सरायकेला :ऑपरेशन "अमानत" के अंतर्गत आरपीएफ पोस्ट चांडिल ने अमानत धारी यात्री को वापस किया अमानत


सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे आद्रा प्रमंडल अन्तर्गत चांडिल रेलवे स्टेशन के आर पी एफ प्रभारी अजित कुमार ने जानकारी दिया की ट्रैन पर यात्रा करते समय यात्री का सुरक्षित अमानतधारी को वापस किया गया। 

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सुचना के आधार पर या,आर पी एफ कर्मी रेल गश्ती के दौरान आरपीएफ पोस्ट चांडिल को चाकुलिया से टाटा के लिए टिकट संख्या UWF51936415 वाली एक स्वस्थ महिला यात्री से मोबाइल फोन पर सामान्य डिब्बे में उसके कैरी बैग (प्रेशर कुकर, कढ़ाई, टिफिन, पहने हुए कपड़े) छूट जाने के बारे में जानकारी मिली। इंजन से तीसरा) टी/नंबर- 18019 (झारग्राम-धनबाद मेमू)। आरपीएफ पोस्ट चांडिल के एसआई/जी.प्रसाद और सीटी/आर.के.मीणा ने पीएफ नंबर 2 पर चांडिल स्टेशन पर उसी ट्रेन के आगमन पर भाग लिया और पीछे छोड़े गए कैरी बैग को हटा दिया और उचित औपचारिकताओं के बाद उसे मूल मालिक को सौंप दिया।

 श्वेता मैती, उम्र लगभग 23 वर्ष, सी/ओ- मोहन लाल मैती, नमोपारा, काली मंदिर के पास, चाकुलिया, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड, 832301 आरपीएफ पोस्ट सीएनआई पर। महिला यात्री ने आरपीएफ पोस्ट चांडिल और भारतीय रेलवे को बहुत-बहुत धन्यवाद कहा। 

ऑपरेशन "अमानत" के तहत आरपीएफ पोस्ट चांडिल द्वारा अच्छा कार्य किया गया (मूल्य लगभग 2500/-)

5 वर्षों बाद हुआ मिसिर बेसरा की कोर टीम के साथ सुरक्षा बलों का सीधा मुठभेड़,ठिकाना ध्वस्त,हथियार बरामद


चाईबासा : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भा०क०पा० (माओवादी) के शीर्ष नसाली मिसिर बेसरा, रमेश उर्फ अनल, अजय महतो, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के लिए भ्रमणशील है।

उक्त आसूचना के आलोक में इनके विरूद्ध कारगर कार्रवाई हेतु चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 BN, 203 BN, झारखण्ड जगुआर एवं सी०आर०पी०एफ० 60 BN, 197 BN, 157 BN, 174 BN, 134 BN, 193 BN, 07 BN, 26 BN की टीमों का एक संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है।इसी क्रम में दिनांक 08.08.2023 से एक विशेष संयुक्त अभियान टोन्टो थानान्तर्गत सरजामबुरू, रेंगड़ाहातु, लुईया एवं हुसीपी के मध्य में अवस्थित जंगल क्षेत्र में संचालित किया जा रहा था।

अभियान के दौरान दिनांक 09.08.2023 को टोन्टो थानान्तर्गत रेरडाकोचा जंगल के समीप पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भा०क०पा० (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा की कोर टीम के साथ 05 वर्षो के बाद सुरक्षा बलों के बीच लगभग आधा घंटा सीधा मुठभेड़ हुआ एवं सरजामबुरू से विस्थापित होने के बाद उनका नया मुख्यालय ध्वस्त किया गया।

मुठभेड़ के क्रम सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल एवं पहाड़ का लाभ उठाते हुए भाग खड़े हुए।

