*भदोही के 5 शिक्षकों को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही के विभिन्न स्कूलों में तैनात 5 शिक्षक व शिक्षिका जो लंबे समय से अनुपस्थित चल रही हैं।

उनको सेवा समाप्ति का जिला बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर दिया गया है। अगर इस नोटिस के बाद शिक्षक उपस्थित नहीं होते हैं तो उनकी सेवा समाप्त करने से संबंधित कार्रवाई विभागीय स्तर से की जाएगी। विभागीय स्तर से पूर्व में भी नोटिस भेजे जा चुके हैं बताया जाता है कि अब अंतिम नोटिस जारी किया गया है।जिन 5 शिक्षकों को सेवा समाप्ति से संबंधित नोटिस विभागीय स्तर से जारी किया गया है। यह पिछले कई महीनों से बगैर अवकाश के अनुपस्थित चल रहे हैं।

पूर्व में भी इनको पहली बार नोटिस भेजा गया था। लेकिन संबंधित नोटिस का इन शिक्षकों के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पांचों शिक्षक व शिक्षिका अवैतनिक अवकाश का पत्र स्कूल में रखकर महीनों से गायब है। जबकि अवकाश के लिए ऑनलाइन आवेदन होता है। विभागीय स्तर से अंतिम नोटिस जारी किया गया है। अगर वह उपस्थित नहीं हुए तो सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं को लिए नोटिस जारी किया गया है।

उसमें अभोली ब्लाक के कमपोजिट विद्यालय बीरमपुर की अल्पना द्विवेदी, कमपोजिट विद्यालय कोइरौना अध्यापिका शशिरानी ,सुरियावा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पट्टी अचल सिंह के नितीश सिंह सोलंकी, डीघ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कुड़ी के नवरत्न मणि त्रिपाठी, प्राथमिक विद्यालय सराय जगदीश की सहायक अध्यापिका पूनम कुशवाहा शामिल हैं।

*जिले में नहीं होती है फाइलेरिया की जांच*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में फाइलेरिया की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास आवश्यक संसाधन नहीं है। जिला मौसम पहुंचने वाले फाइलेरिया के मरीजों का सैंपल बीएचयू जांच के लिए भेजा जाता है। ऐसे में जांच रिपोर्ट आने तक मरीजों को इंतजार करना पड़ता है।

सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। खासकर ग्रामीण अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर शासन की ओर से क‌ई योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन कालीन नगरी भदोही में स्वास्थ्य सुविधाएं पूर्ण रूप से पटरी पर नहीं लौट सकी है।

गंभीर बीमारी की जांच को लेकर विभाग के पास संसाधन मौजूद नहीं है। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि फाइलेरिया जांच करने के लिए मशीन की व्यवस्था नहीं है।

ऐसे में मरीजों का सैंपल लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजा जाता है।

*14 सूत्री मांगों को लेकर शिक्षक संघ का जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में धरना प्रदर्शन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के आवाहन पर अधिशासकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों ने अपनी लंबित समस्याओं के मद्देनजर धरना प्रदर्शन किया है।

14 सूत्रीय मांगों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय परिसर में धरना दिया गया है।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वधान में पूरे प्रदेश में शिक्षकों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है इसी कड़ी में भदोही में 14 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया गया ।

धरना में प्रमुख रूप से पेंशन संबंधित मांग, 1 अप्रैल 2014 से नियुक्त शिक्षकों के सामूहिक जीवन बीमा से आनंदित करने की मांग, मंडल स्तर पर शिक्षकों की जो भी समस्याएं हैं उनका निस्तारण समेत कुल 14 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया है।

*विभागीय लापरवाही से अधूरे पड़े 70 से अधिक शौचालय*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सामुदायिक शौचालयों में लाखों खर्च किए जाने के बाद भी कई जगहों पर शौचालय अधूरे पड़े हैं। जिले के 70 से अधिक गांवों में सामुदायिक शौचालयों का आधा-अधूरा निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है। पूर्व प्रधान व सचिव के बंदरबांट की भेंट चढ़े इन शौचालयों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि कई जगहों पर जमीनी विवाद के कारण भी मामला लटका हुआ है।पंचायती राज विभाग की ओर से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं, लेकिन तमाम ग्रामीण ऐसे हैं जिनके पास शौचालय बनवाने के लिए भूमि ही नहीं है।

