पीएम मोदी ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर में लगाया तिरंगा, लोगों से भी की ऐसा करने की अपील

पीएम मोदी सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी प्रोफाइल तस्वीर बदल दी है और अपने सोशल मीडिया अकाउंट में अपनी प्रोफाइल पर `तिरंगा` लगा दिया है। इसके साथ ही पीएम ने लोगों से 2 से 15 अगस्त के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अपने अकाउंट पर झंडा लगाने का आग्रह भी किया है।

 आगामी 15 अगस्त को पूरा देश आजादी की 75वीं वर्षगांछ मनाने जा रहा है। अजादी के 75 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आजादी की अमृत महोत्व मनाने की तैयारियां चल रही हैं। इस बार 15 अगस्त को खास तरह से सेलीब्रेट करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी क तैयारियां कर रहे हैं।

कहा कि जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हमारा देश हर घर तिरंगा, हमारे तिरंगे को मनाने के लिए एक सामूहिक आंदोलन के लिए पूरी तरह तैयार है। मैं अपनी सोशल मीडिया पर फोटो बदल रहा हूं और आपसे भी यही करने का आग्रह करता हूं।

पिंगली वेंकय्या को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने आज पिंगली वेंकय्या को श्रद्धांजलि भी अर्पित की है। एक दूसरे ट्वीट में पिंगली वेंकय्या को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम ने लिखा कि, "मैं महान पिंगली वेंकय्या को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देता हूं। हमारा राष्ट्र हमें तिरंगा देने के उनके प्रयासों के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा, हमें बहुत गर्व है। तिरंगे से ताकत और प्रेरणा लेते हुए हम राष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहें।

मन की बात में की थी तिरंगा फहराने की अपील

31 जुलाई को अपने मासिक रेडियो संबोधन 'मन की बात' में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, "आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक एक विशेष आंदोलन 'हर घर तिरंगा, हर घर तिरंगा' का आयोजन किया जा रहा है। इस आंदोलन का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक आप अपने घर पर तिरंगा फहराएं या इससे अपने घर को सजाएं। 

"मेरा यह भी सुझाव है कि 15 अगस्त तक हम सभी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर्स में तिरंगा लगा सकते हैं। 2 अगस्त का हमारे तिरंगे से विशेष संबंध है। यह दिन पिंगली वेंकैया जी की जयंती है, जिन्होंने डिजाइन किया था। तिरंगा हमारा राष्ट्रीय ध्वज है।

कनाडा में खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की, द आस्ट्रेलिया टुडे' ने खालिस्तानियों की करतूत का एक वीडियो भी किया ट


कनाडा में खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की है और भारतीय समुदाय के बीच डर पैदा करने के लिए कनाडा-संयुक्त राज्य अमेरिका की सीमा पर फ्रेजर नदी के दक्षिण में स्थित सरे शहर के एक मंदिर के मुख्य द्वार पर पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में हरदीप निज्जर की हत्या पर जनमत संग्रह कराने की बात कही गई है। 'द आस्ट्रेलिया टुडे' ने खालिस्तानियों की करतूत का एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें दो नकाबपोश खालिस्तान समर्थकों को मंदिर के प्रवेश द्वार पर पोस्टर चिपकाते हुए देखा जा सकता है।

पोस्टर पर लिखा गया है कि 18 जून को हुई हत्याकांड में भारत की भूमिका की जांच पर खालिस्तान समर्थक जनमत संग्रह कराने जा रहे हैं। पोस्टर पर जतिंदर हरदीप सिंह निज्जर की तस्वीर लगाकर उसे शहीद बताया गया है।

बता दें कि 18 जून को कनाडा में खालिस्तान समर्थक उग्रवादी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे भारत सरकार ने डेजिग्नेटेड आतंकी घोषित किया था। हाल ही में भारत सरकार ने 41 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें हरदीप निज्जर का भी नाम शामिल था।

