*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू किया मेरी माटी, मेरा देश अभियान की शुरुआत,बोले-13 से 15 तक हर नागरिक माटी का वंदन करें, घर पर लहराए तिरंगा*
लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी एक्शन कांड की 98वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में बुधवार को मेरी माटी, मेरा देश अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोग संकल्पित होकर सेल्फी लें और उसे अपलोड करें। साथ ही हर घर तिरंगा भी लहराए।
मुख्यमंत्री ने काकोरी एक्शन कांड के क्रांतिकारियों के परिवारीजनों को सम्मानित करते हुए यह भी कहा कि 14 अगस्त की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा। उन्होंने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्यन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपनी दायित्व को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रो हैं वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं। कर्तव्य और नागरिक दायित्व से समृद्ध और विकसित भारत की कल्पना को साकार किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने काकोरी में 75 वृक्षों वाली काकोरी क्रांति अमृत वाटिका को भी लगा। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद अनेक उपलब्धियां हमारे साथ जुड़ी। भारत को गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन को पछाड़कर आज हम दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो गए हैं। दुनिया के 20 बड़े देशों को जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका 80 प्रतिशत जीडीपी का अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। यह एक नए भारत का दर्शन हम सबको कराता है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है, यह आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में बढ़ता भारत है।
अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है और आज ही देश के प्रधानमंत्री के आहवान पर आजादी के अमृत महेात्सव के संकल्प से जुड़ते हुए मेरी माटी मेरा देश अभियान का शुभारंभ हो रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव ने हम सबको एक नए भारत का दर्शन कराया है। एक ऐसा भारत जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र भाषा के आधार पर कोई भेदभाव न हो। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
एक ऐसा भारत जो अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकता है। आज से 98 वर्ष से पहले यह समय यहां हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ है आगे क्या होगा यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। वहीं अब विदेशी हुकुमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बना रख सकती है यह जज्बा भी था।13 इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया था । काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियो को जो पैसा मिला वह 4679 रुपया था। देशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया।
Aug 09 2023, 18:01