ऐसे लोग भी खुले में शौच नहीं जाएं, इसको देखते हुए हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचलय का निर्माण कराया गया है। शौचालयों की देखरेख के लिए स्वयं सहायता समूह से केयर टेकर भी रखे गए हैं। जिले के छह ब्लॉकों के कुल 661 सामुदायिक शौचालय बनाया जाना था। इसमें पहले चरण मेें 561 शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा करा लिया गया। इसके बाद भी लगभग 100 शौचालय अधूरे रह गए। इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी की ओर से उन्हें चेतावनी नोटिस जारी की। बावजूद इसके अभी तक 70 से अधिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण अटका हुआ है। डीपीआरओ राकेश यादव ने बताया कि कई गांवों में जमीन विवाद और पूर्व प्रधान व सचिवों के कारण मामला अटका हुआ है। जिस पूरा कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

*कोरोना काल में खरीदे गए वेंटिलेटर नहीं आ रहे काम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोरोना काल में लाखों रुपए खर्च करके खरीदे गए वेंटिलेटर इन दिनों शोपिस साबित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें संचालित करने के लिए एल- टू अस्पताल में छह आपरेटरों को तैनात किया था, जिनके अब दूसरा काम लिया जा रहा है। कोरोना के पहले व दूसरे चरण में कालीन नगरी में दो सौ से अधिक लोगों की जान महामारी के कारण हो गई थी।

मरीजों के बढ़ते दबाव को देखते हुए शहर के स्टेशन रोड स्थित महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में सौ बेड के अस्पताल बना दिया गया था, जिसमें कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा था। इन दिनों उक्त अस्पताल में कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि एल टू अस्पताल में कुल 22 वेंटिलेटर लगाएं ग‌ए थे। जिसे संचालित करने को छह आपरेटरों को रखा गया था। उधर एल टू अस्पताल में इन दिनों कबाड़ व गंदगी ही नजर आ रही है। वहां पर न तो मरीजों से का उपचार किया जा रहा है और न ही नियमित रूप से साफ - सफाई हो रही है।

*पूर्व विधायक को झटका, असलहा मामले में सजा बरकरार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सपा व निषाद पार्टी के पूर्व विधायक विजय मिश्र की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। आयुध अधिनियम में दर्ज मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट सुबोध सिंह की अदालत ने खारिज कर दी। कोर्ट ने पूर्व विधायक की सजा बरकरार रखी है।दर्जनभर से अधिक मुकदमे में आगरा जेल में बंद पूर्व विधायक विजय मिश्र पर अवैध असलहा रखने के आरोप में 2011 में आयुध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

आरोप है कि लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी पूर्व विधायक ने असलहा जमा नहीं किया। इस मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने 17 अक्तूबर 2022 को पूर्व विधायक को धारा 25 के तहत दो साल कैद, 10 हजार जुर्माना और धारा 30 के तहत छह माह कैद व पांच हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी।फैसले के खिलाफ पूर्व विधायक ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में अपील की थी। वहां से मामले को एमपी/एमएलए कोर्ट भेज दिया गया। विशेष न्यायाधीश एमपी/एमएलए कोर्ट सुबोध सिंह ने पूर्व विधायक की अपील निरस्त करते हुए सजा को बरकरार रखा है। मामले में अभियोजन की तरफ जिला शासकीय अधिवक्ता दिनेश कुमार पांडेय व विनय कुमार बिंद ने पैरवी की।

