इसमें कहा गया है कि खनन सेस के अंतर्गत खान एवं भूतत्व विभाग द्वारा जिलों को दी जाती है। पिछले वर्ष 126 करोड़ इस मद में जिलों को दी गई थी, जिसमें अब भी 77 करोड़ बची हुई है। 

मनरेगा के अंतर्गत स्वच्छता मद से भी राशि प्राप्त की जा सकती है। राज्य में 13 आकांक्षी जिले हैं, इस मद से राशि ली जा सकती है या नहीं, इस पर भी विचार करें। 

इन मदों से कितने शौचालयों की सफाई की जा सकती है, इसे सूचीबद्ध करें। शेष राशि विभाग द्वारा जिलों को उपलब्ध कराया जाएगा।

राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में जातीय गणना की डाटा इंट्री का काम हुआ पूरा, बीजागा एप पर डाटा अपलोड

डेस्क : पटना समेत पूरे प्रदेश में जातीय गणना की डाटा इंट्री का काम पूरा हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आधिकारिक सूत्रों से बुधवार को बताया कि जाति आधारित गणना के दूसरे चरण में प्रगणकों द्वारा एकत्र की गई जानकारियों को बीजागा (बिहार जाति आधारित गणना) एप पर अपलोड कर दिया गया है।

अब इन आंकड़ों का विश्लेषण किया जायेगा। इसके लिए बेलट्रॉन के विशेषज्ञों की सेवा ली जायेगी। 

बीते बुधवार शाम मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने जाति आधारित गणना से जुड़े कार्यों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की और जरूरी निर्देश भी दिये।

जातीय गणना में पटना जिले में 13 लाख 69 हजार से अधिक परिवार चिह्नित हुए हैं। प्रथम चरण की गणना के मुताबिक पटना जिले की जनसंख्या 73 लाख 52 हजार 729 है। इसी आधार पर दूसरे चरण की गणना मोबाइल एप से की गई। 

कुल 17 प्रकार की जानकारियां ली गईं। पटना जिले में 3532 ऐसे परिवार भी शामिल हैं, जिनका कोई स्थायी निवास नहीं है।

राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ की बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश

डेस्क : राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राजभवन में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के सकाथ बैठक की और कई दिशा-निर्देश जारी किए। राजभवन में हुई इस बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू, बिहार के विभिन्न विवि के कुलपति, राज्यपाल सचिवालय के पदाधिकारीगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

स्नातक और स्नात्कोत्तर की लंबित परीक्षाओं का आयोजन जल्द कर उसके परीक्षाफल प्रकाशित करने का निर्देश विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने दिया है। 

बैठक में यह बात सामने आई कि अधिकतर विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं लंबित हैं। कुलाधिपति ने एक-एक कर सभी कुलपतियों से उनके विश्वविद्यालय के पठन-पाठन, लंबित परीक्षाएं, परीक्षाफल समेत कर्मियों और शिक्षकों से संबंधित संबंधित तमाम जानकारी ली। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि विद्यार्थियों को परीक्षाफल समेत सभी आवश्यक प्रमाणपत्र सुविधा से प्राप्त हो, यह सुनिश्चत करें। 

उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो कि विद्यार्थी अपने प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए ही परेशान हो। विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के शिक्षक व कर्मियों के सेवांत लाभ से जुड़े मामले पर भी बैठक में चर्चा हुई। राज्यपाल ने कुलपतियों से कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों और कर्मियों के पेंशन और ग्रेच्युटी का भुगतान समय पर कराएं।

बैठक में नई शिक्षा नीति के चार वर्षीय स्नातक कोर्स पर भी विस्तार से चर्चा हुई। कुलपतियों ने कुलाधिपति को बताया कि इस पर काम हो रहा है। चार वर्षीय स्नातक कोर्स को लेकर छात्रों में किसी प्रकार का संशय न रहे, इसे भी सुनिश्चत करें। सभी को इसकी जानकारी दें। राज्यपाल ने कहा कि पहले की तरह ही तीन वर्ष में स्नातक की डिग्री मिलेगी। वहीं, जो विद्यार्थी चार वर्ष का एडवांस स्नातक कोर्स करना चाहेंगे, वही यह कर सकते हैं।

दिल्ली जाकर पूर्व पीएम वाजपेयी की समाधि स्थल पर सीएम नीतीश के श्रद्धाजंली देने पर शुरु हुई सियासत, बीजेपी ने मुख्यमंत्री पर कसा यह तंज

डेस्क ; आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की 5वीं पुण्य तिथि है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली जाकर उनके समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया। 