अग्रतर सर्च अभियान के दौरान भारी मात्रा में गोला-बारूद एवं दैनिक उपयोग का सामानों की बरामदगी की गई। दिनांक 10.08.2023 को अग्रतर सर्च अभियान में नक्सलियों के उस क्षेत्र में बनाये हुए कई बंकर सुरक्षा बलों ने ध्वस्त किया गया। अग्रतर सर्च में अलग-अलग स्थानों पर कुल 11 बंकर, जिसमें उनकी भारी मात्रा में गोला-बारूद एवं दैनिकी उपयोग की सामग्री पाया गया, जिसको ध्वस्त किया गया है, जिसमें सबसे बड़ा बंकर 50 फीट x 25 फीट का था।

इस अभियान के दौरान अभीतक कुल 17 आई०ई०डी० बरामद किया गया।अभियान के क्रम में आज दिनांक 11.08.2023 को समय लगभग 11.00 बजे पूर्वाह्न में टोन्टो थानान्तर्गत ग्राम हुसिपी और तिलायबेड़ा के बीच पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भा०क०पा० (माआवादी) के उग्रवादियों एवं सुरक्षा बलों के बीच लगभग आधा घंटा तक पुनः मुठभेड़ हुआ । मुठभेड के क्रम सी०टी० / जी०डी० मुन्नालाल यादव एवं सी०टी० / जी०डी० सुशांता कुमार खुंटिया, 60 BN. सी०आर०पी०एफ० के जख्मी हुए है।पुलिस बल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस मुख्यालय, झारखण्ड, रॉची एवं सी०आर० पी०एफ० झारखण्ड सेक्टर, झारखण्ड रांची के सहयोग से हेलीकॉप्टर के माध्यम से तत्काल प्राथमिकी उपचार के बी पश्चात जख्मी सुरक्षा कर्मियों को उच्चत्तर ईलाज हेतु रॉची ले जाया गया, जहाँ ईलाज के क्रम में सी०टी० / जी०डी० सुशांत कुमार खुंटिया 60 BN. सी०आर०पी०एफ० शहीद हो गये तथा जख्मी सुरक्षा कर्मी सी०टी० / जी०डी० मुन्नालाल यादव की स्थिति स्थिर है।झारखण्ड पुलिस एवं अभियान में शामिल सभी संयुक्त बलों के द्वारा सी०टी० / जी०डी० सुशांत कुमार खुंटिया को उनकी शहादत के लिए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते है।संचालित नक्सल विरोधी अभियान जारी है।