*शुद्ध पेयजल की आपूर्ति वेंटिलेटर पर*

नवाबगंज (गोण्डा)। क्षेत्र के तुलसीपुर माझा गाँव में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए पानी की टंकी बनी हुई है। कहने-सुनने को लगभग 90 इंडिया मार्का हैंडपंप भी गाँव के विभिन्न मजरों में लगे हैं लेकिन यहां शुद्ध पेयजल की आपूर्ति वेंटिलेटर पर है। लगभग 11000 मतदाता और 17000 की आबादी वाले इस गांव में हर साल बाढ़ भी आती है और बाढ़ अपने साथ कई संक्रामक रोगों का खतरा भी लाती है उस स्थिति में यहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नितांत आवश्यक है लेकिन गाँव के प्रेम प्रताप, विजय सिंह,दिनेश, संजू आदि ने बताया कि पानी की टंकी बने लगभग 05 वर्ष हो चुका है लेकिन आज तक उस टंकी से पानी की एक बूंद की आपूर्ति नहीं हो सकी। गांव में लगे लगभग 90 इंडिया मार्का हैंडपंपों में 80 खराब पढें है बाकी हैंडपंपों की हालत खस्ता है। बीते 10 सालों से एक भी नया हैंडपंप नहीं लगा है।नाली-सोख्ता ना होने से जल निकासी की व्यवस्था खराब है। 

 

जिम्मेदारों के बोल

पूर्व प्रधान श्रीपति चौधरी का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में लगभग 55 हैंडपंपों का रीबोर कराया था।वर्तमान प्रधान पिंकी सिंह का कहना है कि उन्होंने लगभग 40 हैंडपंपों का रीबोर कराया और नाली बनवायी है। अभी कुछ मजरों में हैंडपंप खराब है। नाली-सोख्ते बनवाने की जरूरत है। गांव में करीब 100 नये हैंडपंपों की आवश्यकता है। मौके पर जो हैंडपंप खराब हैं उन्हें जल्द से जल्द दुरूस्त कराया जायेगा।

*भदोही की नई SP मैडम ने संभाला चार्ज,2014 बैच की IPS हैं डॉ. मीनाक्षी कात्यायन, IPS डॉ. अनिल कुमार को दी गई भव्य विदाई*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले की नवागत एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने पदभार ग्रहण किया। वहीं, डॉ. अनिल कुमार का विदाई समारोह पुलिस लाइन में किया गया।

इस मौके पर बड़ी संख्या में जनपद के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।शासन की ओर से सोमवार को देर शाम यूपी के 4 IPS अधिकारियों के तबादले किए गए थे, जिसमें भदोही के एसपी डॉ. अनिल कुमार भी शामिल थे। अनिल कुमार को चंदौली का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।

वहीं डॉ. मीनाक्षी कात्यायन को भदोही का पुलिस अधीक्षक बनाया गया।मीनाक्षी कात्यायन 2014 बैच के IPS अधिकारी है।

मूल रूप से मीनाक्षी कात्यायन झारखंड की रहने वाली हैं। MBBS करने के बाद उन्होंने 2012 में संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा दी थी।भदोही जिले के पुलिस कप्तान रहे डॉक्टर अनिल कुमार के सम्मान और विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम कलेक्ट्रेट में आयोजन हुआ उसके बाद बीती रात ज्ञानपुर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें पुलिस ,न्यायिक, प्रशासनिक व पत्रकार मौजूद रहे। पुलिस लाइन में पुलिस परिवार की ओर से विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

इस मौके पर डॉक्टर अनिल कुमार ने जनपद के सभी अधिकारियों को अपने कार्यकाल के बीच सहयोग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि वह भदोही में बिताया समय अपने पूरे जीवन में कभी नहीं भूल सकते हैं।

*नवागत एसपी मीनाक्षी कात्यायन ने पत्रकार वार्तालाप में औपचारिक भेंट की*

भदोही ।नवागत पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन ने पत्रकारों से औपचारिक बातचीत में कहा कि जहां तक मेरा मानना है कि जनपद भदोही एक छोटा जिला है जिससे यहां पर होने वाले अपराधों में जमीन संबंधित विवाद अधिकतर होते हैं।इसे नियंत्रित करने का प्रयास किया जायेगा। सबसे विकट समस्या यातायात की है।यातायात व्यवस्था पर विशेष बल दिया जाएगा। अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस बल पूरी मेहनत करेगा ।