सरे शहर में ही निज्जर को गोली मारी गई थी। वह कनाडा के सिख संगठन सिख फॉर जस्टिस से जुड़ा हुआ था। निज्जर पंजाब के जालंधर जिले का रहने वाला था। वह पिछले कई सालों से कनाडा में रह रहा था और खालिस्तान आंदोलन को हवा दे रहा था।

गुवाहाटी के बामुनिमैदाम इलाके में बीजेपी नेत्री की प्राइवेट फोटो लीक होने पर नेत्री ने की आत्महत्या, घटना की पुलिस कर रही जांच

भाजपा नेत्री की प्राइवेट फोटो सेाशल मीडिया पर लीक होने के बाद आत्महत्या कर ली, नेत्री की लाश उसके घर में मिली है। घटना शुक्रवार रात गुवाहाटी के बामुनिमैदाम इलाके में हुई। मृतक की पहचान राज्य भाजपा की प्रमुख सदस्य इंद्राणी तहबिलदार के रूप में हुई है।

बता दें कि इंद्राणी तहबिलदार ने चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष का पद संभाला था और वह किसान मोर्चा में भी थीं। बताया जा रहा है कि इंद्राणी तहबिलदार एक अन्य भाजपा नेता के साथ विवाहेतर संबंध में थीं, जो उनके घर किराएदार के रूप में रहता था, कुछ तस्वीरें हाल ही में ऑनलाइन लीक हो गईं।

बताया जा रहा है कि बीजेपी नेत्री ने अपनी अंतरंग तस्वीरें सार्वजनिक होने के बाद यह कदम उठाया। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है, इसे अप्राकृतिक मौत माना गया और जांच शुरू कर दी गई है। भाजपा नेत्री इंद्राणी तहबिलदार की लाश को पोस्टमाॅर्टम के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज भेज दी गई है।

*यूपी एटीएस का खुलासा: स्वतंत्रता दिवस पर हिजबुल और जैश ने रची थी हमले की साजिश, पूछताछ में खुले राज

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और जैश ए मोहम्मद ने यूपी में आतंकी हमले की साजिश रची थी। इसका खुलासा एटीएस की गिरफ्त में आए हिजबुल के संदिग्ध आतंकी अहमद रजा से पूछताछ में हुआ है। उसने बताया कि वह अपने साथी के साथ मिलकर स्वतंत्रता दिवस पर किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। हमला कहां होना था, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। एटीएस अहमद रजा के साथियों की तलाश में पश्चिमी उप्र के कई जिलों में छानबीन कर रही है।

एटीएस की जांच में सामने आया है कि अहमद रजा जैश ए मोहम्मद के पाकिस्तानी आतंकी वलीद के संपर्क में था। वालिद के कहने उसने एक ऑटोमेटिक पिस्टल भी खरीदी थी। एटीएस ने इस पिस्टल को मुरादाबाद से बरामद कर लिया है। वह हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर बॉय बुरहान वानी व जाकिर मूसा से प्रेरित था और उनको अपना आदर्श मानता था। उसके मोबाइल से जिहादी गतिविधियों से संबंधित वीडियो, फोटो और व्हाट्सएप व फेसबुक मैसेंजर चैट मिली है। इसमें अहमद रजा के पाकिस्तानी व अफगानी आतंकियों के संपर्क में होने और हथियारों की ट्रेनिंग लेने की पुष्टि हुई है। उसके मोबाइल में मुजाहिदीनों के लिये हथियारों की व्यवस्था करने की चैट व फोटो भी मिली है। वह तालिबानी सेना की स्पेशल फोर्स बदरी 313 कमांडो शाखा में शामिल होना चाहता था।

डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि जांच के दृष्टिगत गोपनीय सूचनाओं को साझा नहीं किया जा सकता है। वहीं स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश में अलर्ट घोषित किया गया है। संवेदनशील धार्मिक स्थलों और सरकारी इमारतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

