सरायकेला :सक्सेस स्टोरी फूलो झानो योजना से जुड़कर शुक्रमानी की जिंदगी मे आया बदलाव
सफलता की कहानी,शुक्रमानी की जुबानी
नाम- शुक्रमानी सिद्धू
गांव -कलाझरना
SHG का नाम शारदा मां मनसा देवी
नाम :- कलाझरना आजीविका महिला ग्राम संगठन.
सीएलएफ का नाम -बना आजीविका महिला संकुल संगठन
वार्षिक आय -28000
परियोजना का नाम -एन आर एल एम,लिया गया ऋण -45000
सरायकेला : पूर्व की स्थिति -समूह में शामिल होने से पहले मैं साप्ताहिक हाट बाजार में हडिया बेचती थी 2008 में मेरे पति का बीमारी के कारण देहांत हो गया,परिवार को चलाने के लिए मेरे पास ऐसा कोई विकल्प नहीं था इसलिए हड़िया बेचकर परिवार चलती थी।
बाद की स्थिति- समूह में मैं 8 फरवरी 2019 को जुड़ी जेएसएलपीएस की ओर से समूह गठन किया गया,समूह सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिया गया और मैं हर सप्ताह साप्ताहिक बैठक में उपस्थित होने लग गई।प्रशिक्षण से नई नई जानकारी होने लगी अब बच्चे भी बड़े हो गए इसलिए मैं भी सम्मानजनक आजीविका का कार्य करना चाहती थी। jslps के माध्यम से हड़िया,दारु छोड़कर दूसरा आजीविका के लिए प्रेरित किया गया।फूलो झानो आशीर्वाद योजना के तहत 10,000 का बिना ब्याज ऋण दिया गया और इस ऋण से मैं सप्ताहिक हाट में साग, सब्जी, जंगल से मिलने वाले दातुन,पत्ता,फल आदि खरीद कर बेचने लगी।
हर सप्ताह लगभग 700 से ₹1000 के बीच आमदनी होती थी इसके अलावा समूह से छोटा-मोटा ऋण लेकर मुर्गी बकरी एवं खेती भी करती हूं।सरकारी योजना का लाभ भी मिला है जैसे फूलों झनों,पीएम आवास, दीदी बाड़ी,पेंशन योजना का लाभ भी ले रही हूं।
समूह में जुड़ने से पहले बहुत सारी समस्या का सामना करना पड़ रहा था जैसे कि पैसे की आवश्यकता होती थी,परिवार को चलाने मे परेशानी,समाज में भी सम्मानजनक कार्य नजर से नहीं देखा जाता था। अब फूलो झानों योजना से जुड़ कर आजीविका में मेरी बदलाव हुई है और मैं भी सम्मान की जिंदगी जी रही हूं साथ हि मेरे दोनों बच्चे अब अच्छे स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
Aug 10 2023, 13:23