*विभागीय लापरवाही से अधूरे पड़े 70 से अधिक शौचालय*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सामुदायिक शौचालयों में लाखों खर्च किए जाने के बाद भी कई जगहों पर शौचालय अधूरे पड़े हैं। जिले के 70 से अधिक गांवों में सामुदायिक शौचालयों का आधा-अधूरा निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है। पूर्व प्रधान व सचिव के बंदरबांट की भेंट चढ़े इन शौचालयों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि कई जगहों पर जमीनी विवाद के कारण भी मामला लटका हुआ है।पंचायती राज विभाग की ओर से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत घर-घर शौचालय बनवाए गए हैं, लेकिन तमाम ग्रामीण ऐसे हैं जिनके पास शौचालय बनवाने के लिए भूमि ही नहीं है।
ऐसे लोग भी खुले में शौच नहीं जाएं, इसको देखते हुए हर ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचलय का निर्माण कराया गया है। शौचालयों की देखरेख के लिए स्वयं सहायता समूह से केयर टेकर भी रखे गए हैं। जिले के छह ब्लॉकों के कुल 661 सामुदायिक शौचालय बनाया जाना था। इसमें पहले चरण मेें 561 शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा करा लिया गया। इसके बाद भी लगभग 100 शौचालय अधूरे रह गए। इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी की ओर से उन्हें चेतावनी नोटिस जारी की। बावजूद इसके अभी तक 70 से अधिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण अटका हुआ है। डीपीआरओ राकेश यादव ने बताया कि कई गांवों में जमीन विवाद और पूर्व प्रधान व सचिवों के कारण मामला अटका हुआ है। जिस पूरा कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
Aug 04 2023, 16:31