आतंकी संगठनों के कमांडर के संपर्क में था फिरदौस

वहीं दूसरी ओर एटीएस की गिरफ्त में आए कश्मीर के अनंतनाग निवासी हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी फिरदौस ने पूछताछ में बताया कि वह हिजुबल मुजाहिदीन व जैश ए मोहम्मद के पाकिस्तानी कमांडरों के लगातार संपर्क में है। उसका सगा चाचा गुलाम अहमद डार मुजाहिदीन था, जो वर्ष 1994 में सेना के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। वह अपने चाचा से प्रेरित था और जाकिर मूसा को अपना आदर्श मानता है। उसके मोबाइल से जाकिर मूसा का फोटो व अन्य जिहादी विडियो मिले हैं, जिसमें आतंकवादियों की शहादत का गुणगान किया गया है। ध्यान रहे कि फिरदौस ने ही मुरादाबाद निवासी अहमद रजा को बुलाकर अनंतनाग की पहाड़ियों मे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी।

तिरंगा यात्रा पर भी रहेगी पैनी नजर

स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। राजधानी में होने वाले महत्वपूर्ण आयोजनों में एंटी सबोटाज चेकिंग के अलावा एटीएस के कमांडो तैनात किए जाएंगे। इस अवसर पर तिरंगा यात्रा का आयोजन भी किया जाता है। आयोजकों के साथ वार्ता कर सुनिश्चित कराया जा रहा है कि कहीं कोई असामाजिक तत्व इसकी आड़ में गड़बड़ी न फैला सके। वहीं सुरक्षा के दृष्टिगत दिल्ली समेत अन्य पड़ोसी राज्यों के साथ भी समन्वय स्थापित किया गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत 248 कंपनी पीएसी, सात कंपनी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल और तीन कंपनी एसडीआरएफ तैनात की गई है।

मणिपुर मुद्दे पर भाजपा के सहयोगी दल नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद ने कहा, केंद्र सरकार ने बांधे हमारे हाथ, प्रधानमंत्री मणिपुर पर ध्यान नहीं दे रह

मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेर रखा है। वहीं, अब भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल भी सवाल उठाने लगे हैं। नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद ने ऐसा ही एक बयान दिया है। इस सांसद का नाम है लोरहो पफोज। पफोज ने कहा है कि हम संसद में मणिपुर पर अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन इसके लिए उन्हें इजाजत नहीं मिली। केंद्र सरकार ने हमारे हाथ बांध रखे थे। एनपीएफ सांसद ने कहा कि हम भले ही भाजपा के सहयोगी हैं, लेकिन अपने लोगों की आवाज तो हमें उठानी ही होगी। गौरतलब है कि मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष संसद में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। इस दौरान कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने सरकार को जमकर घेरा था।

राहुल गांधी की तारीफ

इस दौरान एनपीएफ सांसद पफोज ने राहुल गांधी की काफी तारीफ की। लोरहो पफोज ने कहा कि यह सही है कि भाजपा मणिपुर के विभिन्न इलाकों में काफी काम किया है। इसके बावजूद ताजा मामले को गलत तरीके से हैंडल किया गया है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के सहयोगी हैं, इसलिए हमें कुछ आदेश मानने होंगे। राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए लोरहो पफोज ने कहा कि राहुल गांधी विपक्ष से हैं, इसके बावजूद वह जिस तरह से मणिपुर आए और उन्होंने लोगों से भेंट की, इस बात ने मुझे काफी प्रभावित किया।

पीएम को जाना चाहिए

सिर्फ इतना ही नहीं, एनपीएफ सांसद ने मणिपुर के मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से भी नाराजगी जताई है। लोरहो पफोज ने कहा कि प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए और लोगों के जख्मों पर मरहम लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मणिपुर पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं और मैं इस बात से काफी नाराज हूं। पफोज की नाराजगी यहीं नहीं थमी। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने बीरेन सिंह को बचाया है। उन्होंने इस बात पर भी नाखुशी जताई। बता दें कि इससे पहले भी फोज बीरेन सिंह पर निशाना साध चुके हैं।

तमिलनाडु के ऊटी के पास मुथुनाडु गांव में टोडा आदिवासी समुदाय के सदस्यों के साथ एक आदिवासी नृत्य करते नजर आए राहुल गांधी, सामने आया Video

