*आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले इमाम हुसैन ने ही कर्बला में आवाज़ उठाई थी*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। आज मंगलवार 20 मोहर्रम को मरहूम इक़बाल अली खान के चिक्की टोला स्थित आवास पर इमाम हुसैन की मजलिस का आयोजन किया गया।
जिसे मौलाना समीर हसन ज़ैदी ने खिताब करते हुए फरमाया कि, जहाँ इस्लाम है वहाँ आतंकवाद नहीं हो सकता और जहाँ आतंकवाद है। वहाँ इस्लाम नहीं हो सकता , आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले इमाम हुसैन ने ही कर्बला में आवाज़ उठाई थी, क्योंकि कर्बला में 72 लोगों के खिलाफ़ यज़ीद ने 30 हज़ार की फौज भेजी थी और इमाम हुसैन के साथ सिर्फ 72 लोग थे जिसमें छोटे छोटे बच्चे भी थे और पूरी 30 हज़ार की फौज ने मिलकर सबको शहीद कर दिया।
लेकिन वो 72 इमान के इतने पक्के थे कि मर गए मगर आतंकवादियों के आगे सर नहीं झुकाया। मजलिस में डाक्टर सुल्तान अली खान, बादशाह अली खान, शहनशाह अली, मीसम, अकमाल, मोजिज़ अली, हुमैर, लकी, समीर, आदिल, चांद खान, बहादर अली आदि ने शिरकत की।
Aug 08 2023, 19:29