किसी भी व्यक्ति को पुलिस से शिकायत न हो इसके लिए उनके दरवाजे खुले हुए हैं। महिलाओं की सुरक्षा और उनके साथ होने वाली घटनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। गांव में चौपाल लगाकर महिलाओं को समझा-बुझाकर पम्पलेट आदि माध्यमों से जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अपराधियों की नकेल कसना पुलिस की पहली प्राथमिकता है। कहा कि जो अपराधी हैं ,उन पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। जिले में अवैध शराब, खनन और संगठित अपराध के बारे में नवागत पुलिस अधीक्षक ने कार्य योजना बनाकर विशेष अभियान चलाकर कठोर कार्यवाही कर माफियाओं की रीढ़ तोड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में दर्ज हुए हत्या, लूट और गंभीर अपराध की विवेचना पारदर्शिता पूर्ण निस्तारित कराएंगे और अपराधियों पर विशेष निगाह रखेंगे । औपचारिक वार्ता के दौरान एडिशनल एसपी राजेश भारती,गगनरआज सिंह, ऋषि कपूर, सहित जनपद के सभी मिडिया बन्धु मौजूद रहे।

डेंगू नियंत्रण के लिए आठ रैपिड रिस्पांस टीम गठित

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम में बदलाव के साथ ही मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। थोड़ी सी लापरवाही होने पर डेंगू, मलेरिया सहित संक्रमित बीमारी की चपेट में लोग तेजी से जाते हैं। बीते साल जिले में डेंगू के रिकार्ड 101 मरीज मिले थे।

ऐसे में इस बार स्वास्थ्य विभाग पहले से ही इसकी तैयारी में जुट गया है। जिले में डेंगू से निबटने के लिए कोविड की तर्ज पर रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) का गठन किया गया है। इसके साथ ही शहरी और ग्रामीण इलाकों में 10 हॉट स्पॉट भी बनाए गए हैं।बीते साल जिले में चार सालों का रिकार्ड तोड़ते हुए 101 डेंगू के केस मिले थे।

हालांकि डेंगू के कारण किसी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई, लेकिन कई गांवों में दर्जनों लोग इसकी चपेट में आ गए। भदोही के नई बाजार, चांदनी चौक, लोहिया नगर, जलालपुर, नई बस्ती, रजपुरा क्रांसिग, आलमपुर, औराई के सहसेपुर और उगापुर, ज्ञानपुर बाजार, सीतामढ़ी, सुरियावां आदि क्षेत्रों में बीते साल सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिले थे। इसमें भी भदोही और नई बाजार में ही अकेले 60 से अधिक मरीज मिले थे। ऐसे में अब इस बार डेंगू जैसी बीमारी से निबटने के लिए पहले से ही स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है। इस साल शहर व ग्रामीण इलाकों में ऐसी 10 जगहों पर कोविड की तर्ज पर हॉट स्पॉट बनाए गए हैं।

जहां बीते साल एक से अधिक मरीज मिले थे। उसकी निगरानी के लिए रैपिड रिस्पांस टीम बनाई गई है। टीम द्वारा ही मरीजों की जांच पड़ताल के साथ नियमित निगरानी की जाएगी।छह सीएचसी व एक अर्बन केन्द्र पर आरआरटी टीम की तैनातीस्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू की निगरानी के लिए छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व अबर्न स्वास्थ्य केन्द्र पर आरआरटी का गठन किया गया है। जिन केन्द्रों पर आरआरटी टीम लगाई गई है।

उसमें गोपीगंज, डीघ, दुर्गागंज, औराई, भदोही, सुरियावां के साथ अबर्न नई बाजार स्वास्थ्य केंद्र शामिल है। एक टीम में चार सदस्य है। इनमें एक डाक्टर, लैब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट और सहायक है। इन सभी की जिम्मेदारी अलग-अलग होगी।

संक्रमित बीमारी से बचाव के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाकर लोगाें को जागरुक किया जा चुका है। 7 आरआरटी बनाई गयी है, टीम द्वारा डेंगू के मरीजों की निगरानी की जाएगी। पिछले साल जिन गांव में डेंगू के मरीज मिले थे, वहां पर दवा का छिड़काव कराया जा चुका है।

राम आसरे पाल, जिला मलेरिया अधिकारी।