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समय तमिलनाडु और केरल राज्यों की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्हें आज शनिवार (12 अगस्त) को तमिलनाडु के ऊटी के पास मुथुनाडु गांव में टोडा आदिवासी समुदाय के सदस्यों के साथ एक आदिवासी नृत्य में भाग लेते देखा गया। सामने आए एक वीडियो में राहुल गांधी को स्थानीय लोगों की पोशाक पहने देखा गया।

बता दें कि, राहुल गांधी आज सुबह दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट से कोयंबटूर पहुंचे। आगमन पर उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड का भी दौरा किया। 'मोदी' उपनाम मामले में दोषी ठहराए जाने पर सुप्रीम कोर्ट के स्थगन आदेश के बाद लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में बहाल होने के बाद यह उनकी वायनाड की पहली यात्रा है। राहुल गांधी के वायनाड दौरे के बारे में बोलते हुए, केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष वीटी सिद्दीकी ने पहले कहा कि, "राहुल गांधी 12 अगस्त को वायनाड आएंगे। हम उनके लिए गर्मजोशी से स्वागत की व्यवस्था करने जा रहे हैं और तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी है। जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक कल होगी। इसमें 12 और 13 अगस्त को राहुल गांधी मौजूद रहेंगे।"

बता दें कि, इससे पहले राजस्थान में अपनी आदिवासी आउटरीच रैली के दौरान, राहुल गांधी ने राजस्थान सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की प्रशंसा की थी और कहा था कि, "जहां कांग्रेस एकजुट होने का काम करती है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नफरत फैलाने और बांटने का काम करती है। भाजपा की विचारधारा ने मणिपुर में आग लगा दी है। लोग मारे जा रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है, अगर पीएम मोदी चाहें तो आग को दो-तीन दिन में बुझाया जा सकता है, लेकिन वह आग को भड़काए रखना चाहते हैं।' बता दें कि, कांग्रेस सांसद सितंबर में यूरोप के दौरे पर भी जाएंगे जहां वह यूरोपीय संघ के सांसदों और भारतीय प्रवासियों के सदस्यों से मुलाकात करेंगे।

रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड में हुए भूस्खलन हादसे में लापता दो लोगों के शव और बरामद, 16 की तलाश में रेस्क्यू अभियान जारी

 रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड भूस्खलन हादसे में लापता 18 लोगों में से आज शनिवार को दो शव बरामद हुए हैं। इनमें से एक शव महिला का और एक युवती का है, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। बीते 3 अगस्त की रात्रि लगभग 11.30 बजे गौरीकुंड डाटपुल के समीप भारी भूस्खलन से हाईवे किनारे बनी तीन दुकानें भी बह गई थी जिसमें 23 लोग बह गए थे। जिनकी तलाश में गौरीकुंड में रेस्क्यू अभियान जारी है। 

वहीं गौरीकुंड भूस्खलन हादसे में लापता नेपाली मूल के 14 लोगों के बारे में जिला प्रशासन ने नेपाल दूतावास से भी उनके बारे में जानकारी मांगी है। साथ ही पुलिस से भी यात्रा के दौरान बाहरी लोगों के सत्यापन के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। भूस्खलन हादसे के छह दिन बाद भी नेपाली मूल व अन्य सहित कुल 20 लोगों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया।

मलबे में दबी कार, पांच की मौत

वहीं रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को आए मलबे में दबी कार में पांच लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर से पांचों के शव बरामद किए गए हैं। राजमार्ग का 80 मीटर से अधिक हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त है। इस कारण दूसरे दिन भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है।

शुक्रवार सुबह छह बजे से ही राजमार्ग पर भूस्खलन प्रभावित हिस्से में मलबा सफाई का काम शुरू हो गया था। दोनों तरफ से जेसीबी मशीनों से मलबे के साथ भारी बोल्डरों को तोड़कर साफ किया जा रहा था। शाम पांच बजे मलबा हटाते समय एक वाहन भी दिखाई दिया। एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने प्रभावित हिस्से में रेस्क्यू शुरू करते हुए मलबे की सफाई कर वाहन को निकाला। बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कार के अंदर से पांच शव बरामद किए गए।