बरामदगी:-

20

1. 84 एम0एम0 इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार 1 नग

2. 84 एम0एम0 इम्प्रोवाइज्ड बम-6 नग

3 51 एम0एम0 पैरा मोर्टार बम-1 नग

4. इम्प्रोवाइज्ड एच0ई0 04 एम0एम0 मोर्टार - 01 नग

5. डाइरेक्शनल बम-1 नग

6. नक्सल तीर और धनुष-1 नग

7. तीर बम-36 नग

8. केन आई0ई0डी0 ( 10 किग्रा / 03 किग्रा) - 4 नग

9. गन पाउडर-15 किग्रा

10. विस्फोटक अमोनियम पाउडर ( गन पाउडर / यूरिया / सल्फर) - 45 किग्रा

11. कोर्डेक्स वायर-205 मीटर

12. डेटोनेटर-151 नग

13. ए0एन0एफ0ओ0-15 किग्रा

14 इलेक्ट्रिक वायर - 150 मीटर,

15. इलेक्ट्रिक वायर (केबल) - 50 मीटर

16. बैटरी (12 वोल्ट) - 1 नग

17. बैटरी (9 वोल्ट)-23 नग

18. पेंसिल बैटरी-1 पैकेट

19. आई0ई0डी0 केन कंटेनर 15 नग

20. लोहे के छरे-3 किग्रा

21. नक्सल यूनिफॉर्म-1 नग

22. नक्सल बैनर 15 नग

23. नक्सल शहीद वेदी- 1 नग

24. प्रिंटर-4 नग

25. प्रिंटर इक-1 कार्टून,

26. कार्बन पैड 2 नग

27. साईकिल - 2 नग

28. मच्छरदानी-2 नाग

29. सुतली रस्सी-2 किग्रा0

30. यूनिफार्म बेल्ट-1 नग

,

31. टेबल फैन 1 नग

32. ड्रिल मशीन बिट 10 नग

33. सोलर प्लेट-2 नग

34. इक्सप्लोजिव आई0डी0एल0-03 नग

35. डाइरेक्शनल पाइप आई०ई०डी०- 1 नग

36. डूरा सेल बैटरी-10 नग

37. इलेक्ट्रिक वायर- 150 मीटर,

38. पौच-8 नग

39. लाल सलाम (चिन्ह) - 1 नग

40. स्पोर्ट्स शूज - 2 नग,

41. हवाई चप्पल - 12 जोडी

42. पुल थ्रू -1 नग

43. स्टील केन (03 लीटर)-1 नग

44. लेहे की भट्टी - 1 नग

45. फावडा-2 नग

46. बेलचा - 2 नग

47. आरी-2 नग

48. हथौड़ा - 1 नग

49. रेती- 1 नग

50. औजार बाक्स-1 नग

51. स्टील मैग/प्लेट-2 नग

52. इंजन ऑयल-1 लीटर

53.

पेट्रोल-1 लीटर

54. पेंट-10 लीटर

55. वाशर-5 पैकेट

56. प्लास्टिक शीट-2 पैकेट

57. सुई 100 नग 58. चारकोल 10 किग्रा

59. एम सील-20 नग 60. स्विच-10 नग

61. पीली रस्सी-2 बैग

62. गैती-1 नग,

63. सब्बल बडा-1 नग,

64. कुल्हाडी - 2 नग,

65. तसला बड़ा / छोटा-09 नग,

66. डेकची बड़ा / छोटा-04 नग,

67. पानी केन (10 लीटर)-9 नग,

68. मस्टर्ड आयल टिन (15 लीटर) - 01 नग,

69. चावल-300 किग्रा,

70. अरहर दाल-30 किग्रा,

71. मसूर दाल 20 किग्रा,

72. चीनी-5 किग्रा,

73. मटर (सफेद) -30 किग्रा,

74. देशी चना 35 किग्रा,

75. आटा-3 किग्रा.

76. मैदा- 500 ग्राम,

77. काली मिर्च- 400 ग्राम,

78. पोहा- 500 ग्राम,

79. मेथी- 250 ग्राम,

80. अजवाइन - 200 ग्राम,

81. खडा जीरा - 500 ग्राम,

82. राई - 100 ग्राम,

83. अमूल दूध पाउडर (छोटा) - 8 पैकेट,

84. दलिया (500 ग्राम) - 13 पैकेट,

85. सूजी (500 ग्राम) - 14 पैकेट,

86. बेसन- 4 किग्रा,

87. नमक (500 ग्राम) - 45 पैकेट,

88. सरसो तेल-6 लीटर,

89. सर्फेक्सल पाउडर- 1 पाउच,

90. घडी सर्फ पाउडर - 10 पाउच,

91. होण्डा जेनरेटर-1 नग,

92. की-बोर्ड-1 नग,

93. डाटा केवल-1 नग,

94. चार्जर - 01 नग,

95. सी०डी०- 1 नग,

96. चार्जर सॉकेट-1 नग,

97. तार-1 बंडल,

98. इक्सटेंशन बोर्ड-1 नग,

99. टिफिन-1 नग,

100. विभिन्न प्रकार के आवश्यक जीवनरक्षक दवाईयाँ अत्यधिक मात्रा में ।

अभियान दल:-

1. चाईबासा पुलिस

2. झारखण्ड जगुआर

3. कोबरा 209 BN, 203 BN.