पांच साल में यह पहला मौका है जब सीएम नीतीश कुटर ने दिल्ली जाकर उनकी समाधि पर नमन किया है। इससे पहले मुख्यमंत्री उनकी पुण्यतिथि पर पटना में ही उन्हें श्रद्धाजंली अर्पित किया करते थे। इधर सीएम नीतीश कुमार के इस कदम से प्रदेश में सियासत गरम हो गई है। बीजेपी ने नीतीश के दिल्ली आगमन और अटल बिहारी को नमन करने को राजनीतिक हथकंडा बता रही है। 

बिहार भाजपा विधानमंडल दल के नेता व विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी औऱ नरेन्द्र मोदी में विभेद कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी निराशा छिपा रहे हैं। भाजपा पहले वाजपेयी जी औऱ अब मोदी जी के नेतृत्व में देश का विकास कर रही है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आदत रही है कि वह हर किसी को धोखा देते हैं। अब वे ऐसा ही काम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर कर रहे हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी जी ने इन्हें सुशासन बाबू के नाम पर बिहार की बागडोर सौंपी थी। लेकिन इनके पलटीमार स्वभाव के कारण वे भी शर्मसार होते। अपने सभी राजनीतिक गुरुओं को धोखा देने का नीतीश कुमार का पुराना इतिहास रहा है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण से लेकर शरद यादव तक ये बारी बारी से सबको ठगते रहे। जिस जॉर्ज फर्नांडिस ने इनकी राजनीतिक कद को बढ़ाया। उनको भी किनारे लगाने में इन्होंने देरी नहीं की। स्वार्थ औऱ महत्वाकांक्षा के इर्द गिर्द घूमती इनकी राजनीति ने राजनीतिक पंडितों को भी चकित कर दिया है। 

वहीं बीजेपी भाजपा प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह कहा कि नीतीश कुमार ने कितनों को धोखा दिया है। नीतीश तो गैर कांग्रेस वाद के जनक कहे लोहिया जयप्रकाश और जॉर्ज फर्नांडिस साहब को कांग्रेसी गोद में बैठ करके धोखा दे चुके हैं। अब अटल बिहारी वाजपेयी को भी धोखा देने चले हैं। उनके चरणों में बैठकर घड़ियाल आंसू बहाने चले हैं। उन्हें थोड़ा तो शर्म करना चाहिए। 

नीतीश कुमार जो सुशासन का पाठ अटल बिहारी वाजपेयी ने पढ़ाया था उस पाठ को तिलांजलि देखकर नीतीश कुशासन रूपी लालू की गोद में बैठकर भ्रष्टाचार का अमृत भ्रष्टाचारियों को अमृत पिला रहे हैं। ऐसे में अटल बिहारी वाजपेयी के चरणों में बैठकर नीतीश अब जनता को धोखा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश की फितरत रही है कि वे जिनके साथ ही भी रहे हैं सबको धोखा दिया है। तो आप जिनके साथ भी रहे उन सब को दिया है। उन्होंने राजद को भी धोखा दिया और बीजेपी को भी धोखा दिया है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार एक ओर भाजपा के शीर्ष नेता अटल बिहारी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति द्वेष रखते हैं। अगर नीतीश यह समझते हैं कि अटल बिहारी को नमन कर वह भाजपा में फूट डालने की कोशिश करेंगे तो उनका सपना कभी साकार नहीं होगा। नीतीश कुमार को भाजपा के सभी नेता-कार्यकर्ता भलीभांति जानते हैं। साथ ही अगले साल के लोकसभा चुनाव में फिर से भाजपा सरकार बनवाने के लिए सभी भाजपा नेता एकजुटता के साथ पीएम मोदी के साथ खड़े हैं।

विपक्षी गठबंधन 'INDIA' में दरार के संकेत, दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में कांग्रेस, जानें आम आदमी पार्टी का जवाब

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विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में दरार का संकेत मिलने लगे हैं।दरअसल, कांग्रेस दिल्‍ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने बुधवार को बताया कि उनकी पार्टी राजधानी दिल्ली में सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में तीन घंटे चली बैठक में ये फैसला लिया गया है। कांग्रेस के फैसले बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय कर लिया है तो ‘इंडिया’ गठबंधन की मीटिंग में जाने का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस का दिल्‍ली की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला गठबंधन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।

कांग्रेस हाईकमान ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और दीपक बारवरिया सहित अन्य नेता मौजूद थे।