हिट एंड रन के मामलों में 10 साल की जेल, जानिए, हादसों में होने वाली मौतें रोकने के लिए केंद्र सरकार ने किया प्रावधान

 हिट-एंड-रन मामलों पर अंकुश लगाने के प्रयास में, सरकार ने देश में आपराधिक कानूनों में बदलाव के तहत एक नया प्रावधान प्रस्तावित किया है। भारतीय दंड संहिता (IPC) को प्रतिस्थापित करने के लिए लाइ गई भारतीय न्याय संहिता (BNS) की एक धारा, उन ड्राइवरों के लिए 10 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान करती है जो दुर्घटना के बाद घटनास्थल से भाग जाते हैं या पुलिस या मजिस्ट्रेट को घटना की रिपोर्ट करने में विफल रहते हैं। 

प्रस्तावित कानून की धारा 104(2) कहती है कि, 'जो कोई लापरवाही से या गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में आने वाला कोई भी काम करके किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनता है और घटना स्थल से भाग जाता है या घटना की रिपोर्ट, पुलिस अधिकारी या मजिस्ट्रेट को जल्द करने में विफल रहता है, घटना के बाद, दस साल तक की जेल की सज़ा दी जाएगी और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।' सरकार ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हुई मौत के लिए काफी लंबी जेल की सजा का भी प्रस्ताव रखा है, जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में नहीं आएगा। संहिता की धारा 104(1) में IPC की धारा 304ए के तहत दो साल की तुलना में सात साल तक की जेल की सजा का प्रस्ताव है। दोनों धाराओं में अपराधियों पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान है।

बता दें कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 कैलेंडर वर्ष में कुल 4.12 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.54 लाख लोगों की जान चली गई और 3.84 लाख लोग घायल हो गए। इसमें बताया गया है कि जहां 2019 की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में 8.1% की कमी आई और चोटें 14.8% कम हुईं, वहीं मृत्यु दर में 1.9% की वृद्धि हुई। 

वहीं, दहेज हत्या के मामलों के लिए, संहिता में IPC के समान ही शब्द और सजा बरकरार रखी गई है। प्रस्तावित संहिता की धारा 79 में कम से कम सात साल की जेल की सजा का प्रावधान है, जिसे आजीवन कारावास तक बढ़ाया जा सकता है। यह IPC की धारा 304बी के समान है। ब्रिटिश शासनकाल के आपराधिक कानूनों में बदलाव के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने कल लोकसभा में तीन विधेयक पेश किए। आपराधिक प्रक्रिया संहिता को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BS) को भारतीय साक्ष्य द्वारा प्रतिस्थापित करने का प्रस्ताव है। तीनों विधेयकों को स्थायी समिति के पास भेज दिया गया है।

वर्ष 2017 के बाद से उत्तरप्रदेश में हुए 183 कथित मुठभेड़ों (एनकाउंटर्स ) के मामलों की जांच कहां तक पहुंची, सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को विस्तृ

सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से यह बताने के लिए कहा है कि 2017 के बाद से राज्य में हुई 183 कथित मुठभेड़ों से संबंधित मामलों की जांच कहां तक पहुंची है। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को इन सभी मामलों के जांच की स्थिति को लेकर एक विस्तृत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।

जस्टिस एस. आर. भट्ट और अरविंद कुमार की पीठ ने पूर्व सांसद व यूपी के बाहुबली नेता अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिया है। पीठ ने राज्य सरकार से यह भी जानना चाहा कि मुठभेड़ के मामलों में पुलिस शीर्ष अदालत और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर रही है या नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने अधिवक्ता विशाल तिवारी द्वारा दाखिल याचिका पर यह निर्देश दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने पांच-दस लोगों की सुरक्षा में अतीक अहमद की हत्या की घटना पर भी सवाल उठाया और कहा कि कोई कैसे आकर गोली मार सकता है? पीठ ने इस हत्याकांड में किसी की मिलीभगत पर भी संदेह जताया है। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने पीठ को बताया कि अतीक और उनके भाई की पुलिस हिरासत में हत्या के मामले में संबंधित अदालत में आरोप-पत्र दाखिल कर दी गई है।