4. सी0आर0पी0एफ0 197 बीएन। 193 बीएन, 174 बीएन, 157 बीएन, 134 बीएन, 60 बीएन, 26 बीएन, 07 बीएन।

5. बम निरोधक दस्ता कोबरा 203 BN. / 209 BN. / झारखण्ड जगुआर

क्रांतिकारी नेता खुदीराम बोस की नारायण आई टी आई चांडिल में पुण्यतिथि मनाई गई

सरायकेला : क्रांतिकारी नेता खुदीराम बोस की नारायण आई टी आई चांडिल में पुण्यतिथि मनाई गई और उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया इस अवसर पर संस्थान का संस्थापक डाक्टर जटा शंकर पांडे ने कहा की खुदीराम का जन्म 3 दिसम्बर 1889 को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के बहुवैनी नामक गाँव में कायस्थ परिवार में बाबू त्रैलोक्यनाथ बोस के यहाँ हुआ था।

उनकी माता का नाम लक्ष्मीप्रिया देवी था। बालक खुदीराम के मन में देश को आजाद कराने की ऐसी लगन लगी कि नौवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी और स्वदेशी आन्दोलन में कूद पड़े। छात्र जीवन से ही ऐसी लगन मन में लिये इस नौजवान ने हिन्दुस्तान पर अत्याचारी सत्ता चलाने वाले ब्रिटिश साम्राज्य को ध्वस्त करने के संकल्प में अलौकिक धैर्य का परिचय देते हुए पहला बम फेंका और मात्र 19 वें वर्ष में हाथ में भगवद गीता लेकर हँसते-हँसते फाँसी के फन्दे पर चढ़कर इतिहास रच दिया।

स्कूल छोड़ने के बाद खुदीराम रिवोल्यूशनरी पार्टी के सदस्य बने और वन्दे मातरम् पैफलेट वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। 1905 में बंगाल के विभाजन (बंग-भंग) के विरोध में चलाये गये आन्दोलन में उन्होंने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। फरवरी 1906 में मिदनापुर में एक औद्योगिक तथा कृषि प्रदर्शनी लगी हुई थी।

प्रदर्शनी देखने के लिये आसपास के प्रान्तों से सैंकडों लोग आने लगे। बंगाल के एक क्रान्तिकारी सत्येन्द्रनाथ द्वारा लिखे ‘सोनार बांगला’ नामक ज्वलंत पत्रक की प्रतियाँ खुदीरामने इस प्रदर्शनी में बाँटी। एक पुलिस वाला उन्हें पकडने के लिये भागा। खुदीराम ने इस सिपाही के मुँह पर घूँसा मारा और शेष पत्रक बगल में दबाकर भाग गये।

इस प्रकरण में राजद्रोह के आरोप में सरकार ने उन पर अभियोग चलाया परन्तु गवाही न मिलने से खुदीराम निर्दोष छूट गये।इतिहासवेत्ता मालती मलिक के अनुसार 28 फरवरी 1906 को खुदीराम बोस गिरफ्तार कर लिये गये लेकिन वह कैद से भाग निकले। लगभग दो महीने बाद अप्रैल में वह फिर से पकड़े गये। 16 मई 1906 को उन्हें रिहा कर दिया गया।6 दिसंबर 1907 को खुदीराम ने नारायणगढ़ रेलवे स्टेशन पर बंगाल के गवर्नर की विशेष ट्रेन पर हमला किया परन्तु गवर्नर बच गया। सन 1908 में उन्होंने दो अंग्रेज अधिकारियों वाट्सन और पैम्फायल्ट फुलर पर बम से हमला किया लेकिन वे भी बच निकले।

इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित थे प्राचार्य जयदीप पांडे एडवोकेट निखिल कुमार, पवन कुमार महतो, कृष्णा महतो , अजय मण्डल , गौरव महतो, निमाई मंडल , सिशुमति दस, आदि मौजूद थे।

टोंटो थाना क्षेत्र के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़,कोई हताहत नही