 इस बैठक के बारे में कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने विस्तार से बताया। आम आदमी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर अलका लांबा ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। आगे की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है। हालांकि, उन्होंने ये साफ कर दिया कि कांग्रेस की तैयारी दिल्ली के सभी सात लोकसभा सीटों पर होगी।

दिल्ली से पहले लोकसभा चुनाव को लेकर 18 राज्यों की मीटिंग हो चुकी है

अलका लांबा ने कहा कि तीन घंटे की मीटिंग की शुरुआत संगठन को लेकर हुई। संगठन की कमजोरियां क्या हैं, उस पर कैसै काम किया जाए , इस पर सुझाव आए कि हम कैसे उसको मजबूत कर सकते हैं। दूसरा सुझाव ये आया कि लोकसभा 2024 की तैयारियां हमें करनी हैं। दिल्ली से पहले लोकसभा की तैयारियों को लेकर 18 राज्यों की मीटिंग हो चुकी है, दिल्ली 19वां राज्य था।

आप का जवाब

कांग्रेस की इस घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि हमारा केंद्रीय नेतृत्व इस पर निर्णय करेगा। हमारी राजनीतिक मामलों की समिति और I.N.D.I.A. गठबंधन एक साथ बैठक करेंगे और इस (चुनावी गठबंधन) पर चर्चा करेंगे

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की 5वीं पुण्यतिथि पर बीजेपी जिला कार्यालय में श्रद्धांजली सभा का हुआ आयोजन, नेताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यारपर्ण

मुजफ्फरपुर : सुशान की अवधारणा को घरातल पर उतारने वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 5वीं पुण्यतिथि पर भाजपा ने उन्हें याद किया और उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों, भाजपा की रीति नीतियों को आम जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।

इस क्रम में जूरन छपरा स्थित भाजपा के जिला कार्यालय में आयोजित श्रध्दांजलि सभा में उनके तैलचित्र पर पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेई व्यक्तित्व व कृतित्व पर आधारित संगोष्ठी में वक्ताओं ने उनके जीवनी पर प्रकाश डाला।

मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि"भारतीय राजनीति के अजातशत्रु श्रद्धेय अटल जी ने विचारधारा व सिद्धांतों पर आधारित राजनीति के सबसे उच्च मानक स्थापित किए। राष्ट्रसेवा की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से एक तरफ उन्होंने सुशासन की नींव रखी तो दूसरी ओर उन्होंने पोखरण से पूरे विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय कराया। 

कहा कि भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के रूप में देश के आर्थिक विकास और गरीब वर्ग के सामाजिक कल्याण के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। चाहे विपक्ष के नेता के रूप में संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि हों या उसके बाद भारत के प्रधानमंत्री, अटल जी ने विदेश और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का मजबूती से पक्ष रख कर दुनिया में भारत की एक अलग छवि बनाने और मान बढ़ाने का काम करते रहे। 

उन्होंने कहा अपने नाम के अनुरूप अटल जी के व्यक्तित्व एवं उनके अटल इरादे ने भारत में नए राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। उनके किए महान कार्य हमेशा राष्ट्र के बीच अमर रहेंगे और गरीब कल्याण के प्रति उनका समर्पण सदैव हमारा पथ प्रशस्त करेगा।

वहीं सांसद अजय निषाद ने कहा कि सबके चहेते और विरोधियों का भी दिल जीत लेने वाले बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अटल बिहारी वाजपेयी जी का सार्वजनिक जीवन बहुत ही बेदाग और साफ-सुथरा था। इसी बेदाग छवि और साफ-सुथरे सार्वजनिक जीवन की वजह से अटल बिहारी वाजपेयीजी का हर कोई सम्मान करता था। उनके विरोधी भी उनके प्रशंसक थे। उनके लिए राष्ट्रहित सदा सर्वोपरि रहा, तभी उन्हें राष्ट्रपुरुष कहा जाता था। 

कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी की बातें और विचार सदैव तर्कपूर्ण होते थे और उनके विचारों में जवान सोच झलकती थी। यही झलक उन्हें युवाओं में लोकप्रिय बनाती थी, वे जब भी संसद में अपनी बात रखते थे, तब विपक्ष भी उनकी तर्कपूर्ण वाणी के आगे कोई कुछ बोल नही पाता था। निश्चित रूप से उनके नेतृत्व ने हमारे देश की प्रगति को बढ़ावा देने और कई क्षेत्रों में इसे 21वीं सदी में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णुकांत झा ने कहा कि राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त, ना जाने कितनी ही उपाधियों से पुकारे जाने वाले 'भारत रत्न' पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी सही मायने में 'भारत रत्न' थे। इन सबसे भी बढ़कर अटल जी एक अच्छे इंसान थे, जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर राजनीति की और 'जनता के प्रधानमंत्री' के रूप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी। कहा कि अटल जी अपनी तर्कपूर्ण वाणी और कविताओं के जरिए सामाजिक बुराइयों पर प्रहार करते रहे।