याचिकाकर्ता विशाल तिवारी द्वारा दाखिल याचिकाओं में से एक में कहा गया है कि पुलिस मौजूदगी के बीच अतीक और उनके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति गठित की जानी चाहिए। अतीक और उनके भाई की 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

आयशा ने भतीजे असद के लिए डाली याचिका

एक अन्य याचिका गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और अशरफ अहमद की बहन ने दाखिल की है। अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने अपनी याचिका में एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश या एक स्वतंत्र एजेंसी द्वारा मामले की व्यापक जांच की मांग की गई। उन्होंने अपने भतीजे और अतीक अहमद के बेटे की मुठभेड़ में हत्या की भी जांच की मांग की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में अतीक अहमद की मौत के मामले में शीर्ष अदालत में एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें शीर्ष अदालत को बताया गया कि पुलिस सुधार और आधुनिकीकरण के उपाय चल रहे हैं और कठोर अपराधियों को आसानी से भागने से रोकने के लिए हथकड़ी लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

आधुनिकीकरण प्रक्रिया से गुजर चुका पुलिस विभाग : यूपी

उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि उसका पुलिस विभाग व्यापक आधुनिकीकरण प्रक्रिया से गुजर चुका है। इसमें मध्यम आकार की जेल वैन, ड्रोन, शरीर पर पहने जाने वाले कैमरे, पोस्टमार्टम किट, महिलाओं के लिए पूर्ण शरीर रक्षक, रेडियो उपकरण, सुरक्षा उपकरण, एटीएस से संबंधित उपकरण और विभिन्न वाहनों का अधिग्रहण शामिल है। ये अधिग्रहण भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों द्वारा अनुमोदित अनुदान के माध्यम से संभव हुए हैं।

जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा..', निलंबित होने पर बोले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन, धृतराष्ट्र और भगोड़े नीरव मोदी से की थी PM की तुलना

 'अनियंत्रित व्यवहार' को लेकर लोकसभा से निलंबित किए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को कहा कि उनकी टिप्पणी का मकसद, ''किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।'' कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह सदन में अपनी दलीलें स्पष्ट रूप से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर वह ''सुप्रीम कोर्ट'' का रुख कर सकते हैं। चौधरी ने कहा, ''किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि खुद को अभिव्यक्त करने के लिए इसका इस्तेमाल किया।''

दरअसल, मणिपुर हिंसा पर अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगोड़े अरबपति नीरव मोदी और धृतराष्ट्र से की थी। भारी आक्रोश के बाद इन टिप्पणियों को सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया गया था। अब निलंबित होने के बाद अधीर रंजन ने एक प्रेस वार्ता में कहा है कि, 'मेरा इरादा अपने तर्कों को स्पष्ट रूप से रखना और जो कुछ भी मेरे मन में आया उसे व्यक्त करना था। क्या यह गलत था?'' उन्होंने आगे कहा, 'अगर जरूरत पड़ी तो मैं सुप्रीम कोर्ट जा सकता हूं।'

अधीर रंजन ने कहा कि, 'यह एक नई घटना है जिसे हमने संसद में अपने करियर में पहले कभी अनुभव नहीं किया है,यह विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए सत्तारूढ़ दल द्वारा एक जानबूझकर की गई योजना है, यह संसदीय लोकतंत्र की भावना को कमजोर करेगा।' बता दें कि, भाजपा नेता प्रल्हाद जोशी द्वारा लाए गए एक प्रस्ताव को लोकसभा द्वारा पारित किए जाने के बाद चौधरी को निलंबित कर दिया गया था। वह तब तक निलंबित रहेंगे जब तक विशेषाधिकार समिति इस मामले पर अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देती। इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चौधरी का निलंबन ''कमजोर आधार'' पर है। उनका बचाव करते हुए, खड़गे ने दावा किया कि चौधरी ने केवल "नीरव मोदी" कहा था और नीरव का अर्थ "शांत" है।