चाईबासा ब्रेकिंग टोंटो थाना क्षेत्र के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने की पुष्टि, दोनों ओर से कई राउंड चली गोलियां, अब तक मिली खबर के अनुसार मुठभेड़ में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं।

जमशेदपुर : कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम में नशा मुक्ति को लेकर सीतारामडेरा और सिद्धगोडा थाना के पुलिस ने चलाया अभियान,कहा नशे से रहे दूर

एसएसपी के निर्देश के बाद नशा मुक्ति को लेकर थानों की पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। सीतारामडेरा और सिदगोड़ा थाना की पुलिस ने चौक-चौराहों के साथ- साथ बस्ती क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों को जागरूक किया।

नशीले पदार्थ की खरीद-बिक्री का धंधा करने वालों को चेतावनी दी गई कि धंधा करना बंद कर दें। अन्यथा पुलिस के पास कई उपाय है। वहीं लोगों से अपील की गई कि नशा से दूर रहे।... सिदगोड़ा और सीतारामडेरा थाना पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्रों में माइकिंग कर नशे के विरुद्ध अभियान चलाया, किसी तरह से अवैध नशे का कारोबार होता है तो इसकी सूचना पुलिस को दे। सूचना देने वाले की जानकारी को गुप्त रखी जाएगी। वहीं सूचना पर कार्रवाई भी को जाएगी।

चक्रधरपुर रेल मंडल के चक्रधरपुर-टाटा सवारी को जहां-तहां रोके जाने से यात्री भड़के,किया चक्का जाम

सराईकेला:(झा.डेस्क )चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत चक्रधरपुर-टाटा सवारी गाड़ी को रोजाना जहां-तहां रोके जाने से आक्रोशित यात्री शुक्रवार को भड़क गये. इस दौरान शुक्रवार सुबह गम्हरिया थाना अंतर्गत यशपुर रेलवे फाटक के पास करीब आधे घंटे तक ट्रेन के रोके जाने से आक्रोशित यात्रियों ने रेल चक्का जाम कर दिया. 

साथ ही सभी यात्री रेल पटरी पर बैठक कर रेल परिचालन पूरी तरह से बाधित कर दिया. इसकी सूचना पाकर रेलवे के पदाधिकारी व गम्हरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंच यात्रियों को समझाने का प्रयास कर रही है।

लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हो रहे है. इसकी वजह से रेल जाम सुबह आठ बजे से जारी है. यात्रियों के अनुसार उक्त ट्रेन के सभी यात्री आदित्यपुर-गम्हरिया औद्योगिक क्षेत्र में काम कने जाते है. रोजाना ट्रेन लेट से पहुंचने से वे अपने काम पर देर से पहुंचते है.

सरायकेला: स्नातक में नामांकन पोर्टल पुनः चालू करने को लेकर एआईडीएसओ ने सौंपा ज्ञापन


सरायकेला :- ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन सिंहभूम कॉलेज कमिटी द्वारा गुरुवार को स्नातक में नामांकन पोर्टल पुनः चालू करने को लेकर सिंहभूम कॉलेज के प्राचार्य डॉ सरोज केइबर्तो द्वारा कोल्हान विश्वविद्यालय के डीएसडबल्यू के नाम ज्ञापन सौंपा। 

संगठन के कॉलेज कमिटी सदस्य राजा प्रमाणिक ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक में ऑनलाइन नामांकन के लिए अप्लाई करने की तिथि 18 जुलाई तक निर्धारित की थी। 

हम जानते हैं कि विश्वविद्यालय के अंतर्गत काफी सुदूर और ग्रामीण क्षेत्रों से छात्र-छात्राएं अध्ययन करने के लिए आते हैं, जहां इंटरनेट की व्यवस्था भी नहीं है और वेबसाइट में भी काफी समस्या थी। जिसके कारण छात्र छात्राएं अप्लाई और कुछ का पेमेंट भी नहीं हो पाया है। साथ ही सीयूईटी का स्कोर भी नही अपलोड कर पाए हैं, इसलिए ऑनलाइन नामांकन अप्लाई की तिथि को बढ़ाया जाए। 