भारत की राजनीति में मूल्यों और आदर्शों को स्थापित करने वाले राजनेता और प्रधानमंत्री के रूप में अटल बिहारी वाजपेयीजी का काम बहुत शानदार रहा। उनके कार्यों की बदौलत ही उन्हें भारत के ढांचागत विकास का दूरद्रष्टा कहा जाता है।

संगोष्ठी में अटल जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर पूर्व मंत्री अजीत कुमार, विधायक केदार प्रसाद गुप्ता, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, वरिष्ठ नेता मनोरंजन शाही, रविन्द्र प्रसाद सिंह जिला उपाध्यक्ष मनीष कुमार एवं पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष उमेश पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभा का संचालन जिला महामंत्री प्रभु कुशवाहा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन जिला मंत्री धनंजय झा ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला महामंत्री सचिन कुमार, धर्मेंद्र साहू जिला उपाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद शंभू, अंकज कुमार, राम नरेश मालाकार, जिला मंत्री नचिकेता पांडे, मोर्चा अध्यक्ष विकाश गुप्ता आदित्य, विजय पांडे, भारत रत्न यादव, मोर्चा प्रभारी रवि रंजन शुक्ला, मीडिया प्रभारी आशीष श्रीवास्तव सहित मनोज कुमार पिंटू, संजय चूड़ीवाल, डॉ. अशोक शर्मा, अंजू रानी, रूपेश कुमार भारतीय, ओम प्रकाश कुमार, बॉबी कुमारी, अमित सिंह राठौर, मुकुल सिंह, लखन लाल रमन, मनीष कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, दिलीप सिंह, आनंद राठौर, दीपक कुमार, आदित्य कश्यप, शांतनु शेखर, धीरज कुमार, भूपाल भारती, परशुराम मिश्रा, सुकेश कुमार आदि मौजूद थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर जिला स्थापना दिवस के खोजकर्ता अशोक भारती को मंत्री जितेन्द्र कुमार राय ने पुरस्कार और स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित

मुजफ्फरपुर : जिले के स्थापना दिवस के खोजकर्ता अशोक भारती को सम्मानित किया गया है। 

बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेन्द्र कुमार राय ने 11/- ग्यारह हजार का पुरस्कार जिला प्रशासन की ओर से प्रदान किया। वहीं उन्होंने अशोक भारती को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भी देकर सम्मानित किया।

बताते चले कि पहली जनवरी 2023 से मुजफ्फरपुर जिला का स्थापना दिवस मनाया जाना प्रारंभ हुआ है। जिसकी खोज 15 वर्षों से अनेक जिलाधिकारियों द्वारा की जाती रही है। 

इस जिला का 150वां स्थापना दिवस नये साल में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाना भी श्री भारती के प्रयास से संभव हो सका है। 

अशोक भारती को पुरस्कार मिलने पर साहित्यकार पत्रकार कवि एवं अधिवक्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अधिवक्ता को हथकड़ी लगाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, राज्य मानवाधिकार आयोग को मामले में कार्रवाई करने का दिया निर्देश


मुजफ्फरपुर : जिले के अधिवक्ता हरे कृष्ण कुमार उर्फ माधव को हथकड़ी लगाये जाने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। 

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले में कार्रवाई करते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग को मामले की जाँच करने का निर्देश दिया है। 

विदित हो कि अधिवक्ता को गायघाट थाने की पुलिस द्वारा थाना हाजत में काफी बेरहमी से मारा - पीटा गया तथा हथकड़ी लगाकर उन्हें कोर्ट लाया गया।

 

मामले के सम्बन्ध में मानवाधिकार अधिवक्ता एस के. झा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा उठाए गए कदम को सराहनीय बताते हुए कहा कि भारतीय संविधान व सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हथकड़ी पर रोक लगाए जाने के बावजूद एक अधिवक्ता को हथकड़ी लगाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना मानवाधिकार उल्लंघन के अतिगंभीर श्रेणी का मामला है तथा संविधान की अवमानना है। 

हमें पूर्ण विश्वास है कि राज्य मानवाधिकार आयोग द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।

मुजफ्फरपुर से संतोष त

िवारी