ज्ञापन सौंपने में कॉलेज कमिटी सदस्य राजा प्रमाणिक, टोकन पांडे, शिवजी, मनोज, कर्मू आदि छात्र उपस्थित थे।

सरायकेला :झारखंड के सबसे बड़े औद्योगिक जिले सरायकेला में अल्पसंख्यक नाबालिग मजदूर की मौत की कीमत 5 लाख


सरायकेला:झारखंड के सबसे बड़े औद्योगिक जिले सरायकेला में मौजूद फैक्ट्री में तमाम आदेशों का उल्लंघन तो साफ दिखता है अब यहां मजदूरों की लाश की कीमत भी लगने लगी है ताजा मामला आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के माई का कष्ट कंपनी का है जहां विगत 2 दिनों पहले एक मजदूर की मौत हो गई मौत के बाद कंपनी प्रबंधन के द्वारा परिजनों को कोई सूचना नहीं दी गई दरअसल इस मामले में एक 16 वर्षीय अल्पसंख्यक नाबालिक लड़के को फुसलाकर एक व्यक्ति कुली का काम करने के उद्देश्य से कंपनी में ले आया जहां काम करने के दरमियान उसे कंपनी के छप्पर पर भेज दिया गया बिना अनुभव के उस बच्चे से काम करवाया जा रहा था जिस कारण ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था छत पर से बच्चे का पैर फिसला और वह सीधे नीचे बड़े-बड़े लोहे के औजार ऊपर गिर पड़ा तड़पता हुआ उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।

परिजनों को जब इसकी खबर हुई तब वह आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे उसके बाद उन्होंने कंपनी परिसर के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया प्रदर्शन का माहौल देखकर झारखंड राजनीति मैं फिलहाल कमान संभालने वाले झामुमो के कई नेता भी मामले को रफा-दफा करने के नाम पर एकजुट होने लगे और कंपनी प्रबंधन पर दबाव बनाया जाने लगा जहां मृतक के पिता ने 2000000 रुपए और एक नौकरी की मांग रखी तो कंपनी प्रबंधन एवं उनके साथी मौके से मौके से अपनी कंपनी छोड़कर ही कहीं निकल गए थोड़ी देर बाद नाटक से प्रदर्शन कर रहे लोगों को जमशेदपुर के टाटा मुकेश अस्पताल बुलाया गया जहां जहां नेता और प्रबंधन के बीच वार्ता शुरू की ।

अंततः ₹500000 में पूरे मामले को रफा दफा कर दिया गया आश्चर्य की बात यह रही कि पूरे प्रदर्शन के दौरान नहीं फैक्टरी में इंस्पेक्टर ना ही श्रम निरीक्षक और ना ही पुलिस की कोई टीम मौके पर पहुंची । 

यही नहीं जिसमें प्रदर्शन चल रहा था कोल्हान डीआईजी उसी थाने में मौजूद थे जिस थाना क्षेत्र में यह घटना हुई थी।

सराईकेला: विश्व आदिवासी दिवस पर मनिता ने उकेरी चित्र


सरायकेला : विश्व आदिवासी दिवस पर के मौके पर चांडिल प्रखंड के घोड़ानेगी ग्राम की रहने वाली छात्रा मनिता महतो ने एक मूल निवासी औरत की तस्वीर उकेरी। छात्रा ने इस मौके पर चित्र के माध्यम से समाज के लोगो के लिए संदेश देते हुए कहा की, यह दिवस स्वदेशी लोगों के कार्यों, उपलब्धियों, योगदानों आदि को पहचानने और सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। साथ ही, मूल निवासी और भविष्य निर्माण में इनका योगदान बहुत बड़ा है।

 ऐसे समूह जो सभ्य समाजों से दूर जंगल, पहाड़ों अथवा पठारी क्षेत्रों में निवास करते हैं, को जनजाति, आदिम समाज, वन्य जाति, आदिवासी और मूल निवासी आदि नामों से जाना जाता है। इनकी अपनी अलग बोली, भाषा, संस्कृति और परंपराएँ होती हैं।

 अपने सांस्कृतिक मतभेदों के बावजूद, विश्व के स्वदेशी लोग विशिष्ट लोगों के रूप में अपने अधिकारों की सुरक्षा से संबंधित सामान्य समस्याओं को अनुभव करते हैं।

सरायकेला:फलेरिया उन्मूलन के तहत एमडीए आइडिया अभियान का उपायुक्त नें किया शुभारंभ


सरायकेला : सरायकेला सदर अस्पताल परिसर से आज फ्लेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एमडीए/आईडी अभियान का शुभारम्भ जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला के द्वारा स्वंय फाइलेरिया की दवा खाकर किया गया।

 इस दौरान श्री शुक्ला ने कहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में जन-सहभागिता जरूरी है। अभियान के सफल संचालन के लिए प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रतिनिधियों, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त करें। इस दौरान उपायुक्त ने अभियान के सफल संचालन को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

 उपायुक्त ने कहा कि सभी दवा प्रशासक अभियान के उद्देश्य को पूर्ण करने हेतु शत प्रतिशत योग्य लोगों को मानक के अनुसार दवा खिलाना सुनिश्चित करें साथ ही MDA की सही रिपोर्ट कार्यालय में ससमय उपलब्ध कराएं। इस क्रम में उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न माध्यम से फ्लेरिया के लक्षण उसके बचाव एवं उसके दवा के सेवन के प्रति लोगों को जागरूक करें।

10 अगस्त से 25 अगस्त तक चलेगा अभियान- सिविल सर्जन

 कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर अजय सिन्हा ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 10 से 25 अगस्त तक चलाया जाएगा। इसमें 10 अगस्त को बूथ स्तर पर कार्यक्रम किया जाएगा। 

उस दिन सभी महत्वपूर्ण जगहों पर बूथ लगाकर लोगों को दवा का सेवन कराया जाएगा। इसके बाद 11 से 25 अगस्त तक घर-घर जाकर दवा प्रशासक लोगों को दवा का सेवन कराएंगे। इस कार्यक्रम में 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा का सेवन नहीं करना है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जब व्यक्तियों को दवा का सेवन कराया जाएगा और उनमें अगर फलेरिया के कृमि मौजूद होंगे तो दवा सेवन के बाद उसके कुछ लक्षण प्रदर्शित होंगे जैसे सर दर्द, उल्टी जैसा महसूस होना या उल्टी होना, बदन दर्द, हल्का बुखार इत्यादि हो सकता है।

फाइलेरिया के लक्षण :

-सामान्यतः तो इसके कोई लक्षण स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं।

-बुखार, बदन में खुजली तथा पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द और सूजन की समस्या दिखाई देती है।

-पैरों व हाथों में सूजन, हाथी पाँव और हाइड्रोसिल के रूप में भी यह समस्या सामने आती है।

फाइलेरिया से बचाव :

▪️मच्छरो से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग करें

▪️घर के आस-पास कूडे को इकठ्ठा न होने दें, कूडेदान का प्रयोग करे

▪️आसपास पानी न जमा होने दे

▪️गन्दे पानी में केरोसिन भी डाल दे

▪️चोट या घाव वाले स्थान को हमेशा साफ़ रखे

▪️पूरी बाजू का कपड़ा पहने

कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉ अजय सिन्हा, सदर उपाधीक्षक डॉ नकुल किशोर प्रसाद, डीपीएम निर्मल दास, अर्चना तिग्गा एवं अन्य चिकित्सक, सहिया दीदी उपस्थित रहें।